सी प्लस प्लस भाषा में कितने रिलेशन ऑपरेटर होते हैं - see plas plas bhaasha mein kitane rileshan oparetar hote hain


इस पोस्ट मे प्रोग्रामिंग भाषा सी में प्रयोग होने वाले विभिन्न प्रकार के ऑपरेटर क्या है (what is Operator in C Language in Hindi) और सी लैंग्वेज मे ऑपरेटर कितने प्रकार के होते है तथा इन्हे कितने भागो मे विभाजित किया गया है इसकी पूरी जानकारी उदाहरण सहित दी गई है।

सी प्लस प्लस भाषा में कितने रिलेशन ऑपरेटर होते हैं - see plas plas bhaasha mein kitane rileshan oparetar hote hain


प्रोग्रामिंग भाषा सी में Operator का महत्वपूर्ण योगदान है। क्योकि जब किसी Programming Language का प्रयोग करके Program बनाया जाता है तब, प्रोग्राम में डाटा को स्टोर करने के लिए विभिन्न प्रकार के Data type का प्रयोग होता है, और इन डाटा टाइप को ऑपरेट करने के लिए Operator का ही प्रयोग किया जाता है ।

Operator एक संकेत टोकन है। जिसका प्रयोग किए जाने वाले कार्य को निर्धारित करने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए “+”  का अर्थ है जोड़ना तथा “-” का अर्थ घटाना और “*” का अर्थ गुणा करना है। Programming Language  C में कई प्रकार के ऑपरेटर का प्रयोग किया जाता है।

सी भाषा में ऑपरेटर का वर्गीकरण Classification of Operator in C language

Programming Language  C में ऑपरेटर को निम्न 2 भागों में वर्गीकृत किया गया है। 
(1) किसी Operator में Operand की संख्या के आधार पर । 
(2) किए जाने वाले कार्य के प्रकार के आधार पर ।

ऑपरैंड की संख्या पर आधारित वर्गीकरण (Classification of operators based on the number of Operands)

प्रोग्रामिंग भाषा सी में Operand  की संख्या के आधार मे 3 प्रकार के ऑपरेटर होते है।

  1. Unary operator 
  2. Binary Operator 
  3. Ternary operator

(1) Unary operator - ऐसे ऑपरेटर जो एक ही operand के साथ मिलकर परिणाम उत्पन्न करते हैं यूनेरी ऑपरेटर कहलाते हैं । जिन expression में यूनेरी ऑपरेटर होते हैं उनमें ऑपरेटर, ऑपरैड से पहले आते हैं। जैसे : -10, -8, *6, &d, ~D

(2) Binary Operator – ऐसे ऑपरेटर जिनमे दो operand होते है बाइनरी ऑपरेटर कहलाते हैं बाइनरी ऑपरेटर वाले expression में ऑपरेटर दो ऑपरैड के बीच होता है। जैसे : a+b, a*b, 10/2

(3) Ternary operator - ऐसा ऑपरेटर जो तीन operand के साथ आता है, और गणना करता है टरनेरी ऑपरेटर कहलाते हैं इन्हें कंडीशनल ऑपरेटर भी कहते हैं। जैसे : a?b:c 

प्रोग्रामिंग भाषा सी में Operation के प्रकार के आधार पर ऑपरेटर का वर्गीकरण (Classification of operators based on the type of operation )

  1. Arithmetic Operator
  2. Assignment Operator
  3. Increment/Decrement Operator
  4. Relational Operator
  5. Logical Operator
  6. Conditional Operator
  7. Bitwise Operator
  8. Special Operator

(1) Arithmetic Operator

ऐसे ऑपरेटर जिनका प्रयोग गणित के कार्यों जैसे- जोड़ना, घटाना आदि करने में किया जाता है Arithmetic Operator कहलाते हैं । सी भाषा में जब Mathematical instruction को input के रूप में प्रयोग किया जाता है तब अर्थमैटिक ऑपरेटर्स का प्रयोग होता है। जैसे दो संख्याओं को जोड़ने के लिए addition के symbol (+) को ऑपरेटर के रूप में प्रयोग करते हैं। प्रोग्रामिंग भाषा सी मे प्रयोग किए जाने वाले अर्थमैटिक ऑपरेटर्स को नीचे दर्शाया गया है-

क्र.चिन्हकार्य
1 + जोड
2 - घटाव
3 * गुणा
4 / भाग
5 % शेषफल


(2) Assignment Operator

Programming language C मे Assignment Operator ऐसे ऑपरेटर होते है जिनका प्रयोग किसी Variable की Value को assign करने के लिए किया जाता हैं। असाइनमेंट ऑपरेटर को प्रतीक चिन्ह = (equal) से Denote करते हैं । जैसे :  a=5 

(3) Increment/Decrements Operator

सी भाषा मे Increment व Decrements Operator बहुत शक्तिशाली ऑपरेटर्स है ये दोनों ऑपरेटर Unary operator है, जिसका मतलब है इनमे एक ही operand होता है। तो सबसे पहले हम इंक्रीमेंट ऑपरेटर को जान लेते हैं की इंक्रीमेंट ऑपरेटर क्या है-

