आजकल हर एक व्यक्ति अपने जीवन मे सफल होना चाहता है लेकिन केवल चाहने से कोई व्यक्ति सफल नही हो सकता, उसे सफल होने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना पड़ेगा, कोई भी व्यक्ति केवल एक बार मे ही सफल नही हो जाता, उसे लगातार एक तीर की भांति आगे बढ़ते रहना होगा, और जो व्यक्ति पूरी लगन से मेहनत करता है वह व्यक्ति सफल जरूर होता है। Show एक बात तो पूरी तरह स्पष्ट है, इस दुनिया में हर व्यक्ति जीतना चाहता है लेकिन जीतना इतना आसान नहीं है, जीतने के लिए कीमत चुकानी पड़ती है वह कीमत होती है अपने जीवन का एक लम्बा समय और उस लम्बे समय में किया हुआ अथाह परिश्रम। हमें चाहे किसी भी क्षेत्र में विजय प्राप्त करनी हो, उसके लिए समय देना पड़ेगा। ये संसार भी ऐसे लोगों को ही याद रखता है जो इस दुनिया में सफल हुए हैं, जिन्होनें अपने-अपने क्षेत्रों में विजय पताका फहराई है। एक लक्ष्य बनाकर उस दिशा में प्रयत्न करना पड़ता है। नियमित रूप से लगातार परिश्रम करना पड़ता है, तभी हम निश्चित रूप से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। कल्पना कीजिए कि आप एक रेस में दौड़ने वाले हैं, लेकिन आपको नहीं पता कि फिनिशिंग लाइन कहां है, तो क्या आप जीत पाएंगे? बिल्कुल नहीं। इसलिए आपको एक निश्चित गोल की आवश्यकता होती है, आपको यह जानना जरुरी है कि आप जीवन में किस दिशा में जा रहे हैं और इसकी फिनिशिंग लाइन कहां है, लक्ष्यहीन तरीके से काम करने के बजाय, लक्ष्य तय करें और उनकी तरफ काम करें। जीवन मे सफल होने के तरीके :
हम कभी भी कोई कार्य करते है तो ये जरूर सोचते हैं कि अगर में ये काम नही कर पाया तो क्या होगा जिसके डर से बहुत से लोग अपना कार्य अधूरा ही छोड़ देते हैं जो किसी भी प्रकार से सही नही है डर के भागना बहुत बड़ी मूर्खता है, कभी भी असफलता से डरे नहीं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरी ईमानदारी और मेहनत से काम करें यकीन मानिए आप अवश्य है सफल होंगें।
आप जब भी कोई लक्ष्य निर्धारित करते हो तो एक बड़ा लक्ष्य चुनिए, जिससे अगर आप अपने उस बड़े लक्ष्य को पाने में सफल नही होते तो फिर भी आपको उससे थोड़ा सा कम तो जरूर मिलेगा। अगर आप कोई छोटा लक्ष्य चुनते हो तो बेशक आप उसे प्राप्त कर लोगे, और खुश भी हो जाओगे मगर एक बार ये भी सोच कर देखिये की अगर आपने उससे बड़ा करने की सोची है और आप उसमें सफल हो जाते हैं तो आपको जो खुसी होगी वो शायद बताने योग्य न हो।
हमेशा वो कार्य चुनिए जो काम आप पूरे मन के साथ कर सकते हैं यदि काम आपकी रुचि के अनुसार होता है तो आप उसमें अपना 100% देंगे, अगर आप वो कार्य करते हैं जिसमें आपको बिल्कुल भी रुचि नही है तो उस कार्य को करने में आपका समय भी व्यर्थ होगा और वो कार्य पूरा भी नही हो पायेगा, तो आप जब भी कुछ करें तो अपनी रूचि के अनुसार ही करें। मान लीजिए अगर आप 10th क्लास पास कर लेते हैं और 11th में में एडमिशन लेते हैं तो आपको अपनी रुचि के अनुसार विषयो का चयन करना होगा, जब आप अपनी रूचि के अनुसार विषयों का चयन करेंगे तभी आप 11th में पास हो पाएंगे और 12th में जाने के लिए समर्थ हो पायंगे।
हमारे जीवन मे अनेक प्रकार की लड़ाईया चलती रहती हैं, पारिवारिक, व्यवसायिक।
