चमगादड़ के पंख और पक्षियों के पंख समवृत्ति अंग है कैसे? - chamagaadad ke pankh aur pakshiyon ke pankh samavrtti ang hai kaise?

हेलो फ्रेंड्स हमारा प्रश्न है चमगादड़ तथा पक्षी के पंख किस प्रकार के अंग के उदाहरण हैं हमारा पहला ऑप्शन है समझा दूसरा ऑप्शन है समरूप तीसरा ऑप्शन है अवशेषी चौथा ऑप्शन है इन सभी का चमगादड़ के पंख तथा पक्षी के पंखे व कार्य क्या कर रहे हैं दोनों कार्य समान कर रहे हैं कार्य क्या कर रहे हैं उड़ने का मतलब की कार्य क्या कर रहे हैं समान कर रहे हैं तो आइए हम हमारे ऑप्शंस को देखते हैं पहला ऑप्शन क्या है समझाते समझाते में क्या होता है उनकी जो रचना रहती है उनकी जो आधारभूत रचना रहती है वह क्या होती है समान होती है परंतु जो कार्य होते हैं कार्य क्या होते हैं उनके बिना होते हैं तो यह हमारे प्रश्न का सही उत्तर नहीं है क्योंकि चमगादड़ पक्षी दोनों क्या कार्य कर रहे हैं समान कार्य कर रहे हैं दोनों ही उड़ने का और उनकी रचना तो अलग ही होती है यह हमारे प्रश्न का

नहीं है क्योंकि समजात अंग में कार्य क्या हो रहा है दिन हो रहा है दूसरा में दे रखा है समरूप अंग क्या होते हैं जिनकी रचना क्या होती है रचना समान नहीं होती है मतलब कि उनकी उत्पत्ति भिन्न होती है परंतु उनके जो कार्य रहते हैं उनके कार्य क्या होते हैं समान होते हैं मतलब कि यह हमारे प्रश्न का उत्तर है कि कि दोनों क्या कार्य कर रहे हैं उड़ने का हमारे प्रश्न का सही उत्तर है तीसरा में क्या दे रहा है अवशेष अवशेषी अंगों को कहते हैं जिनका कोई उपयोग नहीं होता है तो यह भी हमारे प्रश्न का सही उत्तर नहीं है चौथा क्या है इन सभी का यह भी हमारे प्रश्न का सही उत्तर नहीं है क्योंकि जो चमगादड़ पक्षी है वह समरूप अंग के उदाहरण है

धन्यवाद दोस्तों आशा करती हूं क्या आपको इस प्रश्न का उत्तर समझ आया होगा इस वीडियो को देखने के लिए धन्यवाद

हमारे पास प्रश्न है तितली पक्षी व चमगादड़ के पंख उड़ने का कार्य करते हैं किंतु फिर भी यह समृद्धि अंग क्यों कहलाते हैं आइए इसका उत्तर जान लेते हैं यह संविलियन क्यों कहलाते हैं तो सबसे पहले हम बात करेंगे समृद्धि अंग होते क्या है समृद्ध जीवन ऐसे कौन कहलाते हैं जिनका कहां रे तू सामान हो सामान्य सामान कर रहे हो लेकिन लेकिन की संरचना जो है भिन्न होती है संरचना भिन्न होती है ऐसे अंगो को हम जो है समृद्धि अंक कहते हैं आइए बात करते हैं टिपली पक्षी व चमगादड़ के पंख का सम्मान करें है हमें पता है उड़ने का काम करते हैं तीनों लेकिन इनकी संरचना कैसे भिन्न है दोस्तों हम बात करें तितली के पंख की तो यह टाइपिंग की महीन झिल्ली से बना होता है

