मराठा प्रशासन पेशवाओं के काल में Show
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मराठा शक्ति के उत्थान के क्या कारण थे?महाराष्ट्र की भौगोलिक परिस्थितियों ने ही मराठों की वीर, परिश्रमी, सुदृढ़ और शक्तिशाली बना दिया. यहाँ की पथरीली, कम उपजाऊ भूमि और स्वास्थ्यप्रद जलवायु ने मराठों (marathas) में अनेक चारित्रिक गुण उत्पन्न किए. इसलिए उनका एक राजनैतिक शक्ति के रूप में उदय हुआ.
मराठा शक्ति क्या है?मराठा साम्राज्य या मराठा संघराज्य 18 वीं शताब्दी में दक्षिण एशिया के एक बड़े भाग पर प्रभुत्व था। साम्राज्य औपचारिक रूप से 1674 से छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के साथ अस्तित्व में आया और 1818 में पेशवा बाजीराव द्वितीय की हार के साथ समाप्त हुआ।
मराठा संघ में पेशवा की क्या भूमिका थी?मराठा साम्राज्य के प्रधानमन्त्रियों को पेशवा (मराठी: पेशवे ) कहते थे। ये राजा के सलाहकार परिषद अष्टप्रधान के सबसे प्रमुख होते थे। राजा के बाद इन्हीं का स्थान आता था। छत्रपती शिवाजी महाराज के अष्टप्रधान मन्त्रिमण्डल में प्रधानमन्त्री अथवा वजीर का पर्यायवाची पद था।
मराठों की उत्पत्ति कैसे हुई थी?मराठों का उदय सत्रहवीं शताब्दी में शक्तिशाली मराठों का उदय और अठारवीं शताब्दी के अन्त में मराठों का भारत में एक राजनीतिक सत्ता के रूप में उभरना एक महत्वपूर्ण सामाजिक व राजनीतिक घटना थी । मराठों को संगठित एवं एकत्रित करने तथा मराठा राज्य की स्थापना का श्रेय शिवाजी को है ।
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