अक्षरों का महत्व - पठन सामग्री और सार NCERT Class 6th HindiFebruary 16, 2017, 8:41 am Show
पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - अक्षरों का महत्व वसंत भाग - 1सार दुनिया में सभी तरह की पुस्तकें अक्षरों से बनी हैं। हर दिन हजारों पुस्तकें छपती हैं। अक्षर हमारे विचारों को आदान-प्रदान करने का साधन हैं। अक्षरों के बिना हम इस दुनिया की कल्पना नहीं कर सकते हैं। पुराने ज़माने के लोग सोचते थे, अक्षरों की खोज ईश्वर ने किया है। पर आज हम यह जानते की अक्षरों की खोज मनुष्य ने की है। धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है। करोड़ों साल तक धरती पर केवल जानवरों और वनस्पतियों का धरती पर राज्य रहा। पाँच लाख साल पहले आदमी ने धरती पर जन्म लिया। धीरे-धीरे मनुष्य का विकास हुआ। दस हजार साल पहले आदमी ने गाँवों को बसाना शुरू किया वह खेती करने लगे। पत्थरों के औजारों का इस्तेमाल करने लगा। ताँबे और काँसे के भी औजार बनाए। चित्रों के माध्यम से प्रागैतिहासिक मानव ने अपने भाव को व्यक्त करना शुरू किया। काफी समय बाद आदमी ने अक्षरों की खोज की। अक्षरों की खोज छह हजार साल पहले हुई। इसके खोज के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई। मनुष्य अपने विचारों और हिसाब-किताब को लिखने लगा और वह 'सभ्य' कहा जाने लगा। जबसे मनुष्य ने लिखना शुरू किया तब 'इतिहास' आरम्भ हुआ। उसके पहले के काल को 'प्रागैतिहासिक काल' कहा जाता है। अगर आदमी अक्षरों की खोज नहीं कर पाता तो हम इतिहास को नहीं जान पाते। अक्षर की खोज मनुष्य की सबसे बड़ी खोज है। अक्षर की खोज के बाद मानव जाति के विकास में तेजी आई। कठिन शब्दों के अर्थ • तादाद - संख्या • मूल - जड़ • अनादि - जिसका आरम्भ ना हो • वनस्पतियाँ - पेड़ - पौधे • प्रागैतिहासिक - इतिहास से पहले का काल • काँसा - पीतल और ताँबे के मिश्रण से बनी धातु • अस्तित्व - विधमानता • घोतक - प्रकट करने वाले • भाव - संकेत - भाव को प्रकट करने वाले चि • कौम - जाति • पीढ़ी - किसी जाति , कुल या व्यक्ति की वंश परंपरा की कोई कड़ी • सभ्य - शिष्ट Three Men in a Boat Class 9th-Chapter 13 Summary and Quick revisionFebruary 17, 2017, 9:32 am Three Men in a Boat Class 9th-Chapter 13 Summary and Quick revision EnglishThe friends reach Marlow and then go down to Cookham past the Quarry Woods. They enjoy the breathtaking beauty and scenery around. They move upto Greenlands enjoying the journey. Montmorency finds a Tom cat whom he wants to kill as he dislikes cats but when he finds it to be unperturbed by the impending danger he did let go off it. This reminds the narrator of a Fox Terrier in the lobby of Haymarkets stores which bit the other dogs and created a ruckus. To top it all its master scolded the other people. Before leaving Marlow they shop for groceries and stock up the boat. The narrator also describes the trouble that is faced due to a steam launch. Then the friends run out of water and are not ready to drink from the river specially after seeing a dog ease himself up there. In the end, a humorous incident occurs and that is Harris disappears in a gully and the other two can't figure out where he has gone. Three Men in a Boat Class 9th-Chapter 14 Summary and Quick revisionFebruary 19, 2017, 4:22 pm Three Men in a Boat Class 9th-Chapter 14 Summary and Quick revision EnglishThey moved on to Wargrave and Shiplake. There they enjoyed the waxworks and came to know about the strange will of Mrs. Sarah Hill of one pound to be divided between two boys and two girls who had never been
undutiful to his parents. In joining they prepared a hearty Irish stew under George supervision. समकालीन भारत II - कक्षा 10th NCERT Solutions भूगोलFebruary 20, 2017, 10:53 pm भूगोल कक्षा 10th NCERT Solutions Geography in Hindi Mediumअपने पाठ्यपुस्तक के प्रश्न का उत्तर पाइए। अगर आपको समकालीन भारत II NCERT पाठ्यपुस्तक के प्रश्नों के जवाब ढूँढ़ने में दिक्कत हो रही है तो आप इसे यहाँ पा सकते हैं। यह पृष्ठ NCERT Solutions ढूँढ़ने में आपकी मदद करेगी। आप यहाँ अपने कक्षा 10th की भूगोल पुस्तक के विस्तृत प्रश्न और उत्तर पा सकते हैं। हरेक अध्याय के उत्तर दिए गए सूची में उपलब्ध हैं। आपको केवल जरूरतानुसार अपने अध्याय पर क्लिक कर उत्तरों को देखना है। आप NCERT पाठ्यपुस्तक को भी यहाँ पढ़ सकते हैं।
इतिहास NCERT Solutions राजनीति विज्ञान NCERT Solutions अर्थशास्त्र NCERT Solutions NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 4- संसाधन और विकास भूगोलFebruary 20, 2017, 11:35 pm NCERT Solutions for Class 9th: पाठ 4- संसाधन और विकास भूगोल (sansaadhan aur vikas) Bhugolपृष्ठ संख्या: 13 अभ्यास 1. वैकल्पिक प्रश्न (i) लौह अयस्क किस प्रकार का संसाधन है? (ख) प्रवाह (ग) जैव (घ) अनवीकरण योग्य (ii) ज्वारीय उर्जा निम्नलिखित में से किस प्रकार का संसाधन है? (ख) अजैव (ग) मानवकृत (घ) अचक्रीय (iii) पंजाब में भूमि निम्नीकरण का निम्नलिखित में से मुख्य कारण
क्या है? (ख) अधिक सिंचाई (ग) वनोन्मूलन (घ) अतिपशुचारण (iv) निम्नलिखित में से किस प्रान्त में सीढ़ीदार (सोपानी) खेती की जाती है? (ख) उत्तर प्रदेश के मैदान (ग) हरियाणा (घ) उत्तरांचल (v) इनमें से किस
राज्य में काली मृदा पाई जाती है? (ख) राजस्थान (ग) गुजरात (घ) झारखण्ड ► (ग) गुजरात पृष्ठ संख्या: 14 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए। (i) तीन राज्यों के नाम बताएँ जहाँ काली मृदा पाई जाती है। इस पर मुख्य रूप से कौन सी फसल उगाई जाती है? उत्तर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में काली मृदा पाई जाती है। इस पर मुख्य रूप से कपास की खेती की जाती है। (ii) पूर्वी तट के नदी डेल्टाओं पर किस प्रकार की मृदा पाई जाती है? इस प्रकार की मृदा की तीन मुख्य विशेषताएँ क्या हैं? पूर्वी तट के नदी डेल्टाओं पर जलोढ़ मृदा पाई जाती है। इस प्रकार की मृदा की तीन मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- (iii) पहाड़ी क्षेत्रों में मृदा अपरदन की रोकथाम के लिए क्या कदम उठाने चाहिए? उत्तर पहाड़ी क्षेत्रों में मृदा अपरदन की रोकथाम के लिए समोच्च जुताई, फसलों के बीच घास की पट्टियाँ उगाकर पट्टी कृषि कर पवनों द्वारा जनित बल को कमजोर करना तथा पेड़ों को कतारों में लगाकर रक्षक मेखला बनाना जैसे उपाय उपयोग करना
चाहिए। (iv) जैव और अजैव संसाधन क्या होते हैं? कुछ उदहारण दें। उत्तर जैव संसाधन- जिन संसाधनों की प्राप्ति जीव मंडल से होती है तथा जिनमें जीवन व्याप्त हैं, जैव संसाधन कहलाते हैं जैसे- मनुष्य, वनस्पतिजात, प्राणिजात, मत्स्य जीवन, पशुधन आदि। 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 130 शब्दों में दीजिए। (i) भारत में भूमि उपयोग का प्रारूप का वर्णन करें। वर्ष 1960-61 से वन के अंतर्गत क्षेत्र में महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं हुई, इसका क्या कारण है? उत्तर भारत में भू-संसाधनों के उपयोग को विभिन्न भागों में बाँटा गया है - वनों के अंतर्गत भूमि, कृषि योग्य भूमि, चारागाह के लिए भूमि और बंजर भूमि। बंजर भूमि में पहाड़ी चट्टानें, सूखी और मरूस्थलीय भूमि शामिल हैं। गैर-कृषि प्रयोजनों में लगाई गयी भूमि में बस्ती, सड़कें, रेल लाइन, उद्योग आदि आते
हैं। वर्तमान आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 54 प्रतिशत भूमि कृषि योग्य, 22.5 प्रतिशत भूमि वनों के अंतर्गत और 3.45 प्रतिशत भूमि चारागाह के लिए उपलब्ध है। (ii) प्रौद्योगिक और आर्थिक विकास के कारण संसाधनों का अधिक उपभोग कैसे हुआ है? उत्तर प्रौद्योगिक और आर्थिक विकास के कारण संसाधनों का अधिक उपभोग होने के निम्नलिखित कारण हैं: परियोजना/क्रियाकलाप 3. वर्ग पहेली को सुलझाए, ऊध्वार्धर और क्षैतिज छिपे उत्तरों को ढूँढें। (i) भूमि, जल, वनस्पति और खनिजों के रूप में प्राकृतिक सम्पदा उत्तर (i) Resources पार नज़र के - पठन सामग्री और सार NCERT Class 6th HindiFebruary 21, 2017, 10:26 pm पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - पार नज़र के वसंत भाग - 1सार यह कहानी मंगल ग्रह की है। मंगलवासी सतह के नीचे रहते थे। छोटू अपने पापा का सिक्योरिटी-पास लेकर सुरंग में चला गया। उसके पापा हर दिन उसी सुरंग से होकर अपने काम पर जाते थे। आम लोगों को उस रास्ते से जाने की मनाही थी, केवल चुनिंदा लोग ही जा सकते थे। छोटू के पापा की उस दिन छुट्टी थी इसलिए वह छिपाकर पास लेकर चल पड़ा था। छोटू ने पास को दरवाजे में बने एक खाँचे में डाला और दरवाजा खुल गया। सुरंगनुमा रास्ता ऊपर की ओर जाता था। छोटू आगे बढ़ा परन्तु निरीक्षक यन्त्रों द्वारा पकड़ा गया। निरीक्षक यंत्र ने छोटू की तस्वीर खींच ली और खतरे की सूचना सिपाहियों को दे दी।