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प्रतीक : (s) – ठोस; (l) – द्रव; (g) – गैस; (aq) – जलीय (aqueous) (default for all charged species); (Hg) – अमलगम (amalgam)
सन्दर्भ[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
इलेक्ट्रोड विभव क्या होता है?Solution : इलेक्ट्रोड- इलेक्ट्रोड एक चालक होता है जिसमें से धारा बहती है। इलेक्ट्रोड विभव- जब किसी धातु की छड़ को उसी धातु के लवण के विलयन में डुबोया जाता है तो धातु की छड़ विलयन के सापेक्ष धनावेशित या ऋणावेशित हो जाती है ।
इलेक्ट्रोड विभव क्या है इसको प्रभावित करने वाले कारकों को स्पष्ट कीजिए?जब किसी धातु की छड़ को उसके लवण के विलयन में डूबोते हैं तो धातु की छड़ विलयन के सापेक्ष धन या ऋणावेशित हो जाती है। इस प्रकार धातु की छड़ तथा विलयन के मध्य विभवांतर स्थापित हो जाता है। जिसे इलेक्ट्रोड विभव (electrode potential in Hindi) कहते हैं।
एकल इलेक्ट्रोड विभव का परम मान ज्ञात करना संभव नहीं है क्यों?Solution : प्रयोग द्वारा हम एकल इलेक्ट्रोड विभव ज्ञात नहीं कर सकते हैं। इलेक्ट्रोड विभव को हम उस दशा में ही ज्ञात कर सकते हैं जब दो इलेक्ट्रोडों को जोड़कर सेल बनायें तथा उनके मध्य उत्पन्न विभवान्तर को ज्ञात करें। यदि हमें किसी एक इलेक्ट्रोड का विभव ज्ञात हो तो हम दूसरे को आसानी से ज्ञात कर सकते हैं।
इलेक्ट्रोड विभव क्या है इसे कैसे मापा जाता है एक उदाहरण द्वारा स्पष्ट कीजिए?इसे E° से प्रकट करते हैं और इसे वोल्ट में मापा जाता है। उदाहरणार्थ-जब कॉपर की छड़, कॉपर सल्फेट के विलयन में डुबोई जाती है तो कॉपर की छड़, विलयन के सापेक्ष ऋणावेशित हो जाती है जिससे कॉपर धातु और कॉपर आयनों के मध्य विभवान्तर उत्पन्न हो जाता है। इस विभवान्तर को कॉपर इलेक्ट्रोड का विभव कहते हैं।
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