कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 6 जैव प्रक्रम

MP Board Class 10th Science Chapter 6 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न शृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 105

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प्रश्न 1.
हमारे जैसे बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन की आवश्यकता पूरी करने में विसरण क्यों अपर्याप्त है?
उत्तर:
हमारे जैसे बहुकोशिकीय जीवों में ऑक्सीजन की शरीर के सभी भागों को आवश्यकता होती है तथा इन जीवों की सभी कोशिकाएँ अपने आस-पास के पर्यावरण के सीधे सम्पर्क में नहीं रहती अत: साधारण विसरण सभी कोशिकाओं की आवश्यकता की पूर्ति नहीं कर सकता इसलिए विसरण अपर्याप्त है।

प्रश्न 2.
कोई वस्तु सजीव है, इसका निर्धारण करने के लिए हम किस मापदण्ड का उपयोग करेंगे?
उत्तर:
कोई वस्तु सजीव है इसका निर्धारण करने के लिए हम विभिन्न प्रकार की अदृश्य आण्विक गतियों को जीवन सूचक मापदण्ड मानेंगे।

प्रश्न 3.
किसी जीव द्वारा किन-किन कच्ची सामग्रियों का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
किसी जीव द्वारा कच्ची सामग्री के रूप में विभिन्न कार्बन आधारित अणुओं, ऑक्सीजन, जल एवं सौर ऊर्जा तथा विभिन्न लवणों का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 4.
जीवन के अनुरक्षण के लिए आप किन प्रक्रमों को आवश्यक मानेंगे?
उत्तर:
जीवन के अनुरक्षण के लिए हम पोषण, श्वसन, शरीर के अन्दर पदार्थों का संवहन तथा अपशिष्ट हानिकारक पदार्थों के उत्सर्जन आदि प्रक्रमों को आवश्यक मानेंगे।

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 111

प्रश्न 1.
स्वयंपोषी पोषण एवं विषमपोषी पोषण में क्या अन्तर है?
उत्तर:
स्वयंपोषी पोषण में जीव बाहर से कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल ग्रहण करके क्लोरोफिल एवं सौर प्रकाश की उपस्थिति में प्रकाश – संश्लेषण की क्रिया द्वारा अपना भोजन स्वयं बनाते हैं, जबकि विषमपोषी पोषण में जीव प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से स्वयंपोषी जीवों द्वारा निर्मित भोजन ग्रहण करते हैं।

प्रश्न 2.
प्रकाश-संश्लेषण के लिए आवश्यक कच्ची सामग्री पौधा कहाँ से प्राप्त करता है?
उत्तर:
प्रकाश-संश्लेषण के लिए पौधा जल मृदा से तथा कार्बन डाइऑक्साइड वायुमण्डल से एवं ऊर्जा सौर प्रकाश से प्राप्त करता है।

प्रश्न 3.
हमारे आमाशय में अम्ल की भूमिका क्या है?
उत्तर:
हमारे आमाशय में अम्ल भोजन के साथ आये हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है तथा माध्यम को अम्लीय बनाता है जो पेप्सिन एन्जाइम की क्रिया में सहायक होता है, लेकिन अधिक मात्रा में अम्ल अम्लीयता (ऐसिडिटी) पैदा करता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 4.
पाचक एन्जाइमों का क्या कार्य है?
उत्तर:
पाचक एन्जाइम जटिल कार्बनिक पदार्थों को सरल पदार्थों में परिवर्तित करने में सहायक होते हैं। ये कार्बोहाइड्रेट्स को ग्लूकोज में, वसा को वसीय अम्लों में तथा प्रोटीनों को अमीनो अम्लों में परिवर्तित करके भोजन का पाचन करते हैं।

प्रश्न 5.
पचे हुए भोजन को अवशोषित करने के लिए क्षुद्रान्त को कैसे अभिकल्पित किया गया
उत्तर:
क्षुद्रान्त की भित्ति के आन्तरिक अस्तर पर अनेक अँगुली जैसे प्रवर्ध होते हैं जिन्हें दीर्घरोम कहते हैं। ये अवशोषण का सतही क्षेत्रफल बढ़ा देते हैं तथा दीर्घ रोमों में रुधिर वाहिकाओं की बहुतायत होती है जो पचे हुए भोजन का अवशोषण कर लेते हैं। इस प्रकार क्षुद्रान्त को पचे हुए भोजन को अवशोषित करने के लिए अभिकल्पित किया गया है।

प्रश्न श्रृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 116

प्रश्न 1.
श्वसन के लिए ऑक्सीजन प्राप्त करने की दिशा में एक जलीय जीव की अपेक्षा स्थलीय जीव किस प्रकार लाभप्रद है?
उत्तर:
जलीय जीव श्वसन के लिए जल में घुली हुई ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं, जबकि स्थलीय जीव वायुमण्डल में उपस्थिति ऑक्सीजन का उपयोग करते हैं। जल में घुली ऑक्सीजन की मात्रा वायुमण्डल में उपलब्ध ऑक्सीजन की मात्रा की तुलना में बहुत कम होती है। इसलिए श्वसन के लिए ऑक्सीजन प्राप्त करने की दिशा में एक जलीय जीव की अपेक्षा स्थलीय जीव ज्यादा लाभप्रद है।

प्रश्न 2.
ग्लूकोज के ऑक्सीकरण से भिन्न जीवों में ऊर्जा प्राप्त करने के विभिन्न पथ क्या हैं? (2019)
उत्तर:
ग्लूकोज के ऑक्सीकरण से ऊर्जा प्राप्त करने के विभिन्न पथ सर्वप्रथम कोशिकाद्रव्य में ग्लूकोज विखण्डित होकर तीन कार्बन अणु देता है, जिसे पायरुवेट कहते हैं। पायरुवेट पुनः चित्र के अनुसार विखण्डित होकर ऊर्जा देता है।

प्रश्न 3.
मनुष्य में ऑक्सीजन एवं कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन कैसे होता है?
उत्तर:
मनुष्य में ऑक्सीजन एवं कार्बन डाइऑक्साइड का परिवहन मनुष्य के रक्त की लाल रक्त कणिकाओं में उपस्थित लाल वर्णक हीमोग्लोबिन द्वारा होता है।