Increment Operator
इंक्रीमेंट ऑपरेटर का प्रयोग वेरिएबल में उपलब्ध वैल्यू में इंक्रीमेंट करने के लिए किया जाता है अर्थात वैल्यू को बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह ऑपरैंड की वैल्यू में 1 जोड़ देता है, इंक्रीमेंट ऑपरेटर को ++ से निरूपित करते हैं। जैसे a++, a प्लस प्लस का अर्थ है कि a वेरिएबल की वैल्यू में 1 value का इंक्रीमेंट होना इसे दो भागों में विभाजित किया जा सकता है जिसे नीचे दर्शाया गया है -

(i) Post Increment -  यदि इंक्रीमेंट ऑपरेटर को ऑपरैंड के बाद लगाया जाए तो यह ऑपरेटर पोस्ट इंक्रीमेंट कहलाता है। जैसे - a++
(ii) Pre Increment - यदि इंक्रीमेंट ऑपरेटर को ऑपरैंड के पहले लगाया जाए तो यह ऑपरेटर प्री इंक्रीमेंट ऑपरेटर कहलाता है। जैसे -++a 

Decrement Operator
डिक्रिमेंट ऑपरेटर का प्रयोग वेरिएबल की वैल्यू में डिक्रिमेंट करने के लिए किया जाता है अर्थात वैल्यू को घटाने के लिए किया जाता है यह ऑपरैंड की वैल्यू में 1 घटा देता है डिक्रिमेंट ऑपरेटर को “- -“ से निरूपित करते हैं जैसे a- - इसका अर्थ है कि a की वैल्यू में 1 value का डिक्रिमेंट होना इसे भी दो भागों में विभाजित किया जा सकता है जिसे नीचे बताया गया है ।

(i) Post Decrement - यदि डिक्रिमेंट ऑपरेटर (- -)को ऑपरैंड के बाद लगाया जाए तो यह ऑपरेटर पोस्ट डिक्रिमेंट कहलाएगा । जैसे a- -
(ii)Pre Decrement - यदि डिक्रिमेंट ऑपरेटर को ऑपरैंड के पहले लगाया जाए तो यह ऑपरेटर प्री डिक्रिमेंट्स ऑपरेटर कहलाता है। जैसे - -a 

(4) Relational Operator

रिलेशनल ऑपरेटर का प्रयोग ऑपरेन्ड्स की तुलना करने के लिए किया जाता है इनका प्रयोग 2 ऑपरैंड के बीच संबंध जोड़ने के लिए भी होता है अर्थात रिलेशनल ऑपरेटर की सहायता से इस बात का परीक्षण किया जा सकता है कि दो ऑपरेटर आपस में बराबर है या नहीं, इसलिए इन्हें रिलेशनल ऑपरेटर कहते हैं ।
सी भाषा में प्रयुक्त होने वाले रिलेशनल ऑपरेटर नीचे सारणी मे दर्शाये गये है।

क्र.चिन्हकार्य
1 < less then
2 > greater than
3 <= less than equal to
4 >= greater than equal to
5 == equal to
6 != not equal to


निम्नलिखित Program मे Relational Operator को दर्शाया गया है।

#include<stdio.h>
#include<conio.h>
Void main()
{
Int a=10, j=20, k=30, 1, m;
1 a=>j;
M=j<k;
Printf(“%d %d”, 1,m);
getch();

}

(5) Logical Operator

जिस प्रकार हमारे पास लॉजिक गेट जैसे AND, OR तथा NOT होते हैं जिनका आउटपुट 1 या 0 होता है ठीक उसी तरह सी भाषा में लॉजिकल ऑपरेटर भी होते हैं। यह ऑपरेटर में expression Logic value, True के लिए 1 तथा False के लिए 0 value को रिटर्न करता है ।
(i) लॉजिकल AND -  इसे “&&” द्वारा प्रदर्शित किया जाता है यदि दोनों ऑपरैंड का मूल्यांकन True है तो इसका परिणाम “True” होगा यदि एक भी ऑपरैंड का मूल्यांकन False हो तो इसका परिणाम False होगा ।
(ii) Logical NOT-  इसे “!” के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है, जो True या False हो सकता है यदि operand  false से है तो परिणाम true होगा और यदि operand,  true है तो परिणाम False  होगा ।
(iii) Logical OR -  इस ऑपरेटर को ”||” के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है यदि कम से कम एक ऑपरैंड का मूल्यांकन True हो तो लॉजिकल “OR” operation का परिणाम True होगा, यदि दोनों operand  का मूल्यांकन false हो तो परिणाम false  होगा ।