सिरस तो काईट इन महिम पतली दिल्ली से तितली के पंख बने होते हैं तो उस तो हम बात करें पक्षी के लिए आगरा पदों से बना होता है अगर पादु से बना होता है उसको चमगादड़ का पंख अगली टांगो तथा घर के बीच स्थित त्वचा से बना होता है तो इस वजह से यह जो है तीनों दोस्तों यह जो तीनों के पंखे तितली के पक्षी के और चमगादड़ के यह तीनों दोस्तों जो है वह संरचना में तो दोस्तों भिन्न है लेकिन कारण का सामान है इसीलिए इनको जो है संभावित अंक कहते हैं समृद्ध अंग प्रत्यंग कहते हैं धन्यवाद

समजात तथा समरूप अंगों को उदाहरण देकर समझाइए।


समजात अंग: अंग जो उत्पत्ति तथा संरचना में समान होते हैं तथा कार्य में भिन्न हो सकते हैं। समजात अंग कहलाते हैं।
उदाहरण: (i) पक्षी के पंख तथा घोड़े के अग्रपाद।
(ii) मनुष्य की बाजू तथा गाय के अग्रपाद।
(iii) मेंढ़क के अग्रपाद तथा पक्षी के पंख।

चमगादड़ के पंख और पक्षियों के पंख समवृत्ति अंग है कैसे? - chamagaadad ke pankh aur pakshiyon ke pankh samavrtti ang hai kaise?

समरूप अंग: वे अंग जो समान कार्य करते हैं तथा देखने में भी समान हैं लेकिन उनकी उत्पत्ति और संरचना भिन्न है, समरूप अंग कहलाते हैं।
उदाहरण: (i) कीट के पंख तथा पक्षी के पंख।
(ii) कीट के पंख तथा चमगादड़ के पंख।
(iii) चने के पौधे तथा मटर के पौधे में प्रतान।
(iv) चने के पौधे तथा अंगूर की बेल में प्रतान।
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यदि एक 'लक्षण-A' अलैंगिक प्रजनन वाली समष्टि के 10 प्रतिशत सदस्यों में पाया जाता है तथा 'लक्षण-B' उसी समष्टि में 60 प्रतिशत जीवों में पाया जाता है, तो कौन-सा लक्षण पहले उतपन्न हुआ होगा?


'लक्षण-B' अलैंगिक प्रजनन वाली समष्टि में 60 प्रतिशत जीवों में पाया जाता है जो 'लक्षण-A' प्रजनन वाली समष्टि से 50 प्रतिशत अधिक है इसलिए 'लक्षण-B' पहले उतपन्न हुआ होगा।

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मेंडल के प्रयोगों से कैसे पता चला कि विभिन्न विकल्पी लक्षण स्वतंत्र रूप से वंशानुगति करते हैं?


मेंडल ने द्विसंकरण क्रॉस का अध्ययन किया जिसमें उसने दो पौधे जिनमें से एक के बीज पिले तथा गोल लेकिन दूसरे के हरे तथा झुर्रीदार थे। F1 पीढ़ी में उसे केवल पीले तथा बीज ही प्राप्त हुए। उसने F1 पीढ़ी के पौधों का स्वपरागण करवाया और चार प्रकार के बीज प्राप्त किए-
(a) पीले तथा गोल बीज 9,        (b) पीले तथा झुर्रीदार बीज 3,
(c) हरे तथा गोल बीज 3,         (d) हरे तथा झुर्रुदार बीज 1
F2 लक्षण प्रारूप अनुपात 9:3:3:1
उपरोक्त से स्पष्ट है कि बीजों के रंगों का अनुपात (3:1) तथा बीजों कि आकृति का अनुपात (3:1) एक-दूसरे के साथ मिश्रित नहीं होते बल्कि स्वतंत्र रूप से वशांनुगत होते हैं।

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एक 'A-रुधिर वर्ग' वाला पुरष एक स्त्री जिस का रुधिर वर्ग 'O' है, से विवाह करता है। उनकी पुत्री का रुधिर वर्ग - 'O' है। क्या यह सुचना पर्याप्त है। यदि आप से कहा जाए कि कौन-सा विकल्प लक्षण-रुधिर वर्ग - 'A' अथवा 'O' प्रभावी लक्षण है। अपने उत्तर का स्पष्टीकरण दीजिए।


रुधिर समूह O प्रभावी लक्षण है क्योंकि वह F पीढ़ी में रुधिर समूह O प्रकट हुआ है। यह यह सुचना प्रभावी और प्रभावी लक्षण को प्रकट करने के लिए पर्याप्त है।

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रुधिर वर्ग O उसी स्थिति में होता है जब रक्त में प्रतिजन A और प्रतिजन B नहीं होता।

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विभिन्नताओं के उतपन्न होने से किसी स्पीशीज़ का अस्तित्व किस प्रकार बढ़ जाता है?


