ज्योतिष में मंगल को सेनापति का दर्जा दिया गया है। मंगल ग्रह की मूलभूत प्रकृति प्रजनन और कायाकल्प है। मंगल ग्रह से प्रभावित व्यक्ति का स्वभाव तीक्ष्ण, क्रोधी तथा साहसिक होता है। मंगल का वर्ण रक्त होता है एवं यह पित्त का कारक ग्रह है। ज्योतिष में मंगल तमोगुणी तथा पुरुष जाति का होता है। किसी भी जातक की जन्मकुंडली में यदि मंगल अपने ही राशि का है एवं केंद्र या त्रिकोण में शुभ स्थिति में है, या उच्च का है, तो वैसा जातक अवश्य ही समाज में मान-सम्मान तथा यश को प्राप्त करेगा। मंगल ग्रह अगर आप पर मेहरबान हो जाए तो जीवन में हर ओर मंगल ही मंगल होता है, लेकिन कमजोर या अशुभ हो जाए तो आपकी जिंदगी मे अमंगल का विष घोल देता है। Show अपनी जन्म कुंडली से जाने आपके 15 वर्ष का वर्षफल, ज्योतिष्य रत्न परामर्श, ग्रह दोष और उपाय, लग्न की संपूर्ण जानकारी, लाल किताब कुंडली के उपाय, और अन्य जानकारी, अपनी जन्म कुंडली बनाने के लिए यहां क्लिक करें। मंगल ग्रह शांति के लिए अनेक उपाय बताये गये हैं। यदि आप मंगल के अशुभ प्रभाव से पीड़ित हैं तो नीचे दिए गए उपाय अवश्य करें। यह सभी आजमाए हुए फलित उपाय है।
इस तरह आप मंगल ग्रह की शांति के उपाय करके मंगल ग्रह की शांति कर सकते है. कुंडली में दूसरे ग्रहों की शांति के उपाय जानने के लिए हमारी ग्रहों की शांति के उपाय की सूची को देखिये
आप हमसे हमारे सोशल मीडिया पर भी जुड़ सकते है। नवग्रह के रत्न और रुद्राक्ष से जुड़े सवाल पूछने के लिए हमसे संपर्क करें यहाँ क्लिक करें अपनी जन्म कुंडली से जाने आपके 15 वर्ष का वर्षफल, ज्योतिष्य रत्न परामर्श, ग्रह दोष और उपाय, लग्न की संपूर्ण जानकारी, लाल किताब कुंडली के उपाय, और अन्य जानकारी, अपनी जन्म कुंडली बनाने के लिए यहां क्लिक करें। नवग्रह के नग, नेचरल रुद्राक्ष की जानकारी के लिए आप हमारी साइट Gems For Everyone पर जा सकते हैं। सभी प्रकार के नवग्रह के नग – हिरा, माणिक, पन्ना, पुखराज, नीलम, मोती, लहसुनिया, गोमेद मिलते है। 1 से 14 मुखी नेचरल रुद्राक्ष मिलते है। सभी प्रकार के नवग्रह के नग और रुद्राक्ष बाजार से आधी दरों पर उपलब्ध है। सभी प्रकार के रत्न और रुद्राक्ष सर्टिफिकेट के साथ बेचे जाते हैं। रत्न और रुद्राक्ष की जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
चैत्र नवरात्रि 2022 | शुभ मुहूर्त, कलश-घट स्थापना विधि
Navgraha Yantra – नवग्रह यंत्र (Copy)
Navgraha Yantra – नवग्रह यंत्र
चैत्र नवरात्रि 2022 | शुभ मुहूर्त, कलश-घट स्थापना विधि
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Navgraha Yantra – नवग्रह यंत्र मंगल ग्रह की शांति के लिए क्या करना चाहिए?मंगलवार को शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। बंदरों को मीठी लाल वस्तु जैसे- इमरती, शक्करपारे आदि खिलाएं। शिवजी या हनुमान जी के नित्यदर्शन करें और हनुमान चालीसा या महामृत्युंजय मंत्र की रोजाना कम से कम एक माला का जाप करें। हनुमान जी के मंदिर में दीपदान करें तथा बजरंग बाण का प्रतिदिन या कम से कम प्रत्येक मंगलवार को पाठ करें।
मंगल खराब हो तो क्या होता है?ज्योतिषशास्त्र के अनुसार अगर किसी जातक का मंगल खराब हो, तो उसे नेत्र रोग की समस्या आए दिन परेशान करती करती रहती है। इसके अलावा उच्च रक्तचाप, गठिया रोग, फोड़े-फुंसी या फिर गुर्दे में पथरी की समस्या होती है।
मंगल ग्रह को मजबूत कैसे करें?मंगल को मजबूत करने के लिए आपको लाल फूल और भोजन किसी ब्राह्मण को दान देना चाहिए. 7. आप मूंगा, गेहूं, मसूर दाल, लाल बैल, कनेर का फूल, गुड़, लाल कपड़ा, तांबा, सोना, लाल चंदन आदि का दान करते हैं, तो इससे भी मंगल ग्रह मजबूत होता है. मंगल दोष से मुक्ति मिलती है.
मंगल दोष कैसे खत्म होता है?ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कुंडली में मंगल की स्थिति खराब है तो इसके लिए हर मंगलवार और शनिवार के दिन भगवान हनुमान जी की पूजा करना लाभकारी होगा। नियमित रूप से हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और बजरंग बाण का पाठ करें। इससे भी काफी हद तक मंगल दोष से राहत मिलेगी।
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