सिपाही छोटू को पकड़कर वापस उसके घर छोड़ आए। पापा ने उसे बचा लिया। पापा ने छोटू को बताया कि वह जमीन के ऊपर काम करते हैं। आम आदमी वहाँ नहीं जा सकता क्योंकि वहाँ के माहौल में नहीं रह सकता। वह वहाँ स्पेस-सूट पहनकर जाते हैं जिससे ऑक्सीजन मिलता है और खास किस्म के जूतों तथा प्रशिक्षण के कारण ही वहाँ चल-फिर सकते हैं। पापा ने छोटू को बताया कि पहले ऐसा नहीं था। पहले मंगल ग्रह के सभी लोग ज़मीन के ऊपर रहते थे बगैर किसी विशेष सूट की मदद के परन्तु सूरज में परिवर्तन होने के कारण प्राकृतिक संतुलन बिगड़ गया। सभी पशु-पक्षी, पेड़-पौधे इसे सहन नहीं कर पाए और धीरे-धीरे समाप्त हो गए। केवल उनके पूर्वजों ने इसका सामना किया। उन्होंने तकनीकी ज्ञान के आधार पर जमीन के नीचे घर बना लिया और रहने लगे। धरती के ऊपर लगे विभिन्न यन्त्रों द्वारा वे सूरज की रोशनी और गर्मी का इस्तेमाल करते हैं। छोटू के पापा ने कहा कि वे और कुछ चुनिंदा लोग यंत्रों का ध्यान रखते हैं। दूसरे दिन उसके पापा जब काम पर गए तो कम्प्यूटर से पता चला कि एक अंतरिक्ष यान मंगल ग्रह की ओर बढ़ रहा है और उसमें से एक यांत्रिक हाथ बाहर निकल रहा है। कॉलोनी प्रबंध समिति की मीटिंग बुलाई गई। अध्यक्ष ने बताया कि दो यान मंगल की ओर बढ़ रहे हैं। कालोनी की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी नंबर 1 पर थी। उसने कहा कि उसके पास यान को समाप्त करने की क्षमता है परन्तु इससे उन्हें कोई जानकारी हासिल नहीं होगा। नंबर दो जो की एक वैज्ञानिक थे, ने नंबर की बात से सहमत होते हुए कहा कि अगर हम यान को नष्ट करते हैं तो दूसरे ग्रह के लोगों को हमारे बारे में जानकारी मिल जाएगी। नंबर तीन जो सामाजिक व्यवस्था का काम देखते थे, ने कहा कि अगर दूसरे लोगों को हमारे बारे में पता चला तो हो सकता है वो अगली बार और भी सक्षम यंत्र भेजें। इतनी देर उन्हें जानकारी मिली यान जमीन पर उतर चूका है। उस दिन पापा छोटू को कंट्रोल रूम लेकर आए थे। पापा ने छोटू को एक कंसोल दिखाया जिसपर कई बटन थे। अंतरिक्ष यान से एक यांत्रिक हाथ बाहर निकला और जमीन की ओर बढ़ने लगा। सब लोग स्क्रीन पर देख रहे थे परन्तु छोटू की नज़र कंसोल के ऊपर थी। छोटू ने कंसोल पर बने लाल बटन को दबा दिया। खतरे की घंटी बजी और सब कंसोल की तरफ देखने लगे। छोटू के पापा ने उसे एक थप्पड़ मारा और लाल बटन को पहले की तरह कर दिया परन्तु तब तक लाल बटन ने अपना काम कर दिया था और यांत्रिक हाथ की गतिविधि रुक गयी थी। उधर धरती पर नासा ने अपना बयान जारी कर कहा कि मंगल
की धरती पर उतरा हुआ अंतरिक्ष यान का यांत्रिक हाथ बेकार हो गया है। ठीक करने का प्रयास जारी है। इसके कुछ दिनों बाद अखबारों में छपा - रिमोट कंट्रोल के सहारे यांत्रिक हाथों को ठीक कर दिया गया है। उसने मंगल के मिट्टी के नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। पृथ्वी की तरह मंगल पर भी जीव सृष्टि का अस्तित्व है यह आज भी एक रहस्य है। कठिन शब्दों के अर्थ • नजर बचाकर - काम को ऐसे करना कि दूसरों को पता ना चले • नजर दौड़ाना - देखना • मौका हाथ से फिसलना - अवसर ना मिल पाना • खैरियत - कुशलता • लाजिमी - अनिवार्य • उष्णता - गर्मी • अक्षम - असमर्थ • मंशा - इच्छा • अडिग - एक स्थान पर स्थित • सौरमंडल - सूर्य और उसकी परिक्रमा करने वाले ग्रह • अवलोकन करना - देखना • प्रबंध समिति - प्रबंध करने वाली सभा / कार्यकारिणी • एडमिंस्ट्रेशन - प्रशासन • वक्तव्य - भाषण • बरबस - अचानक / साहस • यांत्रिक हाथ - यंत्रों की सहायता से कार्य करने वाला हाथ • उत्सुक - तत्पर • नासा - नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (एक अमेरिकी संस्था जो देश के सार्वजनिक अंतरिक्ष कार्यक्रमों व एरोनॉटिक्स व एरोस्पेस संशोधन के लिए जिम्मेदार है) NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 2- वन एवं वन्य जीव संसाधन भूगोलFebruary 24, 2017, 2:25 am NCERT Solutions for Class 9th: पाठ 2- वन एवं वन्य जीव संसाधन भूगोल (van avm vany jiv sansaadhan) Bhugolपृष्ठ संख्या: 24 अभ्यास बहुवैकल्पिक प्रश्न: (i)
इनमें से कौन सी टिप्पणी प्राकृतिक वनस्पतिजात और प्राणिजात के ह्रास का सही कारण नहीं है? ► (ग) पशुचारण एवं ईंधन के लिए लकड़ी एकत्रित करना (ii) इनमें से कौन सा संरक्षण का तरीका समुदायों की सीधी भागीदारी नहीं करता? 2. निम्नलिखित प्राणियों/पौधों का उनके अस्तित्व के वर्ग से मेल करें।
उत्तर
उत्तर
(i) जैव विविधता क्या है? यह मानव जीवन के लिए क्यों महत्वपूर्ण है? उत्तर वन्य जीवन और कृषि फसल उपजातियों में अत्यधिक जैव विविधताएँ पाई जाती हैं। यह आकार और कार्य में विभिन्न हैं, परन्तु अंतरनिर्भरताओं के जटिल जाल द्वारा एक तंत्र में गुँथी हुई है। यह मानव जीवन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मानव और दूसरे जीवधारी एक जटिल
पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करते हैं, जिसका हम एकमात्र हिस्सा हैं और अपने अस्तित्व के लिए इसके विभिन्न तत्वों पर निर्भर करते हैं। उत्तर कुछ मानव क्रियाएँ प्राकृतिक वनस्पतिजात और प्राणिजात के ह्रास का कारण बनती हैं। उनमें से मुख्य कारक निम्नलिखित हैं- → बड़े पैमाने पर कृषि का विस्तार, औद्योगीकरण-शहरीकरण अर्थव्यवस्था की माँग के फलस्वरूप वृहत् वन क्षेत्रों की कटाई वन्य-जीव के आवास के विनाश का कारण बनती हैं। → जंगली जानवरों का शिकार कर उनके चमड़ों, हाथीदांत तथा सींगों के अवैध व्यापार के लिए मारा जाता है जो विभिन्न जातियों के विलुप्त होने के मुख्य कारण हैं। → पर्यावरणीय प्रदूषण, कारखानों से निकला कचरा, रसायन, अपशिष्ट आदि जल को जहरीला बनाती है जो जानवरों की मौत का कारण है। → प्रायः स्थानान्तरी खेती के कारण कीमती वन और वन्यजीवन के समाप्ति ने दावानल को प्रेरित किया है। → बड़ी विकास परियोजनाओं ने भी वनों को बहुत नुकसान पहुँचाया है। → पशुचारण और ईंधन के लिए लकड़ी एकत्रित करना। → वन-संसाधनों का अत्यधिक उपयोग। पर्यावरण विनाश के अन्य मुख्य कारकों में संसाधनों का असमान बंटवारा व उनका असमान उपयोग और पर्यावरण के रख-रखाव की जिम्मेदारी में असमानता शामिल है। (i) भारत में विभिन्न समुदायों ने किस प्रकार वनों और वन्य जीव संरक्षण और रक्षण में योगदान किया है? विस्तारपूर्वक विवेचना करें। उत्तर- वन हमारे देश में कुछ प्रजातियों के आवास भी हैं। इन समुदायों का उनके पर्यावरण के साथ जटिल रिश्ता होता है। छोटानागपुर क्षेत्र में मुंडा और संथाल जनजातियाँ महुआ और कदम्ब के पेड़ों की पूजा करते हैं। उड़ीसा और बिहार की जनजातियाँ शादी के दौरान इमली और आम के पेड़ों की पूजा करती हैं। इसी प्रकार राजस्थान में बिश्नोई गाँवों के आसपास काले हिरण, चिंकारा, नीलगाय और मोरों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता। कुछ क्षेत्रों में स्थानीय समुदाय सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर अपने आवास स्थलों के संरक्षण में जुटे हैं क्योंकि इसी से ही दीर्घकाल में उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकती है। सरिस्का बाघ रिजर्व में राजस्थान के गावों के लोग वन्य जीव रक्षण अधिनियम के तहत वहाँ से खनन कार्य बंद करवाने के लिए संघर्षरत हैं। राजस्थान के अलवर जिले में 5 गांवों के लोगों ने तो 1,200 हेक्टेयर वन भूमि भैरोंदेव डाकव ‘सोंचुरी’ घोषित कर दी जिसके अपने ही नियम कानून हैं, जो शिकार वर्जित करते हैं। (ii) वन और वन्य जीव संरक्षण में सहयोगी रीति-रिवाजों पर एक निबंध लिखिए। उत्तर- वन और वन्य जीव संरक्षण के लिए कई सही नीतियाँ अपनाई गयी हैं। ऐसे कई गैर सरकारी संगठन भी हैं जो वन और वन्य जीव संरक्षण के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं। 1960 और 1970 के दशकों के दौरान, पर्यावरण संरक्षकों में माँग पर भारत सरकार ने भारतीय वन्यजीवन (रक्षण) अधिनियम लागू किया गया जिसमें वन्य-जीवों के आवास-रक्षण के कई प्रावधान थे। केन्द्रीय सरकार व कई राज्य सरकारों ने राष्ट्रीय उद्यान और वन्य जीव पशुविहार स्थापित किये| विभिन्न समुदाय खासकर आदिवासी समूह जो जीवन-यापन के लिए पूरी तरह से वन और वन्य जीवन पर निर्भर हैं, वन्य जीवन के संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। पाठ में वापिस जाएँ NCERT Solutions for Class 9th: Ch 14 Statistics MathsFebruary 25, 2017, 8:30 am NCERT Solutions for Class 9th: Ch 14 Statistics MathsPage No: 239 Exercise 14.1 1. Give five examples of data that you can collect from your day-to-day life. Answer Five examples from day-to-day life: 2. Classify the data in Q.1 above as primary or secondary data. Answer Primary Data: (i) (iii) and (v) Page No: 245 Exercise 14.2 1. The blood groups of 30 students
of Class VIII are recorded as follows: Answer The frequency means the number of students having same blood group. We will represent the data in table:
Most common Blood Group (Highest frequency): O 2. The distance (in km) of 40 engineers from their residence to their place of work were found as follows: Answer The given data is very large. So, we construct a group frequency of class size 5. Therefore, class interval will be 0-5, 5-10, 10-15, 15-20 and so on. The data is represented in the table as: The classes in the table are not overlapping. Also, 36 out of 40 engineers have their house below 20 km of distance. 3. The relative humidity (in %) of a certain city for a month of 30 days was as follows: Answer (i) The given data is very large. So, we construct a group frequency of class size 2. Therefore, class interval will be 84-86, 86-88, 88-90, 90-92 and so on. The data is represented in the table as:
(ii) The humidity is very high in the data which is observed during rainy season. So, it must be rainy season. 4. The heights of 50 students, measured to the nearest centimetres, have been found to be as follows: Answer (i) The data with class interval 160-165, 165-170 and so on is represented in the table as:
(ii) From the given data, it can be concluded that 35 students i.e. more than 50% are shorter than 165 cm. 5. A study was conducted to find out the concentration of sulphur dioxide in the air in parts per million (ppm) of a certain city. The data obtained for 30 days is as follows: Answer (i) The data with class interval 0.00 - 0.04, 0.04 - 0.08 and so on is represented in the table as:
(ii) 2 + 4 + 2 = 8 days have the concentration of sulphur dioxide more than 0.11 parts per million. Page No. 246 6. Three coins were tossed 30 times simultaneously. Each time the number of heads occurring was noted down as follows: Answer The frequency distribution table for the data given above can be prepared as follow:
7. The value of π upto 50 decimal places is given below: Answer (i)The frequency is given as follow:
(ii) The digit having the least frequency occurs the least and the digit with highest frequency occurs the most. 0 has frequency 2 and thus occurs least frequently while 3 and 9 have frequency 8 and thus occur most frequently. 8. Thirty children were asked about the number of hours they watched TV programmes in the previous week. The results were found as follows: Answer (i) The distribution table for the given data, taking class width 5 and one of the class intervals as 5-10 is as follows:
(ii) We observed from the given table that 2 children television for 15 or more hours a week. 9. A company manufactures car batteries of a particular type. The lives (in years) of 40 such batteries were recorded as follows: Answer A grouped frequency distribution table using class intervals of size 0.5 starting from the interval 2 - 2.5 is constructed.
Page No. 258 Exercise 14.3 1. A survey conducted by an organisation for the cause of illness and death among the women between the ages 15 - 44 (in years) worldwide, found the following figures (in %):
Answer (i) The data is represented below graphically. (ii) From the above graphical data, we observe that reproductive health conditions is the major cause of women’s ill health and death worldwide. (iii) Two factors responsible for cause in (ii) • Lack of proper care and understanding. • Lack of medical facilities. 2. The following data on the number of girls (to the nearest ten) per thousand boys in different sections of Indian society is given below.
(i) Represent the information above by a bar graph. Answer (i) (ii) It can be observed from the above graph that the maximum number of girls per thousand boys is in ST. Also, the backward districts and rural areas have more number of girls per thousand boys than non-backward districts and urban areas. Page No. 59 3. Given below are the seats won by different political parties in the polling outcome of a state assembly elections:
(i) Draw a bar graph to represent the polling results. Answer (i) (ii) The party named A has won the maximum number of seat. 4. The length of 40 leaves of a plant are measured correct to one millimetre, and the obtained data is represented in the following table:
(i) Draw a histogram to represent the given data. [Hint: First make the class intervals continuous] Answer (i) The data is represented in a discontinuous class interval. So, first we will make continuous. The difference is 1, so we subtract 1/2 = 0.5 from lower limit and add 0.5 to the upper limit.
(ii) Yes, the data can also be represented by frequency polygon. (iii) No, it is incorrect to conclude that the maximum number of leaves are 153 mm long because maximum number of leaves are lying between the length of 144.5 - 153.5 5. The following table gives the life times of 400 neon lamps:
(i) Represent the given information with the help of a histogram. Answer (i) (ii) 74 + 62 + 48 = 184 lamps have a life time of more than 700 hours. Page No. 260 6. The following table gives the distribution of students of two sections according to the marks obtained by them: Represent the marks of the students of both the sections on the same graph by two frequency polygons. From the two polygons compare the performance of the two sections. Answer The class mark can be found by (Lower limit + Upper limit)/2.
For section B,
Now, we draw frequency polygon for the given data. 7. The runs scored by two teams A and B on the first 60 balls in a cricket match are given below: Represent the data of both the teams on the
same graph by frequency polygons. Answer The data is represented in a discontinuous class interval. So, first we will make continuous. The difference is 1, so we subtract 1/2 = 0.5 from lower limit and add 0.5 to the upper limit.
Now, we draw frequency polygon for the given data. Page No. 261 8. A random survey of the number of children of various age groups playing in a park was found as follows: Draw a histogram to represent the data above. Answer The class intervals in the data is having varying width. Go To Chapters Notes of Ch 5 Minerals and Energy Resources| Class 10th GeographyFebruary 26, 2017, 1:41 am Study Material and Notes of Ch 5 Minerals and Energy Resources Class 10th GeographyTopics in the Chapter • Minerals Minerals • Mineral as a “homogenous, naturally occurring substance with a definable internal structure. • These are found in varied forms in nature, ranging from the hardest diamond to the softest
talc. • Minerals are usually found in 'ores'. → The accumulation of any mineral mixed with other elements is called ore. • Minerals generally occur in these forms: → In igneous and metamorphic rocks minerals may occur in the cracks, crevices, faults or joints. The smaller occurrences are called veins and the larger are called lodes. Example: tin, copper, zinc and lead etc. → In sedimentary rocks, a number of minerals occur in beds or layers. Example: Coal, iron, gypsum, potash salt, sodium salt etc. → Minerals also found in the decomposition of surface rocks, and the removal of soluble constituents, leaving a residual mass of weathered material containing ores. Example: Bauxite. → Minerals may occur as alluvial deposits in sands of valley floors and the base of hills known as ‘placer deposits’. Example: Gold, silver, tin and platinum etc. → The ocean waters contain vast quantities of minerals. Example: Common salt, magnesium and bromine etc. • Minerals can be classified into three types: Metallic Minerals • These minerals contain metals. → Ferrous minerals Iron Ore • It is the basic mineral and the backbone of industrial development. • It is mainly used in the manufacturing of steel and ferro-manganese alloy. → Non-Ferrous Minerals ♠ These minerals do not contain iron. Copper • It is malleable, ductile and a good conductor, therefore, copper is mainly used in electrical cables,