किसी स्पीशीज़ में विभिन्नताओं की उतपत्ति से स्पीशीज़ का अस्तित्व बढ़ जाता है क्योंकि:
(i) विभिन्नताएँ किसी स्पीशीज़ के प्राकृतिक वरण में सहायता करती हैं।
(ii) पर्यावरण के दबाव के परिणामस्वरूप उतपन्न हुई कुछ विभिन्नताएँ पर्यावरण की विपरीत परिस्थितियों से जूझने में सहायक सिद्ध होती हैं।
(iii) विभिन्नताएँ अनुकूल को भी बढ़ावा देती हैं।

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मेंडल के प्रयोगों द्वारा कैसे पता चला कि लक्षण प्रभावी अथवा अप्रभावी होते हैं?


जब मेंडल ने मटर के लंबे पौधे और बौने पौधे का संकरण कराया तो उसे प्रथम संतति पीढ़ी F1 में सभी पौधे लंबे प्राप्त हुए थे। इसका अर्थ था कि दो लक्षणों में से केवल एक पैतृक लक्षण ही दिखाई दिया। उन दोनों का मिश्रित प्रमाण दिखाई नहीं दिया। उसने पैतृक पौधों और F1 पीढ़ी के पौधों को स्वपरागण से उगाया। इस दूसरी पीढ़ी F2 में सभी पौधे लंबे नहीं थे। इस में एक चौथाई पौधे बौने थे। मेंडल ने लंबे पौधों के लक्षण को प्रभावी और बौने पौधों के लक्षण को अप्रभावी कहा।

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चमगादड़ के पंख और पक्षियों के पंख समवर्ती अंग है कैसे?

Question
Chapter Name
आनुवंशिकता तथा जैव विकास
Subject
Biology (more Questions)
Class
10th
Type of Answer
Video & Image
चमगादड़ तथा पक्षी के पंख किस प्रकार के अंग के उदाहरण हैं? - Doubtnutwww.doubtnut.com › qa-hindinull

पक्षियों और चमगादड़ के पंखों में क्या अंतर है?

चमगादड़ उलटे लटकते हैं क्यों कि उल्टे लटके रहने से वे बड़ी आसानी से उड़ान भर सकते हैं। पक्षियों की तरह वे ज़मीन से उड़ान नहीं भर पाते, क्योंकि उनके पंख भरपूर उठान नहीं देते और उनके पिछले पैर इतने छोटे और अविकसित होते हैं कि वो दौड़ कर गति नहीं पकड़ पाते।

2 क्या एक तितली और चमगादड़ के पंखों को समजात अंग कहा जा सकता है क्यों अथवा क्यों नहीं ?`?

Solution : तितली और चमगादड़ के पंख समजात अंग नहीं होते क्योंकि उनकी आधारभूत संरचना समान नहीं है। वे समरूप अंग है जो उड़ने का कार्य करते है।

चमगादड़ और पक्षियों के पंख अलग अलग क्यों होते हैं?

Solution : चमगादड़ को पक्षी वर्ग में न रखकर स्तनधारी वर्ग में रखने के निम्नलिखित कारण है : <br> (a) इसमें वास्तविक पंख नहीं होते। इसके पंख पतली त्वचा के बने होते हैं जो शरीर दोनों ओर अग्र व पश्चपादों तथा पूँछ के बीच फैले रहते हैं। <br> (b) मुख में चोंच का अभाव होता है। <br> (c) शरीर पर रोम होते है पंख नहीं होते