क्या भारत में विविधता एवं बहुलवाद वैश्वीकरण के कारण संकट में है औचित्यपूर्ण उत्तर दीजिए? - kya bhaarat mein vividhata evan bahulavaad vaishveekaran ke kaaran sankat mein hai auchityapoorn uttar deejie?

विषयसूची

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  • 1 रीति रिवाज एवं रूढ़ियां क्या है?
  • 2 कानून या रीति रिवाज में क्या अंतर है?
  • 3 रीति रिवाज कैसे हमारी संस्कृति की रक्षा करते हैं और अगली पीढ़ी तक पहुँचाए जाते हैं उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए?
  • 4 क्या भारत में विविधता एवं बहुलवाद वैश्वीकरण के कारण संकट में है औचित्यपूर्ण उत्तर दीजिए?

रीति रिवाज एवं रूढ़ियां क्या है?

इसे सुनेंरोकेंरीति रिवाज हम उस परंपरा को कहते हैं जिससे हमारे पूर्वज करते चले आ रहे हैं। हमें कैसे कपड़े पहनना है हमें कैसे खाना खाना है यह सब कुछ हमारे रीति रिवाज कहलाते हैं। रीति रिवाज प्रत्येक घर का व प्रत्येक जगह का अलग-अलग होता है। सब लोग कार्य करने के तरीके को ही रीति रिवाज कहते हैं।

कानून या रीति रिवाज में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंकानून स्पष्ट रूप से और जानबूझकर राज्य की निश्चित शक्ति द्वारा बनाया गया है, जबकि प्रथा “प्रक्रिया का एक समूह है जो धीरे-धीरे उभरा है, बिना किसी व्यक्त अधिनियम के, इसे घोषित करने के लिए किसी भी गठित प्राधिकरण के बिना इसे लागू करने और इसे सुरक्षित रखने के लिए। ” रिवाज बिना किसी गाइड या निर्देश के अनायास ही उभर आता है।

रीति रिवाजों एवं परम्पराओं द्वारा तर्क को दबाने से प्रगतिविरोध उत्पन्न हुआ है क्या आप इससे सहमत हैं?

इसे सुनेंरोकेंरीति रिवाजों और परम्पराओं पर तर्क करना ही गलत है। रीतियाँ एवं परम्पराएं अपने समय में सिद्ध रही होंगी तभी चलन में आई। इन पर तर्क करना और प्रगति विरोधी कहना ही गलत परम्परा है।

कानून से क्या अभिप्राय है?

इसे सुनेंरोकेंविधि (या, कानून) किसी नियमसंहिता को कहते हैं। विधि प्रायः भलीभांति लिखी हुई दिशा व निर्देशों (इन्स्ट्रक्शन्स) के रूप में होती है। समाज को सम्यक ढंग से चलाने के लिये विधि अत्यन्त आवश्यक है। विधि मनुष्य का आचरण के वे सामान्य नियम होते हैं जो राज्य द्वारा स्वीकृत तथा लागू किये जाते है, जिनका पालन अनिवार्य होता है।

रीति रिवाज कैसे हमारी संस्कृति की रक्षा करते हैं और अगली पीढ़ी तक पहुँचाए जाते हैं उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंहमारे पूर्वजों ने इन्हें देवी-देवताओं का दर्जा इसलिए दिया क्योंकि कोई व्यक्ति किसी की पूजा करता है तो वह कभी भी उसको नुकसान नहीं पहुंचा सकता . घर में पूजा पाठ करते समय धूप, अगरवत्ती ,ज्योति जलाते हैं तथा शंख बजाते हैं इन सबके पीछे वैज्ञानिक तथ्य छुपा हुआ है .

क्या भारत में विविधता एवं बहुलवाद वैश्वीकरण के कारण संकट में है औचित्यपूर्ण उत्तर दीजिए?

