दोस्तो हम इस लेंख मे जानेगे की सरस्वती का पर्यायवची शब्द saraswati ka paryayvachi shabd या सरस्वती का समानार्थी शब्द saraswati ka samanarthi shabd क्या होते है साथी जानेगे की सरस्वती कोन थी और इसके बारे में रोचक तथ्य और भी बहुत कुछ तो इस लेख को ध्यान से पढते है । Show
सरस्वती का पर्यायवची शब्द या सरस्वती का समानार्थी शब्द { saraswati ka paryayvachi shabd ya saraswati ka samanarthi shabd}
सरस्वती कोन है who is saraswati –सरस्वती को हिंदू धर्म की एक प्रमुख देवी माना जाना जाता है जिसे वीणा की देवी भी कहा जाता है क्योकी इनके हाथों मे वीणा हमेशा ही देखने को मिल जाती है । इसके अलावा सरस्वती को साहित्य, संगीत, कला की देवी भी कहा जाता है और इनकी पूजा की जाती है । सरस्वतीका हिंदीमें अर्थ Meaning of Saraswati in hindi
सरस्वतीकापर्यायवाची शब्दकावाक्यमेंप्रयोग
सरस्वती के बारे मे रोचक तथ्य
गणेश का पर्यायवाची शब्द क्या है विष्णु का पर्यायवाची शब्द क्या होगा vishnu ka paryayvachi shabd kya hoga ब्रह्मा का पर्यायवाची शब्द क्या होते है बताए कुबेर का पर्यायवाची शब्द लिखिएं यमराज का पर्यायवाची शब्द और रोचक तथ्य
सरस्वतीकाजन्मकैसेहुआ थादेवी सरस्वती के बारे मे अनेक ग्रंथो मे अनेक बाते पता चलती है । किसी ग्रंथ मे कहा गया है की सरस्वती मां भगवान ब्रह्मा की पत्नी है तो कोई ग्रंथ कहता की वह उकनी पुत्र है साथ ही यह भी सुनने को आता है की विष्णु की पत्नी भी सरस्वती है । इन सब बातो के चलते कुल तीन सरस्वती मानी जाती है । जिनमें से ब्रह्मा के द्वारा उत्पन्न हुई सरस्वती के बारे मे बहुत कुछ जानकारी पुराणो मे मिल जाती है । ब्रह्मा ने किया मां सरस्वती का जन्मपुराणो मे पढने को मिलता है की जब ब्रहमाजी को भगवान विष्णु ने अपनी नाभी से प्रकट किया और उन्हे सृष्टि निर्माण की आज्ञा दे दी । तो ब्रहमाजी सृष्टि निर्माण की आज्ञा का पालन करते हुए सृष्टि निर्माण करने लगे थे । पुराणो और ग्रंथा मे बताया जाता है की जब ब्रहमाजी ने पहला जीव बनाया तो वह एक मनुष्य का जीवन था । इसके बाद में धीरे धीरे अन्य जीव बनाए गए थे । इस तरह से सृष्टि में जीवन की शुरूआत हो गई । मगर अभी भी इन सभी में एक कमी रह गई थी । सभी बोल नही पा रहे थे सभी अपने आप में उदासी महसुस कर रहे थे । यह देख कर ब्रहमाजी को लगा की उनकी सृष्टि निर्माण में भी अभी बहुत कमी रह गई है । इस तरह से सोचा तो ब्रहमजी को ख्याल आया की वह एक ऐसा और जीवन बनाएगा जिसके कारण से सारी की सारी सृष्टि खिल उठेगी । ऐसा सोच कर ब्रहमजी ने तुरन्त ही कमंडल से जल लेकर पृथ्वी पर छिडक दिया और भगवान विष्णु की ध्यान किया । जीसके कारण से इससे एक महिला की उत्पत्ति हुई । इसके हाथो में सबसे पहले ब्रहमाजी को वीणा नजर आई फिर इन्हे इसके बाकी के हाथ दिखाई दिए और उनमें पुस्तक व माला नजर आई । यह एक बहुत ही सुन्दर देवी थी जिसे आज सरस्वती कें नाम से जाना जाता है । जब ब्रहमाजी ने यह सब देखा तो उन्हे वीणा सुनने की इच्छा हुई । जब इस बारे मे सरस्वती को कहा तो उन्होने वीणा बजानी शुरू कर दी । इस वीणा की आवाज इतनी मधुर थी की सुनने मात्र पूरी की पूरी पृथ्वी में चहल पहल हो गई और सभी जीव जन्तुओं मे आवाज आ गई । यह देख कर ब्रहमाजी बडे खुश हुए क्योकी उन्होने इसी के लिए तो सरस्वती का जन्म किया था जो अब पूरा हो गया था । इस तरह से ब्रहमा जी ने ही माता सरस्वती का जन्म किया था । जीस दिन मांता सरस्वती का जन्म हुआ वह दिन वसंत पंचमी का होने के कारण से ही माता की पूजा वसंत पंचमी के दिन बडी जोरो सोरो से होती है । ब्रह्मा की पत्नी सरस्वती का जन्मइस कथा के बारे मे मत्स्य पुराण में पढने को मिलता है । इसमें बताया गया है की ब्रह्मा जब विष्णु की आज्ञा से सृष्टि निर्माण करना शुरू किया तो सबसे पहले उन्होने एक महिला को जन्म दिया । यह महिला और कोई नही बल्की स्वयं सरस्वती थी । क्योकी यह ब्रहमा से उत्पन्न हुई थी जिसके कारण से यह उन्हे अपने पिता मानती थी । मगर ब्रहमा सृष्टि निर्माण करना चाह रहे थे जिसके कारण से उन्होने ही इससे विवाह कर लिया और फिर सृष्टि निर्माण के लिए सबसे पहले एक बालक को जन्म दिया । यह बालक विष्णु और ब्रहमा दोनो के गुणो से मिलकर बना था क्योकी ब्रहमा में विष्णु की शक्तिया थी । जिसके कारण से इन्हे सरस्वती ने ही शंभु नाम दिया । यह बालक या शंभु पहले पृथ्वी पर रहने वाले मनुष्य बने थे । इस तरह से ब्रहमा ने जीसकी उत्पत्ति की उसी को अपनी पत्नी बना लिया गया जिसके कारण से ही ब्रहमा के बारे मे कहा जाता है की सरस्वती उनकी पत्नी है । सरस्वती को वीणा की देवी क्यो कहते हैजब ब्रह्मा ने सरस्वती का जन्म किया तब उनके हाथों मे एक वीणा थी । जो देखने में बहुत ही सुंदर थी। इस वीणा को देख कर ब्रहमा ने सरस्वती को वीणा बजाने के लिए कहा । ब्रहमा की आज्ञा का पालन करते हुए सरस्वती ने इस वीणा को बजाया । जिसके कारण से ब्रहमा तो खुश हुए थे ही मगर साथ में पूरी की पूरी सृष्टि खुश हो गई । सरस्वती की वीणा में इतनी शक्ति थी की हर जीव जन्तु में वाणी आ गई वे सभी बोलने लग गए थे । जिसके कारण से पूरी सृष्टि में चहल पहल मच गई । जब ब्रहमा ने यह देखा तो सरस्वती को वरदान देते हुए कहा की आज से तुम्हे सृष्टि में वीणा की देवी के नाम से जाना जाएगा । उसी दिन कें बाद मे सरस्वती को वीणा की देवी कहा जाने लगा । सरस्वती को विद्या की देवी क्यो कहा जाता हैअनेक ग्रंथो में बताया गया है की जब सरस्वती का जन्म हुआ तो वह दिन वसंत पंचमी का था साथ ही बताया जाता है की सरस्वती के जन्म के समय से ही उनके हाथों मे वीणा और पुस्तक व माला थी । क्योकी जब किसी के पास किसी प्रकार का ज्ञान नही था मगर उनके हाथों मे जो पुस्तक थी वह ज्ञान देने का काम करने लगी तो इसे विद्या के देवी के नाम से जाना जाने लगा । और धिरे धिरे इनकी पूजा होने लगी थी । वर्तमान में सरस्वती की पूजा विद्या ग्रहण करने के लिए बहुत अधिक होती है । साथ ही इनके जन्म दिन के समय यानि वसंत पंचमी के दिन अगर किसी छोटे बच्चे को पहली बार कुछ शब्द लिखाए जाते है तो माना जाता है की सरस्वती उस पर अपनी कृपा कर कर उसे विद्या देती है । यही कारण है की इसे विद्या की देवी के नाम से जाना जाता है । मंद बुद्धि के लोग सरस्वती की पूजा करने से होते है विद्धवानइस बारे में कुछ जगहो पर पढने को मिला है की जीस जीस ने सरस्वती की पूजा की है उसे ज्ञान हासिल हुआ है । और वह मंद बुद्धि का होने के बाद भी विद्धवान जैसे कार्य करने लगे थे । जिस तरह से महाकवि कालिदास, वरदराजाचार्य, वोपदेव आदि के बारे मे बताया जाता है की यह सभीमंद बुद्धि के लोग थे । मगर इन्होने माता सरस्वती की पूजा की थी जिसके बाद में ये इतने विद्धवान बन गए थे । यह बात कितनी सच है यह तो पता नही मगर ऐसा माना जाता है की जो भी इनकी पूजा करता है वह सच में विद्धवान बनता है । और यही कारण है की वसंत पंचमी के दिन आज सरस्वती की पूजा होती आ रही है । best hindi paryayvachi shabd यमराज का पर्यायवाची शब्द और रोचक तथ्य इन्द्र का पर्यायवाची शब्द indra ka paryayvachi shabd असुर का पर्यायवाची शब्द क्या देवता का पर्यायवाची शब्द बताएं ईश्वर का पर्यायवाची 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मां सरस्वती के कितने नाम है?शास्त्रों में मां सरस्वती के 12 नाम बताए गए हैं।
सरस्वती का पर्यायवाची क्या होगा संस्कृत में?गिरा, शारदा, भारती, वीणापाणि, विमला, वागीश, वागेश्वरी।
लक्ष्मी का पर्यायवाची शब्द क्या होता है?लक्ष्मी का मुख्य पर्यायवाची शब्द हिंदी – हरिप्रिया, श्री, इंदिरा, कमला, पद्मा, रमा आदि है.
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