electronics and chemical industries. • It is a clay-like substance from which alumina and later aluminium is obtained. • These minerals do not contain metal. Mica• It is a mineral made up of a series of plates or leaves. Limestone • Limestone is found in association with rocks composed of calcium carbonates or calcium and magnesium carbonates. Conservation of Minerals Why to conserve minerals?• Mineral deposits are present in very less quantity in the world i.e. one per cent of the earth’s crust. • The geological processes of mineral formation are so slow while the consumttion rate is very fast therefore, mineral resources are finite and non-renewable. • So, we have to conserve minerals so that it is available for future generation. How to conserve minerals?• A joint effort has to be made in order to use our mineral resources in a planned and sustainable manner. • Improved technologies need to be constantly evolved to allow use of low grade ores at low costs. • Recycling of metals, using scrap metals and other substitutes. Energy Resources • Energy is needed to cook, to provide light and heat, to propel vehicles and to drive machinery in industries. • It can be generated from fuel minerals like coal, petroleum, natural gas, uranium and from electricity. • Energy resources can be classified as • Coal→ It is the most abundantly available fossil fuel. → It is used for power generation, to supply energy to industry as well as for domestic needs. → Coal is formed due the compression of plant material over millions of years. → There are various types of coals (on the degrees of compression and the depth and time of burial): → In India, coal occurs in Gondwana and tertiary rock stages. → The major resources of Gondwana coal are located in → Tertiary coals occur in the north eastern states of Meghalaya, Assam, Arunachal Pradesh and Nagaland. • Petroleum→ It provides fuel for heat and lighting, lubricants for machinery and raw materials for manufacturing industries. → Petroleum refineries act as a “nodal industry” for synthetic textile, fertiliser and numerous chemical industries. → About 63 per cent of India’s petroleum production is from Mumbai High, 18 per cent from Gujarat and 16 per cent from Assam. → It is used as a source of energy as well as an industrial raw material in the petrochemical industry. → It is considered an environment friendly fuel because of low carbon dioxide emissions. → Natural gas have been discovered in the Krishna- Godavari basin, Mumbai High and allied fields, Gulf of Cambay. Andaman and Nicobar islands. • Electricity→ It has a wide range of applications in today’s world. → Electricity is generated mainly in two ways: → Hydro electricity is generated by fast flowing water → Thermal electricity is generated by using coal, petroleum and natural gas. Non-Conventional Sources of Energy • Nuclear or Atomic Energy→ It is obtained by altering the structure of atoms. → It is used to generate electric power. → Uranium and Thorium are available in Jharkhand and the Aravalli ranges of Rajasthan. → The Monazite sands of Kerala is also rich in Thorium. • Solar Energy→ India is a tropical country, therefore it has enormous possibilities of tapping solar energy. → Photovoltaic technology converts sunlight directly into electricity. → Solar energy is fast becoming popular in rural and remote areas which help in minimising the dependence of rural households on firewood and dung cakes that will contribute to environmental conservation and adequate supply of manure in agriculture. • Wind Power→ India has great potential of wind power. → Largest wind farm cluster is located in Tamil Nadu from Nagarcoil to Madurai. → Andhra Pradesh, Karnataka, Gujarat, Kerala, Maharashtra and Lakshadweep have important wind farms. → Nagarcoil and Jaisalmer are well known for effective use of wind energy in the country. • Biogas→ Shrubs, farm waste, animal and human waste are used to produce biogas for domestic consumption in rural areas. → Biogas plants using cattle dung are known as ‘Gobar gas plants’ in rural India. → Biogas provide twin benefits to the farmer in the form of energy and improved quality of manure. • Tidal Energy→ Oceanic tides can be used to generate electricity. → In India the Gulf of Khambhat, the Gulf of Kuchchh in Gujarat on the western coast and Gangetic delta in Sunderban regions of West Bengal provide ideal conditions for utilising tidal energy. • Geo Thermal Energy→ The heat and electricity produced by using the heat from the interior of the Earth is called Geo thermal Energy. → Groundwater in high tempratures area absorbs heat from the rocks and becomes hot. ♠ It is so hot that when it rises to the earth’s surface, it turns into steam. ♠ This steam is used to drive turbines and generate electricity. → Two experimental projects have been set up in India to utilize geothermal energy: ♠ Parvati valley near Manikarn in Himachal Pradesh ♠ Puga Valley, Ladakh. Conservation of Resorces • Energy is a basic requirement for economic development. • There is an urgent need to develop a sustainable path of energy development. • There are two ways for adopting the path of sustainable development of energy: → Promotion of energy conservation → increased use of renewable energy sources • Some steps in this direction are: → Using public transport systems instead of individual vehicles → Switching off electricity when not in use → Using power-saving devices → Using non-conventional sources of energy. NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 3- जल संसाधन भूगोलFebruary 26, 2017, 4:18 pm NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 3- जल संसाधन भूगोल (jal sansaadhan) Bhugolपृष्ठ संख्या: 35 अभ्यास 1. बहुवैकल्पिक प्रश्न: (i) नीचे दी गयी सूचना के आधार पर स्थितियों को ‘जल की कमी से प्रभावित’ या ‘जल की
कमी से अप्रभावित’ में वर्गीकृत कीजिए। उत्तर (क) जल की कमी से अप्रभावित (ii) निम्नलिखित में कौन सा वक्तव्य बहु-उद्देशीय नदी परियोजनाओं के पक्ष में दिया गया
तर्क नहीं है? ► (ग) बहु-उद्देशीय परियोजनाओं से वृहत् स्तर विस्थापन होता है और आजीविका खत्म होती है।
(क) शहरों की बढ़ती संख्या, उनकी विशालता और सघन जनसंख्या तथा शहरी जीवन शैली ने जल संसाधनों के सही उपयोग में सही मदद की है।
(क) शहरों की बढ़ती संख्या, उनकी विशालता और सघन जनसंख्या तथा शहरी जीवन शैली के कारण जल संसाधनों का अतिशोषण हो रहा है। (ख) नदियों पर बाँध बनाने और उनको नियंत्रित करने से उनका प्राकृतिक बहाव अवरूद्ध होता है जिसके कारण तलछट बहाव कम हो जाता है। (ग) गुजरात में साबरमती बेसिन में सूखे के दौरान शहरी क्षेत्रों में अधिक जल आपूर्ति करने पर परेशान किसान उपद्रव पर उतारू हो गये। (घ) आज राजस्थान में इंदिरा गांधी नहर से उपलब्ध पेयजल के कारण छत वर्षा जल संग्रहण की लोकप्रियता कम होती जा रही है। 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए। (i) व्याख्या करें कि जल किस प्रकार नवीकरण योग्य संसाधन हैं? जल हमें सतही अपवाह और भौमजल स्रोत से प्राप्त होता है जिनका लगातार नवीकरण और पुनर्भरण जलीय चक्र द्वारा होता रहता है। सारा जल जलीय चक्र में गतिशील रहता है जिससे जल का नवीकरण सुनिश्चित होता है। (ii) जल दुर्लभता क्या है और इसके मुख्य कारण क्या हैं? जल की जितनी माँग है उसके तुलना में जल की कमी होना जल की दुर्लभता कहलाता है। यह बढ़ती जनसंख्या, जल की बढ़ती माँग और उसके असमान वितरण के कारण उत्पन्न होता है। (iii) बहुउद्देशीय परियोजनाओं से होने वाले लाभ और हानियों की तुलना करें। उत्तर बहुउद्देशीय परियोजनाओं से सिंचाई, विद्युत् उत्पादन, बाढ़ नियंत्रण, आन्तरिक नौकायन तथा मछली पालन में मदद मिलती है। जबकि