यह भी पढ़े - C Language मे Token क्या होते है, और कितने प्रकार के होते है।

(6) Conditional Operator

कंडीशनल ऑपरेटर का प्रयोग Conditional Statement को execute करने के लिए किया जाता है कंडीशनल ऑपरेटर को टरनरी ऑपरेटर भी कहते हैं क्योंकि यह ऑपरेटर तीन ऑपरैंड पर कार्य करता है। सी भाषा में दो कंडीशनल ऑपरेटर “?” तथा “ : ” होते हैं। इनका Syntax निम्न प्रकार है -

Syntax- 
(expr1)? Expr2 : expr3; (जहाँ expr1 एक expression है जिसका मूल्यांकन ‘true’ या ‘false’ होता है।)

-यदि true है तो expr2 execute होता है ।
-यदि false है तो expr3 execute होता है।


(7) Bitwise Operator

जैसा कि हम जानते हैं कि मेमोरी पर डाटा को Binary Digits ‘0’ और ‘1’ में Store किया जाता है और कभी-कभी इन Bits को परिवर्तित करने की आवश्यकता पड़ती है, Bits को परिवर्तित करने के लिए प्रयोग किए जाने वाले ऑपरेटर्स को Bitwise Operator कहते हैं निम्नलिखित सारणी में बिट-वाइज ऑपरेटर को प्रदर्शित किया गया है –

क्र.चिन्हकार्य
1 << बिट्स को बाईं ओर शिफ्ट करता है।
2 >> बिट्स को दायी ओर शिफ्ट करता है।
3 ~ यदि बिट का स्थान 0 हो तो 1 मे परिवर्तित करता है।
4 >& बिट-वाइज AND
5 ! बिट-वाइज OR
6 ^ बिट-वाइज X-OR


(8) Special Operator

C भाषा मे दो प्रकार Special Operator का प्रयोग किया जाता है।

(i) Comma Operator - इसका प्रयोग दो या दो से अधिक स्टेटमेंट को जोड़कर एक स्टेटमेंट बनाने में किया जाता है इस तरह इसका प्रयोग करके  Compact statement लिखे जा सकते हैं कॉमा ऑपरेटर को (,) द्वारा प्रदर्शित किया जाता है इसे समान्यतः वेरिएबल के मध्य में प्रयोग करते हैं।

temp = a;
a = b ;
b = temp;

कोमा ऑपरेटर का प्रयोग करके इसे निम्न प्रकार लिख सकते है।

temp= a, a=b, b=temp;


(ii) Sizeof Operator - साइज ऑफ़ ऑपरेटर का प्रयोग किसी वेरिएबल का Size पता करने के लिए किया जाता है अर्थात किसी वेरिएबल द्वारा कंप्यूटर- मेमोरी में घेरी गई Bits की संख्या का पता लगाने के लिए किया जाता है। Sizeof operator में उस वेरिएबल को argument के रूप में Pass करते हैं जिस variable का साइज पता करना होता है। इसका Syntax निम्न प्रकार है
Syntax:- Sizeof (oprand);

नीचे दिए गए उदाहरण में Sizeof Operator का प्रयोग बताया गया है।

#include<stdio.h>
#include<conio.h>
Void main()
{
char a=’A’;
float b= 10;
printf(“The size of char a =%d\n”,sizeof(a));
printf(“The size of char int =%d\n”,sizeof(int));
printf(“The size of b(float) =%d\n”,sizeof(b));
printf(“The size of double =%d\n”,sizeof(double));
getch();
}
OUTPUT
The size of char a = 1
The size of char int = 2
The size of b(float) = 4
The size of double = 8

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C++ भाषा में कितने रिलेशनल ऑपरेटर होते हैं?

ऑपरेटर्स के प्रकार (Types of Operators in C and C++ ): C / C ++ में 6 प्रकार के ऑपरेटर हैं

C भाषा में ऑपरेटर क्या होते हैं सभी का वर्णन कीजिए?

किसी भी प्रोग्रामिंग भाषा में प्रयोग किये जाने वाले operators वे संकेत होते हैं जो कि कंप्यूटर कम्पाइलर को गणितीय या लॉजिकल संगणनाएं करने के लिए निर्देश देते है. सी भाषा में भी operator का प्रयोग गणना करने तथा निर्णय लेने के लिए ही किया जाता है. operator का प्रयोग वेरिएबल अथवा संख्याओं के साथ किया जा सकता है.

सी प्लस प्लस कौन सी भाषा है?

सी++ (C++ ; उच्चारण: सी प्लस-प्लस) एक स्थैतिक टाइप, स्वतंत्र-प्रपत्र, बहु-प्रतिमान संकलित, सामान्य प्रयोजन प्रोग्रामिंग भाषा है। यह एक मध्यस्तरीय भाषा के रूप में जानी जाती है, क्योंकि यह दोनों उच्च स्तर और निम्न स्तर की भाषा सुविधाओं का एक संयोजन है।

ऑपरेटर क्या होते हैं?

[सं-पु.] - 1. किसी मशीन या वस्तु को परिचालित करने वाला, जैसे- टेलीफ़ोन ऑपरेटर, मशीन ऑपरेटर 2.