Tag: तलपट बनाने की विधितलपट को तैयार करना – लेखांकनतलपट को तैयार करना समस्त वित्तीय लेनदेनों का उनकी सहायक पुस्तकों में लेखा करने के पश्चात् खाता बही में खतौनी करते हैं। खाताबही के खातों का शेष निकाला जाता है। खाताबही के शेषों को तलपट के स्तम्भ (नाम या जमा) में हस्तांतरित किया जाता है और यह जांच की जाती है कि नाम पक्ष जमा पक्ष के समान है। लेखांकन चक्र में अगला चरण तलपट तैयार करना है। तल एक खाता नहीं है। यह केवल […] Show
तलपट की अशुद्धियाँ खोजने का तरीका – लेखांकनतलपट की अशुद्धियाँ खोजने का तरीका यदि कोई एक अशुद्धि बहियों में आ जाती है तो यह वित्तीय विवरणों द्वारा व्यापार के परिचालनों के परिणाम की शुद्धता को प्रभावित करती है। इसलिए अशुद्धियों को सुधारने के लिए उन्हें अवश्य खोजा जाता है। यद्यपि अशुद्धि खोजने का कार्य आसान नहीं है। अशुद्धियों को खोजना आसान हो जाएगा यदि निम्नलिखित कदम (उपाय) तरीके से उठाए जाएँ। तलपट के योग की जाँच की जाए। तलपट में लाए गए खाताबही […] तलपट द्वारा प्रकट होने वाली अशुद्धियाँ – लेखांकनतलपट द्वारा प्रकट होने वाली अशुद्धियाँ यदि तलपट नहीं मिलता तो यह माना जाता है कि कुछ अशुद्धियाँ रह गई हैं, जिससे तलपट के मिलान पर प्रभाव पड़ा है। लेखापाल उन अशुद्धियों को ज्ञात करने का प्रयास करेगा। उसी समय ऐसी अशुद्धियों का सुधार होगा। तलपट द्वारा प्रकट होने वाली अशुद्धियों का वर्णन नीचे किया गया है। गलत योग करना : यदि रोकड़ बही या किसी अन्य सहायक बही का योग गलत लिखा जाए तो […] तलपट द्वारा प्रकट न होने वाली अशुद्धियाँ – लेखांकनतलपट द्वारा प्रकट न होने वाली अशुद्धियाँ तलपट का मिलान खातों के सही होने का प्रमाण नहीं होता है। कुछ ऐसी अशुद्धियाँ भी हो सकती हैं, जो कि खातों मे आ जाती हैं। लेकिन तलपट के मिलान पर पूर्ण रूप से कोई प्रभाव नहीं डालतीं। ऐसी अशुद्धियाँ नीचे वर्णित की गई हैं। छूट जाने वाली अशुद्धियाँ : यदि किसी लेनदेन को लेखे की पुस्तकों में लिखना भूल गए तो ऐसी भूल का प्रभाव तलपट पर […] तलपट बनाने के उद्देश्य – लेखांकनतलपट बनाने के उद्देश्य गणितीय शुद्धता की जाँच : लेखाकार अथवा उसके सहायक द्वारा की गई गणितीय अशुद्धियों को हम तलपट की सहायता से पहचान सकते हैं, क्योंकि ऐसी स्थिति में तलपट नहीं मिलेगा। ऐसी स्थिति में, यह माना जाएगा कि कुछ अशुद्धियाँ हो गई हैं। उन अशुद्धियों को पहचानने के बाद उनका शोधन किया जाता है। उपक्रम के अंतिम खातों को बनाना : वित्तीय विवरण तैयार करने के लिए तलपट आधार बन जाता है। […] तलपट का अर्थ – लेखांकनतलपट का अर्थ व्यवसाय में प्रतिदिन अनेक लेनदेन होते हैं। ये सर्वप्रथम प्रारंभिक प्रविष्टि की पुस्तकों अर्थात् रोजनामचा अथवा उसके किसी उप-विभाजन में लेखित किए जाते हैं। फिर खाता बही के संबंधित खातों में इनकी खतौनी की जाती है। खाता बही के प्रत्येक खाते का शेष नियमित अंतराल पर ज्ञात किया जाता है ताकि उनमें खताए गए विभिन्न लेनदेनों के शुद्ध प्रभाव का पता लगाया जा सके। इस प्रक्रिया में कुछ खाते बन्द हो सकते […] दोस्तों, ईस पोस्ट मे हम देखेंगे कि Trial Balance