तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है? - teen baar hanumaan chaaleesa padhane se kya hota hai?

 हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे 
आज के युवा की बड़ी समस्या है सरकारी नौकरी पाने की और जो भी युवा तैयारी कर रहे हैं उनके पास में अगर नौकरी नहीं है उनका धीरे-धीरे आत्मबल गिरने लगता है।
 इसके लिए ज्योतिष के जानकारों द्वारा जो उपाय बताए गए हैं उसका अगर सही तरीके से पालन किया जाए तो मनचाही नौकरी मिलने में काफी सफलता मिलने लगती है और यह प्रयोग केवल नौकरी के लिए नहीं इस प्रयोग को करने से व्यक्ति जो भी कार्य करता है उसमें सफलता मिलती है जो उपाय बताए गए हैं नौकरी पाने के उपाय जो ज्योतिष द्वारा कहा गया है कि जो स्टूडेंट तैयारी कर रहे हैं अपने पढ़ने के स्थान पर उड़ते हुए हनुमान जी की फोटो लगाएं और पढ़ाई करने से पहले हनुमान जी को मन ही मन में ध्यान करें और उसके बाद में अपनी तैयारी करें पढ़ाई करने में मन लगेगा और जो भी पढ़ाई करेंगे वह पूरी तरीके से याद होगा यही नहीं किसी एग्जाम की तैयारी करने से पहले हनुमान जी का ध्यान करते हुए 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करना है और किसी भी इंटरव्यू में जाने से पहले एग्जाम शुरू होने से पहले सात बार हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए फिर उसके बाद में अगर एग्जाम देने जाते हैं तो सफलता मिलने के चांस बहुत ज्यादा बढ़ जाते हैं।

7 बार हनुमान चालीसा पाठ के फायदे(7 bar hanuman chalisa padhne ke fayde)
ज्योतिषियों द्वारा बताया गया है कि हनुमान चालीसा का पाठ करने से जहां कॉन्फिडेंस होता है वही जो भी हम काम कर रहे हैं उसमें सफलता मिलने के पूरे के पूरे योग बनते हैं और 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से सफलता के योग बनते हैं ,मनचाही नौकरी के योग बनते हैं और इसको लगातार अपने प्रयोग में लाने से किसी विशेष कार्य को करने से पहले 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से कार्य सफल होता है एग्जाम और इंटरव्यू में जाने से पहले 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से इंटरव्यू में सफलता मिलते एग्जाम के परिणाम काफी अच्छे हैं।

किस समय करें हनुमान चालीसा का पाठ की मिले उत्तम फल 
हनुमान चालीसा का पाठ करने का सबसे उत्तम समय सुबह जब सूर्योदय के आसपास अगर हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो वह काफी अच्छा समय माना जाता है लेकिन जो समय बताया गया है  यह कहा गया है कि जितना जल्दी हो सके ब्रह्म मुहूर्त से लेकर सूर्योदय के समय तक हनुमान चालीसा का पाठ काफी अच्छा फल देता है वहीं शाम के समय जिस को गोधूलि बेला बेला जाता है उस समय अगर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है स्वस्थ मन से तो उसका भी काफी अच्छा लाभ मिलता है।

शनिवार को हनुमान चालीसा का पाठ 
शनिवार के दिन किसी भी हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ सात बार हनुमान जी की प्रतिमा के सामने उनको सिंदूर का लेप लगाकर और दाहिने पैर से सिंदूर का टीका अपने माथे पर लगाकर 7 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि मजबूत होता है और उस किसी भी सरकारी नौकरी के लिए या किसी भी प्रकार की नौकरी के लिए शनि का मजबूत होना जहां नौकरी में अच्छा फल देता है वह हनुमान जी की कृपा से जो भी कार्य होते हैं वह पूर्ण होते हैं।

हनुमान मंत्र
ॐ हं हनुमते नमः का पाठ एक माला इस मंत्र से करने से हनुमान जी की पूरी कृपा मिलती है और जो भी इच्छा होती वह पूरी होती है।
यह जो भी राय है वह विभिन्न जानकारों द्वारा बताए जाते हैं । कोई भी प्रयोग करने से पहले किसी योग्य ज्योतिष की सलाह अवश्य ले लेनी चाहिए । आपकीखबर के यह विचार नही है |

तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है? - teen baar hanumaan chaaleesa padhane se kya hota hai?

