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Share this सांस फूलना | सांस फूलने के लक्षण | सांस फूलने के कारण | सांस फूलना का इलाजसांस लेने में तकलीफ या सांस चढ़ना, दम फूलना - यह तकलीफ किसी को भी हो सकती है। सांस फूलना किसी अन्य बीमारी का लक्षण भी हो सकता है, पर ऐसा कोई जरूरी नहीं। बिना किसी बीमारी के भी सांस फूल सकती है। जैसे काम करते हुए सांस फूलना, सीढ़ियां चढ़ते हुए सांस फूलना या फिर मोटे लोगों की सांस जल्दी फूलती है। सांस फूलने का इलाज आपके लक्षण और सांस फूलने के कारण पर आधारित होता है। रीलिवा के पलमोनरी फिजियोथेरेपिस्ट फेफड़ों की बीमारी, सांस लेने में तकलीफ, सांस फूलना (Dyspnea) आदि जैसे लक्षणों के उपचार और प्रबंधन के लिये यहां परामर्श और घरेलू उपाय बता रहे हैं। सांस फूलना क्या है ? Shortness of Breath in Hindiसांस फूलने की मुख्य वजह है शरीर को ऑक्सीजन ठीक से न मिल पाना जिस से फेफड़े पर अनावश्यक दबाव पड़ता है। ऐसे में फेफड़े ऑक्सीजन पाने के लिए श्वसन क्रिया की गति को बढ़ा देते हैं जिस को हम सरल भाषा में सांस फूलना कहते हैं। यदि समय रहते सांस फूलने पर ध्यान नहीं दिया गया तो इस के परिणाम जानलेवा हो सकते हैं।
सांस फूलने के लक्षण Shortness of Breath Symptoms in Hindiसांस फूलना व्यक्ति को बेचैन कर देता है। डर के कारण समस्या और बढ़ सकती है। हालांकि सिर्फ सांस फूलने से फेफड़ों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचता है। सांस फूलने के लक्षण है:
सांस से जुड़ी कोई भी फेफड़ों की बीमारी (lung disease) जैसे सीओपीडी (COPD), दमा (Asthma) आदि के सबसे आम लक्षण हैं:
कुछ लोगों को इन लक्षणों के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है। सांस लेने में तकलीफ और दम फूलने जैसे लक्षणों के प्रबंधन के लिये रीलिवा फिजियोथेरेपी और रिहैब के कार्डियो-श्वसन थेरेपिस्ट और पल्मोनरी फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा विशेष श्वसन रीहैब कार्यक्रम (Respiratory Rehab program) तैयार किया गया है। यह कार्यक्रम प्रकाशित साक्ष्य (published studies), रिसर्च व मेडीकल विशेषज्ञों के परामर्श पर आधारित है। इस उपचार से आपको सांस की तकलीफ से उबरने में मदद मिलेगी, विशेषतः अस्पताल से छुट्टी के बाद और सांस फूलने के घरेलू उपचार के दौरान।
सांस फूलने के कारण, क्या हो सकते हैं ? Shortness of Breath causes in Hindiसांस की तकलीफ के कई कारण हो सकते हैं। जरूरी नहीं कि यह किसी अन्य बीमारी के कारण ही हो। उदाहरण के लिये व्यायाम, ऊंचे सथान पर होना, तंग कपड़े पहनना, बिस्तर पर लंबे समय तक आराम या एक आरामतलब जीवन शैली। बीमारी से जुड़ी सांस की तकलीफ के सबसे आम कारण हैं:
आप ऐसा अनुभव कर सकते हैं कि आपके लक्षण हफ़्तों या संभवतः महीनों तक चल रहे हैं, खासकर यदि आप अस्पताल में भर्ती रहे हैं या गंभीर लक्षणों से पीड़ित थे।
सांस की तकलीफ के लिए क्या करना चाहिए ?सांस फूलने की समस्या की रोकथाम के क्या उपाय हैंसांस फूलने की समस्या को आमतौर पर दवा, सांस लेने की तकनीकों, विशेष पोजीशन, व्यायाम या ऑक्सीजन सप्लीमेंट्स द्वारा नियंत्रित किया जा सकता है। अन्य कुछ तरीके भी हैं जिनको अपनाकर सांस संबंधी समस्याओं को मैनेज किया जा सकता है। रीलिवा के पलमोनरी फिजियोथैरेपिस्ट द्वारा एक विशेष कार्यक्रम विकसित किया गया है जिसमें फेफड़ों की बीमारी, सांस लेने में तकलीफ, Dyspnea सांस फूलना आदि जैसे लक्षणों का उपचार और प्रबंधन श्रेष्ठ तरह से हो सकता है। सांस फूलना का इलाज Shortness of Breath Treatment in Hindiसांस फूलने का इलाज : श्वसन रीहैब कार्यक्रम (Respiratory Rehab)सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ और फेफड़ों की रिकवरी पर केंद्रित श्वसन रीहैब कार्यक्रम (रेस्पीरेटरी रीहैब) के बारे में श्री विक्रांत बेले कहतें हैं, "मैं ऑक्सीजन सिलेंडर के बिना सांस नहीं ले पाता था। तब डॉक्टर ने मुझे सांस की तकलीफ के लिए रीलिवा की ऑनलाइन पल्मोनरी फिजियोथेरेपी लेने का सुझाव दिया। वे अच्छा उपचार देते हैं, जो आसान और बहुत प्रभावशाली है। इससे मुझे सांस लेने में बहुत मदद मिली। मैंने 10 सेशन लिये और उसी में ऑक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता कम होनी शुरू हो गई। रीलिवा की मदद से मुझे एक अच्छी एवं स्वस्थ जीवन शैली मिल पायी और अब मैं ऑक्सीजन सिलेंडर के बिना सांस ले सकता हूं। निश्चित रूप से मैं अपने परिवार के सदस्यों व दोस्तों को रीलिवा से बेनिफिट लेने की अनुशंसा करता हूं।"
