मंगल-शुक्र युति ज्योतिष की एक बहुत ही विवादस्पद युति है। वो इसलिए कि ज्योतिष में शुक्र प्रेम व आकर्षण है तो मंगल शरीर व अंदरूनी ऊर्जा। जब इन दोनों ग्रहों की युति या मिलान होगा तो व्यक्ति में शरीर के प्रति आकर्षण या यूं कहिये कि कामुकता बढ़ेगी। आज के आधुनिक युग में जितनी चर्चा इस योग की जाती है उतनी शायद अन्य किसी के योग की की जाती होगी। वर्तमान समय में भक्ति के स्थान पर काम भावना और भोग का बोल-बाला है। हर व्यक्ति आजकल अच्छे भोग विलास का आनन्द पाना चाहता है और यह योग इसी कामना को पूर्ण करता है। Show कुंडली में मंगल-शुक्र युति का प्रभाव
Career Prediction as per birth chart: ज्योतिष अनुसार सहि करियर का चुनाव करें शुक्र-मंगल युति का राशियों पर प्रभाव
Today's Panchang: तिथि और शुभ मुहुर्त जानकारी के लिऐ आज का पंचांग पढे शुक्र मंगल युति का उपाय वैवाहिक जीवन में समस्या आना इस युति का मुख्य प्रभाव है। शुक्र का मंगल या राहु से योग जातक को व्यभिचारी बना देता है। यदि यह गुरु, बुध या चंद्र के नक्षत्र/Nakshatra में न हो, तो जातक अत्यधिक कामुक प्रबल हो जाता है। इस विपरीत परिस्थिति से बचने के लिए निम्न उपाय किये जाने चाहिए जब इन दोनों ग्रहों का मिलन होता है तो इनके गुणधर्मों के अनुसार व्यक्ति में काम वासना बलवती हो जाती है। कुंडली के अलग-अलग भावों के अनुसार इनके फल में कम-ज्यादा हो सकता है, लेकिन मूलत: कहा यही जाता है कि यह व्यक्ति को अत्यंत कामी बनाता है। भारतीय ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह दैत्य गुरु माना गया है। जो संजीवनी विद्या या दूसरे शब्दों में गूढ़ चिकित्सा का प्रवर्तक भी माना गया है। मंगल ग्रह धरती का पुत्र माना गया है। धरती वनस्पति या दूसरे शब्दों में जडी़-बूटी की जननी कही जाती है।
दो ग्रहों को एक-दूसरे के बेहद करीब देख पाने का मौका मिलेगा। तब इन दोनों के बीच की दूरी मात्र आधा डिग्री रह जाएगी। इनसे कुछ ही दूर चार डिग्री के अंतराल में चंद्रमा भी मौजूद होगा। जो इन दोनों ग्रहों की नजदीकी का साक्षी प्रतीत होगा। इस खगोलीय घटना में चंद्रमा की सुंदरता भी धरती वासियों को अपनी ओर आकर्षित करेगी।
भले ही वीनस अपनी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हो लेकिन मानव बस्ती बसाने के सपने के साथ विज्ञानियों के लिए मंगल ही अधिक आकर्षण का केंद्र है। दुनियाभर की स्पेस एजेंसी मंगल पर पहुंचने के लिए बेहद आतुर हैं। इसकी मुख्य वजह मंगल का हमारे करीबी होना व पृथ्वी जैसी कई समानताएं मौजूद होना है। जबकि वीनस ग्रह पर तेजाब की बारिश होती हैं। हाइड्रोजन के बादल वीनस के आसमान मे मंडराते हैं, जो सूर्य के प्रकाश से बेहद चमकदार नजर आते है। इस ग्रह पर तापमान चार सौ डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है। मेष- मेष राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग आर्थिक परेशानी वाला रहेगा। व्यापार में परेशानी आएगी। नौकरी में अधिकारी वर्ग से सहयोग प्राप्त होगा, परंतु कृषि क्षेत्र में मध्यम लाभ मिलेगा। माता को स्वास्थ्य संबंधी चिंता रहेगी। भाई के घर मांगलिक कार्य होने के योग हैं। किसी अनजान व्यक्ति के संपर्क में आने से रोजगार में वृद्धि होगी। वृषभ- वृषभ राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग भौतिक सुख वाला रहेगा। व्यापार में अच्छा लाभ होगा। कृषि क्षेत्र में सफलता मिलेगी। नौकरी में साथियों से परेशानी आएगी। स्वयं को स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ रहेगी। किसी पुराने पड़ोसी से परेशानी आ सकती है, धैर्य से काम करें। माता-पिता के तीर्थयात्रा के योग बन रहे हैं। मामा पक्ष से सहयोग प्राप्त होगा। मिथुन- मिथुन राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग ज्यादा अच्छा रहेगा। नौकरी में उन्नति के योग बनते हैं। कृषि क्षेत्र में बहुत उन्नति के मौके मिलेंगे। व्यापार ठीक-ठीक रहेगा। बहन को आर्थिक परेशानी आएगी। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा जिससे बहन की परेशानी दूर होगी। संतान को स्वास्थ्य में सुधार होगा, परंतु लंबे समय तक ध्यान देना होगा। कर्क- कर्क राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग कानून संबंधी उलझन वाला रहेगा। व्यापार में मध्यम लाभ होगा। कृषि क्षेत्र में सामान्य लाभ प्राप्त होगा। नौकरी में उन्नति होगी, परंतु स्थान परिवर्तन के योग हैं। किसी से व्यापार में साझेदारी का मौका मिलेगा, परंतु परेशानी आ सकती है, अत: समझकर कार्य करें। जीवनसाथी को रोजगार प्राप्त होने से लाभ मिलेगा। घर में मांगलिक कार्य के भी योग बनते हैं। सिंह- सिंह राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग संतान सुख वाला रहेगा। व्यापार में सफलता मिलते-मिलते परेशानी आएगी। नौकरी में साथियों से सहयोग प्राप्त होगा। कृषि क्षेत्र में सफलता मिलेगी। पैतृक संपत्ति प्राप्त होने के योग हैं, साथ ही परिवार में नए मेहमान के योग हैं। पुराने मित्र से मनमुटाव की स्थिति बन सकती है, ध्यान रखें। कन्या- कन्या राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग राजनीति और रोमांस में सफलता वाला रहेगा। व्यापार ठीक-ठीक रहेगा। कृषि क्षेत्र में सफलता मिलेगी। नौकरी में स्थान परिवर्तन के योग हैं। पिता के स्वास्थ्य में सुधार होगा लेकिन परिवार से तालमेल में परेशानी आएगी। मामा पक्ष से सहयोग प्राप्त होगा। किसी महिला से परेशानी आ सकती है जिसका कानून द्वारा हल होगा। मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। तुला- तुला राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग जीवनसाथी से नजदिकियां बढ़ाने वाला रहेगा। व्यापार में अच्छा लाभ रहेगा। कृषि क्षेत्र में किसी पड़ोसी से सहयोग प्राप्त होगा, परंतु परिवार में मतभेद की स्थिति बन सकती है। नौकरी में पदोन्नति के योग हैं। संतान संबंधी सुख प्राप्त होगा। माता को अचानक स्वास्थ्य की तकलीफ हो सकती है। घनिष्ठ मित्र से दूरी होगी। वृश्चिक- वृश्चिक राशि वाले जातकों के लिए संयोग पारिवारिक उन्नति वाला रहेगा। व्यापार अच्छा रहेगा। नौकरी में उन्नति होगी। कृषि क्षेत्र में सामान्य लाभ होगा। माता को स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ रहेगी। पिता को स्वास्थ्य में सुधार होगा। किसी रिश्तेदार से मनमुटाव समाप्त होगा। जीवनसाथी को रोजगार में परेशानी आएगी। भाई को अच्छा आर्थिक लाभ मिलेगा। धनु- धनु राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग भौतिक सुख वाला रहेगा। व्यापार पहले सामान्य फिर सफलता मिलेगी। नौकरी में उन्नति होगी। साथ ही बड़े अधिकारी के साथ कार्य करने का योग बनते हैं। कृषि क्षेत्र दूसरे स्थान पर भी बढ़ेगा। वाहन चालकों के लिए यह संयोग दुखदायी हो सकता है, ध्यान देना होगा। किसी रिश्तेदार से सहयोग प्राप्त होगा। पिता को आर्थिक लाभ मिलेगा। मकर- मकर राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग रोजगार और विजय प्राप्ति वाला रहेगा। व्यापार में सफलता मिलेगी। नौकरी में साथियों से सहयोग प्राप्त होगा। कृषि क्षेत्र में मध्यम लाभ मिलेगा। माता के द्वारा धार्मिक अनुष्ठान होगा। पिता की आर्थिक उन्नति में सफलता मिलेगी। कुंभ- कुंभ राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग समाज में मान-प्रतिष्ठा प्राप्ति वाला रहेगा। व्यापार में परेशानी आएगी। नौकरी में सामान्य जीवन रहेगा। कृषि क्षेत्र में अच्छा लाभ मिलेगा। संतान के विवाह योग बनेंगे। जीवनसाथी को रोजगार में तकलीफ आ सकती है। ससुराल पक्ष से सहयोग प्राप्त होगा। मीन- मीन राशि वाले जातकों के लिए यह संयोग मिश्रित फल वाला रहेगा। व्यापार में उतार-चढ़ाव रहेगा। कृषि क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। नौकरी में साथियों से परेशानी आएगी। स्वयं को स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ रहेगी। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। संतान को रोजगार में उन्नति मिलेगी। किसी धार्मिक क्षेत्र की जिम्मेदारी मिल सकती है। मंगल और शुक्र की युति क्या है?ज्योतिषीय परिभाषा के अनुसार जब किसी स्त्री या पुरुष की कुंडली में मंगल और शुक्र एक साथ एक ही घर में मौजूद हों तो ऐसे जातक में काम वासना की अधिकता होती है। इन दोनों ग्रहों की स्थिति यदि अत्यंत मजबूत हो तो यह काम वासना अत्यधिक तीव्रता वाली हो जाती है और जातक को खुद पर नियंत्रण रखना भी मुश्किल हो जाता है।
शुक्र और मंगल के बीच में कौन सा ग्रह आता है?पृथ्वी ग्रह शुक्र और मंगल ग्रह के बीच में है।
शुक्र और मंगल क्या है?मंगल शुक्र युति/Venus Mars Conjunction व्यक्ति में काम भावना को प्रबल करता है। शुक्र ज्योतिष में हर प्रकार के भौतिक सुख का कारक है और मुख्य रूप से काम-भावना और प्रेम को दर्शाता है। मंगल, शरीर की उत्तेजना है और जब इन दोनों कारकों का मिलान न हो तो, काम-सुख का सम्पूर्ण आनन्द नहीं लिया जा सकता।
कुंडली में मंगल का घर कौन सा है?मंगल (ज्योतिष). |