लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के क्या क्या कारण बताए हैं आप इन कारणों से कहाँ तक सहमत हैं? - lekhak ke mitr ne maanasik rog ke kya kya kaaran batae hain aap in kaaranon se kahaan tak sahamat hain?

निम्नलिखित प्रश्न के उत्तर (50-60 शब्दों मेंलिखिए
लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के क्या-क्या कारण बताए? आप इन कारणों से कहाँ तक सहमत हैं?

Solution

लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के कारण बताएँ हैं कि मनुष्य चलता नहीं दौड़ता है, बोलता नहीं बकता है, एक महीने का काम एक दिन में करना चाहता है, दिमाग हज़ार गुना अधिक गति से दौड़ता है। अत: तनाव बढ़ जाता है। मानसिक रोगों का प्रमुख कारण प्रतिस्पर्धा के कारण दिमाग का अनियंत्रित गति से कार्य करना है।

Concept: गद्य (Prose) (Class 10 B)

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लेखक के मित्र ने मानसिक रोगों का क्या कारण बताया है?

लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के कारण बताएँ हैं कि मनुष्य चलता नहीं दौड़ता है, बोलता नहीं बकता है, एक महीने का काम एक दिन में करना चाहता है, दिमाग हज़ार गुना अधिक गति से दौड़ता है। अत: तनाव बढ़ जाता है। मानसिक रोगों का प्रमुख कारण प्रतिस्पर्धा के कारण दिमाग का अनियंत्रित गति से कार्य करना है। Q.

झेन की देन पाठ में लेखक के मित्र मानसिक रोग के क्या क्या कारण बताए आप इन कारणों से कहाँ तक सहमत हैं?

Solution : लेखक के मित्र ने मानसिक रोग के कारण बताए हैं कि मनुष्य चलता नहीं दौड़ता है। बोलता नहीं, हर समय बक-बक करता है। एक महीने का काम एक-दो दिन में करना चाहता है, दिमाग हजार गुना अधिक गति से दौड़ाता है। अतः तनाव बढ़ जाता है।

प्रश्न झेन की देन पाठ के आधार पर बताइए कि मनुष्य एक मनोरोगी कैसे बन जाता है?

'झेन की देन' पाठ हमें अत्यधिक व्यस्त जीवनशैली और उसके दुष्परिणामों से अवगत कराता है। पाठ में जापानियों की व्यस्त दिनचर्या से उत्पन्न मनोरोग की चर्चा करते हुए वहाँ की 'टी-सेरेमनी' के माध्यम से मानसिक तनाव से मुक्त होने का संकेत करते हुए यह संदेश दिया है कि अधिक तनाव मनुष्य को पागल बना देता है।