आज हम आप लोगों को वसंत भाग-1 के कक्षा-6 का पाठ-10 (NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Bhag 1 Chapter 10) के झांसी की रानी पाठ का प्रश्न-उत्तर (Jhansi Ki Rani Class 6 Question Answer) के बारे में बताने जा रहे है जो कि सुभद्रा कुमारी चौहान (Subhadra Kumari Chauhan) द्वारा लिखित है। इसके अतिरिक्त यदि आपको और भी NCERT हिन्दी से सम्बन्धित पोस्ट चाहिए तो आप हमारे website के Top Menu में जाकर प्राप्त कर सकते हैं। Show
प्रश्न-अभ्यास | Jhansi Ki Rani Class 6कविता सेप्रश्न 1. ‘किंतु कालगति चुपके-चुपके काली घटा घेर लाई’ (ख) राजा गंगाधर राव की मृत्यु के बाद रानी लक्ष्मी बाई के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट गया। रानी की संतान न होने के कारण अंग्रेजों को झाँसी पर अपना अधिकार कर लेने का मौका मिल गया। रानी के जीवन में दुखों की काली घटा छा गई, इसलिए काली घटा घिरने की बात कही गई है। प्रश्न 2. कविता की दूसरी पंक्ति में भारत को ‘बूढ़ा’ कहकर और उसमें ‘नयी जवानी’ आने की बात कहकर सुभद्रा कुमारी चौहान क्या बताना चाहती हैं? प्रश्न 3. झाँसी की रानी के जीवन की कहानी अपने शब्दों में लिखो और यह भी बताओ कि उनका बचपन तुम्हारे बचपन से कैसे अलग था? प्रश्न 4. वीर महिला की
इस कहानी में कौन-कौन से पुरुषों के नाम आए हैं? इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानियाँ खोजो। इतिहास की कुछ अन्य वीर स्त्रियों की कहानी के नाम विद्यार्थी स्वयं ढूंढकर लिखे। अनुमान और कल्पनाप्रश्न
1. कविता में किस दौर की बात है? कविता से उस समय के माहौल के बारे में क्या पता चलता है? प्रश्न
2. सुभद्रा कुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को ‘मर्दानी’ क्यों कहती हैं? खोजबीनप्रश्न 1. ‘बरछी’, ‘कृपाण’, ‘कटारी’ उस ज़माने के हथियार थे। आजकल के हथियारों के नाम पता करो। प्रश्न 2. लक्ष्मीबाई के समय में ज्यादा लड़कियाँ ‘वीरांगना’ नहीं हुई क्योंकि लड़ना उनका काम नहीं माना जाता था। भारतीय सेनाओं में अब क्या स्थिति
है? पता करो। भाषा की बातप्रश्न 1. नीचे लिखे वाक्यांशों (वाक्य के हिस्सों) को पढ़ो-
उत्तर- का, के और की ये तीनों संबंध कारक के चिह्न हैं। इन्हें परसर्ग भी कहते हैं। इनका प्रयोग संज्ञा के अनुसार होता है। स्त्रीलिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘की’ शब्द का प्रयोग करते है। पुल्लिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘का’ शब्द का प्रयोग करते है और बहुवचन पुल्लिंग संबंधी संज्ञा के पूर्व ‘के’ शब्द का प्रयोग होता है। ‘का’ का प्रयोग – एकवचन संज्ञा शब्दों के साथ हुआ है। मिट्टी का घरौंदा – घरौंदा एकवचन और पुल्लिंग है। घरौंदे का संबंध मिट्टी से बताने के लिए किया गया है। मील का पत्थर – पत्थर पुल्लिंग और एकवचन है, इसलिए उससे पहले ‘का’ प्रयोग हुआ है। नहाने का साबुन – साबुन पुल्लिंग और एकवचन है। इसलिए उसके पहले का प्रयोग हुआ है। ‘के’ का प्रयोग – बहुवचन संज्ञा शब्दों के साथ हुआ है। रेशमा के बच्चे – बच्चे बहुवचन हैं, अतः बच्चे के पहले ‘के’ का प्रयोग हुआ है। बनारस के आम – आम पुल्लिंग एवं बहुवचन शब्द है। अतः उसके पहले ‘के’ प्रयुक्त है। ‘की’ का प्रयोग- स्त्रीलिंग सूचक संज्ञा शब्दों के साथ प्रयोग हुआ है। झाँसी की रानी – रानी स्त्रीलिंग है, इसलिए उसके पूर्व ‘की’ प्रयोग हुआ है। पेड़ की छाया – छाया स्त्रीलिंग है, इसलिए उसके पूर्व ‘की’ प्रयोग हुआ है। झांसी की रानी प्रश्न-उत्तर | Jhansi Ki Rani Class 6 Question Answerइस पोस्ट के माध्यम से हम वसंत भाग-1 के कक्षा-6 का पाठ-11 (NCERT Solutions for Class 6 Hindi Vasant Bhag 1 Chapter 11) केझांसी की रानी पाठ का प्रश्न-उत्तर (Jhansi Ki Rani Class 6 Question Answer) के बारे में जाने जो की सुभद्रा कुमारी चौहान (Subhadra Kumari Chauhan) द्वारा लिखित हैं । उम्मीद करती हूँ कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया होगा। पोस्ट अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूले। किसी भी तरह का प्रश्न हो तो आप हमसे कमेन्ट बॉक्स में पूछ सकतें हैं। साथ ही हमारे Blogs को Follow करे जिससे आपको हमारे हर नए पोस्ट कि Notification मिलते रहे। आपको यह सभी पोस्ट Video के रूप में भी हमारे YouTube चैनल Education 4 India पर भी मिल जाएगी। NCERT / CBSE Solution for Class-9 (HINDI)NCERT / CBSE Solution for Class-10 (HINDI)लक्ष्मीबाई को मर्दानी क्यों कहती है?सुभद्रा कुमारी चौहान, लक्ष्मीबाई को 'मर्दानी' क्यों कहती हैं? वीरता, साहस, हिम्मत, ताकत, युद्ध कौशल, घुड़सवारी तलवारबाज़ी-ये सभी मर्दो वाले गुण उनमें विद्यमान थे। रानी लक्ष्मीबाई ने वीर सेनापतियों की तरह अंग्रेजों से युद्ध किया और झाँसी की रक्षा करती रही। इसलिए कवयित्री ने उन्हें 'मर्दानी' कहा है।
झांसी की रानी में सुभद्रा कुमारी चौहान ने लक्ष्मीबाई को मर्दानी क्यों कहा?सुभद्राकुमारी चौहान लक्ष्मीबाई को मर्दानी क्यों कहती हैं? Solution : रानी लक्ष्मीबाई ने वीर मर्दों अर्थात योद्धाओं की तरह अंग्रेजों के युद्ध किया, अत्यधिक वीरता दिखाकर झांसी की रक्षा करने का प्रयास किया। इसीलिए कवयित्री ने उसे मर्दानी कहा है।
झांसी की रानी कविता में मर्दानी शब्द का क्या आशय है?खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।। इस पद में क्रूर अंग्रेज़ों की निर्लज्जता का वर्णन है कि कैसे वे लोग सभी राजाओं तथा नवाबों की हत्या के बाद, वहां के राज्य तो हड़पते ही थे, साथ ही साथ वे उनकी रानियों और बेगमों की इज़्ज़त से भी खिलवाड़ करते थे। चाहे वह लखनऊ की बेगम हों, या कलकत्ता और नागपुर की रानियां।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी किसकी काव्य पंक्ति है?1948 में मात्र 43 वर्ष की उम्र में एक कार दुर्घटना में उनकी मौत हो गयी थी. पढ़ें उनकी वह कविता जिसे रचकर सुभद्रा कुमारी चौहान अमर हो गयीं. दूर फिरंगी को करने की सबने मन में ठानी थी। खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी॥
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