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सांस फूलना कैसे रोके ?सांस की तकलीफ के लिए स्वयं अपनी देखभाल कैसे करें?सांस फूलने की समस्या यदि गंभीर नहीं है तो निम्न तरीके इस्तेमाल करके आप इसका घरेलू उपचार कर सकते हैं
सांस फूलने के साथ खांसी भी हो सकती है Shortness of Breath and cough indicates lung disease. सांस लेने में तकलीफ और खांसी के लिये क्या करें? बलगम वाली खांसी/ सूखी खांसी के घरेलू उपाय जानने के लिए यह पोस्ट पढें => सांस फूलना और खांसी आना (Shortness of Breath and Cough)
सांस फूलना – भावनात्मक स्वास्थ्य पर प्रभावलंबे समय तक सांस की तकलीफ होने से हो सकता है कि आप अस्पताल में भर्ती रहे हो या फिर घर से ज्यादा बाहर नहीं आ-जा पाते हैं। इस प्रकार से लंबे समय तक अकेले रहने से (चाहे अस्पताल में हो या घर पर) आपको खेद, आक्रोश, अकेलापन, असहायता और अवसाद की भावनाएं घेर लेती हैं।
अगर सांस लेने में तकलीफ में सुधार न हो, तो क्या करें?तकलीफ़ से उबरने में लगने वाला समय हर व्यक्ति में भिन्न होता है। किसी के लिए यह कुछ दिन, किसी के लिए सप्ताह या किसी और के लिए कुछ महीने हो सकता है। आपके लक्षण जितने अधिक गंभीर होंगे, आपको पूरी तरह ठीक होने में उतना ही लंबा समय लगेगा। RespiRehab जैसा सुनियोजित रीहैब प्रोग्राम ही यह सुनिश्चित करता है कि आप एक सुरक्षित तरह से और समय पर ढंग से ठीक हो जाएंगे। यदि लक्षण गंभीर हैं और 6-8 सप्ताह बाद भी बने रहते हैं, तो कृपया आगे की समीक्षा के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें
रेस्पीरीहैब एक फ़ोकस्ड पल्मनरी / रेस्पिरेटरी रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम है, जो भारत की फिजियोथेरेपी क्लीनिकों की सबसे बड़ी चेन, रीलिवा के कार्डियो-रेस्पिरेटरी फ़िज़ियोथेरेपिस्ट द्वारा निर्देशित है।
यह ट्रीटमेंट कार्यक्रम ऑनलाइन किया जाता है और आपके लक्षणों और तकलीफों के आधार पर व्यक्तिगत इलाज होता है। आप अपने घर पर ही रहेंगे और चिकित्सक वीडियो सेशन के साथ आपकी प्रगति पर धयान रखते हुए आपका मार्गदर्शन और उपचार करेंगे। रेस्पीरीहैब के बारे में जानने के लिए यहां क्लिक करें
सांस लेने में तकलीफ के लिए आप घर पर क्या कर सकते है? विस्तार में जानने के लिए यहां क्लिक करें
सांस फूलना ?घर बैठे, रीलिवा एक्सपर्ट से परामर्श लें नीचे (बुक करें) बटन पर क्लिक करें व ₹400 का भुगतान करने पर Reliva विशेषज्ञ के साथ आपका वीडियो सेशन बुक हो जाएगा। हमारी टीम आपको फोन कर आपकी सुविधानुसार अपाइंटमेंट कन्फर्म करेगी। अब घर बैठे ही आप रीलिवा एक्सपर्ट से सलाह पाएं खांसी और सांस फूलने पर क्या करें?सांस फूलना और खांसी के लिए क्या करें?. धूम्रपान न करें।. अधिक से अधिक पानी पिएं।. ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें।. सर्दी में ठंडी चीजों से बचें।. दूषित वायु से खुद को बचाएंं।. घर की साफ-सफाई का खयाल रखें।. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर पैष्टिक भोजन लें।. फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले कामों में सावधानी बरतें ।. सांस फूलने का मुख्य कारण क्या हो सकता है?एलर्जी, अस्थमा, हृदय रोग,मोटापा, टीबी जैसी समस्याओं से ग्रसित लोगों को सांस फूलने की समस्या अधिक हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक सांस फूलने की समस्या को हर बार फेफड़े और हृदय की दिक्कतों से जोड़कर देखना सही नहीं है। कई लोगों में किडनी और मांसपेशियों से संबंधित समस्याओं के कारण भी सांस की दिक्कत हो सकती है।
सांस फूलने की सबसे अच्छी दवाई कौन सी है?रोफ्लेयर टैबलेट का उपयोग क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) को रोकने के लिए किया जाता है, फेफड़ों के विकारों का समूह जिसमें फेफड़ों में हवा का प्रवाह अवरुद्ध होता है और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस हो जाता है. यह वायुमार्ग खोलकर काम करता है और सांस लेना आसान बनाता है.
बहुत ज्यादा खांसी हो तो क्या करना चाहिए?अदरक का एक चम्मच रस लें, इसमें आधा चम्मच शहद मिलाएं. इसे गुनगुने पानी के साथ रात में सोने से पहले सेवन करें. खांसी के कारण होने वाले दर्द, जलन से भी आराम मिलेगा.. सूखी खांसी में ठंडा पानी पीने या कोई भी ठंडी चीज खाने से बचें. शहद में मौजूद तत्व खांसी से राहत दिलाते हैं. रात में सोने से पहले एक चम्मच शहद जरूर खाएं.. |