Students can access the CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi with Solutions and marking scheme Term 2 Set 1 will help students in understanding the difficulty level of the exam. Show CBSE Sample Papers for Class 10 Hindi Course A Set 1 with Solutionsसमय : 2.00 सामान्य निर्देश:
रखण्ड-‘क’ प्रश्न 1.
व्याख्यात्मक हलः (ख) फादर की उपस्थिति लेखक को देवदार की छाया के समान क्यों लगती थी? पाठ के आधार पर सिद्ध कीजिए।
व्याख्यात्मक हलः (ग) क्या सनक सकारात्मक भी हो सकती है? सकारात्मक सनक की जीवन में क्या भूमिका हो सकती है? सटीक उदाहरण द्वारा अपने विचार प्रकट कीजिए।
व्याख्यात्मक हलः (घ) ‘लखनवी अंदाज’ शीर्षक की सार्थकता तर्क सहित सिद्ध कीजिए।
व्याख्यात्मक हलः प्रश्न 2.
व्याख्यात्मक हलः (ख) इस सत्र में पढ़ी गई किस कविता में फागुन के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन किया गया है? उसे अपने शब्दों में व्यक्त कीजिए।
व्याख्यात्मक हलः (ग) इस सत्र में पढ़ी गई किस कविता में कोरी भावुकता न होकर जीवन में संचित किए अनुभवों की अनिवार्य सीख है? कविता के नाम के साथ कथन की पुष्टि के लिए उपयुक्त तर्क भी प्रस्तुत कीजिए।
व्याख्यात्मक हलः (घ) इस सत्र में पढ़ी गई किस कविता की अंतिम पंक्तियाँ आपको प्रभावित करती हैं और क्यों? तर्क सहित स्पष्ट कीजिए।
व्याख्यात्मक हलः ‘कहीं पड़ी उर में , मंद-गंध -पुष्प-माल ने मुझे बहुत प्रभावित किया। इसमें कवि ने फागुन मास में प्रकृति की सुंदरता का व्यापक, सजीव एवं चित्रात्मक वर्णन किया है। फागुन मास में प्राकृतिक सौन्दर्य अपने चरम पर होता है। पतझड़ में ढूँठ बने वृक्षों की डालियाँ वसंत ऋतु के आते ही हरे और लाल नव-पल्लवों और रंग-बिरंगे पुष्पों से लद जाती हैं। चारों ओर का वातावरण पुष्पों की सुगंध से सुवासित हो जाता है। रंग-बिरंगे सुन्दर फूलों से सजे वृक्षों को देखकर ऐसा लगता है मानो उनके गले में सुंदर पुष्पों की माला पड़ी हो। कवि की यह कल्पना बहुत प्रभावी बन पड़ी है। प्रश्न 3.
व्याख्यात्मक हलः (ख) ‘जॉर्ज पंचम की नाक’ पाठ में निहित व्यंग्य को स्पष्ट करते हुए बताइए कि मानसिक पराधीनता से मुक्ति पाना क्यों आवश्यक है?
