लॉकडाउन के इस दौर में आपकी सेहत का सबसे बड़ा साथी योग है। यौगिक क्रियाओं, आसनों, यौगिग स्थूल व्यायाम, षटकर्म और ध्यान के जरिए आप अपने तन और मन को स्वस्थ व प्रसन्नचित्त बना सकते हैं। यही नहीं कई तरह की बीमारियों व शारीरिक दुर्बलता से भी आप निजात पा सकते हैं। Show
योग केवल एक शब्द नहीं यह जीवनशैली है। इसे जिस हद तक अपना सकते हैं अपनाएं। योग एक विज्ञान भी है। यह नियमों से बंधा है। इसलिए अगर हमें योग से लाभ हासिल करना है तो उन नियमों का पालन करना होगा। ऐसा कतई नहीं है कि आप जब चाहें, जहां चाहें योग अभ्यास शुरू कर सकते हैं। ऐसा करने से फायदा तो दूर की बात आप बीमार पड़ सकते हैं। आप क्या खाते-पीते हैं, कब खाते हैं कितना खाते हैं इसका सीधा सबंध योग से है। आज हम योग करने से पहले और बाद में क्या खाएं इस पर बात करने के अलावा बेहतर तरीके से योग करने के सूत्रों की जानकारी देंगे। लॉकडाउन और उसमें भी जिम बंद होने के चलते बहुत से लोग इन दिनों फिट रहने के लिए योग को अपना रहे हैं। वर्क फ्रॉम होम कर रहे लोग कमर को ठीक रखने के लिए योग का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में वह इंटरनेट पर कुछ इस तरह के सवालों के जवाब खोज रहे हैं जैसे,
भोजन को लेकर घेरण्ड संहिता में लिखा है - ‘मित्ताहारं बिना यस्तु योगाराम्भं तु कारयेत? महारोगो भवेतस्य किञ्चिद योगो न सिध्यति।’ यानी जो मित्ताहार यानी कम भोजन न करके योग करता है, उसको कुछ भी सिद्ध नहीं होता और उसके शरीर में कई तरह के रोग पैदा होने लगते हैं। यौगिक जीवनशैली का यह आधारभूत स्तंभ है। योग का अभ्यास करने वाले लोगों को कम खाना चाहिए ताकि पाचन अंगों पर अधिक भार न पड़े। रात का खाना जरूर हल्का होना चाहिए। कहावत भी है ‘योगी को एक बार, साधारण व्यक्ति को दो बार, बच्चों को तीन बार तथा मूर्ख को चार बार भोजन करना चाहिए।’ क्या योग से पहले भोजन करना चाहिएपहली बार में इसका जवाब ना है। योग करने से पहले हमें भोजन नहीं करना चाहिए। योग करने का सर्वोत्तम समय सुबह होता है। सुबह फ्रेश होने के बाद षटकर्म किया जाता है और उसके बाद योग किया जाता है। हम ये नहीं कह रहे कि आप भी षटकर्म करें। अगर आप षटकर्म करना नहीं जानते तो भी योगासन का अभ्यास कर सकते हैं और करना भी चाहिए। कहने का मतलब है कि योग से पहले भोजन न लें। लेकिन मौजूदा जीवनशैली में ऐसा कर पाना कुछ लोगों के लिए कठिन है। कई लोग शाम के समय योगाभ्यास करते हैं। अब ऐसा तो हो नहीं सकता कि वह पूरे दिन भूखे रहें। इसलिए ऐसे लोग केवल इतना ध्यान रखें कि शाम के योगाभ्यास से करीब दो घंटे पहले कुछ न खाएं। और अगर हो सके तो योगाभ्यास से पहले शौच हो आएं। क्या खाना चाहिएजिन लोगों को ज्यादा थकान महसूस होती है वह योग अभ्यास शुरू करने से करीब 30 मिनट पहले ग्लूकोज या जूस पी सकते हैं। जो लोग बेड टी पीने के आदी हैं वह भी उसे बरकरार रख सकते हैं। ऐसा भी नहीं है कि अगर आपने सुबह उठकर चाय पी ली और दो बिस्किट खा लिए तो बहुत गुनाह हो जाएगा। अगर आप उन लोगों में से हैं जिनसे बिना कुछ खाए शारीरिक श्रम होता ही नहीं है तो आप योग से दो घंटे पहले ओट्स या दलिया खा सकते हैं। या फिर योग से 1 घंटे पहले दही खा सकते हैं। इससे आपको एनर्जी मिलेगी। जो लोग योग का अभ्यास करते हैं उन्हें हल्का और सुपाच्य भोजन ही करना चाहिए। मौसमी फल और मौसमी सब्जियों को ही अपनी रसोई में जगह देनी चाहिए। यही स्वाथ्य