बाढ़ के मैदानों में बनाये जाने वाले जलाशय वहां मौजूद वनस्पतिजात और प्राणिजात के विनाश का कारण हैं। स्थानीय लोगों को उनकी जमीन, आजीविका और संसाधनों से हाथ धोना पड़ता है। 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दीजिए। (i) राजस्थान के अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में वर्षा जल संग्रहण किस प्रकार किया जाता है? व्याख्या कीजिए। उत्तर राजस्थान के अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में हर घर में पीने का पानी संग्रहित करने के लिए भूमिगत टैंक अथवा टाँका हुआ करते हैं। टाँका आकार में बड़ा होता है तथा यह सुविकसित छत वर्षाजल संग्रहण तंत्र का अभिन्न हिस्सा होता है, जिसे मुख्य घर या आँगन में बनाया जाता है। वे घरों की ढलवाँ छतों से पाइप द्वारा जुड़े होते हैं। छत से वर्षा का पानी इन नालों से होकर भूमिगत टाँका तक पहुँचता है जहाँ इसे एकत्रित किया जाता है। वर्षा का पहला जल छत और नालों को साफ़ करने में प्रयोग होता है और उसे संग्रहित नहीं किया जाता है। इसके बाद होने वाली वर्षा का जल संग्रह किया जाता है। टाँका में वर्षा जल अगली वर्षा ऋतु तक संग्रहित किया जा सकता है। यह इसे जल कमी वाली ग्रीष्म ऋतु तक पीने का जल उपलब्ध कराने वाला जल स्रोत बनाता है। टाँका भूमिगत कमरों को ठंडा रखने में भी सहायता करता है जिससे ग्रीष्म ऋतु में गर्मी से राहत मिलती है। (ii) परम्परागत वर्षा जल संग्रहण की पद्धतियों को आधुनिक काल में अपनाकर जल संरक्षण एवं भंडारण किस प्रकार किया जा रहा है? उत्तर भारत में वर्षा जल संग्रहण के परम्परागत तरीकों में ‘छत वर्षाजल संग्रहण की व्यवस्था’ काफी लोकप्रिय हो रही है। कर्णाटक के मैसूर जिले में स्थित गंडाथूर गाँव के लगभग 200 घरों में छत वर्षा जल संग्रहण की व्यवस्था हुई है। इस गाँव ने वर्षा जल संपन्न गाँव की ख्याति अर्जित की है। तमिलनाडु देश का एकमात्र राज्य है जहाँ पूरे राज्य में हर घर में छत वर्षाजल संग्रहण ढाँचों का बनाना अवश्यक कर दिया गया है। इस सन्दर्भ में दोषी व्यक्ति पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है। NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 4- कृषि भूगोलFebruary 26, 2017, 11:18 pm NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 4 - कृषि भूगोल (krishi) Bhugolपृष्ठ संख्या-48 अभ्यास 1. बहुवैकल्पिक प्रश्न (i) निम्नलिखित में से कौन-सा उस कृषि प्रणाली को दर्शाता है जिसमें एक ही फसल लम्बे-चौड़े क्षेत्र
में उगाई जाती है? (ख) रोपण कृषि (ग) बागवानी (घ) गहन कृषि (ii) इनमें से कौन-सी रबी फसल है? (ख) मोटे अनाज़ (ग) चना (घ) कपास (iii) इनमें से कौन-सी एक फलीदार फसल है? (ख) मोटे अनाज (ग) ज्वार (घ) तिल (iv) सरकार निम्नलिखित में से कौन-सी घोषणा फसलों को सहायता देने के लिए करती है? 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए। (i) एक पेय फसल का नाम बताएँ तथा उसको उगाने के लिए अनुकूल भौगोलिक
परिस्थितियों का विवरण दें। चाय एक महत्वपूर्ण पेय पदार्थ की फसल है। चाय का पौधा उष्ण तथा उपोष्ण कटिबंधीय जलवायु, ह्यूमस और जीवांश युक्त गहरी मिट्टी तथा सुगम जल निकास वाले ढलवाँ क्षेत्रों में उगाया जाता है। उत्तर चावल भारत की मुख्य खाद्य फसल है| यह भारत के उत्तर और उत्तर-पूर्वी मैदानों, तटीय क्षेत्रों और डेल्टाई
प्रदेशों में उगाया जाता है। सरकार द्वारा किसानों के हित में गये विभिन्न संस्थागत सुधार निम्नलिखित हैं- (iv)
दिन-प्रतिदिन कृषि के अंतर्गत भूमि कम हो रही है| क्या आप इसके परिणामों की कल्पना कर सकते हैं? दिन-प्रतिदिन बढ़ती आबादी के साथ कृषि के अंतर्गत भूमि के कम होने के कारण निम्नलिखित परिणाम हो सकते हैं- → बढ़ती जनसंख्या के लिए भोजन का अभाव। 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दीजिए। (i) कृषि उत्पादन में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा किये गए उपाय सुझाइए। कृषि उत्पादन में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा निम्नलिखित उपाय किये गए हैं- (ii) भारतीय कृषि पर वैश्वीकरण के प्रभाव पर टिप्पणी लिखें। उत्तर भारतीय कृषि पर वैश्वीकरण का प्रभाव उपनिवेशकाल से ही दिखाई दिया। भारत से निर्यात किए जाने वाले प्रमुख वस्तुओं में कच्चा कपास तथा मसाले थे। 1917 में बिहार में हुए चंपारन आन्दोलन में किसानों ने अनाज की जगह नील की खेती करने के दबाव का विरोध किया था, जो कि ब्रिटेन के सूती वस्त्र उद्योग के लिए कच्चा माल था। इस प्रकार, वैश्वीकरण भारतीय कृषि के लिए वरदान और अभिशाप दोनों साबित हुआ। उदारीकरण के बाद भारतीय किसानों को अन्य विकसित देशों को कृषि में अत्यधिक सहायिकी मिलने के कारण कई नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए तथा भारतीय कृषि को सक्षम और लाभदायक बनाने के लिए सीमांत और छोटे किसानों की स्थिति सुधरने पर जोर देने की जरूरत है, साथ ही किसानों को कार्बनिक कृषि का प्रयोग तथा शस्यावर्तन करने की जरूरत है। (iii) चावल की खेती के लिए उपयुक्त भौगोलिक परिस्थितियों का वर्णन करें। उत्तर चावल की खेती के लिए उपयुक्त भौगोलिक परिस्थितियाँ निम्नलिखित हैं - क्रियाकलाप ऊपर-नीचे और दायें-बायें चलते हुए वर्ग पहेली को सुलझाएँ और छिपे उत्तर ढूंढें। नोट:पहेली के उत्तर अंग्रेज़ी शब्दों में हैं। (i) भारत की दो खाद्य फसलें। उत्तर (i) चावल और गेंहूँ साथी हाथ बढ़ाना - पठन सामग्री और सार NCERT Class 6th HindiFebruary 27, 2017, 11:07 am पठन सामग्री, अतिरिक्त प्रश्न और उत्तर और सार - साथी हाथ बढ़ाना वसंत भाग - 1सार 'साथी हाथ बढ़ाना' गीत साहिर लुधियानवी द्वारा लिखा गया है। यह गीत 'नया दौर' फिल्म के लिए लिखा गया था। यह गीत आजादी के कुछ समय बाद लिखा गया था जब देश का निर्माण हो रहा था। यह गीत हमें मिल-जुलकर कर काम करने को प्रेरित करता है। कवि ने इस गीत में बताया है कि जब-जब मनुष्य ने मिलकर काम किया है, तब-तब उसने हर मुश्किल को आसानी से पार किया है। कवि के अनुसार सुख-दुःख का चक्र जीवन में हमेशा आता रहता है। हमें हर परिस्थिति में हमेशा अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहना चाहिए। दुनिया में हर बड़ा चीज़ छोटे-छोटे चीजों से मिलकर ही बना है। साथी हाथ बढ़ाना ... आज अपनी खातिर करना। व्याख्या - इन पंक्तियों में कवि ने लोगों को साथ मिलकर काम करने को प्रेरित किया है। एक अकेला काम करते-करते थक जाएगा इसलिए भारत के निर्माण में सभी को हिस्सेदार बनने के लिए कहा है। भारतीयों का हौसला अफजाई करने के लिए कवि ने बताया है कि जब भी लोगों ने एकता के साथ काम किया तब समुद्र ने अपना रास्ता छोड़ मदद की है तथा पर्वत ने भी उनके सामने अपना सिर झुकाकर उन्हें जगह दी है। कवि के अनुसार हमारी बाहें और सीना फौलाद से बना है जिससे हम मुश्किल काम कर सकने की क्षमता रखते हैं। कवि ने याद दिलाते हुए कहा कि हमने पहले भी गैरों (ब्रिटिश) के लिए काम किया है और आज हमें खुद आजाद भारत का निर्माण करना है। अपना दुःख भी एक है साथी ... साथी हाथ बढ़ाना। व्याख्या: इन पंक्तियों में कवि ने सुख-दुःख को लोगों का साथी बताया है चूँकि इनका क्रम जीवन में हमेशा चलता रहता है। हमें दुःख में घबराना नहीं चाहिए वहीं सुख में ज्यादा उत्साहित भी नहीं होना चाहिए और अपनी मंजिल को ओर सदा कदम बढ़ाते रहना चाहिए। कवि ने एकता की ताकत को स्पष्ट करते हुए बताया है कि एक-एक बूँद के मिलने से ही दरिया बनता है। छोटे-छोटे अंशों को मिलाकर सेहरे का निर्माण होता है। छोटे राई के दानों से पर्वत बन जाता है उसी प्रकार अगर हर व्यक्ति एक-दूसरे से मिलकर काम करे तो किस्मत को भी पलट कर उसे सुनहरा रूप दिया जा सकता है। इसीलिए हमें मिल-जुलकर काम करना चाहिए। कठिन शब्दों के अर्थ • फौलादी - मजबूत • राहे - रास्ते • लेख की रेखा - भाग्य में लिखा होना • गैर - पराए • कतरा - बूँद • ज़र्रा - कण • इंसाँ - मनुष्य NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 7- राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ भूगोलFebruary 28, 2017, 3:09 am NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 7 - राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ भूगोल (rashtriya arthvyvstha ki jivan rekhaayein) Bhugolपृष्ठ संख्या- 99
(ख) मुंबई तथा कोलकाता (ग) सिलचर तथा पोरबंदर (ii) निम्नलिखित में से परिवहन का कौन-सा साधन वाहनान्तरण हानियों तथा देरी को घटाता है। (ख) पाइपलाइन
(ग) सड़क परिवहन (iii) निम्न में से कौन-सा राज्य हजीरा- विजयपुर- जगदीशपुर पाइप लाइन से नहीं जुड़ा है? (ग) महाराष्ट्र (घ) उत्तर प्रदेश ► (ग) महाराष्ट्र (iv) इनमें से कौन- सा पत्तन पूर्वी तट पर स्थित है जो अंतः स्थलीय तथा अधिकतम गहराई का पत्तन है तथा पूर्ण सुरक्षित
है? (ख) तुतिकोरिन (ग) पारादीप (घ) विशाखापत्तनम
(ख) सड़क परिवहन (ग) रेल परिवहन (घ) वायु परिवहन (vi) निम्न में से कौन-सा शब्द दो या अधिक देशों के व्यापार
को दर्शाता है? (ख) बाहरी व्यापार (ग) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (घ) स्थानीय व्यापार 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए। (i) सड़क परिवहन के तीन गुण बताएँ। उत्तर सड़क परिवहन के तीन गुण:- (ii) रेल परिवहन कहाँ पर अत्यधिक सुविधाजनक परिवहन साधन है तथा क्यों? उत्तर रेल परिवहन उत्तरी मैदानों में अत्यधिक सुविधाजनक परिवहन साधन है क्योंकि इसके विस्तृत समतल भूमि, सघन जनसंख्या घनत्व, संपन्न कृषि व प्रचुर संसाधनों के कारण रेल परिवहन के विकास व वृद्धि में सहायक रहे हैं। (iii) सीमांत सड़कों का महत्व बताएँ। उत्तर सीमांत सड़कों के विकास से उत्तर तथा उत्तरी-पूर्वी क्षेत्र जैसे दुर्गम क्षेत्रों में अभिगम्यता बढ़ी है तथा ये इन क्षेत्रों के आर्थिक विकास में भी सहायक हुई हैं।
उत्तर राज्यों व देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है। दो देशों के बीच के व्यापार को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है जबकि स्थानीय व्यापार एक ही देश के भीतर शहरों, कस्बों, तथा गांवों के बीच होता है। 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दीजिए। उत्तर परिवहन तथा संचार के साधन किसी देश की जीवन