सफल होने के लिए जो सबसे जरूरी है वह है दृढ़ निश्चय। अगर आप ये निश्चय करते हैं कि मुझे सफल होना है चाहे मुझे इसके लिए लिए कुछ भी करना पड़े तो आपको सफल होने से कोई नही रोक सकता, सफल होने के लिए दृढ़ निश्चय होना बहुत ही आवश्यक है।
हमारा अपने आप पर विश्वास होना बहूत आवश्यक है अगर हम कोई कार्य कर रहे हैं तो हमे अपने आप पर यकीन होना चाहिए कि ये काम हम कर सकते हैं। लोग बड़े से बड़ा काम तभी कर पाते हैं जब वो अपने आप पर विश्वास करते हैं। कोई भी बड़ा Businessman ऐसे ही बड़ा Businessman नहीं बनता वो अपने आप पर विश्वास करता है तब जाकर वो सफल होता है।
आज के समय मे मुकाबला बहुत बढ़ गया है अगर हमें कुछ बनना है या सफलता प्राप्त करनी है तो हमे दूसरों से ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी तभी हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे इसलिए हमें हमेशा अपने अंदर दुसरो से अधिक परिश्रम करने की इच्छा रखनी होगी।
किसी भी कार्य को करने के लिये हमें एक योजना जरूर बनानी चाहिए, यदि हम किसी कार्य को करने से पहले उसके लिए एक योजना बनाए और उस योजना के अनुसार उस कार्य को करेंगे तो जल्दी व आसानी से कर पाएंगे और उसमें जल्दी सफलता प्राप्त करेंगे। यदि हम किसी कार्य को बिना किसी योजना के करते हैं तो उस कार्य को करने में हमारा अधिक समय बर्बाद होगा क्योंकि हम पहले उसके बारे में थोड़ा सोचेंगे फिर करेंगे, इसलिए किसी कार्य को करने के लिए योजना बनाना उचित होगा। ऊपर बताई गई बातों को अपने जीवन मे लाने का प्रयास जरूर कीजिएगा, मैं आशा करता हूँ कि आप अपने जीवन मे जरूर सफल होंगें। हर व्यक्ति अच्छा और सफल इंसान बनना चाहता है। अच्छा इंसान और सफल इंसान क्या दो अलग चीजें होती हैं? दोनों में ज्यादा उपयोगी कौन है? इसकी तुलनात्मक विवेचना से एक तथ्य सामने आता है कि सफलता से ज्यादा उपयोगी अच्छाई है, क्योंकि सबसे खास बात यह है कि एक सफल व्यक्ति की तुलना में एक अच्छे इंसान की उपलब्धि लंबे समय तक स्मृति में बनी रहती है। उसके लिए किए गए काम का दायरा भी व्यक्तिगत स्तर से ऊपर होता है। लेखक निक हॉर्नबी के अनुसार, एक सफल व्यक्ति अपनी उपलब्धियों की वजह से पहचाना जाता है। हालांकि ये उपलब्धियां मूलभूत रूप से केवल उसे फायदा पहुंचाने वाली होती हैं, लेकिन एक अच्छे व्यक्ति का काम स्वार्थ से परे होता है। यह अलग बात है कि आज अच्छाई से ज्यादा महत्व सफलता को मिलता जा रहा है। नैतिकता एवं जीवन मूल्यों की विरासत धुंधली पड़ने लगी है। फिर भी अच्छाई सदैव ऊपर ही रहेगी। कबीर, दादू, रैदास, गांधी, तुलसी, वल्लभ गुरु आदि फरिश्ते थे। लेकिन पहले वे अच्छे इंसान थे। इन्होंने नैतिकता एवं चरित्र का लबादा ओढ़ा नहीं, उसे जीकर दिखाया। वे भाग्य और नियति के हाथों का खिलौना बनकर नहीं बैठे, स्वयं के पसीने से अपना भाग्य लिखा। अरस्तु के अनुसार, अच्छी परिस्थितियों और ऐश्वर्य के बावजूद, एक अच्छी जिंदगी इस बात पर निर्भर करती है कि एक व्यक्ति सद्गुण के अनुसार व्यवहार करे। हालांकि अन्य दार्शनिक सद्गुण को अच्छी और सफल जिंदगी का केवल एक आयाम मानते हैं। कांट का मानना है कि अगर जिंदगी के