अगर आपके पीरियड तब भी शुरू नहीं हुए, तो ये आमतौर पर आपके स्तन के विकसित होने के दो साल बाद शुरू हो जाते हैं। लेकिन और भी ऐसे संकेत हैं, जो ये बता सकते हैं कि आपका पहला पीरियड कब आने वाला है। करीब उसी समय के दौरान आपको आपके प्यूबिक एरिया में बाल आते दिखने लगेंगे और एक म्यूकस जैसा डिस्चार्ज दिखेगा जोकि साफ़, सफ़ेद, या हल्का पीला रंग का होता है। ये दोनों ही संकेत यह बताते हैं कि आपका पहला पीरियड आने ही वाला है। यह वीडियो प्यूबर्टी और आपके पीरियड के शुरुआत के बीच के संबंध को और बेहतर तरीके से समझने में आपकी मदद करेगा। Show
अगर आपक मेंस्ट्रुएशन की शुरुआत हो चुकी है, तो कुछ ऐसे संकेत जो हमेशा आपको यह बताएँगे कि आपके पीरियड आने वाले हैं, वो हैं
पीरियड के इन संकेतों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है क्योंकि इससे आप सेनेटरी पैड्स और टेम्पन्स जैसे पीरियड में काम आने वाले प्रोडक्ट रखकर पहले से ही इसके लिए तैयार रह सकते हैं। पीरियड साइकिल क्या है?पीरियड साइकिल या मेंस्ट्रुअल साइकिल आपके पीरियड के पहले दिन और अगले पीरियड के बीच का समय है। उदाहरण के लिए अगर आपका पिछले पीरियड 10 जनवरी को शुरू हुआ था और आपका अगला पीरियड 8 फरवरी को आया, तो इसका मतलब है कि आपकी मेंस्ट्रुअल साइकिल 10 जनवरी से 8 फरवरी के बीच का समय है। इस इन चार चरणों में अच्छे से समझा जा सकता है:
प्यूबर्टी की शुरुआत से यह पूरी साइकिल बार-बार होती है मतलब आपके पहले पीरियड से लेकर मेनोपॉज़ तक, मतलब आपका पीरियड आना बंद होने तक। ज़्यादातर महिलाओं को 40 वर्ष की उम्र के बाद से 50 वर्ष की उम्र के दौरान मेनोपॉज़ के लक्षणों का और फिर पीरियड पूरी तरह से बंद हो जाने का अनुभव होने लगता है। जब आपके पीरियड आना शुरू होते हैं, आपकी मेंस्ट्रुअल साइकिल कुछ सालों के लिए अनियमित होती है और इसके आने का अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। क्योंकि इस समय आपका शरीर अपना प्राकृतिक तालमेल बना रहा होता है, जोकि पूरी तरह से सामान्य है। एक बार यह तालमेल बैठ जाए, फिर आपके पीरियड हर महीने आना शुरू हो जाते हैं। क्या माहवारी में परेशानी होती है?कई महिलाओं को उनके पीरियड आने के पहले के कुछ हफ़्तों से प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम या पीएमएस का अनुभव होता है। जिन्हें मूड स्विंग्स, मुहांसे, एंग्जायटी (उत्कंठा), पेट फूलना, चिड़चिड़ाहट या गुस्सा आने जैसे लक्षणों से समझा जा सकता है। img_0590.jpgआपको अपने पीरियड के शुरुआती कुछ दिनों में दर्द महसूस हो सकता है। इसमें पीरियड के दिनों में कमर दर्द के साथ-साथ आपको पेट के नीचले हिस्से में दर्द या हल्का पेट दर्द हो सकता है। वैसे तो पीरियड के दौरान दर्द एक आम बात है, लेकिन अगर यह दर्द असहनीय हो जाए और आपके रोजमर्रा के जीवन पर असर डालने लगे तो बेहतर होगा कि दर्द का सही कारण जानने के लिए आप अपने डॉक्टर को दिखाएं। पीरियड के समय होने वाले दर्द को कैसे कम करें?आमतौर पर जैसे-जैसे दिन बीतते जाते हैं पीरियड का दर्द कम होता जाता है लेकिन अगर पीरियड का दर्द आपके रोज के कामों में रुकावट ला रहा है तो आप इन नुस्खों को आजमा सकते हैं:
हालाँकि अगर दर्द निवारक गोलियों से पीरियड के दर्द में कोई राहत ना मिले, तो आपको अपने डॉक्टर को दिखाना चाहिए। पीरियड के वक़्त काम आने वाले अलग-अलग प्रोडक्ट कौन से हैं?/पीरियड मैनेजमेंट के अलग-अलग प्रोडक्ट कौन से हैं?सबसे ज़रूरी चीज जो आपके पीरियड का अनुभव आरामदायक बना सकती है, वो है पीरियड के लिए सही प्रोडक्ट का इस्तेमाल करना। पीरियड के लिए ऐसे प्रोडक्ट चुनना जो आपकी ज़रूरतों को पूरा करें आपके लिए थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि आपको उसके लिए कई प्रोडक्ट का इस्तेमाल करके देखना होगा। इसलिए ज़रूरी है कि अपने लिए सही प्रोडक्ट का फैसला करने से पहले आप अलग-अलग प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। आपका प्रोडक्ट आपके पीरियड में होने वाले बहाव के हिसाब से होना चाहिए। हम समझते हैं कि पीरियड आपके लिए दर्द और परेशानी भरा हो सकता है। स्टेफ्री, में हम पीरियड के लिए ऐसे ख़ास प्रोडक्ट बनाते हैं जो सुरक्षित होने के साथ-साथ आरामदायक भी हों ताकि आप खुलकर अपना जीवन जी सकें। स्टेफ्री के सेनेटरी नेपकिन की रेंज आपके लिए कई तरह के प्रोडक्ट लाती है, ताकि आप अपनी पसंद का प्रोडक्ट चुन सकें। img_0359.jpgज़रूरी बातेंलड़कियों के लिए पीरियड बस एक बड़ा होने की प्रक्रिया है और इसमें किसी भी तरह की शर्म की कोई बात नहीं है। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी दुविधा या सवाल हो तो अपने माता-पिता, बड़े भाई-बहन, या डॉक्टर, या टीचर से इस पर खुलकर बात करने की कोशिश करें। 15 दिन में पीरियड आने का क्या कारण हो सकता है?आपके वजन में परिवर्तन आपके पीरियड्स को प्रभावित कर सकता है। यदि आप अधिक वजन वाले या मोटे हैं, तो वजन कम करने से आपकी अवधि को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है । वैकल्पिक रूप से, अत्यधिक वजन घटाने या कम वजन के कारण अनियमित माहवारी हो सकती है ।
1 महीने में दो बार पीरियड आने का क्या कारण हो सकता है?इस समस्या के कारण आपको महीने में दो बार पीरियड्स जैसा अनुभव हो सकता है. जब गर्भाशय के अंदर ट्यूमर (बिनाइन ट्यूमर) विकसित हो जाता है, तो उसे यूटेराइन फाइब्रॉयड की समस्या कहा जाता है. आमतौर पर यह समस्या उन महिलाओं को होती है, जिनकी उम्र गर्भवती होने के लायक होती है. इन बिनाइन ट्यूमर के कारण वजायनल ब्लीडिंग हो सकती है.
पीरियड महीने में 2 बार आए तो क्या करना चाहिए?पूरा पढ़ेंअसामान्य पीरियड्स से बचने के लिए क्या करें?- -हेल्दी लाइफस्टाइल को मेंटेन रखें। -व्यायाम, पौष्टिक आहार और पर्याप्त नींद को रूटिन में जरूर शामिल करें। -स्ट्रेस दूर करने के लिए योग और मेडिटेशन के साथ अपने डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं। -बर्थ कंट्रोल पिल्स का सेवन डॉक्टर के बताए अनुसार ही करें।
15 दिन तक पीरियड आए तो क्या करें?अगर आपको ऐसा महसूस होता है कि आपका पीरियड सामान्य से ज्यादा हो रहा है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। आपके डॉक्टर समस्या की जांच करेंगे और इसके बाद इलाज करेंगे।
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