रेखा तथा अर्थव्यवस्था इन कारणों से कहे जाते हैं- (ii) पिछले पंद्रह वर्षों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रवृति पर एक लेख लिखें। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में पिछले 15 वर्षों में भारी बदलाव आया है। वस्तुओं के आदान-प्रदान की अपेक्षा सूचनाओं, ज्ञान तथा प्रौद्योगिकी का आदान-प्रदान बढ़ा है। भारत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक सॉफ्टवेयर महाशक्ति के रूप में उभरा है तथा सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से अत्यधिक विदेशी मुद्रा अर्जित कर रहा है। पिछले तीन दशकों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में पर्यटन ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्ष 2003 की अपेक्षा 2004 के दौरान, देश में विदेशी पर्यटकों के आगमन में 23.5 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई।इस प्रकार पिछले 15 वर्षों में भारत के लिए अंतर्राष्ट्रीय व्यापार ने कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। प्रश्न-पहेली 1. उत्तरी-दक्षिणी गलियारे का (coridor) का उत्तरी छोर। ► श्रीनगर 2. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या- 2 का नाम। 3. दक्षिणी रेलवे खंड का मुख्यालय। 7. उत्तरी भारत का व्यस्ततम रेलवे जंक्शन।
NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 1 - सत्ता की साझेदारी लोकतान्त्रिक राजनीतिMarch 1, 2017, 3:38 am NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 1 - सत्ता की साझेदारी (Satta ki Sajhedari) Loktantrik Rajnitiपृष्ठ संख्या -10 प्रश्नावली 1.आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के अलग-अलग तरीके क्या हैं? उत्तर आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के निम्नलिखित तरीके हैं- → सत्ता का क्षैतिज वितरण- सत्ता का बँटवारा शासन के विभिन्न, जैसे- विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच रहता है। इस प्रकार की सत्ता के बँटवारे की व्यवस्था में सरकार के विभिन्न अंग एक ही स्तर पर रहकर अपनी-अपनी शक्ति का उपयोग करते हैं। हर अंग एक दूसरे पर अंकुश रखता है और इससे विभिन्न संस्थाओं के बीच सत्ता का संतुलन बनता है। → सत्ता का उर्ध्वाधर वितरण- इस व्यवस्था में सरकार के बीच भी विभिन्न स्तरों पर सत्ता का बँटवारा होता है। जैसे पूरे देश के लिए एक सामान्य सरकार हो और फिर प्रान्त या क्षेत्रीय स्तर पर अलग-अलग सरकार रहे। भारत में, हम इन्हें केंद्र सरकार, राज्य सरकार, नगरपालिका, पंचायत आदि कहते हैं। संविधान में इस बात का उल्लेख है कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच सत्ता का बँटवारा होता है। → विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच सत्ता का बँटवारा- सत्ता का बँटवारा विभिन्न सामाजिक समूहों, मसलन, भाषायी और धार्मिक समूहों के बीच भी हो सकता है। बेल्जियम में सामुदायिक सरकार इस व्यवस्था का एक अच्छा उदहारण है। भारत में प्रचलित आरक्षित चुनाव क्षेत्र वाली व्यवस्था इसका अगला उदहारण है। अल्पसंख्यक समुदायों को भी इसी तरीके से सत्ता में उचित हिस्सेदारी दी जाती है। → विभिन्न राजनीतिक पार्टियों, दबाव-समूहों और आंदोलनों के बीच सत्ता का बँटवारा- समकालीन लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में यह विकल्प विभिन्न पार्टियों के रूप में उपलब्ध होता है जिसमें पार्टियाँ सत्ता के लिए आपस में प्रतिस्पर्धा करती हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सत्ता एक ही व्यक्ति या समूह के हाथ में न रहकर बारी-बारी से अलग-अलग विचारधारा और सामाजिक समूहों के बीच आती-जाती रहती है। 2. भारतीय सन्दर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदहारण देते हुए इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण बताएँ। उत्तर युक्तिपरक कारण- सत्ता के बँटवारे से विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव का अंदेशा कम हो जाता है| इस प्रकार सत्ता का बँटवारा सामाजिक सामंजस्य और शांति के लिए जरूरी होता है। भारत में, कमजोर वर्गों के लिए सीट अरक्षित हैं। उदाहरण के लिए, अनुसूचित जाति और जनजाति जैसे कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण, उन्हें सरकार चलाने में हिस्सेदारी देती है। नैतिक कारण- दरअसल सत्ता की साझेदारी या हिस्सेदारी लोकतंत्र की आत्मा है। एक अच्छे लोकतांत्रिक व्यवस्था का अर्थ है राजनीतिक सत्ता में नागरिकों की हिस्सेदारी। भारत में, जनता सरकार की नीतियों और निर्णयों पर बहस तथा उसकी आलोचना कर सकती है। इससे सरकार पर अपनी नीतियों और फैसलों पर दोबारा सोचने का दबाव बनता है। 3.इस अध्याय को पढ़ने के बाद तीन छात्रों ने अलग-अलग निष्कर्ष निकालें| आप इनमें से किससे सहमत हैं और क्यों? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में दें। थम्मन- जिन समाजों में क्षेत्रीय, भाषायी और जातीय आधार पर विभाजन हो सिर्फ वहीँ सत्ता की साझेदारी जरूरी है। मथाई- सत्ता की साझेदारी सिर्फ ऐसे बड़े देशों के लिए उपयुक्त है जहाँ क्षेत्रीय विभाजन मौजूद होते हैं| औसेफ- हर समाज में सत्ता की साझेदारी की जरूरत होती है भले ही वह छोटा हो या उसमें सामाजिक विभाजन न हों। उत्तर औसेफ की उक्ति सबसे अधिक तार्किक है और सहमति इसी पर होनी चाहिए। हर समाज में सत्ता की साझेदारी की जरूरत होती है भले ही वह छोटा हो या उसमें सामाजिक विभाजन न हों। लोकतंत्र का मतलब ही होता है कि जो लोग इस शासन व्यवस्था के अंतर्गत हैं उनके बीच सत्ता को बाँटा जाए और ये लोग इसी ढर्रे से रहें| सत्ता की साझेदारी से न केवल विभिन्न सामाजिक समूहों के बीच टकराव का अंदेशा कम हो जाता है बल्कि यह राजनीतिक व्यवस्था के स्थायित्व के लिए भी अच्छा है। सत्ता की साझेदारी से विभिन्न संस्थाओं के बीच सत्ता का संतुलन बनता है। किसी भी आकार के देश के व समाज के प्रकार के पृथक लोग ज्यादा संतुष्ट तब होंगे जब सरकार की विभिन्न नीतियों तथा निर्णयों में उनकी भागीदारी होगी। 4. बेल्जियम में ब्रूसेल्स के निकट स्थित शहर मर्चटेम के मेयर ने अपने यहाँ के स्कूलों में फ्रेंच बोलने पर लगी रोक को सही बताया है। उन्होंने कहा कि इससे डच भाषा न बोलने वाले लोगों को इस फ्लेमिश शहर के लोगों से जुड़ने में मदद मिलेगी। क्या आपको लगता है कि यह फैसला बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल से मेल खाता है? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में लिखें। उत्तर नहीं, यह फैसला बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल से मेल नहीं खाता है। सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था ऐसी हो जिससे फ्रेंच और डच भाषी समुदायों के बीच शांति कायम रह सके। मेयर के फ्रेंच बोलने पर रोक नागरिकों में अशांति का कारण बनेगा। शहर के स्कूलों में दोनों भाषाओँ को स्वीकृति मिलनी चाहिए। द्विभाषी शिक्षण प्रणाली शहर के लोगों को एकीकृत करने का बेहतर तरीका है। 5. नीचे दिए गए उद्धरण को गौर से पढ़े और इसमें सत्ता की साझेदारी के जो युक्तिपरक कारण बताए गए हैं उनमें से किसी एक का चुनाव करें। “महात्मा गाँधी के सपनों को साकार करने और अपने संविधान निर्माताओं की उम्मीदों को पूरा करने के लिए हमें पंचायतों को अधिकार देने की जरूरत है। पंचायती राज ही वास्तविक लोकतंत्र की स्थापना करता है| यह सत्ता उनलोगों के हाथों में सौंपता है जिनके हाथों में इसे होना चाहिए। भ्रष्टाचार कम करने के और प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाने का एक उपाय पंचायतों को अधिकार देना भी है। जब विकास की योजनाओं को बनाने और लागू करने में लोगों की भागीदारी होगी तो इन योजनाओं पर उनका नियंत्रण बढ़ेगा। इससे भ्रष्ट बिचौलियों को खत्म किया जा सकेगा। इस प्रकार पंचायती राज लोकतंत्र की नींव को मजबूत करेगा।” उत्तर दिए गए उद्धरण में से सत्ता की साझेदारी के युक्तिपरक कारण है वो है कि भ्रष्टाचार कम करने के और प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाने का एक उपाय पंचायतों को अधिकार देना भी है। 6. सत्ता के बँटवारे के पक्ष और विपक्ष में कई तरह के तर्क दिए जाते हैं। इनमें से जो तर्क सत्ता के बँटवारे के पक्ष में हैं उनकी पहचान करें और नीचे दिए कोड से अपने उत्तर का चुनाव करें। सत्ता की साझेदारी: (क)विभिन्न समुदायों के बीच टकराव को कम करती है। (ख)पक्षपात का अंदेशा कम करती है। (ग)निर्णय लेने की प्रक्रिया को अटका देती है। (घ)विविधताओं को अपने में समेत लेती है। (ङ)अस्थिरता और आपसी फूट को बढ़ाती है। (च)सत्ता में लोगों की भागीदारी बढ़ाती है। (छ)देश की एकता को कमजोर करती है।
उत्तर
7. बेल्जियम और श्रीलंका की सत्ता में साझेदारी की व्यवस्था के बारे में निम्नलिखित बयानों पर विचार करें। उत्तर (मा) ख, ग और घ 8. सूची 1 [सत्ता के बँटवारे के स्वरुप] और सूची 2 [शासन के स्वरुप] में मेल कराएँ और नीचे दिए गए कोड का उपयोग करते हुए सही जवाब दें:
उत्तर
9. सत्ता की साझेदारी के बारे में निम्नलिखित दो बयानों पर गौर करें और नीचे दिए कोड के आधार पर जवाब दें:
NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 6 - विनिर्माण उद्योग भूगोलMarch 2, 2017, 3:49 am NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 6 - विनिर्माण उद्योग भूगोल (vinirman udhyog) Bhugolपृष्ठ संख्या: 84 अभ्यास 1. बहुवैकल्पिक प्रश्न (i) निम्न में से कौन-सा उद्योग चूना पत्थर को कच्चे माल के रूप में प्रयुक्त करता है? (क) एल्यूमिनियम (ख) चीनी (ग) सीमेंट (घ) पटसन ► (ग) सीमेंट (ii)निम्न में से कौन-सी एजेंसी सार्वजनिक क्षेत्र में स्टील को बाजार में उपलब्ध कराती है? (क)हेल (HAIL) (ख) सेल (SAIL) (ग) टाटा स्टील (घ) एम एन सी सी (MNCC) ► (ख) सेल (SAIL) (iii)निम्न में कौन-सा उद्योग बाक्साइट को कच्चे माल के रूप में प्रयोग करता है? (क)एल्यूमिनियम (ख) सीमेंट (ग) पटसन (घ) स्टील ► (क) एल्यूमिनियम (iv) निम्न में से कौन-सा उद्योग दूरभाष, कम्प्यूटर आदि संयंत्र निर्मित करते हैं? (क)स्टील (ख) एल्यूमिनियम (ग) इलेक्ट्रॉनिक्स (घ) सूचना प्रौद्योगिकी ► (ग) इलेक्ट्रॉनिक्स 2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए। (i) विनिर्माण क्या है? उत्तर कच्चे पदार्थ को मूल्यवान उत्पाद में परिवर्तित कर अधिक मात्रा में वस्तुओं के उत्पादन को विनिर्माण कहा जाता है। (ii) उद्योगों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले तीन भौतिक कारक बताएँ। उत्तर उद्योगों की अवस्थिति को प्रभावित करने वाले तीन भौतिक कारक:- → कच्चे माल की उपलब्धता। → उपयुक्त जलवायु। → जल और बिजली की आपूर्ति की उपलब्धता। (iii)औद्योगिक अवस्थिति को प्रभावित करने वाले तीन मानवीय कारक बताएँ। उत्तर औद्योगिक अवस्थिति को प्रभावित करने वाले तीन मानवीय कारक हैं:- → सस्ते श्रमिकों की उपलब्धता। → बाजार की उपलब्धता। → सरकारी नीतियाँ। (iv)आधारभूत उद्योग क्या है? उदाहरण देकर बताएँ। उत्तर जिन उद्योगों के उत्पादन या कच्चे माल पर दूसरे उद्योग निर्भर हैं आधारभूत उद्योग कहलाते हैं, जैसे- लोहा-इस्पात उद्योग, जो ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए स्टील की आपूर्ति करता है। 3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120 शब्दों में दीजिए। (i) समंवित इस्पात उद्योग मिनी इस्पात उद्योगों से कैसे भिन्न है? इस उद्योग की क्या समस्याएँ हैं? किन सुधारों के अंतर्गत इसकी उत्पादन क्षमता बढ़ी है? उत्तर समंवित इस्पात उद्योग एक बड़ा उद्योग होता है जिसमें कच्चे माल को एक स्थान पर एकत्रित करने से लेकर इस्पात बनाने उसे ढालने और उसे आकर देने की प्रत्येक क्रिया की जाती है। जबकि मिनी इस्पात उद्योग छोटे उद्योग हैं जिनमें विद्युत् भट्टी, रद्दी इस्पात व स्पंज आयरन का प्रयोग होता है| इनमें रि-रोलर्स होते हैं जिनमें इस्पात सिल्लियों का इस्तेमाल किया जाता है| ये हलके स्टील या निर्धारित अनुपात के मृदु व मिश्रित इस्पात का उत्पादन करते हैं। इस्पात उद्योगों की समस्याएँ- → उच्च लागत तथा कोकिंग कोयले की सीमित उपलब्धता। → कम श्रमिकों की उत्पादकता। → ऊर्जा की अनियमित आपूर्ति। → अविकसित अवसंरचना। उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए निम्नलिखित सुधार किए गए हैं- → उदारीकरण। → निजी उद्यमियों के प्रयासों के साथ प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI)। → नई प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल से उत्पादन प्रक्रिया में सुधार। (ii)उद्योग पर्यावरण को कैसे प्रदूषित करते हैं? उत्तर उद्योग चार प्रकार के प्रदूषण के लिए उत्तरदायी हैं- वायु, जल, भूमि और ध्वनि। इनके निम्नलिखित कारण हैं:- → वायु प्रदूषण- अधिक अनुपात में अनचाही गैसों की उपस्थिति जैसे सल्फर डाइऑक्साइड तथा कार्बन मोनोऑक्साइड वायु प्रदूषण का कारण हैं। → जल प्रदूषण- उद्योगों द्वारा कार्बनिक तथा अकार्बनिक अपशिष्ट पदार्थों के नदी में छोड़ने से जल प्रदूषण फैलता है। → तापीय प्रदूषण- जब कारखानों तथा तापघरों से गर्म जल को बिना ठंडा किये ही नदियों तथा तालाबों में छोड़ दिया जाता है, तो जल में तापीय प्रदूषण होता है। → परमाणु उर्जा के संयंत्रों के अपशिष्ट व परमाणु शास्त्र उत्पादक कारखानों से कैंसर, जन्मजात विकार तथा अकाल प्रसव जैसी बीमारियाँ होती हैं। → मलबे का ढेर विशेषकर काँच, हानिकारक रसायन, औद्योगिक बहाव, पैकिंग, लवण तथा कूड़ा-कर्कट मृदा को अनुपजाऊ बनाता है। → औद्योगिक तथा निर्माण कार्य, कारखानों के उपकरण, जेनरेटर, लकड़ी चीरने के कारखाने, गैस यांत्रिकी तथा विद्युत् ड्रिल आदि मशीनों के कारण ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न होता है। (iii)उद्योगों द्वारा पर्यावरण निम्नीकरण को कम करने के लिए उठाए गए विभिन्न उपायों की चर्चा करें। उत्तर उद्योगों द्वारा पर्यावरण निम्नीकरण को कम करने के लिए उठाए गए विभिन्न उपाय निम्नलिखित हैं- → जल प्रदूषण के नियंत्रण के लिए औद्योगिक अपशिष्ट का शोधन तीन चरणों में किया जा सकता है- यांत्रिक साधनों द्वारा प्राथमिक शोधन, जैविक प्रक्रियाओं द्वारा द्वितयीक शोधन तथा जैविक, रासायनिक और भौतिक प्रक्रियाओं द्वारा तृतीयक शोधन। → वायु प्रदूषण कम करने के लिए कारखानों में ऊँची चिमनियाँ, चिमनियों में एलेक्ट्रोस्टैटिक अवक्षेपण, स्क्रबर उपकरण तथा गैसीय प्रदूषक पदार्थों को जड़त्वीय रूप से प्रीथक करने के लिए उपकरण होने चाहिए। → ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए जेनरेटरों में साइलेंसर लगाया जाय तथा ऐसी मशीनरी का उपयोग किया जाना चाहिए जो ऊर्जा सक्षम हो और कम ध्वनि प्रदूषण करे। ध्वनि अवशोषित करने वाले उपकरणों के इस्तेमाल के साथ कानों पर शोर नियंत्रण उपकरण भी पहनने चाहिए। पृष्ठ संख्या: 85 क्रियाकलाप उद्योगों के सन्दर्भ में प्रत्येक के लिए एक शब्द दें। (सांकेतिक अक्षर संख्या कोष्ठक में दी गई है तथा उत्तर अंग्रेजी के शब्दों में दें।) (i)मशीनरी चलाने में प्रयुक्त। (5) P............. (ii)कारखानों में काम करने वाले व्यक्ति। (6) W............. (iii)उत्पाद को जहाँ बेचा जाता है। (6) M............. (iv)वह व्यक्ति जो सामान बेचता है। (8) R............ (v)वस्तु उत्पादन (7) P............ (vi)निर्माण या उत्पादन (11) M.......... (vii)भूमि,जल तथा वायु अवनयन (9) P............ उत्तर (i)Power (ii)Worker (iii)Market (iv)Retailer (v)Product (vi)Manufacture (vii)Pollution Study Material and Summary of The Portrait of a Lady NCERT Class 11th EnglishMarch 2, 2017, 5:24 pm Study Material of The Portrait of a lady (Summary, Character Sketch and Word Meanings)Summary of the Chapter In this story, narrator is portraying the character of his grandmother. When narrator was a small kid, he observes his grandmother as a terribly old lady with wrinkles
on her face. It was difficult of narrator to believe his grandmother was a young and beautiful lady once upon a time as said by people around him. She was fat and bent. Narrator when he was a kid was staying with his grandmother as his parents went to live in the city. Narrator explains her as not pretty but beautiful by her grace. He explains her beauty as winters in landscape in the mountains. Then he explains his friendly relationship with his grandmother. His grandmother used to took her to
the school. She herself used to study sculptures in the nearby temples till his school runs. When his parents were well settled in the city, they sent for him पाठ 1- संसाधन और विकास भूगोल के नोट्स| Class 10thMarch 3, 2017, 1:56 am पठन सामग्री और नोट्स| पाठ 1- संसाधन और विकास भूगोल (sansaadhan aur vikas) Bhugol Class 10thइस अध्याय में विषय • संसाधन संसाधन • हमारे पर्यावरण में उपलब्ध प्रत्येक वस्तु जो हमारी आवश्यकताओं को पूरा करने में उपयोग की जाती है और जिसको बनाने के लिए तकनीक उपलब्ध है, जो आर्थिक रूप से संभाव्य तथा सांस्कृतिक रूप से मान्य है, एक संसाधन कहलाता है। • संसाधनों का वर्गीकरण इस प्रकार किया जा सकता है- → समाप्यता के आधार पर - नवीकरणीय संसाधन, अनवीकरणीय संसाधन → स्वामित्व के आधार पर - व्यक्तिगत संसाधन, सामुदायिक स्वामित्व वाले संसाधन, राष्ट्रीय संसाधन → विकास के स्तर के आधार पर- संभावी संसाधन, विकसित संसाधन, भंडार, संचित कोष उत्पत्ति के आधार पर • जैव संसाधन- जिन संसाधनों की प्राप्ति जीव मंडल से होती है तथा जिनमें जीवन व्याप्त हैं, जैव संसाधन कहलाते हैं जैसे- मनुष्य, वनस्पतिजात, प्राणिजात, मत्स्य जीवन, पशुधन आदि। • अजैव संसाधन- निर्जीव वस्तुओं से बने सारे संसाधन अजैव संसाधन कहलाते हैं। जैसे-चट्टानें और धातुएं।