सभी आयामों को व्यक्ति व्यावहारिक तार्किकता के आधार पर देखने लगे तो वह ऐसी जिंदगी हासिल कर सकता है, लेकिन यह भी संभव है कि एक व्यक्ति इसके साथ सहज हो और दूसरा नहीं। मुख्य बात यह है कि कुछ लोग बेहद मुश्किल समय में भी अच्छाई का साथ नहीं छोड़ते, चाहे उन्हें असफल ही क्यों न होना पड़े। इसलिए कहा गया है कि अनंत काल का लक्ष्य लेकर चलेंगे, तब कहीं अच्छे मनुष्य का निर्माण हो सकेगा। इस निर्माण के लिए शक्ति संपन्न होना जरूरी है। शक्ति संपन्न वही व्यक्ति हो सकता है, जिसका आत्मविश्वास प्रबल होता है। अस्मिता की पहचान तथा क्षमताओं का बोध करने के साथ विकास के नए क्षितिज की खोज भी आवश्यक है। अच्छे इंसान बनने का एक सूत्र है अनुशासन। जो व्यक्ति अनुशासन से बंधा रहता है, वह आगे बढ़ता है, शक्ति का अनुभव करता है। हालांकि एक अच्छा इंसान बनने के लिए कोई निर्धारित योग्यता नहीं होती जिसकी शर्तों को पूरा करना पड़े। फिर भी यह काम जितना सरल प्रतीत होता है, उससे बहुत ज्यादा मुश्किल है। बहुत बार व्यक्तिगत स्तर पर हानि उठाकर भी अपने जीवन में इसे बनाए रखना पड़ता है। जो बहुत सारे धैर्य के साथ बहुत कुछ खो देने के साहस की मांग करता है। अक्सर अच्छा बनने की सलाह दी जाती है। खासतौर पर हमें अच्छा बनने में तब और सावधानी बरतनी चाहिए जब सफलता अनैतिक होने की शर्त पर मिलने की आशंका हो। पैसा, प्रसिद्धि और शक्ति हासिल कर लेना उतना मुश्किल काम नहीं है, जितना सद्गुणों को बनाए रखना। इसलिए इंसान को सफलता से पहले अच्छाई के लिए प्रयत्नशील बनना चाहिए। उसके बाद मिलने वाली सफलता ज्यादा उपयोगी है। सफलता की प्राप्ति के लिए क्या आवश्यक है?अपनी क्षमता पर विश्वास रखते हुए, पूरी लगन और मेहनत से अपने लक्ष्य की प्राप्ति में लग जाएं। ऐसे में सफलता आपसे अधिक दूर नहीं रहेगी। कड़ी मेहनत के लिए रहें तैयार : सफलता कभी भी आसान रास्तों पर चलकर प्राप्त नहीं की जा सकती है। इसके लिए मेहनत सबसे जरूरी सामग्री है।
जीवन में सफल होने के लिए क्या करना चाहिए?आइए जानते हैं किसी भी कार्य को करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.. नए काम को करने से पहले योजाना बनाएं चाणक्य कहते हैं किसी भी कार्य को करने से पहले व्यक्ति को योजना बनानी चाहिए. ... . मेहनत करने का प्रण लें आचार्य चाणक्य के मुताबिक सफलता की पहली सीढ़ी परिश्रम है. ... . काम पूरा होने से पहले योजना का खुलासा करना. सफलता का सूत्र क्या है?2) कठिनाइयों में भी अपने लक्ष्यों का पीछा करते रहें, और विपत्तियों को अवसरों में बदल दें. 3 ) कोई लक्ष्य मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं, हारा वही जो लड़ा नहीं. 4) आप कभी भी लक्ष्य निर्धारित करने या नया सपना देखने के लिए बहुत बूढ़े नहीं होते.
मेहनती इंसान कैसे बने?जीवन में सफल कैसे बनें सफल इंसान बनने के 12 बेहतरीन टिप्स :. #1-जिंदगी में कभी हार न माने:. #2-कीमती समय बर्बाद न करें:. #3-खुद पर हमेशा भरोसा रखें:. #4-बिना रुके हमेशा आगे बढ़ते रहें:. #5-जिंदगी में हमेशा ईमानदारी से मेहनत करके आगे बढ़े:. #6-अपनी मंजिल का सही पता होना:. #7-मन को इधर-उधर न भटकने दे:. #8-गुस्से पर काबू रखना:. |