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हमें फॉलो करें 3 हमारी दिनचर्या और खानपान में बदलाव के कारण भी कई बार माहवारी देरी से आने की समस्या होती है। ऐसे में अपनी जीवनशैली और डाइट को व्यवस्थित कर आप इसे नियमित कर सकते हैं। यह भी पढ़ें : महिलाओं की सेक्स समस्याओं में फायदेमंद है यह इलाज> 4 माहवारी देरी से होने का एक गंभीर कारण पॉलिसिस्टिक ओवरी सिड्रोम हो सकता है, अत: ऊपर दिए गए कारणों के अलावा अगर ऐसा होता है तो इसकी जांच जरूर करवाएं। 5 तनाव एवं जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज भी माहवारी को प्रभावित करने वाला एक बड़ा कारण है। ओवरी यानि अंडाशय पर सिस्ट अर्थात आवरण बन जाने के कारण भी अक्सर ऐसा होता है। यूं तो माहवारी महिलाओं के लिए समस्या नहीं, बल्कि प्रकृति का विशेष उपहार है, लेकिन जब यह अनियमित हो जाए तो जरूर एक समस्या बन जाता है। कई बार इसके कारण भी पता नहीं होते, कि आखिर क्यों माहवारी में देरी हो रही है, आपमें से कई महिलाओं या युवतियों के इस सवाल का जवाब है इस आलेख में - > महिलाओं एवं युवतियों में हर महीने होने वाला मासिकधर्म जिसे आम भाषा में माहवारी, पीरियड्य या मेन्सेस भी कहा जाता है, जरूरी नहीं है कि हर महीने एक ही तारीख पर आए। लेकिन गर्भावस्था के अलावा भी इसके देरी से आने के अलग-अलग कारण कारण हो सकते हैं। जानिए कौन से हैं वे कारण - 1 कम या अधिक उम्र में माहवारी की शरुआत होना कई बार माहवारी में अनियमिता पैदा करता है, जो कि सामान्य बात है। समय के साथ इसका नियमन होता, अत: चिंता की बात नहीं है। 2 वजन का अत्यधिक बढ़ना या मोटापा भी माहवारी में अनियमितता का एक प्रमुख कारण है। कई बार यह समस्या थायरॉइड के कारण होती है, अत: डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।
पीरियड मिस होना क्या है?पीरियड्स मिस होना कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन कुछ मामलों में यह किसी गंभीर बीमारी या समस्या की ओर एक इशारा हो सकता है। आमतौर पर पीरियड नहीं आने का सबसे बड़ा कारण गर्भावस्था यानी प्रेगनेंसी होती है। तनाव भी पीरियड मिस होने (Irregular Periods in Hindi) का एक मुख्य कारण कारण हो सकता है। आमतौर पर पीरियड साइकिल 28 दिनों का होता है जो हर महीने इतने दिन के अंतर पर चलता रहता है। जब पीरियड का समय एक महीने में लंबा और दूसरे महीने में छोटा होता है तो उसे अनियमित पीरियड माना जाता है। पीरियड समय पर लाने यानी उसे नियमित करने के उपाय मौजूद हैं। पीरियड लेट आने के क्या कारण हो सकते हैं (Period Miss Hone Ke Karan)पीरियड मिस होने या लेट आने के अनेक कारण होते हैं। अगर आप गर्भधारण का प्लान नहीं बना रही हैं और उसके बाद भी आपके पीरियड्स में अनियमितता है तो इसके निम्न कारण हो सकते हैं:-
तनाव एक महिला के शरीर को कई तरह से प्रभावित करता है जिससे पीरियड्स में अनियमितता भी शामिल है। तनाव के कारण महिला के शरीर में GnRH हार्मोन की मात्रा कम होती है जिसके कारण ओवुलेशन नहीं होता है या पीरियड्स नहीं आते हैं।
डेली रूटीन में बदलाव जैसे कि नाइट शिफ्ट में काम करना, शहर से बाहर जाना, या घर में किसी की शादी या कोई फंक्शन के दौरान सोने, जागने, खाने-पीने की रूटीन में बदलाव आने के कारण भी पीरियड्स देर से आ सकते हैं।
कुछ मामलों में ब्रेअस्फीडिंग के दौरान महिलाओं को समय पर पीरियड्स नहीं आते हैं। लेकिन जैसे ही वह ब्रेअस्फीडिंग बंद करती हैं उनके पीरियड्स दोबारा नियमित हो जाते हैं।
