नौसेना के वर्तमान अध्यक्ष कौन है? - nausena ke vartamaan adhyaksh kaun hai?

नौसेनाध्यक्ष (सीएनएस) एडमिरल आर. हरि कुमार ने नेवी फाउंडेशन के अध्यक्ष के रूप में गोवा में 22 मई 2022 को 29वीं शासी परिषद बैठक और वार्षिक आम बैठक की अध्यक्षता की। यह फाउंडेशन, सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत पंजीकृत एक सेवानिवृत्त नौसैन्य अधिकारी संगठन है। एडमिरल अरुण प्रकाश (सेवानिवृत्त) और एडमिरल केबी सिंह (सेवानिवृत्त); नेवी फाउंडेशन के संरक्षकों के साथ-साथ देश भर में फैले 16 नेवी फाउंडेशन चैप्टर के अध्यक्षों/उपाध्यक्षों/सचिवों ने अपने-अपने चैप्टर के सेवानिवृत्त अधिकारियों का प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा, नेवी फाउंडेशन गोवा चैप्टर के सदस्यों ने भी बैठक में भाग लिया, बैठक को वहां पर अनुपस्थित सेवानिवृत्त अधिकारियों के लिए लाइव स्ट्रीम भी किया गया।

बैठक में क्रमशः ई-पीपीओ और स्पर्श पर श्री जेडवीएस प्रसाद पीसीडीए (नौसेना) और श्री शाम देव, सीडीए (पी) द्वारा प्रस्तुतियां दी गई थीं। पीसीडीए (नौसेना) ने ई-पीपीओ पर नेवी फाउंडेशन की दुविधाओं को दूर किया और जोर दिया कि उनकी टीम सभी मुद्दों को हल करेगी। सीडीए (पेंशन) इलाहाबाद ने स्पर्श से संबंधित मुद्दों पर अपने विचार रखे और बताया कि प्रणाली में सुधारों को उत्तरोत्तर शामिल किया जा रहा है। दोनों प्रस्तुतियों को उपस्थित लोगों ने खूब सराहा। बैठक के दौरान ईसीएचएस के बारे में चिंताओं पर भी विचार-विमर्श किया गया और इस संबंध में ईसीएचएस (एन) द्वारा एक प्रस्तुति दी गई।

नौसेनाध्यक्ष ने हैंडशेक पोर्टल को लॉन्च किया, यह एक वेब सक्षम सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन है जो सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों के साथ-साथ सेवानिवृत्त कर्मियों के बीच दोस्तों/पाठ्यक्रम के साथियों/बैचमेट्स के लिए बातचीत/उन्हें ढूंढने की सुविधा प्रदान करेगा। यह एप्लिकेशन ईएसएम निर्देशिका के रूप में भी काम करेगी।

शासी परिषद द्वारा भोपाल में नौसेना फाउंडेशन के 17वें चैप्टर को शामिल करने की स्वीकृति प्रदान की गई।

वीएडीएम एबी सिंह, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वेस्टर्न नेवल कमांड ने इस अवसर पर प्रेसिडेंट रीजनल गवर्निंग काउंसिल वेस्ट के रूप में शोभा बढ़ाई, जबकि वाइस एडमिरल सूरज बेरी, कंट्रोलर पर्सनल सर्विसेज, वाइस प्रेसिडेंट नेवी फाउंडेशन भी बैठक में शामिल हुए।

अपने समापन भाषण में एडमिरल आर. हरि कुमार ने सभी चिंताओं को तेजी से दूर करने के अपने और नौसेना के संकल्प को दोहराया। उन्होंने राष्ट्र निर्माण के साथ-साथ सेवानिवृत्त अधिकारी समुदाय को एक करीबी परिवार के रूप में रखने के लिए नेवी फाउंडेशन के विभिन्न प्रयासों की भी सराहना की। शासी परिषद बैठक और वार्षिक आम बैठक, किसी भी मामले में, 'फोर्स' और 'फोर्स के पीछे फोर्स' के बीच एक बातचीत थी।

