Show मित्र रावण ने पहले एक राक्षस भेजा जो सोने का हिरण बनकर कुटिया के आसपास घुमने लगा। सीता ने जब उसे पाने के लिए राम को कहा, तो राम उस हिरण को पकड़ने के लिए चल पड़े। राम ने जैसे ही हिरण को मारा तो वह राम की दर्द भरी आवाज़ में पुकारने लगा। सीता ने घबराकर लक्ष्मण को भेजा। लक्ष्मण भी उसके पीछे चल पड़ा। तब साधु के भेष में रावण कुटिया में आया और सीता से भिक्षा माँगने लगा। जब सीता भिक्षा देने लगी, तो उसने सीता का अपहरण कर लिया।
ravan took seta from her house in the jungle
RAVAN RAM KI KUTI KE PAAS JA KAR CHUP GAYA AUR RAM AUR LAKSHMAN KA KUTI SE BAHAR JANE KA INTAZAR KARNE LAGA. JAISE HI RAM AUR LAKSHMAN KUTI SE BAHAR GAYE, RAVAN NE SADHU KA VESH DHARAN KAR SITA KE PAAS GAYA AUR BHIKSHA MANGNE LAGA. JAISE HI SITA BHIKSHA LAKAR AAYI RAVAN NE KAHA, AAP KRUPA KAR REKHA SE BAHAR AAKAR BHIKSHA DE. JAISE HI SITA REKHA KE BAHAR AAYI RAVAN UNHE VIMAN MEIN BHITAKAR DAKSHIN DISHA KI AUR LAKAR UD CHALA. HOPE THIS HELPS YOU!!! रावण ने सीता हरण के लिए क्या किया था?रावण ने सीता-हरण के लिए क्या योजना बनाई? उत्तर: रावण ने सीता हरण के लिए मारीच की सहायता लेने का निश्चय किया। उसने डरा-धमकाकर मारीच को इसके लिए तैयार कर लिया।
सीता का हरण किसने और कैसे किया?आनंद रामायण के अनुसार रावण ने न केवल सीता का अपहरण किया था बल्कि वह एक बार राम की मां कौशल्या का भी अपहरण कर चुका था क्योंकि एक भविष्यवाणी के अनुसार कौशल्या के पुत्र दवारा रावण की मृत्यु लिखी हुई थी। साथ ही ब्रह्मा ने रावण को पहले ही बता दिया था कि दशरथ और कौशल्या का पुत्र उसकी मौत का कारण बनेगा।
रावण ने सीता का हरण कैसे किया पूरी घटना का विस्तार से वर्णन करें?लक्ष्मण के जाने के बाद अकेली सीता का रावण ने छलपूर्वक हरण कर लिया और अपने साथ लंका ले गया। रास्ते में जटायु ने सीता को बचाने के लिये रावण से युद्ध किया और रावण ने तलवार के प्रहार से उसे अधमरा कर दिया। सीता को न पा कर राम अत्यन्त दुःखी हुये और विलाप करने लगे।
सीता असल में किसकी बेटी थी?Ramayan : निसंतान रहे मिथिला नरेश जनक ने धरती से मिलीं सीता को अपनी पुत्री मानकर लालन-पालन किया और स्वयंवर के जरिए वह श्रीराम की अर्धांगिनी बनीं. मगर असल में सीता रावण और मंदोदरी की बेटी थी. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह बनीं भगवान विष्णु की उपासक वेदवती. सीता इन्हीं वेदवती का पुनर्जन्म थीं.
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