मां का दूध न आने पर क्या करें? - maan ka doodh na aane par kya karen?

डिलीवरी के बाद नहीं आ रहा ब्रेस्‍ट में दूध, जीरे के इस नुस्‍खे के साथ बढ़ाएं ब्रेस्‍ट मिल्‍क

parul rohatagi |

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Navbharat Times | Updated: Feb 8, 2021, 6:05 PM

मां बनने के बाद अक्‍सर महिलाओं को ब्रेस्‍ट में दूध कम आने की शिकायत होती है। घरेलू नुस्‍खों की मदद से इस समस्‍या का निदान किया जा सकता है।

मां का दूध न आने पर क्या करें? - maan ka doodh na aane par kya karen?
डिलीवरी के बाद नहीं आ रहा ब्रेस्‍ट में दूध, जीरे के इस नुस्‍खे के साथ बढ़ाएं ब्रेस्‍ट मिल्‍क

प्रेग्‍नेंसी और डिलीवरी के बाद महिलाओं के शरीर को स्‍तनपान के लिए तैयार होना होता है। ब्रेस्‍ट में पर्याप्‍त दूध आना बहुत जरूरी होता है क्‍योंकि मां का दूध ही बच्‍चे के लिए पोषण और आहार का एकमात्र जरिया होता है।

सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के अनुसार लगभग 75 फीसदी महिलाएं डिलीवरी के बाद शुरुआती महीनों में ही अपने बच्‍चे को दूध पिलाना जल्‍दी बंद या कम कर देती हैं। इसका एक प्रमुख कारण है ब्रेस्‍ट में पर्याप्‍त दूध ना बन पाना।

अगर आपको भी डिलीवरी के बाद ब्रेस्‍ट में दूध कम आने की शिकायत है तो यहां हम आपको एक ऐसा नुस्‍खा बताने जा रहे हैं जो स्‍तन में दूध के उत्‍पादन को बढ़ाएगा और आपके बच्‍चे का पेट भर पाएगा।

​ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने का उपाय

मां का दूध न आने पर क्या करें? - maan ka doodh na aane par kya karen?

ब्रेस्‍ट में दूध बढ़ाने का घरेलू तरीका इस प्रकार है :

  • सबसे पहले एक पैन में 6 चम्‍मच जीरा डालें। इस दौरान आंच को धीमा ही रखें।
  • जीरा को हल्‍का सेकें और इसके बाद एक प्‍लेट में इसे निकाल लें।
  • जब जीरा ठंडा हो जाए तो इसे मिक्‍सी में डालकर पीस लें और पाउडर बना लें।
  • अब जीरा पाउडर को एक कटोरी में निकाल लें।
  • फिर एक कटोरी लें और उसमें आधा चम्‍मच जीरा पाउडर डालें। इसके बाद इसमें आधा चम्‍मच शतावरी चूर्ण डालें।

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​कैसे करें सेवन

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अब जीरा और शतावरी चूर्ण से आपने जो नुस्‍खा तैयार किया है उसके सेवन का तरीका भी जान लें। ऊपर मिश्रण की जितनी मात्रा तैयार की है, उसे रोज सुबह खाकर एक गिलास दूध पी लें। आप शाम या रात को भी दूध के साथ इस ले सकती हैं।

इस नुस्‍खे के बाद ब्रेस्‍ट में तुरंत दूध बनने लगता है। सात दिनों तक लगातार इस नुस्‍खे का सेवन आपको करना है।

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​ब्रेस्‍ट मिल्‍क बढ़ाने के तरीके

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ब्रेस्‍ट में दूध के उत्‍पादन को बढ़ाने के लिए आप निम्‍न चीजों को अपने आहार में जरूर शामिल करें :

  • डिलीवरी के पांच से छह दिनों के बाद महिलाओं को ड्राई फ्रूट्स और गुड़ के साथ जीरा की पंजीरी बनाकर खानी चाहिए। जीरा ब्रेस्‍ट में दूध बनाने में मदद करता है।
  • प्रेग्‍नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद कम से कम 3 से 4 महीने तक दूध रोज पिएं। अगर आपको ब्रेस्‍ट में दूध कम आ रहा है तो अपने खाने में लहसुन का इस्‍तेमाल शुरू कर दें। रोज सुबह एक गिलास गुनगुने पानी के साथ लहसुन की एक कली खाएं। अगर आपको प्रेग्‍नेंसी में गैस की परेशानी है तो एक दिन छोड़कर एक दिन खाएं। लहसुन के 15 से 20 मिनट के बाद प्रोटीन के लिए बादाम भी खा सकती हैं।
  • ओट्स और अन्‍य साबुत अनाजों में दूध को बढ़ाने की शक्‍ति होती है। ये बीटा ग्‍लूकन का अच्‍छा स्रोत है जो शरीर में प्रोलैक्टिन के लेवल को बढ़ाता है। आप आटे और सूप में ओट्स मिला सकती हैं।
  • तिल और सौंफ को भूनकर पाउडर बनाकर एकसाथ पानी के साथ लें। आप इसे सब्‍जी में भी डालकर ले सकती हैं।
  • डिलीवरी के बाद अच्‍छी देखभाल की मदद से भी ब्रेस्‍ट में दूध के उत्‍पादन को बढ़ाया जा सकता है। हेल्‍दी स्‍नैक खाएं और पानी पीती रहें।