प्रश्न 4.
गैसों के विनियम के लिए मानव फुफ्फुस में अधिकतम क्षेत्रफल को कैसे अभिकल्पित किया है?
उत्तर:
हमारे फुफ्फुसों के मार्ग छोटी और छोटी नलिकाओं में विभाजित हो जाता है जिन्हें कपिका कहते हैं। कूपिका एक सतह उपलब्ध कराती है जिससे गैस का विनिमय हो सके। इस प्रकार गैसों के विनिमय के लिए मानव फुफ्फुसों में अधिकतम क्षेत्रफल अभिकल्पित किया गया है।

प्रश्न श्रृंखला-4 # पृष्ठ संख्या 122

प्रश्न 1.
मानव के वहन तन्त्र के घटक कौन-से हैं? इन घटकों के क्या कार्य हैं?
उत्तर:
मानव के वहन (परिसंचरण) तन्त्र के घटक निम्न हैं –

  1. रक्त (रुधिर)।
  2. हृदय।
  3. रुधिर वाहिकाएँ।

1. रक्त:
यह परिवहन माध्यम का कार्य करता है जो अपने अन्दर विभिन्न गैसों (कार्बन डाइऑक्साइड; ऑक्सीजन), विभिन्न एन्जाइमों, अपशिष्ट हानिकारक पदार्थों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक परिवहन करता है।

2. हृदय यह रक्त को विभिन्न भागों को भेजने एवं वहाँ से रक्त एकत्रित करने के लिए पम्प का कार्य करता है।

3. रुधिर वाहिकाएँ: इनके माध्यम से ही रक्त का विभिन्न भागों में परिवहन होता है।

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प्रश्न 2.
स्तनधारी तथा पक्षियों में ऑक्सीजनित एवं विऑक्सीजनित रुधिर को अलग-अलग करना क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
स्तनधारी एवं पक्षियों को अपने शरीर एक तापमान बनाए रखने के लिए निरन्तर ऊर्जा की आवश्यकता होती है। इसलिए उच्च ऊर्जा की आवश्यकता की आपूर्ति के लिए इनमें ऑक्सीजनित तथा विऑक्सीजनित रुधिर को अलग-अलग करना आवश्यक है जिससे उच्च दक्षतापूर्ण ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सके।

प्रश्न 3.
उच्च संगठित पादप में वहन तन्त्र के घटक क्या हैं ?
उत्तर:
उच्च संगठित पादप में वहन तन्त्र के प्रमुख घटक हैं-जाइलम तथा फ्लोएम, जिन्हें संयुक्त रूप से संवहन ऊतक कहते हैं।

प्रश्न 4.
पादप में जल और खनिज लवण का वहन कैसे होता है?
उत्तर:
पादपों में जल एवं खनिज लवणों का वहन संवहन ऊतक जाइलम द्वारा होता है।

प्रश्न 5.
पादप में भोजन का स्थानान्तरण कैसे होता है?
उत्तर:
पादप में भोजन का स्थानान्तरण संवहन ऊतक फ्लोएम द्वारा होता है।

प्रश्न श्रृंखला-5 # पृष्ठ संख्या 124

प्रश्न 1.
वृक्काणु (नेफ्रॉन) की रचना एवं क्रियाविधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
वृक्काणु (नेफ्रॉन) की रचना:
केशिकागुच्छ (ग्लोमेरुलस) वृक्क में अनेक आधारी निस्यंदन एकक होते हैं, जिन्हें वृक्काणु (नेफ्रॉन) कहते हैं। इनमें बहुत वृक्क पतली भित्ति वाली रुधिर केशिकाओं का गुच्छ, (ग्लोमेरुलस) होता है जो एक नलिका के कप के आकार के सिरे के अन्दर होता है जिसे बोमन सम्पुट कहते हैं।

वृक्काणु (नेफ्रॉन) की क्रियाविधि:
वृक्क धमनी वृक्काणु की नलिका केशिका गुच्छ से छने हुए मूत्र जिसमें यूरिया, यूरिक अम्ल आदि होते हैं, को एकत्रित कर लेती है। इस प्रारम्भिक निस्यंद में कुछ उपयोगी पदार्थ ग्लूकोज, अमीनो अम्ल, लवण और प्रचुर मात्रा में जल रह जाते हैं। नलिका में मूत्र जैसे-जैसे आगे बढ़ता है। इन पदार्थों का चयनित पुनरावशोषण हो जाता है। यह मूत्र प्रत्येक वृक्काणु नलिका से संग्राहक मूत्र वाहिनी में एकत्रित होता है जहाँ से मूत्राशय में जाकर एकत्रित हो जाता है।

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प्रश्न 2.
उत्सर्जी उत्पाद से छुटकारा पाने के लिए पादप किन विधियों का उपयोग करते हैं?
उत्तर:
पादप अपशिष्ट पदार्थों से छुटकारा प्राप्त करने के लिए विविध तकनीकों का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए अपशिष्ट पदार्थ कोशिका रिक्तिका में संचित किए जा सकते हैं या गोंद व रेजिन के रूप में पुराने जाइलम से संचित हो सकते हैं अथवा गिरती पत्तियों द्वारा दूर किये जा सकते हैं या ये अपने आस-पास की मृदा में उत्सर्जित कर देते हैं। इस प्रकार पादप अपशिष्ट पदार्थों से छुटकारा पाने के लिए अनेक विधियों का उपयोग करते हैं।

प्रश्न 3.
मूत्र बनने की मात्रा का नियमन किस प्रकार होता है?
उत्तर:
मूत्र बनने की मात्रा का नियमन उपलब्ध अतिरिक्त जल की मात्रा एवं उत्सर्जन हेतु प्राप्त विलेय वर्ण्य की मात्रा पर निर्भर करता है।

