कृदंत प्रत्यय कौन से होते हैं? - krdant pratyay kaun se hote hain?

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विषयसूची

  • 1 कृदंत शब्द कौन से होते हैं?
  • 2 तद्धित मतलब क्या?
  • 3 कुर्वन् में कौन सा प्रत्यय है?
  • 4 हिंदी में कृदंत प्रत्यय की संख्या कितनी है?
  • 5 विकारी कृदंत कितने प्रकार के होते है?

कृदंत शब्द कौन से होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंकृदंत Meaning in Hindi – कृदंत का मतलब हिंदी में कृदंत संस्कृत [ संज्ञा पुल्लिंग] 1. धातु या क्रियाओं के अंत में कृत प्रत्यय के जुड़ने से बने संज्ञा या विशेषण शब्द जो कर्तृवाचक (वाला- पढ़ने वाला), कर्मवाचक (न- बंधन), भाववाचक (आई- चढ़ाई) या क्रियावाचक (ना- दौड़ना) हो सकते हैं।

कृदंत प्रत्यय के कितने भेद हैं?

इसे सुनेंरोकेंकृत प्रत्यय के भेद: कर्तृवाचक कृत प्रत्यय विशेषणवाचक कृत प्रत्यय भाववाचक कृत प्रत्यय

संस्कृत में कृदंत प्रत्यय कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंयह सात कृत्य प्रत्यय होते है ।

तद्धित मतलब क्या?

इसे सुनेंरोकेंतद्धित संज्ञा अर्थ : व्याकरण में वह प्रत्यय जिसे संज्ञा के अंत में लगाकर भाववाचक संज्ञा या विशेषण बनाते हैं। उदाहरण : मित्रता शब्द मित्र और ता प्रत्यय से मिलकर बना है, इसमें का ता प्रत्यय तद्धित कहलाता है।

कृदंत प्रत्यय कौन से होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंधातुओं के बाद आने वाले प्रत्यय ”कृत” कहे जाते है। शब्द के अन्त में लगने के रुप में जाने जाते है। अर्थ होता है – ‘ हुए’ कहते हुए , जाते हुए।

कृदंत शब्द कैसे पहचाने?

इसे सुनेंरोकेंकृदन्त और तद्धितांत में अंतर: (a) क्रिया या धातु में प्रत्यय लगाने से बने शब्द कृदन्त होते हैं। (a) क्रिया-भिन्न शब्दों में प्रत्यय लगाने से बने शब्द तद्धितांत होते हैं। (b) कृदन्त शब्द क्रिया के अतिरिक्त विशेषण आदि भी हो सकते हैं। (b) तद्धितांतशब्द क्रियावाचक कम और संज्ञा, विशेषण आदि ज्यादातर होते हैं।

कुर्वन् में कौन सा प्रत्यय है?

तुमुन् प्रत्यय : तुमुन् प्रत्यय का प्रयोग एक ही कर्ता द्वारा दो क्रियाओं को करने के लिए होता है। तुमुन् प्रत्यय के प्रयोग होने पर धातु के अंत में सिर्फ “तुम” शेष बचता है। इसका अर्थ “के लिए” होता है।…तुमुन् प्रत्यय के उदाहरण

धातुप्रत्ययक्रदन्त शब्द
गम्तुमुन्गन्तुम्
पठ् तुमुन् पठितुम्

कृदंत शब्द कैसे बनते हैं?

इसे सुनेंरोकेंक्रिया अथवा धातु के बाद जो प्रत्यय लगाये जाते हैं, उन्हें कृत्-प्रत्यय कहते हैं । कृत्-प्रत्यय के मेल से बने शब्दों को कृदंत कहते हैं ।

तद्धित प्रत्यय क्या है?

