लोकसभा अध्यक्ष चुनाव कौन करता है? - lokasabha adhyaksh chunaav kaun karata hai?

अध्यक्ष
(लोकसभा अध्यक्ष / स्पीकर), लोकसभा

लोकसभा अध्यक्ष चुनाव कौन करता है? - lokasabha adhyaksh chunaav kaun karata hai?

पदस्थ
ओम बिड़ला

शैलीमाननीय(औपचारिक)
सभापति महोदया/महोदय(मौखिक)
नियुक्तिकर्तालोकसभा के सांसदगण
अवधि काललोकसभा के कार्यकाल तक (अधिकतम ५ वर्ष)
उद्घाटक धारकगणेश वासुदेव मावलंकर
गठन15 मई 1952
उपाधिकारीलोकसभा उपाध्यक्ष
वेबसाइटSpeaker's Official Website

भारत गणराज्य

लोकसभा अध्यक्ष चुनाव कौन करता है? - lokasabha adhyaksh chunaav kaun karata hai?
भारत
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  • राजनैतिक घटनाक्रम
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लोकसभा अध्यक्ष, भारतीय संसद के निम्नसदन, लोकसभा का सभापति एवं अधिष्ठाता होता है। उसकी भूमिका वेस्टमिंस्टर प्रणाली पर आधारित किसी भी अन्य शासन-व्यवस्था के वैधायिकीय सभापति के सामान होती है। उसका निर्वाचन लोकसभा चुनावों के बाद, लोकसभा की प्रथम बैठक में ही कर लिया जाता है। वह संसद के सदस्यों में से ही पाँच साल के लिए चुना जाता है। उससे अपेक्षा की जाती है कि वह अपने राजनितिक दल से इस्तीफा दे दे, ताकि कार्यवाही में निष्पक्षता बनी रहे। वर्त्तमान लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला है, जोकि अपनी पूर्वाधिकारी, सुमित्रा महाजन के बाद, इस पद पर आसीन हैं। यह १७वी लोकसभा के अध्यक्ष है

निर्वाचन

लोकसभा अध्यक्ष का निर्वाचन लोकसभा के सदस्यों के द्वारा किया जाता है। निर्वाचन की तिथि राष्ट्रपति के द्वारा निश्चित की जाती है। राष्ट्रपति के द्वारा निश्चित की गयी तिथि की सूचना लोकसभा का महासचिव सदस्यों को देता है। निर्वाचन की तिथि के एक दिन पूर्व के मध्याह्न से पहले किसी सदस्य द्वारा किसी अन्य सदस्य को अध्यक्ष चुने जाने का प्रस्ताव महासचिव को लिखित रूप में दिया जाता है। यह प्रस्ताव किसी तीसरे सदस्य द्वारा अनुमोदित होना चाहिए। इस प्रस्ताव के साथ अध्यक्ष के उम्मीदवार सदस्य का यह कथन संलग्न होता है कि वह अध्यक्ष के रूप में कार्य करने के लिए तैयार है। निर्वाचन के लिए एक या अधिक उम्मीदवारों द्वारा प्रस्ताव किये जा सकते हैं। यदि एक ही प्रस्ताव पेश किया जाता है, तो अध्यक्ष का चुनाव सर्वसम्मत होता है और यदि एक से अधिक प्रस्ताव प्रस्तुत होते हैं, तो मतदान कराया जाता है। मतदान में लोकसभा के सदस्य ही शामिल होकर अध्यक्ष का बहुमत से निर्वाचन करते हैं।

शपथ ग्रहण

लोकसभा अध्यक्ष अन्य लोकसभा सदस्यों की ही तरह एक सदस्य के रूप में शपथ लेता है। उसका शपथ भी कार्यकारी अध्यक्ष द्वारा कराया जाता है। कार्यकारी अध्यक्ष सबसे वरीष्ठ सदस्यों को बनाया जाता है।

शक्तियाँ और कार्य

लोकसभा-अध्यक्ष लोकसभा के सत्रों की अध्यक्षता करता है और सदन के कामकाज का संचालन करता है। वह निर्णय करता है कि कोई विधेयक, धन विधेयक है या नहीं। वह सदन का अनुशासन और मर्यादा बनाए रखता है और इसमें बाधा पहुँचाने वाले सांसदों को दंडित भी कर सकता है। वह विभिन्न प्रकार के प्रस्ताव और संकल्पों, जैसे अविश्वास प्रस्ताव, स्थगन प्रस्ताव, सेंसर मोशन, को लाने की अनुमति देता है और अटेंशन नोटिस देता है। अध्यक्ष ही यह तय करता है कि सदन की बैठक में क्या एजेंडा लिया जाना है।