• नवीकरणीय संसाधन- वे संसाधन जिन्हें भौतिक, रासायनिक या यांत्रिक प्रक्रियाओं द्वारा नवीकृत या पुनः उत्पन्न किया जा सकता है, नवीकरणीय संसाधन कहलाते हैं। जैसे- सौर तथा पवन उर्जा, जल, वन या वन्यजीवन। • अनवीकरणीय संसाधन- वे संसाधन जो एक बार प्रयोग करने के बाद खत्म हो जाते हैं। इन संसाधनों के बनने में लाखों वर्ष लग जाते हैं। जैसे- तेल, कोयला इत्यादि। • व्यक्तिगत संसाधन- जिन संसाधनों का स्वामित्व निजी व्यक्तियों के हाथों में होता है| जैसे- भूखंड, घरों व अन्य जायदाद के मालिक निजी व्यक्ति होते हैं। • सामुदायिक स्वामित्व वाले संसाधन- जिन संसाधनों का स्वामित्व समुदाय के सभी सदस्यों को उपलब्ध होते हैं, जैसे- सार्वजनिक पार्क, पिकनिक स्थल और खेल के मैदान पूरे समुदाय के लिए उपलब्ध होते हैं। • राष्ट्रीय संसाधन- देश में पाए जाने वाले सारे संसाधन राष्ट्रीय संसाधन कहलाते हैं| तकनीकी तौर से सभी संसाधन राष्ट्र के होते हैं। • अंतर्राष्ट्रीय संसाधन- तट रेखा से 200 किमी. की दूरी (अपवर्जक आर्थिक क्षेत्र) से परे खुले महासागरीय संसाधनों को अंतर्राष्ट्रीय संसाधन कहा जाता है। इन संसाधनों को अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं की सहमति के बिना उपयोग नहीं किया जा सकता है।
• विकसित संसाधन- वैसे संसाधन जिनका सर्वेक्षण किया जा चुका है और जिनके उपयोग की गुणवत्ता और मात्रा निर्धारित की जा चुकी है, विकसित संसाधन कहलाते हैं। • भंडार- संसाधन जिनका सर्वेक्षण किया जा चुका है परन्तु प्रौद्योगिकी के अभाव में जिनका उपयोग नहीं किया जा सकता है। उदहारण के लिए, जल दो ज्वलनशील गैसों, हाइड्रोजन और आक्सीजन का यौगिक है जिसे उर्जा के मुख्य स्रोत के रूप में उपयोग किया जा सकता है लेकिन तकनीकी ज्ञान के अभाव में ऐसा संभव नहीं है। • संचित कोष- वैसे संसाधन जो भंडार का ही एक हिस्सा है और जिनका उपयोग उपलब्ध तकनीक द्वारा किया जा सकता है परन्तु जिनका उपयोग अभी तक शुरू नहीं किया गया है। जैसे- बाँधों में जल, वन आदि संचित कोष है। • मानव अस्तित्व के लिए संसाधन अत्यन्त महत्वपूर्ण है। • मानव जीवन की गुणवत्ता और वैश्विक शांति के लिए समाज में संसाधनों का न्यायसंगत बँटवारा आवश्यक हो गया है। • संसाधनों के सही उपयोग के लिए हमें सतत आर्थिक विकास करने की आवश्यकता है। • सतत आर्थिक विकास का तात्पर्य ऐसे विकास है जो पर्यावरण को बिना नुकसान पहुंचाए हो और वर्तमान विकास की प्रक्रिया भविष्य की पीढ़ियों की आवश्यकता की उपेक्षा ना करे। संसाधन नियोजन एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें निम्नलिखित सोपान हैं- भू-संसाधन
• भूमि एक सीमित संसाधन हैं इसलिए हमें इसका उपयोग सावधानी और योजनाबद्ध तरीके से करना चाहिए। • लगभग 43 प्रतिशत भू-क्षेत्र मैदान हैं जो कृषि और उद्योग के विकास के लिए सुविधाजनक हैं।
भू-उपयोग को निर्धारित करने वाले तत्व हैं- • भारत का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किमी. है, परन्तु इसके 93 प्रतिशत भाग के ही भू-उपयोग
आंकड़ें उपलब्ध हैं क्योंकि पूर्वात्तर प्रान्तों असम को छोड़कर अन्य प्रान्तों के सूचित क्षेत्र के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं हैं। भूमि-निम्नीकरण और संरक्षण उपाय • कुछ मानव क्रियाओं जैसे वनोन्मूलन, अतिपशुचारण, खनन ने भूमि के निम्नीकरण में मुख्य भूमिका निभाई है। • भूमि निम्नीकरण को रोकने के उपाय: • मृदा अथवा मिट्टी सबसे महत्वपूर्ण नवीकरणीय प्राकृतिक संसाधन है। • जलोढ़ मृदा:
• काली मृदा: → इनकी नमी धारण करने की क्षमता बहुत होती है। • लाल और पीली मृदा: • लेटराइट मृदा: • मरूस्थली मृदा: • वन मृदा: • मृदा अपरदन के प्राकृतिक कारक: पवन, हिमनदी और जल मृदा अपरदन के प्राकृतिक तत्व हैं। • मृदा
संरक्षण के उपाय: पाठ में वापिस जाएँ पाठ 2 - वन और वन्य जीव संसाधन भूगोल के नोट्स| Class 10thMarch 4, 2017, 12:17 am पठन सामग्री और नोट्स| पाठ 2 - वन और वन्य जीव संसाधन भूगोल (van avm vany jivan sansaadhan) Bhugol Class 10thइस अध्याय में विषय-सूची • परिचय • हमारी पृथ्वी जीवधारियों, सूक्ष्म-जीवाणुओं से लेकर बैक्टीरिया, जोंक से लेकर वटवृक्ष, हाथी और ब्लू व्हेल तक का घर है। भारत में वनस्पतिजात और प्राणिजात • भारत, जैव विविधता के सन्दर्भ में विश्व के सबसे समृद्ध देशों में से एक है और विश्व की सारी उपजातियों की 8 प्रतिशत संख्या (लगभग 16 लाख) पाई जाती है।
अंतर्राष्ट्रीय प्राकृतिक संरक्षण और प्राकृतिक संसाधन संरक्षण संघ के अनुसार निम्नलिखित श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है-
• मनुष्य प्रकृति को संसाधनों में परिवर्तित कर वनों तथा वन्यजीवन से प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से लकड़ी, छाल, पत्ते, रबड़, दवाईयाँ, भोजन, ईंधन, चारा, खाद इत्यादि प्राप्त करता है जिसने वन और वन्यजीवन को नुकसान पहुँचाया है। • वनस्पतिजात और प्राणिजात के रिक्तिकरण के निम्नलिखित कारण हैं- • जैव विविधता को कम करने वाले कारक: भारत में वन एवं वन्य जीवन का संरक्षण • संरक्षण से पारिस्थितिकी विविधता बनी रहती है तथा हमारे जीवन साध्य संसाधन- जल, वायु और मृदा बने रहते हैं। • पर्यावरण संरक्षकों ने राष्ट्रीय वन्य जीवन सुरक्षा कार्यक्रम की पुरजोर माँग पर भारतीय वन्यजीवन (रक्षण) अधिनियम 1972 में लागू किया गया जिसमें वन्य-जीवों के आवास रक्षण के अनेक प्रावधान
थे। • 1973 में भारत सरकार ने बाघों के संरक्षण के लिए ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ की शुरुआत की जिसका उद्येश्य बाघ जैसे संकटग्रस्त जाति को बचाना था। • वन्य जीवन अधिनियम 1980 और 1986 के तहत् सैंकड़ों तितलियों, पतंगों, भृंगों और एक ड्रैगनफ्लाई को भी संरक्षित जातियों में शामिल किया गया है। • 1991 में पौधों की भी 6 जातियाँ पहली बार इस सूची में रखी गयी। वन और वन्य जीव संसाधनों के प्रकार और वितरण • भारत में अधिकतर वन और वन्य जीवन या तो प्रत्यक्ष रूप में सरकार के अधिकार क्षेत्र में हैं या वन विभाग अथवा अन्य विभागों के जरिये सरकार के प्रबंधन में है। • वनों को निम्नलिखित वर्गों में बाँटा गया है: • वन हमारे देश में कुछ मानव प्रजातियों के आवास भी हैं। • सरिस्का बाघ रिजर्व में राजस्थान के गावों के लोग वन्य जीव रक्षण अधिनियम के तहत वहाँ से खनन कार्य बंद करवाने के लिए संघर्षरत हैं। • हिमालय में प्रसिद्ध 'चिपको आन्दोलन' कई क्षेत्रों में वन कटाई रोकने में कामयाब रहा है। • टिहरी में किसानों का बीज बचाओ आन्दोलन और नवदानय ने दिखा दिया है कि रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग के बिना भी विविध फसल उत्पादन द्वारा आर्थिक रूप से व्यवहार्य कृषि उत्पादन संभव है। • भारत में संयुक्त वन प्रबंधन कार्यक्रम की शुरुआत 1988 में हुई जब उड़ीसा राज्य ने संयुक्त वन प्रबंधन का पहला प्रस्ताव पास किया। इसके अंतर्गत क्षरित वनों के बचाव के लिए कार्य किया जाता है और गाँव के स्तर पर संस्थाएं बनाई जाती हैं जिसमें ग्रामीण और वन विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप में कार्य करते हैं। Study Material and Summary of We are not afraid to die…If we can all be together NCERT Class 11th EnglishMarch 4, 2017, 11:05 am Study Material of We are not afraid to die…If we can all be together (Summary, Character Sketch and Word Meanings)Summary of the Chapter View NCERT Solution पाठ 3 - जल संसाधन भूगोल के नोट्स| Class 10thMarch 5, 2017, 3:23 am पठन सामग्री और नोट्स (Notes)| पाठ 3 - जल संसाधन भूगोल (jal sansaadhan) Bhugol Class 10thइस अध्याय में विषय-सूची • जल
• जल एक नवीकरण योग्य संसाधन है।
बहु-उद्देशीय नदी परियोजनाएँ
बहु-उद्देशीय नदी परियोजना के फायदे
बहु-उद्देशीय नदी परियोजनाओं से हानि
बहु-उद्देशीय नदी परियोजनाओं के विरोध में आन्दोलन
• पहाड़ी और पर्वतीय क्षेत्रों में लोगों ने ‘गुल’ अथवा ‘कुल’ (पश्चिमी हिमालय) जैसी वाहिकाएँ, नदी की धरा का रास्ता बदलकर खेतों में सिंचाई के लिए बनाई हैं। • राजस्थान में, पीने का जल एकत्रित करने के लिए ‘छत वर्षा जल संग्रहण’ का तरीका आम था। • पश्चिम बंगाल में बाढ़ के मैदान में लोग अपने खेतों की सिंचाई के लिए बाढ़ जल वाहिकाएँ बनाते थे। • अर्ध-शुष्क तथा शुष्क क्षेत्रों में वर्षा जल एकत्रित करने के लिए गड्ढे बनाये जाते थे ताकि मृदा को सिंचित किया जा सके और संरक्षित जल को खेती के उपयोग में लाया जा सके। • राजस्थान के अर्ध-शुष्क तथा शुष्क क्षेत्रों में लगभग हर घर में पीने का पनी संगृहीत करने के लिए भूमिगत टैंक अथवा टाँका हुआ करते थे।
• वर्षा जल जो कि घरों की ढालू छतों पर गिरता है, उसे पाइप द्वारा भूमिगत टाँका जो मुख्य घर अथवा आँगन में बना होता है, के अन्दर ले जाया जाता है। 1 निम्नलिखित में से कौन सा अजैव संसाधन है?वन, वन्य जीव, पालतू पशु, मत्स्य, कृषीय फसलें जैव संसाधन हैं, जबकि जल एक अजैव संसाधन है।
* निम्नलिखित में से कौन सा जैव संसाधन है ?* 1⃣ वनस्पति 2⃣ धातुएँ 3⃣ चट्टानें 4⃣ जल?This is Expert Verified Answer
वनस्पति जैविक पदार्थ हैं, जिनमें जीवन पाया जाता है, इसलिए वनस्पति जैव संसाधन हैं। शेष तीनों संसाधन धातुएं, चट्टानें और जल अजैव संसाधन की श्रेणी में आते हैं। अर्थात ये संसाधन निर्जीव संसाधन हैं, जिनमें जीवन का अभाव होता है।
अजैव संसाधन क्या है in Hindi?अजैव संसाधन- वे सारे संसाधन जो निर्जीव वस्तुओं से बने है। ये दो प्रकार के होते है समाप्य और असमाप्य l उदाहरण- चट्टानें और धातुएँ। भारत में भूमि उपयोग प्रारूप का वर्णन करें। वर्ष 1960-61 से वन के अंतर्गत क्षेत्र में महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं हुई।
निम्न में से कौन सा जैविक संसाधन है?जैव संसाधनों के कुछ उदाहरण - वन, पशु, पक्षी और समुद्री जीव।
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