क्या है। और यह कैसे तैयार किया जाता है। Trial Balance जिसे हम हिन्दी मे तलपट या तुलापत्र भी कहते हैं। वैसे तो Trial Balance व्यापारी द्वारा अपनी जरुरत के हिसाब से बनाया जाता है | परन्तु ज्यादातर यह वित्तीय वर्ष के अंत में बनाया जाता है | सबसे पहले हम समझते है , की Trial Balance क्या है | तलपट क्या है | (What is Trial Balance) जैसा की हम सभी जानते है, की लेखांकन (Accounting) का कार्य रोजनामचा (Journal) से प्रारम्भ किया जाता है| व्यवसाय में होने वाले प्रतिदिन लेन – देन की प्रविष्टि रोजनामचा (Journal) में की जाती है | फिर रोजनामचा (Journal) में आने वाले प्रत्येक पक्ष के लिए एक अलग – अलग खाता बनाया जाता है | जिसे हम खाताबही (Ledger) कहते है | इन खाताबही (Ledger) की शुद्धता की जांच करने के लिए व्यवसायी द्वारा एक लेखा तैयार की जाता है | जिसे हम Trial Balance (तलपट) कहते है। यदि Trial Balance (तलपट) के Debit और Credit पक्ष का योग समान होता है। तो व्यवसायी द्वारा य़ह मान लिया जाता है, कि रोजनामचा (Journal) से खाताबही (Ledger) में की गयी खतौनी (Posting) ठीक ठाक है। यदि आप सभी नहीं जानते कि रोजनामचा (Journal) से खाताबही (Ledger) में खतौनी (Posting) कैसे करते हैं। तो ये पोस्ट आप के लिए पढ़ना बहुत जरूरी है। ये जरूर पढ़े :- रोजनामचा (journal) से खाता-बही (Ledger) में खतौनी (Posting) कैसे करे। साधारण भाषा में हम Trial Balance को समझते है। Trial का अर्थ है | जाँच तलपट कब बनाया जाता है। सामान्यतः Trial Balance (तलपट) वित्तीय वर्ष के अंत में बनाया जाता है | परन्तु कभी-कभी व्यवसायी के द्वारा खाताबही (Ledger) में खोले गए खातों के शेष की जांच करने के लिए यह वित्तीय वर्ष में कभी भी बनाया जा सकता है। तलपट से व्यवसायी को होने वाले लाभ। अब हम देखते हैं, की व्यवसायी के द्वारा तलपट क्यों बनाया जाता है। तथा किसी व्यवसायी को तलपट बनाने से क्या लाभ होते हैं। 1. तलपट तैयार करने से किसी व्यवसायी को य़ह आसानी से ज्ञात हो जाता है, कि उसके द्वारा journal से Ledger मे कि गयी Posting सही है या नहीं। 2. तलपट अंतिम खाते का आधार होता है। अर्थात् तलपट बनाने से व्यवसायी को अन्य खाते जैसे Treading A/c, Profit & Loss A/c और Balance sheet बनाने में सहायता होती है। 3. तलपट के माध्यम से एक व्यवसायी व्यवसाय में होने वाले आय और व्यय को आसानी से ज्ञात कर सकता है।
यदि आप तलपट की तरह ही खाताबही (Ledger) का प्रारूप देखना चाहते हैं। तो ये पोस्ट जरूर देखे। सामान्यतः तलपट मे चार खाने होते हैं। 1. विवरण (Particular) :- तलपट मे सबसे पहला खाना विवरण का होता है। जब हम रोजनामचा (Journal) से प्रत्येक पक्ष के लिए अलग-अलग खाता (Ledger) खोलते हैं। तो इस प्रत्येक पक्ष के खाते का नाम विवरण मे लिखा जाता है। 2. खाता पृष्ठ संख्या (L.F. No.) :- तलपट का दूसरा खाना खाता संख्या यानि Ledger folio number का होता है। इस खाने मे वो खाता पृष्ठ संख्या लिखी जाती है। जिस पृष्ठ से खाता लिया होता है। 