तुलसी को जल कब चढ़ाया जाता है? - tulasee ko jal kab chadhaaya jaata hai?

Vastu Tips हिंदू धर्म में तुलसी का काफी महत्व है। दैवीय शक्तियों से भरपूर तुलसी के पौधे की पूजा करने से व्यक्ति को हर कष्ट से छुटकारा मिल जाता है। वहीं वास्तु शास्त्र में तुलसी को जल अर्पित करते समय कौन सी गलतियां नहीं करना चाहिए। जानिए इनके बारे में

नई दिल्ली, Tulsi: वेद-शास्त्रों के अनुसार तुलसी में भगवान का वास होता है। इसी कारण इसे हर घर में लगाया जाता है, जिससे घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहें। तुलसी के पौधे की नियमित रूप से पूजा करने का विधान है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, रोजाना सूर्योदय से पहले जल चढ़ाने और शाम के समय तुलसी के नीचे घी का दीपक जलाने से हर कष्ट दूर हो जाता है। इसके साथ ही घर का वातावरण सकारात्मक रहता है और घर में रहने वाले हर सदस्य की दिन दोगुनी रात चौगुनी तरक्की होती है। वहीं, वास्तु शास्त्र में तुलसी को जल अर्पित करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसके बारे में कुछ नियम बताए गए हैं। माना जाता है कि अगर मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा पाना चाहते हैं, तो इन गलतियों को करने से बचना चाहिए।

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तुलसी में जल चढ़ाते समय ध्यान रखें ये बातें

एकादशी के दिन न चढ़ाएं तुलसी में जल

शास्त्रों के अनुसार, एकादशी के दिन तुलसी के पौधे को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि इस दिन मां तुलसी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती है। ऐसे में जल अर्पित करने से उनका व्रत टूट जाता है। जिसके कारण वह रुष्ट हो जाती है और व्यक्ति को कई आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा एकादशी के दिन तुलसी की पत्तियां भी नहीं तोड़नी चाहिए।

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समय का रखें ध्यान

शास्त्रों के अनुसार, तुलसी माता को जल हमेशा सूर्योदय से पहले करना चाहिए। आप चाहे तो सूर्योदय के समय भी कर सकते हैं। माना जाता है कि इस समय जल अर्पित करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है।

ऐसे कपड़े न पहनें

वास्तु शास्त्र के अनुसार, तुलसी माता को जल चढ़ाते समय ऐसे कपड़े बिल्कुल भी नहीं पहनने चाहिए, जिसमें सिलाई की गई हो। क्योंकि ऐसे वस्त्र पहनने से पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है।

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न चढ़ाएं अधिक जल

वास्तु शास्त्र के अनुसार, माता तुलसी को अधिक जल नहीं चढ़ाना चाहिए। क्योंकि अधिक मात्रा में जल चढ़ाने से तुलसी की जड़ सड़ जाती है। जिसके कारण वह जल्द सूख जाती है। ऐसे में व्यक्ति को कई संकटों का सामना करना पड़ सकता है।

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Edited By: Shivani Singh

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तुलसी में जल देते समय भूलकर भी ना करें ये काम, नहीं मिलेगा लाभ

तुलसी को जल कब चढ़ाया जाता है? - tulasee ko jal kab chadhaaya jaata hai?

तुलसी में नियमित जल अर्पित करना चाहिए. Image-Shutterstock

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी (Tulsi) में जल अर्पित करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है, लेकिन तुलसी के पौ ...अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : June 23, 2022, 11:15 IST

Tulsi Me Jal Chadhane Ke Niyam : हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है. हिंदू धर्म के अधिकतर लोगों के घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाया जाता है. धार्मिक शास्त्रों में भी तुलसी के पौधे को अन्य वनस्पतियों से ज्यादा शुभ और मंगलकारी माना गया है. भगवान विष्णु को तुलसी अतिप्रिय है. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषाचार्य पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा कहते हैं कि मान्यता के अनुसार यदि आपके घर में तुलसी का पौधा लगा हुआ है तो रोज सुबह स्नान करके बाद तुलसी में जल अवश्य देना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि इससे जीवन में आने वाली परेशानियां और दुर्भाग्य दूर होता है.

-एकादशी के दिन न दें तुलसी में जल
धार्मिक मान्यता है कि एकादशी के दिन तुलसी के पौधे में जल नहीं दिया जाना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि एकादशी वाले दिन तुलसी में जल देने से माता लक्ष्मी रुष्ठ होती हैं. इससे व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की आर्थिक परेशानियां आ सकती हैं. इसके अलावा यह भी मान्यता है कि इस दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं, इसलिए एकादशी के दिन तुलसी में जल देने से बचना चाहिए.

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-बिना सिलाई के वस्त्र
पुराणों में बताए विवरण के अनुसार तुलसी के पौधे में जल देते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपने बिना सिलाई का एक वस्त्र पहना हुआ है. सिले हुए कपड़े पहनकर तुलसी में जल देने से लाभ प्राप्त नहीं होता.

-सूर्योदय में करें जल अर्पण
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी में जल देने का सबसे उपयुक्त समय सुबह सूर्योदय काल का है. ऐसा माना जाता है कि सूर्योदय के समय तुलसी में जल देने से विशेष लाभ की प्राप्ति होती है और आर्थिक संकटों से छुटकारा मिलता है.

-अधिक मात्रा में ना दें जल
तुलसी के पौधे में अधिक मात्रा में जल नहीं चढ़ाया जाना चाहिए. ऐसा करने से तुलसी के पौधे की जड़ें सड़ जाती हैं. जिससे तुलसी का पौधा सूख सकता है और ऐसा माना जाता है कि घर में लगा तुलसी का पौधा सूख जाना अच्छा नहीं होता.

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-दक्षिण दिशा में न रखें तुलसी
वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखना चाहिए. ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ जाता है. इसके साथ ही इस दिशा में तुलसी रखने से बुरा प्रभाव भी पड़ता है.

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Tags: Dharma Aastha, Religion

FIRST PUBLISHED : June 23, 2022, 12:15 IST

तुलसी को पानी कब देना चाहिए?

Tulsi: तुलसी को अन्य वनस्पतियों में शुभ और मंगलकारी माना जाता है. इसलिए अधिकांश लोग रोज सुबह इसमें जल देते हैं. धार्मिक मान्यता है कि रोज सुबह स्नान के बाद तुलसी में जल (Water in Tulsi) अर्पित करने से जीवन के दुर्भाग्य दूर होते हैं. साथ ही भगवान विष्णु (Lord Vishnu) और मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) की कृपा बनी रहती है.

तुलसी जी को जल चढ़ाते समय क्या बोलना चाहिए?

तुलसी में जल देते समय विशेष मंत्र का उच्चारण किया जाता है. मान्यता है कि तुलसी में जल देते समय इस मंत्र को बोलने से सुख-समृद्धि बढ़ती है. इसके अलावा इस मंत्र के उच्चारण से रोग-शोक मिट जाते हैं. मंत्र है- 'महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते.

तुलसी की पूजा कब नहीं करना चाहिए?

ऐसे माना जाता है कि रविवार के दिन तुलसी भगवान विष्णु के लिए उपवास रखती हैं. इस दिन तुलसी में पानी देने से उनका व्रत टूट जाता है. ऐसा करने से घर में नकारात्मकता फैलती है. जीवन से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है और देवी लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं.

प्रतिदिन तुलसी पूजा कैसे करें?

तुलसी पूजन विधि- प्रतिदिन प्रातः जल्दी उठकर स्नानादि करने के पश्चात पूजाघर में पूजन के साथ तुलसी का भी पूजन करना चाहिए। तुलसी के नीचे हमेशा गाय के शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करना चाहिए, इसी के साथ नियमित रुप से संध्या के समय भी तुलसी में दीपक जरूर जलाना चाहिए।