MP Board Class 10th Science Chapter 6 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
मनुष्य में वृक्क एक तन्त्र का भाग है, जो सम्बन्धित है – (2019)
(a) पोषण।
(b) श्वसन।
(c) उत्सर्जन।
(d) परिवहन।
उत्तर:
(c) उत्सर्जन।

प्रश्न 2.
पादप में जाइलम उत्तरदायी है –
(a) जल का वहन।
(b) भोजन का वहन।
(c) अमीनो अम्ल का वहन।
(d) ऑक्सीजन का वहन।
उत्तर:
(a) जल का वहन।

प्रश्न 3.
स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक है –
(a) कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल।
(b) क्लोरोफिल।
(c) सूर्य का प्रकाश।
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर:
(d) उपर्युक्त सभी।

प्रश्न 4.
पायरुवेट का विखण्डन कार्बन डाइऑक्साइड, जल तथा ऊर्जा देता है और यह क्रिया होती है –
(a) कोशिकाद्रव्य में।
(b) माइटोकॉण्ड्रिया में।
(c) हरितलवक में।
(d) केन्द्रक में।
उत्तर:
(b) माइटोकॉण्ड्रिया में।

प्रश्न 5.
हमारे शरीर में वसा का पाचन कैसे होता है? यह प्रक्रम कहाँ होता है?
उत्तर:
हमारे शरीर में वसा का पाचन क्षुद्रान्त्र के ऊपरी भाग ग्रहणी (ड्यूओडिनम) में होता है। जहाँ पित्ताशय से क्षारीय पित्त रस पित्त नली द्वारा भोजन में मिलता है जो भोजन के माध्यम को क्षारीय बना देता है जिससे अग्न्याशय से प्राप्त पाचक रस सक्रिय होते हैं। पित्त रस वसा को इमल्सीफाई कर देता है तथा अग्न्याशय रस से प्राप्त लाइपेज एन्जाइम इमल्सीफाइड वसा का पाचन वसीय अम्लों में कर देता है। इस प्रकार वसा का पाचन हमारे शरीर में क्षुद्रान्त के ऊपरी भाग में होता है।

प्रश्न 6.
भोजन के पाचन में लार की क्या भूमिका है?
उत्तर:
मुँह में स्थित लार ग्रंथियों से लार निकलकर चबाये हुए भोजन में मिलकर इसे चिकना तथा लसलसा बना देती है जिससे यह भोजननली में आसानी से फिसल सकता है। इससे अधिक महत्वपूर्ण यह है कि लार में उपस्थित एन्जाइम एमाइलेज मण्ड के जटिल अणुओं को शर्करा में खण्डित कर देती है जो मण्ड की अपेक्षा काफी सरल अणु होते हैं। इस तरह लार भोजन के पाचन में अहम् भूमिका निभाती है।

प्रश्न 7.
स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ कौन-सी हैं और उसके उपोत्पाद क्या हैं?
उत्तर:
स्वपोषी पोषण के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ:

  1. कार्बन डाइऑक्साइड की उपलब्धता।
  2. जल की उपलब्धता।
  3. सौर ऊर्जा की उपलब्धता।
  4. क्लोरोफिल की उपलब्धता।

स्वपोषी पोषण के उपोत्पाद:

  1. ग्लूकोज।
  2. ऑक्सीजन गैस।

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प्रश्न 8.
वायवीय एवं अवायवीय श्वसन में क्या अन्तर है? कुछ जीवों के नाम लिखिए जिनमें अवायवीय श्वसन होता है।
उत्तर:
वायवीय श्वसन एवं अवायवीय श्वसन में अन्तर:

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प्रश्न 9.
गैसों के अधिकतम विनिमय के लिए कूपिकाएँ किस प्रकार अभिकल्पित हैं?
उत्तर:
कूपिकाएँ गैसों के अधिकतम विनिमय के लिए पर्याप्त सतह उपलब्ध कराती हैं।

प्रश्न 10.
हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के क्या परिणाम हो सकते हैं?
उत्तर:
श्वसन के फलस्वरूप प्राप्त ऑक्सीजन का परिवहन करने तथा उसे ऊतकों तक पहुँचाने का कार्य हीमोग्लोबिन करता है। इसकी कमी से श्वसन क्रिया प्रभावित होगी। शरीर को ऊर्जा कम मिलेगी क्योंकि ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा प्राप्त नहीं होगी।

प्रश्न 11.
मनुष्य में दोहरे परिसंचरण की व्याख्या कीजिए। यह क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
“मनुष्य में प्रत्येक चक्र में रुधिर दो बार हृदय में जाता है। इसे दोहरा परिसंचरण कहते हैं।” इस प्रक्रिया में एक बार ऑक्सीजनित रक्त फुफ्फुसों (फेफड़ों) से हृदय में आता है तो दूसरी बार अनॉक्सीजनित रक्त शरीर के विभिन्न भागों से हृदय में आता है।
दोहरा परिसंचरण ऑक्सीजनित एवं विऑक्सीजनित रुधिर को मिलने से रोकने में सहायक होता है जिससे उच्च ऊर्जा की प्राप्ति होती है।

प्रश्न 12.
जाइलम तथा फ्लोएम में पदार्थों के वहन में क्या अन्तर है?
उत्तर:
जाइलम पादपों में जड़ों द्वारा मृदा से अवशोषित जल एवं खनिजों को पत्तियों तक पहुँचाने के लिए वहन करते हैं, जबकि फ्लोएम पत्तियों द्वारा निर्मित खाद्य पदार्थों को पादप के विभिन्न भागों तक पहुँचाने के लिए वहन करते हैं।

प्रश्न 13.
फुफ्फुस में कूपिकाओं की तथा वृक्क में वृक्काणु (नेफ्रॉन) की रचना तथा क्रियाविधि की तुलना कीजिए।
उत्तर:
फुफ्फुस में कूपिकाओं की रचना श्वसन नलिकाओं के सिरों की फूले हुए गुब्बारे की तरह संरचना होती है, जबकि वृक्क में वृक्काणु (नेफ्रॉन) की रचना में रुधिर केशिकाओं का गुच्छा होता है जो एक नलिका के कप के आकार के सिरे के अन्दर स्थित होता है।
कृपिकाओं का कार्य गैसों के विनिमय के लिए सतह उपलब्ध कराना है, जबकि वृक्काणु का कार्य मूत्र का निस्यंदन करना तथा मूत्र में मिले आवश्यक पदार्थों का पुनरावशोषण करना है।

