दीर्घ स्वर कौन कौन से हैं? - deergh svar kaun kaun se hain?

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दीर्घ स्वर किसे कहते हैं? 

दीर्घ स्वर दूसरा नाम भी होता है आपको जरूर जान लेना चाहिए. दूसरा नाम द्विमात्रिक स्वर है. 

जिन स्वरों के उच्चारण में हृस्व स्वरों से दुगुना समय लगता हो, उन स्वरों को दीर्घ स्वर कहते हैं.

दीर्घ स्वर कितने होते हैं?

हिंदी व्याकरण के पुस्तकों के अनुसार, दीर्घ स्वरों की कुल संख्या सात होता है. जैसा कि आप जानते हैं हिंदी वर्णमाला में कुल 11 स्वर होता है उनमें से आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ (7) दीर्घ स्वर हैं. 

  • आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ (7)

याद रखे कि उच्चारण के आधार पर स्वर के तीन प्रकार होते हैं. ह्रस्व, दीर्घ और प्लुत स्वर. यही नहीं मूल एवं मात्रा स्वर के अन्य दो प्रकार हैं जो प्रयोग के आधार पर बांटा गया है. 

दीर्घ स्वर के उदाहरण

आ का मात्रा ा जैसे काम. ई का मात्रा ी है जैसे खीर. ऊ का मात्रा ऊ ू है जैसे भूल. ए का मात्रा ए े है जैसे केश. ऐ का मात्रा ऐ ै है जैसे दैनिक. ओ का मात्रा  ो है जैसे चोर. औ का मात्रा ौ  जैसे चौखट.

ध्यान रखें कि इन शब्दों के उच्चारण करते समय ह्रस्व स्वर दुगुना समय दें. तभी आप का उच्चारण सही माना जा सकता है. 

Conclusion 

दीर्घ स्वर उस स्वर को बोला जाता है जिसे बोलने में ह्रस्व स्वर से दुगुना समय लगता हों. इस स्वर का कुल संख्या 7 हैं. आप पाठक से उम्मीद करता हूं कि, आप अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में जरूर लिखेंगे. 

आज हम इस पोस्ट में दीर्घ स्वर कितने होते हैं (Dirgh Swar Kitne Hote Hain)? दीर्घ स्वर किसे कहते हैं? इत्यादि के बारे में विस्ताररूप से चर्चा करने जा रहे हैं। अगर आप भी इंटरनेट पर दीर्घ स्वर के बारे में सर्च कर रहे हैं, और दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो ये आर्टिकल निचे तक अवश्य ही पढ़ें।

दीर्घ स्वर के बारे में बताने से पहले हम आपको पहले स्वर के बारे में बता दें चाहते हैं। क्यूंकि दीर्घ स्वर के ही तीन भेद में से एक भेद हैं।

वो सभी वर्ण जिनको उच्चारित करते वक़्त किसी अन्य दूसरे वर्ण की मदद की आवश्यकता नहीं पड़ती हो, उनको स्वर कहा जाता हैं।

स्वर के उच्चारण में तालु, कंठ का प्रयोग किया जाता हैं, स्वर को उच्चारित करते समय जिह्व/जीभ या होठ का प्रयोग नहीं होता हैं। हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में कुल 16 स्वर होते हैं जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं जैसे: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, ऋ, ॠ, ऌ और

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    • 1.1 दीर्घ स्वर कितने होते हैं
  • 2 दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण
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वे सभी स्वर जिनको उच्चारित करने वक़्त में ह्रस्व स्वर से दोगुना यानि ज्यादा समय लगता है, उन सभी स्वरों को दीर्घ स्वर कहा जाता हैं। अगर यही आसानी भाषा में बोले तो, स्वरों के उच्चारण में जयदा वक़्त लगता हो, उनको दीर्घ स्वर कहा जाता हैं। दीर्घ स्वर के कुल सात भेद होते हैं, जो निम्नलिखित हैं: आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, और

हम आपको ये भी बताना चाहेंगे की, बहुत सरे लोग दीर्घ स्वर को इसके दूसरे नाम से भी जानते हैं। जोकि, आपको जरूर पता होना चाहिए, दीर्घ स्वर का दूसरा नाम द्विमात्रिक स्वर भी हैं।

