संचारी तथा संचारी रोग से आप क्या समझते हैं? - sanchaaree tatha sanchaaree rog se aap kya samajhate hain?

Communicable diseases or Infectious disease in Hindi

संचारी रोग यानि संक्रामक रोग क्या है जानकारी और बचाव के उपाय

जैसे ही बरसात के दिन शुरू होते है या मौसम में परिवर्तन होते है तो अत्यधिक बरसात के कारण जगह जगह पानी भर जाते है जिससे तरह तरह के अनेक नये कीटाणु रुके हुए पानी से पैदा होने लगते है जो अपने साथ अनेक रोगों को भी जन्म देते है जिसका प्रभाव मानव शरीर पर सबसे ज्यादा पड़ता है इस तरह से इन रोगों को मौसमी बीमारी, संक्रामक बीमारी या संचारी रोग कहते है,

तो चलिए संचारी रोग | Communicable diseases क्या है इसके बारे में जानते है और इस रोग के अंदर कौन कौन से रोग को शामिल किया गया है इसकी रोकथाम और बचाव कैसे कर सकते है सभी के बारे में जानते है.

संचारी रोग या संक्रामक रोग क्या है

What is communicable diseases Details in Hindi | Sanchari Rog Kya Hai

संचारी तथा संचारी रोग से आप क्या समझते हैं? - sanchaaree tatha sanchaaree rog se aap kya samajhate hain?

संचारी रोग यानि संक्रामक रोग, रोग जो किसी ना किसी रोगजनित कारको (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोज़ोआ (Protozoa), कवक (Fungus), जीवाणु (Bacterium), विषाणु (Virus) इत्यादि के कारण होते है। संक्रामक रोगों (Infectious diseases) में एक शरीर से अन्य शरीर में फैलने की क्षमता होती है। मलेरिया, टायफायड, चेचक, इन्फ्लुएन्जा इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं

जहा हर साल बरसात होती है मौसम बदलते है जिसमे तरह तरह के ऐसे नये अनेक विषाणु भी पैदा हो जाते है जो की अनेक नये रोगों को जन्म देते है जो की संक्रमण रोग यानि संक्रामक रोग फैलाते है.

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संक्रामक रोग बहुत हवा, पानी से मिलकर बहुत ही तेजी के साथ के साथ फैलते है जिसका सीधा असर मानव शरीर पर देखने को मिलता है जिसमे ज्यादा छोटे बच्चे, बूढ़े ही प्रभावित होते है क्युकी इस आयु क के लोगो की शरीर की क्षमता संक्रामक रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है जिस कारण से इस आयु के लोग इन फैलने वाले बीमारियों के चपेट में जल्दी से आ जाते है

संचारी रोग या संक्रामक रोग की सूचि लिस्ट

Communicable diseases or infectious disease List in Hindi

जैसा की हमने ऊपर भी बताया की ऐसे रोग जो हवा, गंदे पानी के पानी के माध्यम से तेजी से फैलते हुए उन रोगों को इन सूचि में शमिल किया है जो इस प्रकार है-

चेचक (Chicken pox)

हैजा (Cholera)

डेंगू ज्वर (Dengue fever)

सूजाक (Gonorrhea)

इनफ्लुएंजा (Influenza)

कुष्ट रोग (Malignant disease)

मलेरिया (Malaria)

खसरा (Measles)

तानिकाशोथ (Meningitis)

प्लेग (Plague)

उपदंश (Syphilis

टेटनस (Tetanus)

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क्षय रोग (Tuberculosis)

पीत ज्वर (Yellow fever)

हेपेटाइटिस ए (Hepatitis A)

हेपेटाइटिस बी (Hepatitis B)

हेपेटाइटिस सी (Hepatitis C)

हेपेटाइटिस डी (Hepatitis D)

हेपेटाइटिस ई (Hepatitis E)

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संचारी रोग या संक्रामक रोगों के लक्षण

Signs of Communicable diseases or Infectious Diseases in Hindi

चुकी संचारी रोग या संक्रामक रोगों बहुत तेजी से फैलने वाले रोग होते है जो की सामान्यता बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते है तो सामान्य इस रोगों के लक्षण में दस्त, बुखार, दिमागी बुखार, ज्वर, चढ़ उतरकर बुखार आना, जुकाम, अनियमित खांसी, बहुत तेज खांसी, उल्टी जैसे अनेक लक्षण होते है जो की इन बीमारियों के आगमन का पता चलता है.

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संचारी रोग या संक्रामक रोगों पर नियंत्रण और रोकथाम

Communicable diseases or Infectious Diseases Control and prevention in Hindi

जैसा की इन सभी रोगों के पैदा होने की वजह गंदे पानी होते है तो इनका असर बरसात के दिनों में सबसे अधिक देखने को मिलता है और इससे सिर्फ एक दो लोग ही एक साथ पूरा शहर का शहर या गाँव प्रभावित होते है तो इन रोगों की रोकथाम की जिम्मेदारी सिर्फ एक व्यक्ति नही बल्कि उस समाज के सभी लोगो और सरकारों की जिम्मेदारी होती है जब सभी मिलकर इन रोगों के खिलाफ जुटते है तभी इन रोगों पर नियन्त्रण किया जा सकता है.