इसे सुनेंरोकेंनिष्कर्ष :- विविध संस्कृतियों का संरक्षण एक समृद्ध मानवीय सभ्यता के लिए अत्यंत अनिवार्य तत्व है। वैश्वीकरण ने आर्थिक एकीकरण तो कर दिया परन्तु सांस्कृतिक एकीकरण में सफल नहीं हो पाया। यह सांस्कृतिक अलगाव आज आतंकवाद,शरणार्थी संकट,युद्ध जैसी समस्याओ को जन्म दे रहा है।

शादी रात में क्यों होती है?

इसे सुनेंरोकेंक्योंकि मुगल काल में मुगल नवविवाहिता हिंदू स्त्रियों को उठाकर ले जाते थे । और First Night मनाकर ही नवविवाहिता को उसके वर को सोंपते थे। इसीलिए शादियां रात के अंधेरे में चुपचाप होने लगी ताकि मुगल नवविवाहिता स्त्रियों को अपहरण न कर सकें। मुगलों का शासन मुख्यत ‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌‌उत्तर भारत में रहा ।

विषयसूची

  • 1 क्षेत्रवाद क्या है भारत के सन्दर्भ में इसकी व्याख्या कीजिए?
  • 2 क्षेत्रवाद क्या होता है क्षेत्रवाद को कैसे दूर किया जा सकता है?
  • 3 क्षेत्रीय अध्ययन से क्या समझते हैं?
  • 4 क्षेत्रवाद क्या होता है आमतौर पर यह किन कारकों पर आधारित होता है?
  • 5 क्या भारत में विविधता एवं बहुलवाद वैश्वीकरण के कारण संकट में है औचित्यपूर्ण उत्तर दीजिए?

क्षेत्रवाद क्या है भारत के सन्दर्भ में इसकी व्याख्या कीजिए?

इसे सुनेंरोकेंक्षेत्रवाद एक राजनीतिक विचारधारा है जो किसी विशेष क्षेत्र, क्षेत्रों के समूह या अन्य उप-व्यावसायिक इकाई के राष्ट्रीय या आदर्शवादी हितों पर केंद्रित है। इनमें राजनीतिक विभाजन, प्रशासनिक विभाजन, सांस्कृतिक सीमाएँ, भाषाई क्षेत्र और धार्मिक भूगोल, जैसे अन्य मुद्दे शामिल हैं। भारत एक विविधतापूर्ण देश है’।

क्षेत्रवाद क्या होता है क्षेत्रवाद को कैसे दूर किया जा सकता है?

इसे सुनेंरोकेंक्षेत्रवाद से अभिप्राय किसी देश के उस छोटे से क्षेत्र से है जो आर्थिक ,सामाजिक आदि कारणों से अपने पृथक् अस्तित्व के लिए जागृत है। अपने क्षेत्र या भूगोल के प्रति अधिक प्रयत्न आर्थिक, सामाजिक व राजनितिक अधिकारों के चाह की भावना को क्षेत्रवाद के नाम से जाना जाता हैं.

भारत में क्षेत्रवाद क्या है?

क्षेत्रीय अध्ययन से क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंभौगोलिक अवयव सिर्फ भौतिक ही नहीं मानव जीवन के आर्थिक और सांस्कृतिक पक्ष को भी उल्लेखनीय ढंग से प्रभावित करते हैं। किसी भी क्षेत्र में जाकर इन सभी पहलुओं से सम्बन्धित आँकड़ों, सूचनाओं तथा जानकारियों को एकत्रित करना, क्षेत्रीय समस्याओं को समझना एवं विश्लेषण करना ही क्षेत्रीय अध्ययन है।

क्षेत्रवाद क्या होता है आमतौर पर यह किन कारकों पर आधारित होता है?