वेतन और भत्ते

लोकसभा अध्यक्ष को राज्यसभा के सभापति (उपराष्ट्रपति) के समान मासिक वेतन एवं अन्य भत्ते मिलते हैं। मई, 2002 को संसद द्वारा पारित एक संशोधन विधेयक के अनुसार यदि लोकसभा के अध्यक्ष की मृत्यु उसके पद पर रहने की अवधि में ही हो जाती है तो उसके परिवार यानी पति या पत्नी को पेंशन, आवास और स्वास्थ्य सुविधाएँ मिला करेंगी। ध्यातव्य है कि यह सुविधा अब तक राष्ट्रपति एवं उपराष्ट्रपति पदों के लिए ही थीं। साथ ही लोकसभाध्यक्ष को केन्द्रीय मंत्री के समान भत्ता देने का भी प्रावधान किया गया है। 4 लाख sellry

कार्यकाल अवधि और पदमुक्ति

अध्यक्ष का कार्यकाल लोकसभा विघटित होने तक होता है। कुछ स्थितियों में वह इससे पहले भी पदमुक्त हो सकता है-लोकसभा अध्यक्ष को लोकसभा के प्रभावी बहुमत द्वारा हटाया जा सकता है। परंतु 14 दिन पहले इसकी सूचना लोक सभा अध्यक्ष को देनी आवश्यक है।

पदाधिकारियों की सूची

कांग्रेस के बलराम जाखड़ सबसे लंबे समय तक सेवारत वक्ता, जो ९ साल १० महीने और २७ दिन है।

लोकसभा अध्यक्ष व उनके कार्यकाल:-
1 गणेश वासुदेव मावलंकर 15 मई 1952 - 27 फ़रवरी 1956
2 अनन्त शयनम् अयंगार 8 मार्च 1956 - 16 अप्रॅल 1962
3 सरदार हुकम सिंह 17 अप्रॅल 1962 - 16 मार्च 1967
4 नीलम संजीव रेड्डी 17 मार्च 1967 - 19 जुलाई 1969
5 जी. एस. ढिल्‍लों 8 अगस्त 1969 - 1 दिसंबर 1975
6 बलि राम भगत 15 जनवरी 1976 - 25 मार्च 1977
7 नीलम संजीव रेड्डी 26 मार्च 1977 - 13 जुलाई 1977
8 के एस हेगड़े 21 जुलाई 1977 - 21 जनवरी 1980
9 बलराम जाखड़ 22 जनवरी 1980 - 18 दिसंबर 1989
10 रवि राय 19 दिसंबर 1989 - 9 जुलाई 1991
11 शिवराज पाटिल 10 जुलाई 1991 - 22 मई 1996
12 पी. ए. संगमा 25 मई 1996 - 23 मार्च 1998
13 जी एम सी बालयोगी 24 मार्च 1998 - 3 मार्च 2002
14 मनोहर जोशी 10 मई 2002 - 2 जून 2004
15 सोमनाथ चटर्जी 4 जून 2004 - 30 मई 2009
16 मीरा कुमार 4 जून 2009 – 4 जून 2014
17 सुमित्रा महाजन 6 जून 2014 – 17 जून 2019
18 ओम बिरला 19 जून 2019 - पदस्थ

इन्हें भी देखें

  • लोकसभा
  • भारतीय रिज़र्व बैंक
  • लोकसभा के उपाध्यक्ष

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ

  • लोकसभा-अध्यक्ष का कार्यालय

वर्तमान में लोकसभा की सदस्य संख्या कितनी है?

वर्तमान में सदन की सदस्‍य संख्‍या 543 है।

भारत में कुल सांसदों की संख्या कितनी है?

वर्तमान मे लोकसभा के सदस्यों की संख्या 543 है तथा राज्यसभा के सदस्यों की संख्या 245 है।

लोकसभा की अधिकतम संख्या कितनी होती है?

Detailed Solution.
संविधान द्वारा सदन की अधिकतम शक्ति अब 552 है।.
भारत के 1949 के संविधान का अनुच्छेद 81 लोकसभा में संसद के अधिकतम 552 सदस्यों को निर्दिष्ट करता है।.
अधिकतम अनुमत संख्या में से, 530 से अधिक सदस्यों का चयन भारतीय राज्यों में क्षेत्रीय निर्वाचन क्षेत्रों से प्रत्यक्ष चुनाव द्वारा नहीं किया जाएगा,.

लोकसभा के सदस्यों का कार्यकाल कितना होता है?

उत्तर. लोकसभा का सामान्‍य कार्यकाल पांच वर्षों का है किन्‍तु इसे राष्‍ट्रपति द्वारा पहले भी विघटित किया जा सकता है। संविधान के अनुच्‍छेद 352 के अंतर्गत आपातकाल के प्रख्‍यापन के प्रभावी होने की अवधि के दौरान स्‍वयं संसद द्वारा पारित अधिनियम द्वारा सामान्‍य कार्यकाल को बढ़ाया जा सकता है।