भारतीय नौसेना भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है जो अपने गौरवशाली इतिहास के साथ भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति की रक्षक है। 55,000 नौसैनिकों से सुसज्जित यह विश्व की पाँचवी सबसे बड़ी नौसेना भारतीय सीमा की सुरक्षा को प्रमुखता से निभाते हुए विश्व के अन्य प्रमुख मित्र राष्ट्रों के साथ सैन्य अभ्यास में भी सम्मिलित होती है।

आधुनिक भारतीय नौ सेना की नींव 17वीं शताब्‍दी में रखी गई थी, जब ईस्‍ट इंडिया कंपनी ने एक समुद्री सेना के रूप में ईस्ट इण्डिया कम्पनी की स्‍थापना की और इस प्रकार 1934 में रॉयल इंडियन नेवी की स्‍थापना हुई। भारतीय नौ सेना का मुख्‍यालय नई दिल्ली में स्थित है और यह मुख्‍य नौ सेना अधिकारी- एडमिरल के नियंत्रण में होता है। भारतीय नौ सेना 3 क्षेत्रों की कमांडों के तहत तैनात की गई है, जिसमें से प्रत्‍येक का नियंत्रण एक फ्लैग अधिकारी द्वारा किया जाता है।

भारतीय नौसेना का इतिहास: भारतीय नौसेना की अधिकृत शुरुआत 5 सितंबर 1612 को हुई थी। इस दिन ईस्ट इंडिया कंपनी के लड़ाकू जहाजों (युद्धपोतों) का पहला बेड़ा सूरत के बंदरगाह पर पहुँचा था। यह बेड़ा 'द ऑनरेबल ईस्ट इंडिया कंपनीज़ मॅरीन' कहलाता था। बाद में यह 'द बॉम्बे मॅरीन' कहलाया गया। पहले विश्व युद्ध के दौरान इस नौसेना का नया नाम 'रॉयल इंडियन मॅरीन' रखा गया। द्वितीय विश्व युद्ध आते-आते रॉयल इंडियन नेवी में लगभग आठ युद्धपोत थे।

युद्ध के ख़त्म होने तक पोतों की संख्या बढ़कर 100 हो गई थी। 26 जनवरी 1950 को भारत गणतंत्र बना और इस दिन भारतीय नौसेना ने अपने नाम के सामने से रॉयल नाम को त्याग दिया। उस समय भारतीय नौसेना में 32 नौ-परिवहन पोत और लगभग 11,000 अधिकारी और नौसैनिक थे। भारतीय नौसेना के पहले कमांडर-इन-चीफ़, रियल एडमिरल आई.टी.एस. हॉल थे। पहले भारतीय नौसेनाध्यक्ष (सी.एन.एस.) वाइस एडमिरल आर.डी. कटारी थे, जिन्होंने 22 अप्रॅल 1958 को कार्यभार संभाला।

भारतीय नौसेना का संगठन: नौसेनाध्यक्ष को उप-नौसेनाध्यक्ष (वाईस एडमिरल या रियर एडमिरल) के दर्ज़े के पाँच मुख्य स्टाफ़ अधिकारियों का सहयोग मिलता है। कुल तीन नौसैनिक कमान हैं।

  • पश्चिमी नौ सेना कमांड का मुख्‍यालय अरब सागर में मुम्बई में स्थित है।
  • दक्षिणी नौ सेना कमांड केरल के कोच्चि (कोचीन) में है तथा यह भी अरब सागर में स्थित है।
  • पूर्वी नौ सेना कमांड बंगाल की खाड़ी में आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में है।

प्रत्येक कमान का प्रमुख एक फ़्लैग ऑफ़िसर उप-नौसेनाध्यक्ष (वाइस एडमिरल) के पद वाला मुख्य अधिकारी होता है। भारतीय नौसेना प्राद्वीपीय भारत के 6,400 किलोमीटर लंबे समुद्रतट की सुरक्षा के लिए ज़िम्मेदार है। एक स्वतंत्र अर्द्ध सैनिक सेवा, भारतीय तटरक्षक (इंडियन कोस्ट गार्ड) भारतीय नौसेना भारत के समुद्रवर्ती और अन्य राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा में महत्त्वपूर्ण योगदान उपलब्ध कराती है। 