MP Board Class 10th Science Chapter 6 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 6 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
स्वपोषी जीवों के सम्बन्ध में निम्न में से कौन-सा कथन असत्य है?
(a) वे सौर-प्रकाश एवं क्लोरोफिल की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल से कार्बोहाइड्रेट का संश्लेषण करते हैं।
(b) वे कार्बोहाइड्रेट का संचय स्टार्च के रूप में करते हैं।
(c) वे कार्बन डाइ-ऑक्साइड एवं जल को सौर-प्रकाश की अनुपस्थिति में कार्बोहाइड्रेट में परिवर्तित कर देते हैं।
(d) वे खाद्य श्रृंखला के प्रथम पोषी स्तर का निर्माण करते हैं।
उत्तर:
(c) वे कार्बन डाइ-ऑक्साइड एवं जल को सौर-प्रकाश की अनुपस्थिति में कार्बोहाइड्रेट में परिवर्तित कर देते हैं।

प्रश्न 2.
निम्न में से जीवों के किस समूह में खाद्य पदार्थों को शरीर से बाहर पहले विखण्डित किया जाता है फिर अवशोषण?
(a) मशरूम, हरे पौधे, अमीबा।
(b) यीस्ट, मशरूम, ब्रेड मोल्ड।
(c) पैरामीशियम, अमीबा, कस्कुटा।
(d) कस्कुटा, लाइस, टेपवर्म।
उत्तर:
(b) यीस्ट, मशरूम, ब्रेड मोल्ड।

प्रश्न 3.
सही कथन चुनिए –
(a) विषमपोषी अपने भोजन का स्वयं संश्लेषण नहीं करते हैं।
(b) विषमपोषी प्रकाश-संश्लेषण के लिए सौर ऊर्जा का उपयोग करते हैं।
(c) विषमपोषी अपना भोजन स्वयं संश्लेषित करते हैं।
(d) विषमपोषी कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल को कार्बोहाइड्रेट में परिवर्तित करने में सक्षम हैं।
उत्तर:
(a) विषमपोषी अपने भोजन का स्वयं संश्लेषण नहीं करते हैं।

प्रश्न 4.
मानव आहार नाल के विभिन्न अंगों (भागों) का सही क्रम क्या है?
(a) मुँह → आमाशय → छोटी आँतें → ग्रसिका → बड़ी आँतें।
(b) मुँह → ग्रसिका → आमाशय → बड़ी आँतें → छोटी आँतें।
(c) मुँह → आमाशय → ग्रसिका → छोटी आँतें → बड़ी आँतें।
(d) मुँह → ग्रसिका → आमाशय → छोटी आँतें → बड़ी आँतें।
उत्तर:
(d) मुँह → ग्रसिका → आमाशय → छोटी आँतें → बड़ी आँतें।

प्रश्न 5.
यदि लार में लार-एमाइलेज का अभाव हो जाए तो मुखगुहा की कौन-सी घटना प्रभावित होगी?
(a) प्रोटीन का अमीनो अम्ल में विघटन (टूटना)।
(b) ‘स्टार्च का सुगर में विघटन (टूटना)।
(c) वसा का वसीय अम्ल में टूटना (विघटन)।
(d) विटामिनों का अवशोषण।
उत्तर:
(b) ‘स्टार्च का सुगर में विघटन (टूटना)।

प्रश्न 6.
आमाशय का आन्तरिक अस्तर की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से रक्षा निम्न में किसके द्वारा होती है?
(a) पेप्सिन।
(b) म्यूकस।
(c) लार-एमाइलेज।
(d) पित्तरस।
उत्तर:
(b) म्यूकस।

प्रश्न 7.
भोजन नली का कौन-सा भाग यकृत से पित्तरस प्राप्त करता है?
(a) आमाशय।
(b) क्षुद्रान्त्र।
(c) वृहदान्त्र।
(d) ग्रसिका।
उत्तर:
(b) क्षुद्रान्त्र।

प्रश्न 8.
चावल के पानी में कुछ बूंदें आयोडीन विलयन की डाली जायें तो विलयन का रंग नीला-काला हो जाता है। इससे प्रदर्शित होता है कि चावल के पानी में उपस्थित है –
(a) जटिल प्रोटीन।
(b) साधारण प्रोटीन।
(c) वसा।
(d) स्टार्च।
उत्तर:
(d) स्टार्च।

प्रश्न 9.
भोजन नली के किस भाग में भोजन का पूर्ण पाचन हो जाता है?
(a) आमाशय।
(b) मुखगुहा।
(c) वृहदान्त्र।
(d) क्षुद्रान्त्र।
उत्तर:
(d) क्षुद्रान्त्र।

प्रश्न 10.
निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य पेन्क्रियाज जूस का है?
(a) ट्रिप्सिन प्रोटीन का एवं लाइपेज कार्बोहाइड्रेट का पाचन करता है।
(b) ट्रिप्सिन इमल्सीफाइड वसा का तथा लाइपेज प्रोटीन का पाचन करता है।
(c) ट्रिप्सिन एवं लाइपेज दोनों वसा का पाचन करते हैं।
(d) ट्रिप्सिन प्रोटीन का एवं लाइपेज इमल्सीफाइड वसा का पाचन करते हैं।
उत्तर:
(b) ट्रिप्सिन इमल्सीफाइड वसा का तथा लाइपेज प्रोटीन का पाचन करता है।

प्रश्न 11.
जब चूने के पानी युक्त परखनली में मुँह से हवा फूंकते हैं, तो चूने का पानी दूधिया हो जाता है, निम्न की उपस्थिति के कारण-
(a) ऑक्सीजन।
(b) कार्बन डाइऑक्साइड।
(c) नाइट्रोजन।
(d) जलवाष्प।
उत्तर:
(b) कार्बन डाइऑक्साइड।