3. नामे राशि (Debit amount) :- तलपट का तीसरा खाना नामे राशि (Debit amount) का होता है। यदि किसी पक्ष के खाते (Ledger) का शेष नामे (Debit) है। तो उस शेष को तलपट मे नामे राशि (Debit amount) वाले खाने मे लिखा जायगा। 4. जमा राशि (Credit amount) :- तलपट का चतुर्थ खाना जमा राशि (Credit amount) का होता है। यदि किसी पक्ष के खाते (Ledger) का शेष जमा (Credit) है। तो उस शेष को तलपट मे जमा राशि (Credit amount) वाले खाने मे लिखा जायगा। तलपट कैसे बनाया जाता है | तलपट में Debit पक्ष में कौन सी मदे आयगी और Credit पक्ष में कौन सी मदे आयगी इसे हम एक प्रारूप से समझते है |
दोस्तों इस पोस्ट में मैने आप को बताया की तलपट क्या है | और यह कैसे तैयार किया जाता है | साथ ही साथ हमने तलपट का प्रारूप भी देखा | तो आप सभी को ये पोस्ट कैसा लगा कृपया आप सभी comment Box में जरूर बताये | और मुझे Follw जरूर करे | ताकि में आप की मदद कर सकू | इसे भी पढ़े :- Accounting क्या है इसे भी पढ़े :- Accounted कैसे बने। नमस्कार दोस्तों मेरा नाम विकास जरीवाला है। और Accounting सीखें हिंदी में ब्लॉग में आप का स्वागत है। दोस्तों आप को इस ब्लॉग पर Accounting, Tally Prime, Tally Erp 9, Commerce Stream आदि से सम्बंधित विषयो की जानकारी हिन्दी भाषा में मिलेगी। दोस्तों मेरा लक्ष्य इस ब्लॉग के माध्यम से आप सभी को कम शब्दों में ज्यादा ज्ञान उपलब्ध करना है। और इसके लिए में हमेशा नई – नई जानकारी अपडेट करता रहता हु। इसलिए आप मेरे ब्लॉग से हमेशा जुड़े रहे। तथा सोशल आइकॉन की मदद से ब्लॉग को शेयर जरूर करे। तलपट बनाने की कितनी विधियां होती है?तलपट बनाने के लिए तीन विधियों का प्रयोग किया जाता है... योग विधि के अंतर्गत खाताबही के प्रत्येक पक्ष का योग अलग-अलग से किया जाता है, और उन्हें तलपट से संबंधित स्तंभों में सूचीबद्ध कर लिया जाता है। शेष विधि सर्वाधिक व्यवहार में लाई जाने वाली विधि है।
तलपट क्या है तलपट बनाने के तरीकों का वर्णन करें?तलपट एक बैलेंस शीट लेखांकन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण विवरण है जो सभी खातों की अंतिम स्थिति की रूपरेखा तैयार करता है और अंतिम रिपोर्ट तैयार करने में सहायता करता है। इससे वित्तीय विवरण तैयार करना आसान हो जाता है क्योंकि लेखाकार बिना जाँच के प्रत्येक चेक से सीधे खाते की शेष राशि एकत्र कर सकते हैं।
तलपट बनाने की क्या आवश्यकता है?तलपट बनाने का प्रमुख उद्देश्य खाता-बही में खोले गये खातों की शुद्धता विशेषकर अंकगणित शुद्धता की जानकारी प्राप्त करना है। तलपट के बनाने से सहायक बहियों के योग में अशुद्धियों, खाताबही में खतौनी से संबंधित अशुद्धियों तथा खातों के शेष की गणना में हुई अशुद्धियों को ज्ञात करने में सहायक मिलती है।
तलपट की सहायता से कौन सा विवरण बनाया जाता है?तलपट, विभिन्न पुस्तकों जैसे रोजनामचा तथा खाता बही, में वित्तीय लेनदेनों के अभिलेखन की गणितीय शुद्धता हेतु एक जाँच उपलब्ध कराता है। अतः हम कह सकते हैं कि वित्तीय लेनदेनों की गणितीय शुद्धता की जांच के लिए बनाए गए विवरण को तलपट कहते हैं।
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