21 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे 
अगर किसी के जीवन में नौकरी व्यापार या संपत्ति की समस्या है तो रोज 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ करने से जो भी बाधाएं हैं वह दूर हो जाते हैं लेकिन जिस भी मनोकामना के लिए पाठ किया जा रहा है उसका संकल्प लेते हुए कितने दिन तक आपको पाठ करना है इस बात का संकल्प लें और जब आपकी मान्यता पूरी हो जाए उसके बाद हनुमान जी के मंदिर में जाकर प्रसाद जरूर चढ़ाएं और उनको अपना आभार प्रकट करें धन्यवाद दें इसके लिए कि आपकी कृपा से यह काम मेरा हो गया|

3 बार हनुमान चालीसा पढ़ने के फायदे 

अगर किसी के भी घर में कोई भी व्यक्ति काफी दिनों से बीमार चल रहा है उसका कई बार इलाज कराने के बाद भी अगर दवा नहीं असर कर रही है तो उस व्यक्ति से संकल्प करा कर और जो भी बीमारी है उसको जल्दी से जल्दी ठीक होने के लिए हनुमान जी से प्रार्थना करें और रोजाना तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें और उसके बाद हनुमान जी को समर्पित करते हुए जल्द से जल्द जो भी मरीज व्यक्ति है जो भी बीमार है वह जल्दी से जल्दी ठीक हो और कितने दिनों तक आपको पाठ करना है इस बात की निर्भरता इससे देखी जा सकती है कि उसकी बीमारी कितने दिनों से बीमार है इस लिए बीमारी के इलाज के लिए जब तक ठीक न हो जाये तब तक रोज पाठ करें । 

तीन बार हनुमान चालीसा पढ़ने से क्या होता है? - teen baar hanumaan chaaleesa padhane se kya hota hai?

हनुमान जी की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन अगर सही तरीके से हनुमान चालीसा का पाठ किया जाय तो भगवान का आशीर्वाद जल्द मिलता है। - फोटो : iStock

विस्तार

Hanuman Chalisa: हिंदू मान्यता के अनुसार भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करना बहुत ही लाभदायक होता है। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा,उपासना और हनुमान चालीसा का पाठ करने सभी संकटों से मुक्ति और बाधाएं दूर होती है। शास्त्रों में हनुमानजी को संकटमोचक कहा गया है और जल्द प्रसन्न होने वाले देवता हैं। हनुमान चालीसा का पाठ अगर सही विधि से किया जाय तो जल्द ही अच्छा और सुखद परिणाम मिलता है। आइए जानते हैं भगवान हनुमान को प्रसन्न करने के लिए कब-कब,कैसे और मंगलवार के दिन कितनी बार हनुमान चालीसा का पाठ करना लाभ देने वाला सिद्ध हो सकता है।

  - हनुमान जी की कृपा पाने के लिए मंगलवार के दिन अगर सही तरीके से हनुमान चालीसा का पाठ किया जाय तो भगवान का आशीर्वाद जल्द मिलता है। मंगलवार के दिन सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर हनुमान जी की प्रतिमा के सामने पूजा का संकल्प लेते हुए हनुमानजी को सिंदूर, फल और फूल अर्पित करना चाहिए।

- मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा अगर एक से तीन बार किया जाय तो जल्द ही हनुमंत कृपा प्राप्त होती है।

- मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ अगर आप-पास स्थित किसी हनुमान मंदिर में जाकर करें तो हनुमानजी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय इस बात का ध्यान रखें कि मन में पाठ करने के बजाय थोड़ी तेज आवाज में बोलकर करना चाहिए।

- हनुमान चालीसा का पाठ करने से पहले हनुमान जी की मूर्ति पर सिंदूर जरूर अर्पित करें। मान्यता है कि भगवान हनुमानजी को सिंदूर चढ़ाने पर जल्द प्रसन्न होते हैं।

- हनुमान चालीसा का पाठ  करते समय मन को शांत और एकाग्र चित रहते हुए करना ज्यादा लाभदायक होता है।