जैसा के हमने आपको ऊपर में ही बताया की, हिंदी व्याकरण के पुस्तकों के आधार पर,दीर्घ स्वरों की कुल संख्या सात की होती हैं। साथ ही हम आपको बता दें की, हिंदी वर्णमाला में टोटल 11 स्वर होते हैं, और उनमें से आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ और औ यानि की कुल चार (7) दीर्घ स्वर शामिल होते हैं।

दीर्घ स्वर कितने होते हैं

अ + अ =
इ + इ =
उ + उ =
अ + इ =
अ + ए =
अ + उ =
अ + ओ =

दीर्घ स्वर संधि के उदाहरण

जैसे की, आपको पता ही है की, का मात्राजैसे काम। वहीं का मात्राहै जैसे की इसका उदाहरण में से एक खीर हैं। और का मात्राहै जैसे की इसका उदाहरण में से एक भूल हैं। एवं का मात्राहै जैसे की इसका उदाहरण में से एक केश होता हैं।

वहीं का मात्राहै जैसे की इसका उदाहरण में से एक दैनिक होता हैं। और का मात्राहै जैसे की इसका उदाहरण में से एक चोर हैं। और वहीं का मात्राजैसे की इसका उदाहरण में से एक चौखट होता हैं।

आप इसका ध्यान अवश्य रखें कि, इन शब्दों को उच्चारित करते वक़्त ह्रस्व स्वर से दुगुना वक़्त दें. तभी जाकर आपका उच्चारण सही होगा।

Last Word:

हमें पूर्ण उम्मीद हैं कि, हमारा ये आर्टिकल आपको अवश्य ही पसंद आया होगा और साथ ही आपको लाभदायक भी लगा होगा।

तो दोस्तों, अब आप अच्छे से समझ गए होंगे के दीर्घ स्वर उस स्वर को बोला जाता हैं, जिनको बोलते में ह्रस्व स्वर से दुगुना समय लगता हो। और साथ ही इसके कुल संख्या 7 की होती हैं जो निम्नलिखित — आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, और औ। इसके शाब्दिक उदाहरण काम, खीर, भूल, केश, दैनिक, चोर और चौखट हैं।

अगर दीर्घ स्वर से जुडी आपके पास कोई प्रश्न हो, या इस पोस्ट में कुछ और जानकारी की कमी लग रही हो, तो आप निचे कमेंटबॉक्स में बेझिझक कमेंट के माध्यम से अपना महत्पूर्ण टिप्पणी अवश्य ही करें। हमारी टीम सदैव ही आपके द्वारा कमेंट पाने के लिए उत्साहित रहती हैं, हम जल्द से जल्द आपकी कमेंट्स का रिप्लाई करने में हर सम्भव कोशिस करेंगे।

दीर्घ स्वर कितने होते हैं?

ये चार हैं- अ, इ, उ, ऋ। इन्हें मूल स्वर भी कहते हैंदीर्घ स्वर - जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं। आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ दीर्घ स्वर के उदाहरण है।

दीर्घ स्वर कितने और कौन कौन से हैं?

दीर्घ स्वर: जीन स्वरों के बोलने में ह्रस्व स्वरों की अपेक्षा अधिक समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैंदीर्घ स्वरों की संख्या 7 है – आ, ई, ऊ, ए,ऐ,ओ,औ । इनके उच्चारण में एक मात्रा का दूना समय लगता है इसलिए इसे द्विमात्रिक स्वर भी कहते हैं

कौन कौन से दीर्घ स्वर हैं?

* जिन वर्णों पर अधिक जोर दिया जाता है, वे दीर्घ कहलाते हैं, और उनकी मात्रा २ होती है। आ, ई, ऊ, ॡ, ॠ ये दीर्घ स्वर हैं

लघु स्वर कितने होते हैं?

(1) ह्रस्व स्वरों की मात्रा 1 होती है जिसे लघु कहते हैं, जैसे - अ, इ, उ, ऋ की मात्रा 1 है। लघु को 1 या । या ल से व्यक्त किया जाता है। (2) दीर्घ स्वरों की मात्रा 2 होती है जिसे गुरु कहते हैं, जैसे-आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ की मात्रा 2 है।