प्रेगनेंसी में पीठ दर्द अब नहीं करेगा परेशान, अपनाएं ये घरेलू नुस्खेSakshi Pandya | Show
नवभारत टाइम्स | Updated: Jun 20, 2022, 4:34 PM किसी भी महिला के गर्भवती होने पर उसका जीवन ही बदल जाता है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान मानसिक और शारीरिक परिवर्तन भी आते हैं। खासतौर महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन समस्याओं में से पीठ दर्द होना आम बात है लेकिन इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती है। इसलिए बिना किसी दवा के आप अपनी पीठ के दर्द से राहत कैसे पा सकते हैं। इसके बारे में हम बताने जा रहे हैं।तैराकी करना : गर्भावस्था के दौरान पीठ दर्द से राहत पाने के लिए तैराकी करना एक बेहतर विकल्प होता है। तैराकी करते समय आपका शरीर हल्का हो जाता है और गुरुत्व बल ना के बराबर रहता है। आप पानी में आसानी से हाथ-पैर और मांसपेशियों को चलाने में सक्षम होती हैं। वहीं, जब आप तैराकी करती हैं तो आपको लंबी और गहरी सांस लेनी चाहिए ताकि आपको मानसिक और शारीरिक रूप से राहत मिल सके। इसके अलावा अपने शरीर को हाइड्रेट रखें। यदि आपको तैराकी के समय चक्कर जैसा महसूस हो तो तैराकी को बंद कर दें और डॉक्टर की सलाह लेकर ही स्विमिंग करें। यह भी पढ़ें: प्रेग्नेंट होने से पहले अपने पार्टनर के साथ जरूर करें इन बातों पर विचार सोने के लिए सपोर्ट: यदि आप सुबह बिस्तर से उठते वक्त कमर दर्द महसूस करती हैं तो आपको अपनी पीठ के पीछे एक तौलिए का गोला बनाकर रीढ़ के समांतर रखना अच्छा रहेगा। इसके अलावा प्रेग्नेंसी के शुरुआती तिमाही के बाद आप एक साइड करके सोएं ताकि आपके शिशु में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से हो सके। गर्भावस्था के दौरान सोते समय आप एक तकिया अपने पैरों के बीच में और एक तकिया पेट के नीचे रख सकती हैं। वहीं, डॉक्टर अक्सर प्रेग्नेंसी के दौरान गद्देदार बिस्तर में सोने से मना करते हैं। मैटरनिटी बेल्ट पहनें: आजकल के मॉर्डन युग में मैटरनिटी बेल्ट का काफी प्रचलन है। दरअसल गर्भावस्था के दौरान पीठ, कमर और जोड़ों के दर्द से राहत का एक अच्छा उपचार है। यह बेल्ट आपके पेट और पीठ दोनों को सहारा देता है और आप आसानी से अपने दैनिक काम करने में समक्ष होती हैं। हालांकि, हम आपको सलाह देंगे कि बेल्ट पहनने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। सही जूतों का चयन: प्रेग्नेंसी के दौरान हील्स को तो बाय-बाय कह ही दें, क्योंकि यदि आप हील्स वाले जूते पहनती हैं तो आपको सबसे ज्यादा पीठ दर्द की समस्या हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान वजन का बढ़ना और गुरुत्वकेंद्र का बदलना आपकी बैकबोन पर दबाव डालता है। हालांकि, आपको फ्लैट शूज पहनने की सलाह नहीं देते हैं क्योंकि आपकी बॉडी को सपोर्ट नहीं मिल पाता है इसलिए आपको कम हील्स वाले जूते पहनने चाहिए। छोटी हील्स वाले जूते आपके शरीर को सही से संतुलित रखेंगे और दबाव भी नहीं पड़ेगा। यह भी पढ़ें: प्रेगनेंसी में रोमांस की नहीं आएगी कमी, फॉलो करें ये टिप्स हीटिंग पैड या आइस पैक: प्रेग्नेंसी के दौरान पीठ दर्द होने पर आप हीटिंग पैड की मदद से अपनी पीठ को सेंक सकती हैं। हीटिंग पैड आपके कमर की अकड़न, ऐंठन और मांसपेशियों के दर्द से आपको राहत दे सकता है। आप डॉक्टर की सलाह के आधार पर ठंडा या गर्म कैसे सेंकना बेहतर यह अच्छे से जान सकती हैं। सेंधा नमक: आप प्रेग्नेंसी के दौरान सेंधा नमक के पानी से नहाकर भी अपने पीठ के दर्द को कम कर सकती हैं। इसके अलावा गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर उसमें तौलिया गीला करके अपनी पीठ को सेंक भी सकती हैं। दरअसल, सेंधा नमक में मैग्नीशियम सल्फेट होता है, जो मांसपेशियों के दर्द और सूजन को कम करने में सहायता करता है। साथ ही इम्युनिटी बढ़ाने का काम भी करता है। हफ्ते में दो से तीन बार करना फ़ायदेमंद रहेगा। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें प्रेगनेंसी में बैक साइड में दर्द क्यों होता है?प्रेगनेंसी में कमर और पीठ दर्द एक आम शिकायत है। प्रेगनेंसी के दौरान जब आपका वजन बढ़ता हैं तो इसका असर रीढ़ की हड्डी पर होता हैं, जिससे आपको कमर के निचले हिस्से में दर्द महसूस होता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान आपके शरीर में रिलेक्सिन हार्मोन बनता है जो जोड़ों को ढीला करता हैं जिस से कमर दर्द की समस्या हो जाती है।
Pregnancy में बहुत ज्यादा कमर दर्द हो तो क्या करें?बैठने पर पीठ के पीछे एक नरम तकिया लगाएं और लेटते समय बाईं करवट लेकर लेटें। लेटते समय दोनों पैरों के बीच तकिया लगाने से भी आराम मिलता है। आप लैवेंडर ऑयल से एरोमाथेरेपी बाथ ले सकती हैं। प्रेग्नेंसी में यह सुरक्षित होता है और इससे मांसपेशियों में दर्द से राहत पाने में भी मदद मिल सकती है।
प्रेगनेंसी में कमर दर्द कब शुरू होता है?गर्भावस्था के पांचवें से सातवें महीने के दौरान कमर का दर्द सबसे ज़्यादा सताता है। ये दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से में होता है और इसका असर जांघों, पैरों और कूल्हों पर पड़ता है।
कमर के निचले हिस्से में दर्द क्यों होता है?कैल्शियम, विटामिन की कमी, रूमेटायड आर्थराइटिस, कशेरूकाओं की बीमारी, मांसपेशियों एवं तन्तुओं में खिंचाव, गर्भाशय में सूजन, मासिक धर्म में गड़बड़ी, गलत आसनों के प्रयोग आदि अनेक कारणों से पीठ या कमर में दर्द हो जाता है। महिलाओं में कमर दर्द के कारण भी यही हैं।
|