प्रोग्रामिंग की विशेषताओं को विस्तार से समझाइए - prograaming kee visheshataon ko vistaar se samajhaie

प्रोग्रामिंग की विशेषताओं को विस्तार से समझाइए - prograaming kee visheshataon ko vistaar se samajhaie

कंप्यूटर प्रोग्राम किसे कहते हैं एवं प्रोग्राम की विशेषताएं बताएं ? प्रोग्राम क्या है प्रोग्राम विकास के विभिन्न चरणों को समझाइए, प्रोग्रामिंग के विभिन्न चरण, What is a computer program in hindi, computer program definition in hindi –

कंप्यूटर प्रोग्राम किसे कहते हैं ?

संगणकीय भाषा में प्रोग्राम को निर्देषों का समूह’ कहा जा सकता है। उपयोगकर्ता किसी भी विशेष कार्य को करवाने के लिए कंप्यूटर को समझ आने वाली भाषा में जो निर्देश समूह कंप्यूटर तक भेजता है उन निर्देशों के समूह को प्रोग्राम कहते है। कंप्यूटर को किसी भी कार्य को करने के लिए प्रोग्राम की जरूरत होती है प्रोग्राम के बिना कंप्यूटर कोई भी कार्य नहीं कर सकता है, कंप्यूटर किसी भी कार्य को तब तक पूरा नहीं कर सकता जब तक उसे पूर्ण निर्देश न दिए जाए। कंप्यूटर में दिए गए निर्देशों में हम ज्यादातर अंग्रेजी भाषा का उपयोग करते है। कंप्यूटर में प्रोग्राम बनाते समय बहुत सारी बातों को ध्यान में रखना आवश्यक  होता है जिसके चरण निम्नलिखित है –

प्रोग्रामिंग के विभिन्न चरण –

  • किसी भी प्रोग्रामिंग को पूरा करने से पहले सभी Specifications को अच्छी तरह समझ लिया जाता है।
  • प्रोग्राम में उपयोग में लिए जा रहे सभी दिशा निर्देशों का सही तरीके से पालन हो रहा है या नहीं इसे भी जांच लिया जाता है।
  • सभी Specifications को समझने के बाद सभी निर्देशों को एक के बाद एक क्रमबद्ध तरीके से प्रोग्राम को डिजाइन किया जाता है।
  • डिजाइन किए गए प्रोग्राम को सबसे पहले जाँच लिया जाता है, उसके बाद प्रोग्राम की कोडिंग की जाती है। प्रोग्राम में कम्पाइलर होता है जो प्रोग्राम के निर्देशों को इंसानी भाषा में परिवर्तित करता है।
  • टेस्ट डाटा इनपुट द्वारा यह डिजाइन किए गए प्रोग्राम की जाँच की जाती है और यह देखा जाता है की हमें जो परिणाम चाहिए वो सही है या गलत है।
  • प्रोग्रामिंग के अंतिम चरण में दो प्रक्रिया शामिल है जिसमें पहली – जब परिणाम उचित प्राप्त न हो और दूसरी- जब परिणाम उचित प्राप्त हो।
  • जब परिणाम उचित प्राप्त न हो – जब हमें उचित परिणाम न मिला हो तो इसका अर्थ है की प्रोग्राम के किसी इंस्ट्रक्शन का क्रम गलत है या इंस्ट्रक्शन किसी गलत स्थान पर दिया गया है सही परिणाम के लिए हमें गलती खोजनी होती है और उसे सही करना होता है।
  • जब परिणाम उचित प्राप्त हो – जब हमें प्रोग्राम द्वारा उचित परिणाम मिल जाता है तो हमें किये गए प्रोग्राम से इंस्ट्रक्शन के क्रम को यूनिफाइड करना होता है तथा इंस्ट्रक्शन के इस क्रम को कंप्यूटर में रखना होता है।