भारतीय नौसेना को अपना नया चीफ मिल गया है. एडमिरल आर हरि कुमार ने नौसेना प्रमुख का कार्यभार संभाल लिया है. उन्हें एडमिरल करमबीर सिंह ने कमान सौंपी. समारोह में एडमिरल आर हरिकुमार ने अपनी मां विजय लक्ष्मी के पैर छूए. उनसे आशीर्वाद लेते हुए उन्हें गले लगाया. करमबीर सिंह 41 साल से अधिक की सेवा के बाद सेवानिवृत्त हुए. वह नौसेना के 25वें चीफ हैं. एडमिरल आर हरि कुमार प्रतिष्ठित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खडकवासला के पूर्व छात्र हैं. 

नौसेना के नए चीफ आर हरि कुमार 1 जनवरी 1983 को भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे. 38 वर्षों से अधिक के अपने करियर में उन्होंने तटरक्षक जहाज C-01, IN शिप निशंक, कोरा, रणवीर और विमान वाहक INS विराट की कमान संभाली है. वह एक तोपखाने के विशेषज्ञ हैं. उन्होंने पश्चिमी बेड़े के फ्लीट ऑपरेशंस ऑफिसर (एफओओ) और फ्लीट गनरी ऑफिसर (एफजीओ), आईएनएस विपुल के कार्यकारी अधिकारी (ईएक्सओ), आईएनएस रंजीत के गनरी ऑफिसर, आईएनएस कुथार के जीओ कमीशन सहित कई प्रमुख नियुक्तियां की हैं.

ये प्रमुख जिम्मेदारियां निभा चुके हैं नए नौसेना प्रमुख

आईएनएस रणवीर का कमीशनिंग क्रू, उनकी तटवर्ती नियुक्तियों में कमांड गनरी ऑफिसर, सेशेल्स सरकार के नौसेना सलाहकार, सोमालिया में संयुक्त राष्ट्र मिशन (UNOSOM II) मोगादिशु और प्रशिक्षण कमांडर, INS द्रोणाचार्य की  कमान संभाली है. फ्लैग ऑफिसर के रूप में उन्होंने गोवा में नेवल वॉर कॉलेज (NWC) के कमांडेंट, फ्लैग ऑफिसर सी ट्रेनिंग (FOST), फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग वेस्टर्न फ्लीट (FOCWF), चीफ ऑफ स्टाफ (COS), वेस्टर्न नेवल कमांड (WNC) के रूप में कार्य किया है.

नौसेना मुख्यालय में नियंत्रक कार्मिक सेवा (सीपीएस) और कार्मिक प्रमुख (सीओपी)। उन्होंने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) के संस्थान के निर्माण के दौरान महत्वपूर्ण जंक्शन पर अध्यक्ष चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी (सीआईएससी) के एकीकृत रक्षा स्टाफ के प्रमुख के रूप में भी काम किया है. वह 30 नवंबर 2021 को नौसेना स्टाफ के प्रमुख के रूप में पदभार संभालने से पहले मुंबई में फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (FOCinC), WNC थे.

2022 के नौसेना अध्यक्ष कौन है?

भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने विचारों का महामंच 'एजेंडा आजतक' में शिरकत की.

भारतीय जल सेना के वर्तमान अध्यक्ष कौन है?

भारत के वर्तमान जलसेना अध्यक्ष करमवीर सिंह हैं।

भारतीय नौसेना का क्या नाम है?

भारतीय नौसेना के गठन का इतिहास अंग्रेजों के जमाने से जुड़ा है ब्रिटिश व्यापारियों के जहाजों की रक्षा के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी मरीन का गठन 1612 में किया गया था। भारत को स्वतंत्रता मिलने के बाद रॉयल इंडियन नेवी का नाम बदलकर इंडियन नेवी कर दिया गया। भारतीय नौसेना का काम भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा करना होता है।

भारत के प्रथम नौसेना के अध्यक्ष कौन थे?

चीफ ऑफ नेवल स्टाफ (1955-वर्तमान).