- हनुमान चालीसा का पाठ करते समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

- हनुमानजी की पूजा और चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है। पूजा से पहले भगवान गणेश और अपने कुल देवी या देवता का स्मरण जरूर करना चाहिए।

-  हनुमान चालीसा के पाठ करने के बाद प्रसाद अवश्य चढ़ाएं। प्रसाद में गुड,चना और बूंदी चढ़ाना चाहिए। साथ ही भगवान हनुमान को तुलसी दल बहुत ही प्रिय होती है,इसलिए पूजा में तुलसी के पत्ते जरूर चढ़ाएं।

हनुमान चालीसा Hanuman Chalisa

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
रामदूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महावीर विक्रम बजरंगी। कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन वरन विराज सुवेसा। कानन कुण्डल कुंचित केसा।।

हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै। काँधे मूँज जनेऊ साजै।
शंकर सुवन केसरीनंदन। तेज प्रताप महा जग वन्दन।।
विद्यावान गुणी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। राम लखन सीता मन बसिया।।

सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा। विकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये। श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।

सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीशा। नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते। कवि कोविद कहि सके कहाँ ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। राम मिलाय राज पद दीन्हा।।

तुम्हरो मंत्र विभीषन माना। लंकेश्वर भये सब जग जाना।।
जुग सहस्र योजन पर भानू। लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते। सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।

राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रक्षक काहू को डरना।।
आपन तेज सम्हारो आपै। तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै। महाबीर जब नाम सुनावै।।

नासै रोग हरै सब पीरा। जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै। मन क्रम वचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा। तिनके काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै। सोई अमित जीवन फल पावै।।

चारों युग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु-संत के तुम रखवारे। असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता। अस वर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा।।

तुम्हरे भजन राम को भावै। जनम-जनम के दुख बिसरावै।।
अन्त काल रघुबर पुर जाई। जहाँ जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई। हनुमत सेई सर्व सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा। जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।

जै जै जै हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई। छूटहिं बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा। होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा। कीजै नाथ हृदय महँ डेरा।।

दोहा :
पवनतनय संकट हरन,मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित,हृदय बसहु सुर भूप।।

1 दिन में हनुमान चालीसा कितनी बार पढ़ना चाहिए?

हनुमान चालीसा की प्रयोग विधि – हनुमान जी और श्रीराम के चित्र की स्थापना करें। इसके बाद उनके सामने जल से भरा लोटा रखें। इसके बाद कम से कम 3 बार से लेकर 108 बार तक चालीसा का पाठ करें।

हनुमान चालीसा कितनी बार पढ़ने से सिद्ध होता है?

इस प्रकार 108 बार पाठ करने पर 108 चने या रेवड़ियाँ समर्पित करनी चाहिए। 108 पाठ पूरे होने के बाद साधक पुनः "हं" बीज मंत्र का थोड़ी देर उच्चारण करे तथा जाप को हनुमानजी के चरणों में समर्पित कर दे। यह साधना 21 दिनों की है। साधक या तो लगातार 21 दिनों तक प्रतिदिन यह साधना करे या हर मंगलवार को कुल 21 मंगलवार तक यह साधना करे।

हनुमान जी खुश होने पर क्या संकेत देते हैं?

इन 10 बातों या संकेतों से जानिए कि हनुमानजी प्रसन्न हैं आप पर.
यदि आपके हाथों में मंगल रेखा स्पष्ट नजर आ रही है तो निश्‍चित ही हनुमानजी की आप पर कृपा है। ... .
यदि कुंडली में मंगल मेष, वृश्चिक या मकर राशि में है या सूर्य-बुध एक ही जगह पर बैठे हैं या दसवें भाव में मंगल है तो माना जाता है कि यह मंगल नेक है।.

हनुमान चालीसा रोज पढ़ने से क्या होगा?

हनुमानजी को प्रसन्न करने का सबसे सरल उपाय हनुमान चालीसा का पाठ करना है। जो व्यक्ति रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना है, उसकी इच्छा शक्ति भी बहुत मजबूत होती है। अगर रोज हनुमान चालीसा का पाठ करना संभव हो तो सिर्फ मंगलवार को ही कर सकते हैं