इसे सुनेंरोकेंसंज्ञा सर्वनाम और विशेषण के अन्त में लगने वाले प्रत्यय को ‘तद्धित’ कहा जाता है और उनके मेल से बने शब्द को ‘तद्धितान्त’। दूसरे शब्दों में – धातुओं को छोड़कर अन्य शब्दों में लगनेवाले प्रत्ययों को तद्धित कहते हैं। जब संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के अंत में प्रत्यय लगते हैं, उन शब्दों को तद्धित प्रत्यय कहते हैं।

हिंदी में कृदंत प्रत्यय की संख्या कितनी है?

इसे सुनेंरोकेंहिन्दी में कृत् प्रत्ययों की संख्या अठ्ठाईस है, ये निम्न प्रकार है – अक, इन, अना, आई, इत, इत्र, ई, उक, ति, दान, नाक एवं बाज आदि।

कृदंत कैसे बनाए?

इसे सुनेंरोकेंकृदंत शब्दों से तात्पर्य उन शब्दों से होता है, जो क्रिया अथवा धातु में प्रत्यय लगाने से बनते हैं। संज्ञा, सर्वनाम अथवा विशेषण के अतिरिक्त जिन शब्दों में प्रत्यय लगाने से नये शब्दों का निर्माण होता है, वह कृदंत शब्द कहलाते हैं। ऐसे शब्द अधिकतर क्रिया या धातु शब्द में प्रत्यय लगाने से बनते हैं।

लिखना क्रिया का कृदंत शब्द कौन सा है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. कृदंत शब्द खिंचाव का मूल शब्द खींच होगा, जबकि लिखावट का मूल शब्द लिख होगा। Explanation: कृदन्त प्रत्यय- वे प्रत्यय जो क्रिया पद के मूल रूप के अन्त में लगकर नये शब्द का निर्माण करते हैं कृदन्त (कृत) प्रत्यय कहलाते हैं।

विकारी कृदंत कितने प्रकार के होते है?

इसे सुनेंरोकेंविकारी कृदन्त -ः ये तीन प्रकार के होते है – 1. वर्तमानकालिक कृदन्त, 2. भूतकालिक 3. भविष्यत् कालिक ।

विकारी कृदंत के कितने प्रकार है?

कृदंत प्रत्यय कौन कौन से हैं?

कृत प्रत्यय क्रिया या धातु के अंत में लगते हैं तथा इनसे बने शब्दों को कृदंत कहते हैं। जैसे-पाचक,नंदक,नंदन,भुक्त,भोक्तव्य,भोक्ता आदि। तद्धित प्रत्यय संज्ञा,सर्वनाम तथा विशेषण के अंत में लगते हैं तथा इनसे बने शब्दों को तद्धित प्रत्यय कहते हैं। जैसे-सुनार,जुआरी,पालनहार,बचपन,मिठास आदि।

कृदंत प्रत्यय कितने होते हैं?

Solution : प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं-(i) कृत् प्रत्यय, (ii) तद्धित प्रत्यय। <br> (i) कृत् प्रत्यय-जो प्रत्यय क्रिया या धातु के अन्त में प्रयुक्त होते हैं, उन्हें कृत् प्रत्यय या कृदन्त कहते हैं। जैसे-तैरना + आक (प्रत्यय) = तैराक।

कृदंत शब्द कौन सा है?

कृदंत संज्ञा पुं॰ [सं॰ कृदन्त] वह शब्द जो धातु में कृतु प्रत्यय लगने से बने । जैसे,—पाचक, नंदक, नंदन, भुक्त, भोक्तव्य, भोक्ता आदि ।

कृदंत शब्द कैसे पहचाने?

कृदंत शब्द कैसे पहचाने? इसे सुनेंरोकेंकृदन्त और तद्धितांत में अंतर: (a) क्रिया या धातु में प्रत्यय लगाने से बने शब्द कृदन्त होते हैं। (a) क्रिया-भिन्न शब्दों में प्रत्यय लगाने से बने शब्द तद्धितांत होते हैं। (b) कृदन्त शब्द क्रिया के अतिरिक्त विशेषण आदि भी हो सकते हैं।