के लिए सर्वोत्तम है। योग करने के बाद क्या खाएंअगर आपने यौगिक क्रियाओं के साथ आसनों का भी अभ्यास किया है तो जाहिर तौर पर आपने काफी मेहनत कर ली होगी। इसलिए योग के बाद शरीर ठंडा हो जाए तो उम्दा ब्रेकफास्ट करें। इसमें आप अपनी पसंद का कुछ भी रख सकते हैं। जैसे दलिया, ओट्स, ब्रेड बटर, चना, दूध या दही वगैरह। हमें पहला भोजन वो लेना चाहिए, जिसमें अनाज हो। योग के बाद के भोजन में दूध और अनाज का कॉम्बिनेशन सबसे ठीक रहता है। इसमें फलों के पीछे नहीं जाना चाहिए। फल आप लंच और ब्रेकफास्ट के बीच में ले सकते हैं, जिसे हम ब्रंच कहते हैं। योग करने के लिए सही स्थान का चुनावजैसे खेलने के लिए मैदान, कसरत के लिए जिम और कुश्ती के लिए अखाड़े की जरूरत होती है। उसी तरह से योग के लिए भी वाजिब स्थान और माहौल की जरूरत होती है। योगासन करने का स्थान हवादार, शांत और स्वच्छ होना चाहिए। योगासन करने का स्थान समतल होना चाहिए। भूमि पर दरी या कंबल बिछाकर योगासन करना चाहिए। जिस कमरे में प्राणायाम करना है उस कमरे में अंधेरा या सीलन नहीं होनी चाहिए। वह कमरा बिल्कुल सूखा और हवादार व शांत होना चाहिए। बहुत हवादार भी न हो, जिससे हवा का झोंका सीधा मुंह पर लगे। अगर आप चाहें तो नदी, तालाब आदि का किनारा, बाग, मैदान अथवा इसी प्रकार का शांत वातावरण और स्वच्छ वायु वाले स्थान पर भी योग कर सकते हैं। योग करने में बाधक तत्वआप अच्छे ढंग से योगासन का अभ्यास कर सकें इसके लिए जरूरी है कि आप अच्छे अभ्यास की अड़चनों को पहचान लें। इन चीजों के चलते साधना में बाधा पैदा होती है। जैसे,
योग करने में मदद करने वाले तत्वआपको अगर अच्छी तरह योगासन का अभ्यास करना है तो यह पता होना चाहिए कि कौन से ऐसे साधन हैं जो हमारी कुशलता को बढ़ाते हैं। बहुत छोटी-छोटी ऐसी चीजें हैं, जिनका ध्यान रखने से हम कम समय में आसानों के अभ्यास में पारंगत हो सकते हैं। जैसे, क्या सुबह योगा करने से पहले पानी पी सकते हैं?वहीं यदि आप योग करते हैं या दौड़ते-टहलते हैं तो इस दौरान पानी बिल्कुल नहीं पिएं। यदि एक्सरसाइज से आधा घंटा पहले पानी पिया है तो हल्की एक्सरसाइज या योग में पानी पीने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं यदि दौड़ने या टहलने के दौरान पानी पीते हैं तो पेट दर्द, जी मिचलाना और उल्टी की समस्या हो सकती है।
पानी पीने के कितनी देर बाद व्यायाम करना चाहिए?प्राणायाम करने का आदर्श समय
आपको इसे हमेशा सुबह जल्दी करने की जरूरत नहीं है। बस आपका पेट खाली होना चाहिए और अपशिष्ट उत्पादों से मुक्त होना चाहिए। अगर आप इसे दिन के दौरान करते हैं, तो भोजन के बाद कम से कम 3 से 4 घंटे का ब्रेक लें। चाय और फलों के मामले में, पानी पीने के बाद 45 मिनट 15 मिनट तक इंतजार करें।
सुबह योग करने से पहले क्या करें?हमेशा किसी भी एक्सरसाइज या योग से पहले बॉडी को वार्म-अप कर लेना जरूरी है ताकि आप इसे आगे के मूवमेंट्स के लिए तैयार कर सकें। इसलिए शुरुआत करें सूक्ष्म योग से। अपने पैर की उंगलियों के साथ शुरू और अपनी गर्दन तक बढ़ें।
सुबह उठकर सबसे पहले कौन सा योग करना चाहिए?शरीर की अलग-अलग बीमारियों के लिए या रोजाना स्वस्थ रहने के लिए योग शुरू करने से पहले कमलासन या पद्मासन को करना चाहिए। ध्यान के लिए किया जाने वाला ये योग आपको शरीर और मन को एकाग्र करता है और योग के लिए तैयार करता है।
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