इसे सुनेंरोकेंक्षेत्रवाद क्या है क्षेत्रवाद को एक राजनीतिक विचारधारा के रूप में परिभाषित किया गया है जो एक बड़े क्षेत्र पर एक विशिष्ट क्षेत्र का पक्षधर है। यह आमतौर पर राजनीतिक अलगाव, धार्मिक भूगोल, सांस्कृतिक सीमाओं, भाषाई क्षेत्रों और प्रबंधकीय विभाजन के कारण होता है।

क्षेत्रीय अध्ययन के क्या लाभ हैं?

इसे सुनेंरोकेंक्षेत्रीय अध्ययन के क्या लाभ हैं? इससे क्षेत्र विशेष के मानव और इसके परिवेश की जानकारी मिलती है। मानवीय गतिविधियों एवं क्रियाकलापों की जानकारी मिलती है। क्षेत्र विशेष में निवास करने वाले लोगों के जीवन पर स्थलाकृति, जलवायु, अपवाह, कृषि उत्पादकता, औद्योगिक विकास, नगरीकरण आदि की जानकारी मिलती है।

क्या भारत में विविधता एवं बहुलवाद वैश्वीकरण के कारण संकट में है औचित्यपूर्ण उत्तर दीजिए?

इसे सुनेंरोकेंनिष्कर्ष :- विविध संस्कृतियों का संरक्षण एक समृद्ध मानवीय सभ्यता के लिए अत्यंत अनिवार्य तत्व है। वैश्वीकरण ने आर्थिक एकीकरण तो कर दिया परन्तु सांस्कृतिक एकीकरण में सफल नहीं हो पाया। यह सांस्कृतिक अलगाव आज आतंकवाद,शरणार्थी संकट,युद्ध जैसी समस्याओ को जन्म दे रहा है।

क्या भारत में विविधता एवं बहुलवाद वैश्वीकरण के कारण संकट में हैं औचित्यपूर्ण उत्तर दीजिए?

निष्कर्ष :- विविध संस्कृतियों का संरक्षण एक समृद्ध मानवीय सभ्यता के लिए अत्यंत अनिवार्य तत्व है। वैश्वीकरण ने आर्थिक एकीकरण तो कर दिया परन्तु सांस्कृतिक एकीकरण में सफल नहीं हो पाया। यह सांस्कृतिक अलगाव आज आतंकवाद,शरणार्थी संकट,युद्ध जैसी समस्याओ को जन्म दे रहा है।

वैश्वीकरण क्या है भारत में वैश्वीकरण का प्रभाव?

वैश्वीकरण का प्रभाव युवाओं में तीव्र परिवर्तन एवं अनिश्चितता लाने हेतु उत्तरदायी है। इस प्रकार वैश्वीकरण न केवल युवाओं के बीच आर्थिक अवसर प्रदान करता है, बल्कि सामाजिक परिवर्तनों हेतु भी उत्तरदायी है। वैश्वीकरण के कारण युवाओं को पूरे विश्व में सर्वोत्तम सामग्री और उत्पाद का चयन करने का अवसर मिलता है।

वैश्वीकरण का मुख्य कारण क्या है?

उन्नत प्रौद्योगिकी को वैश्वीकरण का सबसे महत्वपूर्ण कारण माना जाता है। प्रौद्योगिकी के माध्यम से विश्व भर में पारस्परिक जुड़ाव की भावना को बढ़ावा मिला है। इसके अलावा दूरसंचार, टेलीग्राफ, माइक्रोचिप एवं इंटरनेट जैसे आविष्कारों ने विश्व के विभिन्न देशों के बीच संचार की प्रणाली को बढ़ावा देने का कार्य किया है।

वैश्वीकरण का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा Drishti IAS?

वैश्वीकरण के इस युग में महिलाओं के वस्तुकरण एवं व्यावसायीकरण को भारतीय समाज पर पड़े इसके नकारात्मक प्रभाव के रूप में देखा जा सकता है। वैश्वीकरण के कारण विकसित देशों में महिलाएँ निर्धनता एवं भेदभाव का शिकार हो रही हैं। एक ही तरह के काम में पुरुष तथा महिलाओं के साथ भेदभाव किया जाता है।