प्रश्न 12.
यीस्ट में अवायवीय श्वसन का सही क्रम है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 13.
वायवीय श्वसन के लिए निम्न में कौन सर्वाधिक सही है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 14.
निम्न में निःश्वसन में वायु प्रवाह का सही क्रम कौन-सा है?
(a) नॉस्ट्रिल → लेरिंग्स → फेरिंग्स → ट्रेकिया → फेफड़े।
(b) नॉस्ट्रिल → ट्रेकिया → फेरिंग्स → लेरिंग्स → एल्वोली।
(c) लेरिंग्स → नॉस्ट्रिल → फेरिंग्स → फेफड़े।
(d) नॉस्ट्रिल → फेरिंग्स → लेरिंग्स → ट्रेकिया → एल्वोली।
उत्तर:
(d) नॉस्ट्रिल → फेरिंग्स → लेरिंग्स → ट्रेकिया → एल्वोली।

प्रश्न 15.
श्वसन के समय गैसों का आदान-प्रदान होता है निम्न में –
(a) ट्रेकिया एवं लेरिंग्स।
(b) एल्वोली (फेफड़े)।
(c) एल्वोली एवं थ्रोट (गला)।
(d) थ्रोट (गला) एवं लेरिंग्स।
उत्तर:
(b) एल्वोली (फेफड़े)।

प्रश्न 16.
हृदय के अन्दर उसके संकुचन के समय रक्त को वापस लौटने से कौन रोकता है?
(a) हृदय में वाल्व।
(b) वेण्ट्रिकल की मोटी दीवारें।
(c) एट्रिया की पतली दीवारें।
(d) ऊपर के सभी।
उत्तर:
(a) हृदय में वाल्व।

प्रश्न 17.
गुर्दो की निस्यन्दन इकाई कहलाती है –
(a) यूरेटर।
(b) यूरेथ्रा।
(c) न्यूरॉन।
(d) नेफ्रॉन।
उत्तर:
(d) नेफ्रॉन।

प्रश्न 18.
प्रकाश-संश्लेषण के समय मुक्त होने वाली ऑक्सीजन प्राप्त होती है, निम्न से –
(a) जल।
(b) क्लोरोफिल।
(c) कार्बन डाइऑक्साइड।
(d) ग्लूकोज।
उत्तर:
(a) जल।

प्रश्न 19.
ऊतकों से निकलने के बाद रक्त में वृद्धि होती है –
(a) CO2।
(b) जल।
(c) हीमोग्लोबिन।
(d) ऑक्सीजन।
उत्तर:
(a) CO2।

प्रश्न 20.
निम्न में कौन-सा कथन असत्य है?
(a) जीव समय के साथ वृद्धि करते हैं।
(b) जीव अपने ढाँचे की मरम्मत एवं अनुरक्षण करते हैं।
(c) कोशिकाओं में अणुओं का संचालन नहीं होता है।
(d) जैव प्रक्रम के लिए ऊर्जा आवश्यक है।
उत्तर:
(c) कोशिकाओं में अणुओं का संचालन नहीं होता है।

प्रश्न 21.
स्वयंपोषी जीवों में आन्तरिक कोशिकीय ऊर्जा एकत्रित रहती है निम्न में –
(a) ग्लाइकोजन।
(b) प्रोटीन।
(c) स्टार्च।
(d) वसीय अम्ल।
उत्तर:
(c) स्टार्च।

प्रश्न 22.
निम्नलिखित में से कौन प्रकाश-संश्लेषण की रूपरेखा है –
(a) 6CO2 + 12H2O → C6H12O6 + 6O2 + 6H2O
(b) 6CO2 + H2O + सौर प्रकाश → C6H12O6 + O2 + 6H2O
(c) 6CO2 + 12H2O + सौर प्रकाश + क्लोरोफिल → C6H12O6 + 6O2 + 6H2O
(d) 6CO2 + 12H2O + क्लोरोफिल + सौर प्रकाश → C6H12O6 + 6 CO2 + 6H2O
उत्तर:
(c) 6CO2 + 12H2O + सौर प्रकाश + क्लोरोफिल → C6H12O6 + 6O2 + 6H2O

प्रश्न 23.
प्रकाश-संश्लेषण में घटित नहीं होने वाली घटना है –
(a) क्लोरोफिल द्वारा प्रकाश ऊर्जा का शोषण।
(b) कार्बन डाइऑक्साइड का कार्बोहाइड्रेट में अपचयन।
(c) कार्बन का कार्बन डाइऑक्साइड में उपचयन।
(d) प्रकाश ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तन।
उत्तर:
(c) कार्बन का कार्बन डाइऑक्साइड में उपचयन।

प्रश्न 24.
पर्णरन्ध्रों (Stomatal pore) के खुलने एवं बन्द होने की प्रक्रिया निम्न पर निर्भर करती है –
(a) ऑक्सीजन।
(b) तापक्रम।
(c) गार्ड कोशा में जल।
(d) पर्णरन्ध्र में CO2 की सान्द्रता।
उत्तर:
(c) गार्ड कोशा में जल।

प्रश्न 25.
ज्यादातर पेड़-पौधे नाइट्रोजन का अवशोषण निम्न रूप में करते हैं –
(i) प्रोटीन।
(ii) नाइट्रेट एवं नाइट्राइट।
(iii) यूरिया।
(iv) वायुमण्डलीय नाइट्रोजन।
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (iii) एवं (iv)
(d) (i) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (ii) एवं (iii)

प्रश्न 26.
पाचन नली में सर्वप्रथम भोजन में मिलने वाला एन्जाइम है –
(a) पेप्सिन।
(b) सेल्यूलेज।
(c) एमाइलेज।
(d) ट्रिप्सिन।
उत्तर:
(c) एमाइलेज।