व्याख्यात्मक हलः (ग) नदी, फूलों, वादियों और झरनों के स्वर्गिक सौंदर्य के बीच किन दृश्यों ने लेखिका के हृदय को झकझोर दिया? ‘साना-साना हाथ जोड़ि’ पाठ के आधार पर उत्तर दीजिए।
व्याख्यात्मक हलः रखण्ड-‘ख’ प्रश्न 4. (क) कोरोना काल और ऑनलाइन पढ़ाई संकेत बिन्दु-
उत्तर :
व्याख्यात्मक हलः बच्चे अपने घर पर ही ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से शिक्षा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। किंतु ऑनलाइन शिक्षण में विद्यार्थियों को अध्यापकों के साथ विचारों के आदान-प्रदान का मौका नहीं मिलता। मोबाइल, लैपटॉप और टेबलेट का ज्यादा उपयोग बढ़ गया है। जिससे विद्यार्थियों का स्क्रीन टाइम बढ़ने से आँखों पर विपरीत असर पड़ रहा है। इस शिक्षण प्रणाली के सुचारू रूप से कार्यान्वयन में निम्न आर्थिक वर्ग के विद्यार्थियों के लिए मोबाइल की उपलब्धता भी एक बड़ी चुनौती है। जहाँ माता-पिता अपने बच्चों को मोबाइल से दूर रखना चाहते थे वहीं ऑनलाइन कक्षाओं में बच्चों को मोबाइल ही दिया जा रहा है। ऐसे में माता-पिता भी दुविधा में हैं। बच्चों को पढ़ाना भी जरूरी है लेकिन साथ ही उनकी सेहत भी अपनी जगह महत्वपूर्ण है। बच्चा इसको कितना समझ पा रहा है यह देखना भी आवश्यक है। लंबे समय तक मोबाइल का इस्तेमाल करने से मोबाइल गर्म हो जाते हैं और ऐसे में दुर्घटना की भी आशंका बनी रहती है। किंतु वर्तमान में बार-बार कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जबकि लगभग पिछले 2 वर्षों से विद्यार्थी विद्यालय नहीं जा पा रहे हैं ऐसे में ऑनलाइन शिक्षण शिक्षा प्राप्त करने का एक उचित और सशक्त माध्यम बन गया है। (ख) मानव और प्राकृतिक आपदाएँ संकेत बिन्दु-
उत्तर : विकास के नाम पर पहाड़ों को चीरकर चौड़ी सड़कें बनाई जा रही हैं, नदियों का स्वाभाविक मार्ग बदला जा रहा है, वनों की निर्ममता पूर्वक कटाई की जा रही है ,नदियों को बांधकर बड़ी-बड़ी जल विद्युत परियोजनाएं लागू की जा रही हैं। ऐसे में प्रकृति का रोष प्रकट करना स्वाभाविक ही है। प्राकृतिक आपदाओं से निपटने का मुख्य दायित्व राज्य सरकार का है आज ऐसे उपायों की बहुत आवश्यकता है जिन की योजना पहले से बनाई गई हो सबको उनकी जानकारी हो ताकि आवश्यकता के समय उनका उपयोग किया जा सके। मौसम की चेतावनी देकर प्राथमिक उपचार के बारे में विशेष प्रशिक्षण देकर और बचाव कार्य की जागरूकता के द्वारा लाखों लोगों की जान बचाई जा सकती है। आपदारोधी इमारतों का निर्माण करना इमारतों की मरम्मत और उनका नवीनीकरण भी बहुत आवश्यक है। प्राकृतिक आपदाओं को रोकने में हम सबकी बराबर की भागीदारी है। हमें अपने मोहल्ले के लोगों के साथ मिलकर पहले से ही सुरक्षा योजनाएँ बनाकर समय-समय पर उनका अभ्यास करना चाहिए। लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने चाहिए। विद्यालय में बच्चों को जागरूक किया जाना चाहिए हम प्राकृतिक आपदाओं को रोक तो नहीं सकते किंतु उचित जानकारी समुचित व्यवस्था और संगठन के हानिकारक प्रभाव को कम अवश्य कर सकते हैं। अतः हमें प्रकृति का संरक्षण करते हुए उससे अपना मित्रतापूर्ण संबंध कायम करना होगा पर्यावरण संरक्षण नियमों का कड़ाई से अनुपालन करना चाहिए तभी हम आने वाले खतरों से खुद को बचा सकते हैं। (ग) सड़क सुरक्षा : जीवन रक्षा
उत्तर : सामान्य जनता के बीच जागरूकता उत्पन्न करने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन करना, पाठ्यक्रम में मूल सड़क सुरक्षा पाठ जोड़ने के द्वारा सुरक्षा नियमों की जानकारी देना, ग्रीन क्रॉस कोड अर्थात् रुको, देखो और सुनो फिर पार करो के बारे में लोगों को जागरूक कराना आवश्यक है। हमें अपने वाहन के बारे में मूल जानकारी होनी चाहिए साथ ही दूरदर्शन और रेडियो के माध्यम से भी डॉक्यूमेंट्री बनाकर सड़क सुरक्षा नियमों का प्रसारण करना चाहिए। हर एक व्यक्ति को किसी मान्यता प्राप्त स्कूल के द्वारा अधिकृत प्रशिक्षकों के निर्देशन में रक्षात्मक वाहन चालन कोर्स अवश्य पास करना चाहिए। कई बार लोग लंबे समय तक अपनी निजी वाहनों को बिना किसी नियमित रखरखाव और मरम्मत के उपयोग करते हैं ऐसे वाहन हमारे जीवन के लिए खतरा बन जाते हैं अत: यह आवश्यक है कि समय से वाहनों की मरम्मत के साथ-साथ उनकी ठीक से कार्य करने की स्थिति के प्रति भी हम आशवस्त रहें। किसी भी यात्रा पर जाने से पहले प्राथमिक चिकित्सा बॉक्स, आपातकालीन टूल उचित बचाव उपकरण रखने के साथ-साथ वाहन की भी पूरी जाँच करनी चाहिए। सड़क सुरक्षा में ही हमारे जीवन की रक्षा है। प्रश्न 5.