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संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचाव के उपाय

Remedies for communicable diseases or preventive diseases in Hindi

संचारी रोग के लिए सबसे ज्यादा बदलते मौसम उत्तरदायी होते है तो ऐसे में यदि सभी अपने स्तर पर इन रोगों की रोकथाम के लिए उपाय करते है तो निश्चित ही काफी हद तक इन रोगों के फैलने पर नियंत्रण पाया जा सकता है तो चलिए संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचाव के उपायो को जानते है.

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1 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचाव के लिए गंदे पानी का इक्कठा होना सबसे बड़ा कारक बनता है ऐसे में बरसात के दिनों में छतो, टूटे फूटे सामानों में पानी को इक्कठा नही होने देना चाहिए

2 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग गंदी नालियों में कीड़ो, विषाणु के पैदा होने से होते है ऐसे में यदि घरो के आस पास कोई नाली टूटी फूटी या खुली हुई है तो उन्हें सही करके ढककर रखना चाहिए जिससे इनसे निकलने वाले कीटाणु हवा में फैलने से रोक सकते है.

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3 :- संचारी रोग या संक्रामक रोगों के लिए स्वच्छता भी काफी अहम भूमिका निभाती है ऐसे में अपने आस पास के इलाको घरो, बाहरी स्थानों को साफ़ सुथरा रखना चाहिए जिससे इन साफ सुथरे जगहों पर मच्छर आदि अपना घर नही बना सकते है जो की काफी हद तक मलेरिया जैसे खतरनाक बुखारो के लिए उत्तरदायी होते है.

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4 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचने के लिए लोगो को खुले में शौच करने से रोकना चाहिए जो की अनेक बीमारी के जन्म का कारण बनते है

5 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग जैसे मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, दिमागी या मस्तिस्क ज्वर जो की मच्छरों के काटने से फैलते है इसलिए अशुद्ध पेयजल, जलभराव, कूड़े कचरे का इक्कठा होने पर रोक लगानी चाहिए.

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6 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग से बचने के लिए रात को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग जरुर करना चाहिए

7 :- मच्छरों के फैलने से रोकने के लिए कीटनाशक धुएं, निम् के पत्तो के धुए आदि करना चाहिए जिससे शाम को इन मच्छरों का सबसे अधिक प्रकोप होता है इन धुएं के प्रभाव से ये विषैले मच्छर इन क्षेत्रो में प्रवेश नही करते है

8 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग के बचाव के लिए छोटो बच्चो के लिए जन्म से अनेक टीके मौजूद होते है इसलिए डॉक्टरो के उचित सलाह के साथ सभी बच्चो को इन रोकथाम के टीको को जरुर लगवाना चाहिए

9 :- बहुत सारे संचारी रोग या संक्रामक रोग गंदे पानी के पीने से भी होते है जिनमे दस्त, उल्टी आदि प्रमुख है इसलिए लोगो के लिए पानी पिने का स्वच्छ जल की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए तथा पीने के इन पानी को हमेसा ढककर रखना चाहिए और इज इन रोगों के प्रभाव से कोई आ भी जाता है तो पानी को हमेसा उबालकर फिर ठंडा करके ही पानी पीना चाहिए

10 :- संचारी रोग या संक्रामक रोग के प्रभाव में कोई भी आ जाता है बिना देरी किये डॉक्टर के पास जरुर जाना चाहिए और उनके सलाह के आधार पर दवाई, चिकित्सा और खानपान पर ध्यान देना चाहिए

तो ऐसे में जहा मानव विकास की नई नई रास्ते तय करते जा रहे है तो आये दिन ऐसे ऐसे तमाम नये रोगों का सामना भी करना पड़ रहा है ऐसे में इन सभी रोगों के लिए सबसे पहले सावधानी ही सबसे अच्छा उपाय है.

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तो आप सबको यह जानकारी संचारी रोग यानि संक्रामक रोग क्या है जानकारी और बचाव के उपाय | Communicable diseases Infectious disease in Hindi कैसा लगा कमेंट में जरुर बताये और इसे शेयर भी जरुर करे..

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संचारी रोग से क्या समझते हैं?

ऐसे रोग जो एक रोगग्रस्त व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में दूषित भोजन, जल या संपर्क या कीटनाशकों, जानवरों आदि के कारण फैलते हैं संचारी रोग कहलाते हैं। ये विभिन्न कारकों (रोगजनकों) द्वारा फैलते हैं। अब तक छोटी माता का कोई टीका उपलब्ध नहीं है।

संचारी तथा असंचारी रोग से आप क्या समझते है?

यानी संचारी रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधे संपर्क या परोक्ष रूप से भोजन, पानी, हवा इत्यादि तरीकों से स्थानांतरित होते हैं. संचारी रोगों को संक्रामक रोगों के रूप में भी जाना जाता है. उदाहरण के लिए, मलेरिया, एड्स, इत्यादि.

संचारी रोग कितने प्रकार के होते हैं?

छोटी माता.
डेंगू ज्वर.
हेपेटाइटिस ए.
हेपेटाइटिस बी.
हेपेटाइटिस सी.

संचारी रोग पर निबंध कैसे लिखें?

संचारी रोग बहुत तेजी से फैलते हैं जिससे बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। सामान्यतः इन रोगों के लक्षण में दस्त, बुखार, दिमागी बुखार, ज्वर का चढ़ना, उतरना आदि। इनमें अनियमित खांसी, बहुत तेज खांसी, उल्टी जैसे लक्षण होते हैं। जिससे इन बीमारियों के आगमन का पता चलता है।