किसी लंबी बीमारी या अचानक से हुई सर्दी, खांसी या बुखार के कारण पीरियड्स में देरी हो सकती है। हालांकि, यह कुछ समय के लिए होता है। जैसे ही यह समस्या दूर होती है पीरियड फिर से नियमित हो जाते हैं।
बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन करने से पीरियड साइकिल में बदलाव आता है जिसके परिणामस्वरूप पीरियड्स देर से आने लगते हैं। इन सबके अलावा भी पीरियड लेट आने के दूसरे कारण हो सकते हैं जैसे कि:-
पीरियड्स न होने के नुकसानपीरियड्स न होने के अनेक नुकसान हो सकते हैं। हालांकि, उपचार की मदद से इनसे बचा जा सकता है। पीरियड्स न आने पर निम्न नुकसान हो सकते हैं:-
अगर आपके पीरियड्स लेट आते हैं तो आपको तुरंत एक अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करने की आवश्यकता है। अनियमित पीरियड्स को नॉर्मल करने के घरेलू उपचारपीरियड लेट आना या अनियमित पीरियड को नॉर्मल करना आसान है। कुछ खास घरेलू उपाय मौजूद हैं जिनकी मदद से पीरियड मिस होने या पीरियड लेट आने की समस्या को दूर किया जा सकता है। अनियमित पीरियड को नार्मल करने के लिए निम्न घरेलू उपाय अपनाए जा सकते हैं:-
इन सबके अलावा, कच्चा पपीता का सेवन भी अनियमित माहवारी में फायदेमंद होता है। इसलिए इसका भी सेवन किया जा सकता है। इस बात का खास ध्यान रखें कि पीरियड को नॉर्मल करने की नियत से किसी भी खाद्य पदार्थ का सेवन करने से पहले डॉक्टर की राय लेना आवश्यक है। माहवारी न होने की समस्या से बचने के उपायमाहवारी न होने की समस्या से बचने के लिए आपको अपनी जीवनशैली और खानपान पर खास ध्यान देने की आवश्यकता होती है। अपने जीवन और डाइट में सकारात्मक बदलाव लाकर आप अपने पीरियड्स को अनियमित होने से रोक सकती हैं। पीरियड्स लेट आने से बचने के लिए आप निम्न बातों का पालन कर सकती हैं:-
किसी तरह की समस्या होने पर खुद ही उसका निवारण ढूंढने के बजाय विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करें। अगर पीरियड लेट हो जाए तो क्या करना चाहिए?माहवारी न होने की समस्या से बचने के उपाय. सोने और जागने का समय तय करें. संतुलित खाना खाएं. पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं. अपनी डेली रूटीन को फॉलो करें. फास्ट फूड और कोल्ड ड्रिंक्स से बचें. शराब और सिगरेट आदि का सेवन न करें. रोजाना हल्का-फुल्का व्यायाम करें. अपने वजन को फिट रखें. पीरियड कितने दिनों तक लेट हो सकता है?सामान्य तौर पर मेस्ट्रअल साइकल 21 से 35 दिन की होती है। सबका साइकल अलग-अलग हो सकता है। किसी को 28 दिन, किसो को 30 तो किसी को 35 दिन पर भी हो सकता है। अगर आपका साइकल 28 दिन का है और 29 या 30 दिन तक आपको पीरियड नहीं हुआ तो आप इसे लेट मान सकती हैं लेकिन इसमें चिंता करने की कोई बात नहीं है।
पीरियड लेट होने की क्या वजह हो सकती है?मोटापे की वजह से भी मासिक चक्र अनियमित हो जाता है। इसके अलावा शरीर का वजन कम होने की वजह से भी अनियमित माहवारी की समस्या हो सकती है। मेनोपॉज - जब महिलाओं की उम्र 40-45 साल के आस-पास होती है तो उनमें कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में कभी-कभी पीरियड्स आना भी बंद हो जाता है।
पीरियड्स कभी कभी लेट क्यों आता है?अधिक स्ट्रेस की वजह से हार्मोन्स में बदलाव आने लगते हैं जो पीरियड्स को लेट कर सकते हैं. ये स्थिति स्ट्रेस के लेवल पर डिपेंड करती है. वेट का कम होना या ज्यादा होना पीरियड्स के लेट होने का एक कारण हो सकता है. अचानक वेट कम होने से ओवरीज पर प्रभाव पड़ता है.
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