व्याख्यात्मक हलः पत्र लेखन 35, अशोक विहार आशा है आप सपरिवार सकुशल होंगे। हम लोग भी यहाँ ठीक हैं। चाचा जी मुझे कल ही स्नेहा का पत्र प्राप्त हुआ जिससे मुझे ज्ञात हुआ कि वह आगे की पढ़ाई के लिए कॉलेज में दाखिला लेना चाहती है किंतु आप इसके लिए सहमत नहीं हैं और उसका विवाह करके अपने दायित्व से मुक्त होना चाहते हैं। चाचा जी स्नेहा सदैव एक कुशाग्र छात्रा रही है और उसने अपनी 12वीं की परीक्षा जिला स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त कर बहुत अच्छे अंको से उत्तीर्ण की है। ऐसे में इतनी अल्प आयु में उसका विवाह कर देना उचित नहीं है। अब तो सरकार द्वारा भी लड़कियों की विवाह योग्य 18 साल की उम्र को बढ़ाकर 21 वर्ष किए जाने से संबंधित विधेयक संसद में पेश किया गया है। अतः कानूनी दृष्टि से भी यह अनुचित होगा। मेरा आपसे अनुरोध है कि कृपया आप स्नेहा को आगे पढ़ने की अनुमति प्रदान कर उसे आत्म-निर्भर बनने का अवसर प्रदान करें। मुझे पूर्ण विश्वास है कि स्नेहा निश्चित ही शिक्षित होकर अपने परिवार को गौरवान्वित करेगी। आशा है आप मेरा यह अनुरोध स्वीकार करके उसे शीघ्र कॉलेज में प्रवेश दिलवा देंगे। आदरणीय चाची जी को मेरा सादर प्रणाम और स्नेहा को शुभ आशीर्वाद कहिएगा। अथवा सेवा में विषय- सरकारी राशन की दुकान के संचालन में अनियमितता की शिकायत हेतु। मेरा आपसे विनम्र अनुरोध है कि कृपया इस विषय में शीघ्र संज्ञान लेते हुए उक्त सरकारी राशन की दुकान के संचालक के विरुद्ध आवश्यक अनुशासनात्मक कार्यवाही करके स्थानीय निवासियों की इस समस्या का समाधान करने की कृपा करें। क्या सनक सकारात्मक भी हो सकती है सकारात्मक सनक की जीवन में क्या भूमिका हो सकती?हाँ ,सनक का सकारात्मक रूप भी होता है। सनक अर्थात् धुन का पक्का होना। ऐसी सापेक्ष सनक अर्थात् लगन, मेहनत तथा ईमानदारी से काम करने की सनक सकारात्मक होती है और उसके परिणाम भी अच्छे निकलते हैं। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है।
क्या सनक सकारात्मक हो सकता है?Solution : हाँ सनक का सकारात्मक रूप भी हो सकता है।
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