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नवजात को जन्म देने वाली माताओं में कम ब्रेस्टमिल्क की आपूर्ति एक आम समस्या बनती जा रही है। हार्मोनल असंतुलन से लेकर कुछ दवाओं तक, कम दूध उत्पादन के पीछे कई कारण हैं। अपने बच्चे को दूध नहीं पिलाने से कई माताओं को तनाव हो सकता है, जो समस्या को और बढ़ा सकता है।
हालांकि, तनाव लेने से पहले उन कारणों को समझना महत्वपूर्ण है कि आप पर्याप्त स्तन दूध का उत्पादन क्यों नहीं कर पा रही हैं। यहां कुछ ऐसे कारण दिए गए हैं जिससे आप यह जान सकती हैं कि आप पर्याप्त स्तन दूध का उत्पादन क्यों नहीं कर पा रही हैं और आप इसके बारे में क्या कर सकती हैं।

​अपर्याप्त ग्रंथि संबंधी ऊतक यानी ग्रैंड्युलर टिश्यू

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यह समस्या ज्यादातर पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं के साथ होती है। इस स्थिति में, दूध नलिकाएं ठीक से नहीं बनती हैं, जिससे दूध की आपूर्ति बाधित होती है।

दूसरी और तीसरी गर्भावस्था के दौरान स्थिति ठीक हो जाती है। अपने दूध नलिकाओं को उत्तेजित करने के लिए, हमेशा यह सलाह दी जाती है कि अपने बच्चे को अपने निप्पल चूसने दें, जिससे दूध का उत्पादन बढ़ सकता है।

याद रखें, अधिक चूसने का अर्थ है अधिक दूध, क्योंकि पर्याप्त दूध का उत्पादन करने के लिए स्तनों को उचित चूषण की आवश्यकता होती है।

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​हार्मोनल समस्याएं

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दूध का उत्पादन तब होता है जब हार्मोन आपके स्तन को संकेत देते हैं। इसलिए, यदि आपके हार्मोन खराब हो रहे हैं, तो यह आपके दूध की आपूर्ति में बाधा डाल सकता है।

PCOS, डायबिटीज और कम थायराइड जैसी स्थितियां आपके स्तन से कम दूध पैदा करने की संभावना को बढ़ा सकती हैं। यदि आप दिए गए किसी भी रोग से पीड़ित हैं, तो किसी स्तनपान विशेषज्ञ से मिल उसकी सलाह जरूर लें।

​स्तन की सर्जरी

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स्तन सर्जरी से फाइब्रॉएड का निर्माण हो सकता है, जो दूध नलिकाओं को प्रभावित कर सकता है। कितना दूध का उत्पादन होता है यह सर्जरी की जटिलता पर निर्भर करता है।

महिलाएं आजकल फैशन के चलते निप्पल पियर्सिंग करवाने लगी हैं, जबकि निप्पल पियर्सिंग भी स्तन के दूध उत्पादन को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है।

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​गर्भनिरोधक

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स्तनपान के दौरान गर्भनिरोधक लेना भी स्तन के दूध के उत्पादन को प्रभावित कर सकता है। हालांकि ऐसा हर महिला के साथ नहीं होता है। लेकिन यह गोलियां हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करती हैं, जो दूध की आपूर्ति को बदल देती हैं।

​लेबर के दौरान दवाओं का सेवन

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कभी-कभी लेबर के दौरान महिलाओं को ऐसी दवाएं दी जाती हैं जो उनके दूध के उत्पादन को प्रभावित कर सकती हैं। यह दवाईयां श्रम को प्रेरित करने के लिए दी जाती हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि यह कुछ ही समय के लिए ही दूध की आपूर्ति में बाधा डालती हैं।

दवा का असर खत्म हो जाने पर दूध की आपूर्ति सामान्य हो जाती है।

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माँ का दूध न उतरे तो क्या करना चाहिए?

डिलीवरी के पांच से छह दिनों के बाद महिलाओं को ड्राई फ्रूट्स और गुड़ के साथ जीरा की पंजीरी बनाकर खानी चाहिए। जीरा ब्रेस्‍ट में दूध बनाने में मदद करता है। प्रेग्‍नेंसी के दौरान और डिलीवरी के बाद कम से कम 3 से 4 महीने तक दूध रोज पिएं। अगर आपको ब्रेस्‍ट में दूध कम आ रहा है तो अपने खाने में लहसुन का इस्‍तेमाल शुरू कर दें।

क्या खाने से मां का दूध बढ़ता है?

ब्रैस्ट मिल्क बढ़ाने के लिए क्या करे और क्या न करे?.
बच्चे को स्तन पान कम से कम 12 बार कराइये.
बच्चे को दूध पिलाते समय अपने स्तनों को हल्का दबाये.
दोनों स्तनों से बच्चे को बराबर दूध पिलाये.
अपने स्तनों की मालिश करे.
बच्चे को दूध पिलाना न भूले.
किसी अन्य रोग की यदि दवा चल रही हो तो उसे एक समय पर ही ले.

मां का दूध क्यों नहीं निकलता?

​हार्मोनल समस्याएं दूध का उत्पादन तब होता है जब हार्मोन आपके स्तन को संकेत देते हैं। इसलिए, यदि आपके हार्मोन खराब हो रहे हैं, तो यह आपके दूध की आपूर्ति में बाधा डाल सकता है। PCOS, डायबिटीज और कम थायराइड जैसी स्थितियां आपके स्तन से कम दूध पैदा करने की संभावना को बढ़ा सकती हैं।

दूध बढ़ाने के लिए क्या देना चाहिए?

सरसों का तेल और आटे से बनाएं दूध बढ़ाने की दवा सबसे पहले 200 से 300 ग्राम सरसों का तेल, 250 ग्राम गेहूं का आटा लें। अब दोनों को आपस में मिलाकर शाम के समय पशु को चारा व पानी खिलाने के बाद खिलाएं। ध्यान रहे दवा खिलाने के बाद पशु को पानी नहीं पिलाना है। इतना ही नहीं यह दवाई भी पानी के साथ नहीं देनी है।