प्रोग्राम की विशेषताएं –

किसी भी उच्चस्तरीय प्रोग्राम में निम्नलिखित विशेषता या गुण निहित होनें चाहिए –

सटीकता (Accuracy) – किसी भी प्रोग्राम के कार्य करने की विधि, परिणाम प्राप्त करने की प्रोसेस और इंस्ट्रक्शंस को इतना सटीक, पारदर्शक और स्पष्ट रखता हो कि प्रोग्राम में कार्य करने वाला उपयोगकर्ता को गलत परिणाम प्राप्त होने पर यह ज्ञात हो सके कि उसके द्वारा दिए गए इनपुट की वजह से गलती हुई है और आउटपुट गलत आया है।

भरोसेमंद (Trustworthy) – प्रोग्राम को भरोसेमंद होना चाहिए जिससे वे उपयोगकर्ता द्वारा किये जा रहे कार्य को सही करने के निर्देश देते रहे तथा भरोसेमंद output अर्थात रिजल्ट तक पहुंचे।

सामर्थ्य (Affordability) – किसी भी अच्छे प्रोग्राम में कई तरह के सोर्सेज से डेटा एकत्रित करने का सामर्थ्य होना भी आवश्यक होता है।

आरामदायक (Comfortable) – प्रोग्राम के इंस्ट्रक्शन इतने सरल और सहज होने चाहिए जिससे उपयोगकर्ता को उसे यूज़ करते समय किसी भी समस्या या कठिनाई का सामना न करना पड़े। अर्थात प्रोग्राम का कार्य आरामदायक और सहज होना चाहिए।

आसानी से समझने योग्य (Easy Understandable) – प्रोग्राम किये जा रहे कार्य को समझने के योग्य होना चाहिए। उपयोगकर्ता यदि किसी विशेष विषय पर कार्य कर रहा हो तो प्रोग्राम उसे उससे संबंधित ही निर्देश दे ताकि उसे समझने में आसानी हो।

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प्रोग्राम क्या है प्रोग्राम की विशेषताएं लिखिए?

सॉफ्टवेयर सॉफ्टवेयर निर्देशों की वह शृंखला है, जो हार्डवेयर को एक निर्धारित क्रम में विशेष कार्य करने के लिए सक्रिय करती है। क्या कार्य किया जाना है, कब किया जाना है और कैसे किया जाना है, इसके लिए कंप्यूटर को निर्देशों की आवश्यकता होती है। इन निर्देशों को प्रोग्राम भी कहा जाता है।

प्रोग्रामिंग क्या है विस्तार से समझाइए?

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग एक ऐसे लैंग्वेज है जो यूजर को allow करते है ऐसे लैंग्वेज में इंस्ट्रक्शन देना जिससे कंप्यूटर समझ सके कंप्यूटर और ह्यूमन में बहुत डिफरेंस है जैसे कंप्यूटर की अपने बहुत सरे लैंग्वेज होती है ठीक वैसे ही ह्यूमन की अपने लैंग्वेज होती है। कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को समझता है जिसे बाइनरी कहते है।

प्रोग्रामिंग कितने प्रकार के होते हैं?

मुख्य तौर पर Programming Language को तीन भागों में बांटा गया है, या हम यह कह सकते हैं कि प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के तीन प्रकार होते हैं..
लो लेवल लैंग्वेज (Machine language).
असेंबली स्तर की भाषा (Assembly language).
उच्च स्तरीय भाषा (High-level language).

प्रोग्रामिंग भाषा क्या है इसके प्रकार बताइए?

कंप्यूटर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक कृत्रिम भाषा होती है, जैसे आप एक दूसरे से बातचीत करते हैं उसी प्रकार कंप्‍यूटर या मशीन को किसी कार्य को करने का निर्देश देने के लिए “कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषा” की आवश्यकता होती है इसे Computer Language ( कंप्यूटर भाषा ) भी कहते हैं तो आईये जानते हैं कम्प्यूटर की भाषा क्या हैं और ...