पाषाण काल के महत्वपूर्ण प्रश्न PDF - paashaan kaal ke mahatvapoorn prashn pdf

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मानव द्वारा सर्वप्रथम प्रयुक्त अनाज कौन सा था ?

बाजराचावलगेहूंजौ

वैश्विक दृष्टि से देखें तो सर्वप्रथम 8000 ईस्वी पूर्व में भूमध्य सागर एवं इरान के मध्य स्थित पश्चिमी एशिया के देश में मानव द्वारा उगाया गया । बाद में गेहूं मानव द्वारा उगाया जाने लगा।

भारतीय उपमहाद्वीप मे कृषि के प्राचीनतम साक्ष्य प्राप्त हुए हैं ?

टोकवा सेमेहरगढ़ सेलुहारदेव सेकोलडीहवा से

नवीनतम खोजो के आधार पर प्राचीनतम कृषि साक्ष्य वाला स्थल उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में स्थित लुहारदेव देव है।

लुहारदेव की अनुपस्थिती मे मेहरगढ़ उत्तर होगा ।

भारत में मानव का सर्वप्रथम साक्ष्य कहां मिलता है ?

नर्मदा घाटीनल्लमल्ला पहाड़ियांशिवालिक पहाड़ियांविध्य पहाड़ियां

मध्य प्रदेश के पश्चिमी नर्मदा क्षेत्र में वर्ष 1982 में प्राप्त किया गया था।

अनाज की कृषि सर्वप्रथम प्रारंभ हुई थी ?

नवपाषाण काल मेंमध्य पाषाण काल मेंपुरापाषाण काल मेंप्रोटो ऐतिहासिक काल में

राष्ट्रीय मानव संग्रहालय कहां पर है ?

बस्तरभोपालचेन्नईगुवाहाटी

यह भारत सरकार के संस्कृति विभाग के अंतर्गत स्वायत्तशासी संगठन है।

इसका नाम बदलकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मानव संग्रहालय कर दिया गया था।

एक से कब्र से तीन मानव कंकाल निकले हैं ?

सराय नाहर रायलांघनाज महदहादमदमा

मध्य गंगाघाटी के प्रतापगढ़ जिले में स्थित सराय नाहर राय, महदहा तथा दमदमा है।

दमदमा में 41 मानव शवाधान प्राप्त हुए हैं जिनमें से 5 युग्म शवाधान है और एक में तीन मानव कंकाल दफनाए गए

गुफ्राकराल नवपाषण स्थल कहाँ स्थित हैं ?

कोलडीहवाकश्मीरकाशीबुर्जहोम

निम्नलिखित में से किस स्थान से हड्डी के उपकरण प्राप्त हुए हैं ?

काकोरियासराय नाहर रायचोपनी मांडोमहदहा

मध्य पाषाण कालीन महदहा उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में स्थित है ।

वहां से हड्डी एवं सींग निर्मित उपकरण प्राप्त हुए हैं

जोर्वे , नेवसा , दैमाबाद पुरास्थल किस राज्य मे स्थित हैं ?

उत्तर प्रदेशमहाराष्ट्रराजस्थानमध्य प्रदेश

जिसका कोई लिखित साक्ष्य नही मिलता वह काल क्या कहलता है ?

ऐतिहासिक कालआधुनिक कालप्रोटो ऐतिहासिक कालप्रागैतिहासिक काल

दक्षिण भारत मे मृतकों को किस दिशा मे दफनाया जाता था ?

पूर्व पश्चिमदक्षिण उत्तरउत्तर दक्षिणपश्चिम पूर्व

निम्न मे से कौन सा पुरास्थल मध्य प्रदेश मे नही है ?

मालवाकायथादैमाबादएरण

इनामगाव से किसकी प्रतिमा मिली है ?

इन्द्रवरुणमातृ देवीशिव

यह ताम्रपाषाण स्थल है ।

इनमे से कौन सा महदहा से प्राप्त नही हुआ है ?

राख़ के टीलेबूचड़खानाझील कब्रिस्तान

किस धातु का सबसे पहले प्रयोग हुआ था ?

तांबालोहापीतलस्टील

ताँबे के उपरांत पीतल और तत्पश्चात लोहा का प्रयोग हुआ था ।

गर्त आवास के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं ?

संगनकल्लूबुर्जहोममांडोंकोलडीहवा

यह जम्मू कश्मीर मे श्रीनगर के निकट स्थित नवपाषण स्थल है ।

भीमबेटका की गुफाएं कहां स्थित है ?

पंचमढ़ीअब्ल्लादुगंज भोपालसिगरौली

मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित यह चित्रकला का उदाहरण है।

इसमें जीवन के विभिन्न रंगो, हाथी, सांभर हिरण आदि के चित्र बनाए गए हैं।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण किसका सं लगन कार्यालय है ?

मानव संसाधन विकाससंस्कृति मंत्रालयविज्ञान एवं प्रौद्योगिकीपर्यटन मंत्रालय

उत्खनन प्रमाणो के अनुसार पशुपालन का प्रारंभ हुआ था ?

मध्य पाषाण काल मेंनिचले पाषाण काल में मध्य पूर्व पाषाण काल मेंऊपरी पाषाण काल में

मध्य पाषाण काल के अंतिम चरण में पशुपालन के साक्ष्य प्राप्त होने लगते हैं।

किस स्थल से मानव कं काल के साथ कुत्ते का कंकाल प्राप्त हुआ है ?