प्रश्न 27.
माँस-पेशियों में ऑक्सीजन की कमी प्रायः क्रिकेट खिलाड़ियों के पैरों में जकड़न का कारण बनती है। यह निम्न के परिणामस्वरूप होता है –
(a) पाइरुवेट का एथेनॉल में परिवर्तन।
(b) पाइरुवेट का ग्लूकोज में परिवर्तन।
(c) ग्लूकोज का पाइरुवेट में परिवर्तन नहीं होना।
(d) पाइरूवेट का लैक्टिक अम्ल में परिवर्तन।
उत्तर:
(d) पाइरूवेट का लैक्टिक अम्ल में परिवर्तन।

प्रश्न 28.
हमारे शरीर में पेशाब (यूरिन) के सही पथ का चयन कीजिए –
(a) वृक्क → यूरेटर → यूरेथ्रा → यूरीनरी ब्लैडर।
(b) वृक्क → यूरीनरी ब्लैडर → यूरेथ्रा → यूरेटर।
(c) वृक्क → यूरेटर → यूरीनरी ब्लैडर → यूरेथ्रा।
(d) यूरीनरी ब्लैडर → वृक्क → यूरेटर → यूरेथा।
उत्तर:
(c) वृक्क → यूरेटर → यूरीनरी ब्लैडर → यूरेथ्रा।

प्रश्न 29.
मनुष्य के ऊतकों में ऑक्सीजन की कमी के होने पर पाइरुविक अम्ल लैक्टिक अम्ल में परिवर्तन निम्न में होता है –
(a) साइटोप्लाज्म में।
(b) क्लोरोप्लास्ट में।
(c) माइटोकॉण्ड्रिया में।
(d) गॉल्जी बॉडी में।
उत्तर:
(a) साइटोप्लाज्म में।

प्रश्न 30.
प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया पौधे के किस भाग में होती है?
(a) जड़।
(b) तना।
(c) पत्ती।
(d) फूल/फल।
उत्तर:
(c) पत्ती।

प्रश्न 31.
फेफड़े (फुफ्फुस) स्थित होते हैं –
(a) वक्षगुहा में।
(b) उदरगुहा में।
(c) आन्त्र के पास।
(d) अग्न्याशय के नीचे।
उत्तर:
(a) वक्षगुहा में।

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. वे सभी प्रक्रम जो सम्मिलित रूप से अनुरक्षण का कार्य करते हैं ………….. कहलाते हैं।
  2. ऊर्जा के स्रोत भोजन को बाहर से शरीर के अन्दर ग्रहण करना ………….. कहलाता है।
  3. शरीर के बाहर से ऑक्सीजन का ग्रहण करना तथा कोशिकीय आवश्यकतानुसार खाद्य स्रोत के विघटन ___में उसका उपयोग करना ………….. कहलाता है।
  4. भोजन तथा ऑक्सीजन को शरीर के अन्दर एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने के प्रक्रम को ………….. कहते हैं।
  5. शरीर में उपस्थित अपशिष्ट हानिकारक एवं विषैले पदार्थों का शरीर से बाहर निकालने का प्रक्रम …………… कहलाता है।

उत्तर:

  1. जैव प्रक्रम।
  2. पोषण।
  3. श्वसन।
  4. वहन या संवहन।
  5. उत्सर्जन।

जोड़ी बनाइए

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (b)
  2. → (c)
  3. → (d)
  4. → (a)

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (b)
  2. → (c)
  3. → (d)
  4. → (a)

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (a)
  2. → (d)
  3. → (b)
  4. → (c)

सत्य/असत्य कथन

  1. मनुष्य में दोहरा परिसंचरण होता है।
  2. बायाँ अलिंद शरीर के विभिन्न भागों से आए ऑक्सीजनित रक्त को ग्रहण करता है।
  3. बायाँ निलय ऑक्सीजनित रक्त को शरीर के विभिन्न भागों में प्रेषित करता है।
  4. बायाँ अलिंद ऑक्सीजनित रक्त को दाएँ निलय में प्रेषित करता है।
  5. दायाँ अलिंद अनॉक्सीजनित रक्त को शरीर के विभिन्न भागों से आने पर ग्रहण करता है।

उत्तर:

  1. सत्य।
  2. असत्य।
  3. सत्य।
  4. असत्य।
  5. सत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. सौर-प्रकाश एवं क्लोरोफिल की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड एवं जल के संश्लेषण के फलस्वरूप ग्लूकोज बनने की प्रक्रिया क्या कहलाती है?
  2. मनुष्य में ग्रहण किए गए भोजन के जटिल यौगिकों को सरल यौगिकों में विखण्डित करने की सतत् प्रक्रिया क्या कहलाती है?
  3. अपशिष्ट हानिकारक एवं विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में प्रयुक्त अंगों का समूह क्या कहलाता है?
  4. वायु की अनुपस्थिति में होने वाले श्वसन को क्या कहा जाता है?
  5. पादप के वायवीय भागों द्वारा वाष्प के रूप में जल-हानि क्या कहलाती है?
  6. हरे पौधों की पत्तियों में पाये जाने वाले वर्णक का नाम लिखिए। (2019)

उत्तर:

  1. प्रकाश-संश्लेषण।
  2. पाचक।
  3. उत्सर्जी तन्त्र।
  4. अवायवीय श्वसन।
  5. वाष्पोत्सर्जन।
  6. क्लोरोफिल।

MP Board Class 10th Science Chapter 6 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
“सभी पौधे दिन के प्रकाश में ऑक्सीजन एवं रात्रि में कार्बन डाइऑक्साइड देते हैं।” क्या आप इस कथन से सहमत हैं? कारण बताइए।
उत्तर:
दिन के प्रकाश में प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया के फलस्वरूप ऑक्सीजन बनने की दर श्वसन के फलस्वरूप कार्बन डाइऑक्साइड बनने की दर से बहुत अधिक होती है परिणामस्वरूप दिन में पौधे ऑक्सीजन देते हैं और रात में प्रकाश-संश्लेषण नहीं होता केवल श्वसन होता है। इसलिए कार्बन डाइऑक्साइड देते हैं।

प्रश्न 2.
गार्ड सेल किस प्रकार पर्णरन्ध्रों को खोलने एवं बन्द करने की प्रक्रिया को नियन्त्रित करते हैं?
उत्तर:
जल के अवशोषण से गार्ड सेल के फूलने के कारण पर्ण-रन्ध्र खुल जाते हैं और जल निष्कासन से गार्ड सेल के सिकुड़ने के कारण पर्णरन्ध्र बन्द हो जाते हैं। इस प्रकार गार्ड सेल पर्णरन्ध्रों को खोलना एवं बन्द करने की प्रक्रिया को नियन्त्रित करते हैं।

प्रश्न 3.
दो हरे पौधे अलग-अलग ऑक्सीजनरहित बन्द पात्रों में रखे जाते हैं। एक अँधेरे में तथा दूसरा लगातार सौर-प्रकाश में। कौन-सा पौधा अधिक समय तक जीवित रहेगा और क्यों?
उत्तर:
जो पौधा लगातार सौर-प्रकाश में रखा गया वह ही अधिक समय तक जीवित रहेगा, क्योंकि ये श्वसन लिए आवश्यक ऑक्सीजन प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया द्वारा उत्पन्न करने में सक्षम है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 4.
यदि कोई पौधा दिन के प्रकाश में कार्बन डाइऑक्साइड निकाल रहा है तथा ऑक्सीजन ले रहा है, क्या इसका मतलब यह है कि प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया नहीं हो रही है?
उत्तर:
प्रायः यह माना जाता है कि यदि दिन के प्रकाश में पौधे कार्बन डाइऑक्साइड निकाल रहे हैं तथा ऑक्सीजन ले रहे हैं तो या तो प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया हो नहीं रही है अथवा श्वसन की प्रक्रिया से बहुत कम गति से हो रही है लेकिन वास्तव में दिन के प्रकाश में पौधे ऑक्सीजन गैस निकालते हैं तथा कार्बन डाइऑक्साइड जो श्वसन में उत्पन्न होती है का अवशोषण कर लेते हैं। चूँकि प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया श्वसन की प्रक्रिया के सापेक्ष तीव्र गति से होती है। अत: दिन के प्रकाश में पौधे कार्बन डाइऑक्साइड नहीं बल्कि ऑक्सीजन गैस निकालते हैं।

प्रश्न 5.
जल से बाहर निकालने पर मछलियाँ क्यों मर जाती है?
उत्तर:
मछलियाँ गिल्स की सहायता से श्वसन करती हैं और इसके लिए वे जल में घुली ऑक्सीजन को ही अवशोषित करने में सक्षम होती हैं। मछलियाँ वायुमण्डलीय ऑक्सीजन का अवशोषण नहीं कर पाती अतः जल से बाहर निकालने पर श्वसन के अभाव में मर जाती हैं।

प्रश्न 6.
यदि पृथ्वी से हरे पेड़-पौधे विलुप्त हो जाएँ तो क्या होगा?
उत्तर:
सम्पूर्ण जीव पोषण के लिए प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पौधों पर निर्भर करते हैं। इसलिए सभी जीव भुखमरी से मृत्यु को प्राप्त होंगे।

प्रश्न 7.
शाकाहारी जीवों में क्षुद्रान्त्र लम्बी तथा माँसाहारी जीवों में छोटी होती है, क्यों?
उत्तर:
शाकाहारी जीवों में सेल्यूलोज का पाचन समय लेता है इसलिए उनकी क्षुद्रान्त्र लम्बी होती है, जबकि माँसाहारी जीवों में सेल्यूलोज के पाचन की आवश्यकता नहीं होती और माँसाहार जल्दी पच जाता है। इसलिए उनकी क्षुद्रान्त्र छोटी होती है।

प्रश्न 8.
यदि आमाशयिक ग्रंथियों से म्यूकस का स्रावण नहीं हो, तो क्या होगा?
उत्तर:
म्यूकस आमाशय के आन्तरिक अस्तर की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एवं पेप्सिन एन्जाइम की अभिक्रिया से रक्षा करता है। यदि आमाशयी ग्रंथियों से म्यूकस का स्रावण नहीं होगा तो आमाशय के आन्तरिक अस्तर का संक्षारण हो जाएगा।

प्रश्न 9.
वसा के इमल्सीकरण का क्या महत्व है?
उत्तर:
भोजन में वसा बड़ी-बड़ी कणिकाओं के रूप में उपस्थित होता है जिन पर पाचक एन्जाइम को क्रिया करने में कठिनाई होती है। इमल्सीकरण में पित्तरस द्वारा वसा की बड़ी-बड़ी कणिकाओं को यान्त्रिक रूप से छोटी-छोटी कणिकाओं में विभक्त कर दिया जाता है। इससे एन्जाइम की क्रिया आसान हो जाती है।

प्रश्न 10.
आहार नाल में अन्दर भोजन के गतिमान होने का क्या कारण है?
उत्तर:
भोजन नली की दीवारों में माँसपेशियाँ होती हैं जो लगातार संकुचन विमोचन करती रहती हैं जो पूरी आहार नाल में होती रहती है। इसके फलस्वरूप भोजन आहार नाल में आगे गतिमान होता रहता है।

प्रश्न 11.
जलीय जीवों में पार्थिव जीवों की अपेक्षा श्वसन दर क्यों अधिक होती है?
उत्तर:
जलीय जीव जल में घुली हुई ऑक्सीजन का अवशोषण श्वसन के लिए करते हैं, जिसकी मात्रा वायुमण्डलीय ऑक्सीजन से काफी कम होती है, जबकि पार्थिव जीव वायुमण्डल से ऑक्सीजन लेते हैं जो प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है। इसलिए जलीय जीवों की श्वसन दर पार्थिव जीवों से अधिक होती है।

प्रश्न 12.
मनुष्यों में रक्त संचरण दोहरा रक्त संचरण क्यों कहलाता है?
उत्तर:
मनुष्य के पूरे शरीर में रक्त के संचरण के एक चक्र में रक्त हृदय में दो बार गुजरता है। एक बार दाहिने भाग से अनॉक्सीजनित रक्त और दूसरी बार बाएँ भाग से ऑक्सीजनित रक्त। इसलिए मनुष्य में रक्त संचरण दोहरा रक्त संचरण कहलाता है।

प्रश्न 13.
मानव हृदय में चार प्रकोष्ठ होने के क्या लाभ हैं?
उत्तर:
मानव हृदय में चार प्रकोष्ठ होते हैं। दोनों बाएँ प्रकोष्ठ पूर्णतया दोनों दाएँ प्रकोष्ठों से पृथक्कृत होते हैं। यह ऑक्सीजनित एवं अनॉक्सीजनित रक्त को आपस में मिश्रित होने से रोकता है। इससे ऑक्सीजनित रक्त सम्पूर्ण शरीर को उपलब्ध कराने की क्षमता बढ़ जाती है।

प्रश्न 14.
जीवधारियों में ऊर्जा-मुद्रा का नाम लिखिए यह कब और कहाँ उत्पन्न होती है ?
उत्तर:
ऊर्जा-मुद्रा का नाम है-ऐडीनोसिन ट्राइ फॉस्फेट (ATP)। इसका उत्पादन जीवधारियों में श्वसन के समय एवं पेड़-पौधों में प्रकाश-संश्लेषण के समय भी होता है।

प्रश्न 15.
‘कस्कुटा’, ‘टिक्स’ एवं लीच में क्या समानता है?
उत्तर:
तीनों ही परजीवी हैं। वे अपना पोषण पेड़-पौधे एवं जन्तुओं से बिना उनका वध किए ही प्राप्त कर लेते हैं।

प्रश्न 16.
शिराओं की दीवारें धमनियों से पतली क्यों होती हैं?
उत्तर:
धमनियों में रक्त का प्रवाह हृदय से शरीर के विभिन्न भागों को अधिक दाब के साथ होता है, जबकि शिराओं में रक्त शरीर के विभिन्न भागों से हृदय में एकत्रित होता है जिसमें कोई अधिक दाब नहीं होता। इसलिए शिराओं की दीवारें धमनियों की अपेक्षा पतली होती हैं।

प्रश्न 17.
अगर रक्त में प्लेटलेट्स का अभाव हो जाए तो क्या होगा?
उत्तर:
रक्त में प्लेटलेट्स के अभाव के कारण रक्त का थक्का बनने की प्रक्रिया रुक जाएगी और चोट लगने पर रक्त बहता रहेगा।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 18.
जन्तुओं की अपेक्षा पौधों को कम ऊर्जा की क्यों आवश्यकता होती है?
उत्तर:
पौधों में जन्तुओं की तरह प्रचलन नहीं होता तथा बड़े वृक्षों में मृत कोशिकाएँ पर्याप्त मात्रा में स्क्लेरेनकाइमा की तरह पाई जाती हैं। इसलिए पौधों को जन्तुओं की अपेक्षा कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है।

प्रश्न 19.
पौधों की पत्तियाँ उत्सर्जन में किस प्रकार सहायता करती हैं?
उत्तर:
बहुत से पौधों में अपशिष्ट पदार्थ मीजोफिल कोशिकाओं और एपीडर्मल कोशिकाओं में एकत्रित होते हैं। जब पुरानी पत्तियाँ पौधे से गिर जाती हैं तो अपशिष्टों का उत्सर्जन पत्तियों के साथ ही हो जाता है। इस प्रकार पत्तियाँ उत्सर्जन में सहायक होती हैं।

प्रश्न 20.
क्यों और कैसे जल लगातार जड़ की जाइलम में प्रवेश करता रहता है?
उत्तर:
जड़ों की कोशिकाएँ मृदा के सम्पर्क में रहती हैं। इसलिए सक्रियता के साथ आयन ग्रहण करती हैं। इससे जड़ के अन्दर आयन सान्द्रण बढ़ जाता है और परिणामस्वरूप परासरण दाब बढ़ जाता है जिसके कारण मृदा से लगातार जल पेड़ों के जाइलम में प्रवेश करता रहता है।

MP Board Class 10th Science Chapter 6 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न के नाम लिखिए –

  1. पौधों में सौर ऊर्जा को रासायनिक ऊर्जा से जोड़ने वाली प्रक्रिया का।
  2. उन जीवों का जो अपना भोजन स्वयं बना सकते हैं।
  3. उस कोशिकांग का जहाँ प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया घटित होती है।
  4. पर्णरन्ध्र के चारों ओर से घेरे रखने वाली कोशिकाओं का।
  5. उन जीवों का जो अपना भोजन स्वयं नहीं बना सकते हैं।
  6. आमाशयी ग्रंथियों से स्रावित होने वाले उस एन्जाइम का नाम जो प्रोटीन के पाचन में सहायक है।

उत्तर:

  1. प्रकाश-संश्लेषण।
  2. स्वयंपोषी।
  3. क्लोरोप्लास्ट (हरितलवक)।
  4. गार्ड कोशिका।
  5. विषमपोषी।
  6. पेप्सिन।

प्रश्न 2.
क्या पोषण किसी जीव के लिए आवश्यक है? समझाइए।
उत्तर:
किसी भी जीव के लिए पोषण आवश्यक है, क्योंकि भोजन निम्न उद्देश्यों की पूर्ति करता है –

  1. यह विविध चयापचय क्रियाओं जो भी जीव के अन्दर घटित होती हैं, के लिए ऊर्जा प्रदान करता है।
  2. यह नई कोशिकाओं के निर्माण एवं वृद्धि तथा पुरानी टूटी-फूटी कोशिकाओं की मरम्मत करने अथवा उनके बदलने के लिए अति-आवश्यक है।
  3. यह विभिन्न बीमारियों से लड़ने की क्षमता (प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाने के लिए आवश्यक है।

प्रश्न 3.
एक गमले में लगे स्वस्थ पौधों की पत्तियों पर वैसलीन का लेप कर दिया गया। क्या यह पौधा लम्बे समय तक स्वस्थ बना रहेगा?
उत्तर:
यह पौधा लम्बे समय तक स्वस्थ नहीं बना रहेगा क्योंकि –

  1. यह श्वसन के लिए ऑक्सीजन ग्रहण नहीं कर सकेगा तथा ