समाि में ररश्तों की क्या अहमियत है इस विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए? - samaai mein rarashton kee kya ahamiyat hai is vishay par apane vichaar prakat keejie?

विषयसूची

  • 1 मनुष्य के लिए रिश्तों का क्या महत्व है?
  • 2 हरिहर काका पाठ के आधार पर बताइये कि हमारे समाज में रिश्तों का क्या महत्व है?
  • 3 समाज में रिश्तों की क्या अहमियत होती है इस विषय को हरिहर काका कहानी के आधार पर स्पष्ट करें?
  • 4 रिश्ता क्या है शायरी?
  • 5 कितना अजीब है ना कुछ रिश्तों के नाम नही होते और कुछ रिश्ते सिर्फ नाम के ही होते है?
  • 6 हरिहर काका पाठ के आधार पर बताइए कि हमारे समाज में रिश्तों का क्या महत्व है?

मनुष्य के लिए रिश्तों का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य जीवन रिश्तों से जुड़ा हुआ है। रिश्तों के कारण ही मनुष्य जीवन में आगे बढ़ने की, सफलता पाने की, शिक्षित होने की, कार्य करने की इच्छा रखता है। यदि रिश्ते मधुर हों तो जीवन सुखमय व खुशहाल बन जाता है, किंतु रिश्तों में खटास आते ही व्यक्ति भी टूट जाता है।

रिश्तों के मूल्य हमें कौन समझाते है?

इसे सुनेंरोकेंरिश्तों में अपनापन – रिश्ता वही जिसमें एक दूसरे के प्रति अपनत्व हो क्योंकि हर कोई चाहता है कि उसके सामने वाला व्यक्ति उसकी हर खुशी हर गम को बिना बताए ही जान ले और यह तभी संभव है जब हमारे दिलों में एक दूसरे के प्रति अपनापन होगा क्योंकि एक दूसरे की खुशी -गम -दुःख जानने के लिए एक दूसरे को अपनाना पड़ता है क्योंकि रिश्ते …

हरिहर काका पाठ के आधार पर बताइये कि हमारे समाज में रिश्तों का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंहरिहर काका को न तो अपनों से प्यार मिला और न हमदर्दी। आज समाज में मानवीय मूल्य तथा पारिवारिक मूल्य धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहे हैं| ज्यादातर व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए रिश्ते निभाते हैं, अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से मिलते हैं| आज के रिश्ते केवल दिखावे के लिए हैं, तथा अंदर से खोखले हैं।

समाज में रिश्तो की क्या अहमियत है हरिहर काका पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंअमीर रिश्तेदारों का सम्मान करते हैं, उनसे मिलने को आतुर रहते हैं जबकि गरीब रिश्तेदारों से कतराते हैं। केवल स्वार्थ सिद्धि की अहमियत रह गई है। आए दिन हम अखबारों में समाचार पढ़ते हैं कि ज़मीन जाय़दाद, पैसे जेवर के लिए लोग हत्या व अपहरण जैसे नीच कार्य कर जाते हैं।

समाज में रिश्तों की क्या अहमियत होती है इस विषय को हरिहर काका कहानी के आधार पर स्पष्ट करें?

इसे सुनेंरोकेंअमीर रिश्तेदारों का सम्मान करते हैं, उनसे मिलने को आतुर रहते हैं जबकि गरीब रिश्तेदारों से कतराते हैं। केवल स्वार्थ सिद्धि की अहमियत रह गई है। आए दिन हम अखबारों में समाचार पढ़ते हैं कि ज़मीन जाय़दाद, पैसे जेवर के लिए लोग हत्या व अपहरण जैसे नीच कार्य कर जाते हैं। अनपढ़ होते हुए भी हरिहर काका दुनिया की बेहतर समझ रखते हैं।

माि िें ररश्तों की क्या अहमियत िै इस विषय पर अपने विचार प्रकट कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंआज समाज में मानवीय मूल्य तथा पारिवारिक मूल्य धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहे हैं। ज़्यादातर व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए रिश्ते निभाते हैं, अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से मिलते हैं। अमीर रिश्तेदारों का सम्मान करते हैं, उनसे मिलने को आतुर रहते हैं जबकि गरीब रिश्तेदारों से कतराते हैं। केवल स्वार्थ सिद्धि की अहमियत रह गई है।

रिश्ता क्या है शायरी?

इसे सुनेंरोकेंरिश्तों कि ही दुनिया में अक्सर ऐसा होता हैं। दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता हैं। झुकना परे तो झुक जाना अपनो के लिए। क्योंकि हर रिश्ता एक नाजुक समझोता होता हैं।

मानव जीवन में रिश्तो का क्या महत्व होता है हरिहर काका पाठ में किसने यह रिश्ते निभाए?

इसे सुनेंरोकेंकथावाचक और हरिहर के बीच मधुर, आत्मीय और गहरे संबंध है। कथावाचक जब छोटा था तब से ही हरिहर काका उसे बहुत प्यार करते थे। जब वह बड़े हो गए तो वह हरिहर काका के मित्र बन गए। गाँव में इतनी गहरी दोस्ती और किसी से नहीं हुई।

कितना अजीब है ना कुछ रिश्तों के नाम नही होते और कुछ रिश्ते सिर्फ नाम के ही होते है?

इसे सुनेंरोकेंअच्छे रिश्तों को वादे और शर्तों की जरुरत नहीं होती, बस दो खूबसूरत लोग चाहिए, एक निभा सके और दूसरा उसे समझ सके। कोई भी रिश्ता ना होने पर भी जो रिश्ता निभाता है, वो रिश्ता एक दिन दिल की गहराइयों को छू जाता है। अजीब पहेली है; कहीं रिश्तों के नाम ही नहीं होते और कहीं पर सिर्फ नाम के ही रिश्ते होते हैं।

मानव जीवन में रिश्तों का क्या महत्व होता है हरिहर काका पाठ में किसने ये रिश्ते निभाए?

हरिहर काका पाठ के आधार पर बताइए कि हमारे समाज में रिश्तों का क्या महत्व है?

इसे सुनेंरोकेंअमीर रिश्तेदारों का सम्मान करते हैं, उनसे मिलने को आतुर रहते हैं जबकि गरीब रिश्तेदारों से कतराते हैं। केवल स्वार्थ सिद्धि की अहमियत रह गई है। आए दिन हम अखबारों में समाचार पढ़ते हैं कि ज़मीन जाय़दाद, पैसे जेवर के लिए लोग हत्या व अपहरण जैसे नीच कार्य कर जाते हैं। हरिहर काका को जबरन उठा ले जाने वाले कौन थे?

समाज में रिश्तों-नातों का एक विशेष स्थान है। सामाजिक जीवन को सुचारू रखने के किए इनकी महत्त्ता को कोई नजरंदाज नहीं कर सकता है। आज समाज में मानवीय मूल्य तथा पारिवारिक मूल्य धीरे-धीरे समाप्त होते जा रहे हैं। ज़्यादातर व्यक्ति अपने स्वार्थ के लिए रिश्ते निभाते हैं, अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से मिलते हैं। अमीर रिश्तेदारों का सम्मान करते हैं, उनसे मिलने को आतुर रहते हैं जबकि गरीब रिश्तेदारों से कतराते हैं। केवल स्वार्थ सिद्धि की अहमियत रह गई है। आए दिन हम अखबारों में समाचार पढ़ते हैं कि ज़मीन जाय़दाद, पैसे जेवर के लिए लोग हत्या व अपहरण जैसे नीच कार्य कर जाते हैं।

समाज में रिश्तों की क्या अहमियत है इस विषय पर अपने विचार?

Solution : समाज में रिशतों की विशेष अहमियत होती हैं। हम रिशतों में एक अदृश्य डोर में बधे रहते है। जिनके कारण व्यक्ति एक दूसरे के दुख -सुख में काम आता है। पर आज समाज में मानवीय मूल्य तथा परिवारिक मूल्य धीरे धीरे कम होता जा रहा है।

समाज में रिश्तों की क्या अहमियत होती है इस विषय को हरिहर काका कहानी के आधार पर स्पष्ट करें?

Solution : समाज में रिश्तों की यह अहमियत है कि आधुनिक परिवर्तित समाज तथा रिश्तों में बदलाव आ रहा है। परिवार और रिश्ते दोनों ही अपनी भूमिका छोड़ रहे हैं। उनमें स्वार्थ लोलुपता आती जा रही है। कथावस्तु के आधार पर हरिहर काका एक वृद्ध नि:संतान व्यक्ति हैं, वैसे उनका भरा-पूरा संयुक्त परिवार है।

समाज के भीतर बदलते रिश्ते और मानवीय संबंधो पर 8 से 10 वाक्यों में अपने विचार लिखिए?

यदि कोई उसका जनक और जननी है तो समाज और परम्परा ।

मानव जीवन में रिश्तों का क्या महत्व होता है हरिहर काका पाठ में किसने ये रिश्ते निभाए?

कथावाचक और हरिहर के बीच मधुर, आत्मीय और गहरे संबंध है। कथावाचक जब छोटा था तब से ही हरिहर काका उसे बहुत प्यार करते थे। जब वह बड़े हो गए तो वह हरिहर काका के मित्र बन गए। गाँव में इतनी गहरी दोस्ती और किसी से नहीं हुई।