कोलडीहवाबुर्जहोमब्रह्मगिरिचिरांद

गेरूवर्णी मृदभांड पात्र का नामकरण हुआ था ?

हस्तिनापुर मेंलाल किला मेंबदरिया मेंआजमगढ़ मे

गंगा यमुना दोआब की सांस्कृतिक परंपरा के कारण इसे गैरुवर्णी मृदभांड कहा गया ।

इसके साक्ष्य विशेष रूप से हस्तिनापुर एवं तरंजिखेरा से प्राप्त होते हैं ।

भीमबेटका किसके लिए प्रसिद्ध है ?

सोन नदी का उद्गम स्थलगुफाओ के शैल चित्रखनिजबौद्ध प्रतिमाएँ

राख का टीला निम्नलिखित किस नवपाषाण काल से संबंधित है ?

ब्रम्हगिरीबुदिहालकोलडीहवासंगनकल्लू

संगनकल्लू कर्नाटक में मैसूर के पास वेल्लारी जनपद में स्थित है ।

वृहतपाषाण स्मारको की पहचान की गई है ?

मंदिर के रूप मेंसंन्यासी गुफाओ के रूप मेंमृतक दफनाने के स्थानउपर्युक्त में से कोई नहीं

नवपाषाण युगीन दक्षिण भारत में शवों को विभिन्न प्रकार की विशाल पाषाण खंडो से बनी समाधि में दफनाने की परंपरा रही।

इन्हे मेगालिथ के नाम से भी जाना जाता है ।

नवदाटोली का उत्खनन किसने किया था ?

मार्टिन व्हीलर नेएचडी सांकलिया नेबीएस बांगड़ नेके डी वाजपेई ने

पुणे के प्रोफे सर एचडी सांगलिया ने इस ताम्र पाषाण ग्राम स्थल का उत्खनन किया था ।

किसको चालकोलिथिक युग भी कहा जाता है ?

लौह युगपूरापाषाण युगनव पाषाण युगताम्र पाषाण युग

उस स्थल का नाम बताइए जहां से प्राचीनतम स्थाई जीवन के प्रमाण मिले हैं ?

किले गुल मोहम्मदकालीबंगामेहरगढ़धौलावीरा

यह बलूचिस्तान के कच्छ मैदान मे स्थित है ।

किस स्थान से मध्य पाषाण काल में पशुपालन के प्रमाण मिलते हैं ?

बोरी बागोरलखनियाऔदे

मध्यपाषाण काल से पशुपालन के प्रारंभिक साक्ष्य मध्यप्रदेश में होशंगाबाद के निकट आदमगढ़ और राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित बागोर से मिलते हैं ।

भारतीय पुरातत्व का जनक किसे कहा जाता है ?

अलेक्ज़ेंडर कनिघमंमार्टीमर व्हीलरजॉन मार्शलजेम्स प्रिंसेप्रिं

इन्हे सेनाअधिकारी के रूप में बंगाल इंजीनियरस के साथ काम करने के लिए तैनात किया गया था ।

रॉबर्ट ब्रूस फुट कौन थे ?

इतिहासकारवनस्पति शास्त्रीरसायन शास्त्रीभूगर्भ वैज्ञानिक

ब्रिटिश भूगर्भ वैज्ञानिक और पुरातात्विक थे।

1863 में भारत में पाषाणकालीन बस्तियो के अन्वेषण की शुरुआत की।

पाषाण काल की शुरुआत कब से हुई?

पुरापाषाण काल (अंग्रेजी Palaeolithic) प्रौगएतिहासिक युग का वह समय है जब मानव ने पत्थर के औजार बनाना सबसे पहले आरम्भ किया। यह काल आधुनिक काल से २५-२० लाख साल पूर्व से लेकर १२,००० साल पूर्व तक माना जाता है।

पाषाण काल को कितने भागों में बांटा जा सकता है?

इसके तीन चरण माने जाते हैं, पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल एवं नवपाषाण काल जो मानव इतिहास के आरम्भ (२५ लाख साल पूर्व) से लेकर काँस्य युग तक फैला हुआ है।

पाषाण काल की क्या विशेषता थी?

पूर्व-पाषाण काल की विशेषताएँ Pre-Stone Age Features इस काल का मानव असभ्य था और पशुओं समान व्यवहार करता था। उसे न कृषि का ज्ञान था न पशुपालन का। छोटे-छोटे पशुओं को मार कर उसका माँस ही उसका मुख्य भोजन था। इन पशुओं को मारने के लिए और जंगली जानवरों से अपनी रक्षा करने के लिए उसने कुछ औजार व हथियार बना लिए थे।

पाषाण काल का मतलब क्या होता है?

जिस काल में पत्थर का प्रयोग किया जाता था उसे पाषाणकाल कहा जाता है । पाषाणकाल, मानव के उद्भव एवं विकास का काल है। मानव के प्रारंभिक काल के विषय में जो पुरात्विक साक्ष्य मिलते हैं उनमें पाषाण निर्मित उपकरणों की अधिकता के कारण ही इसे पाषाणकाल कहा जाता है।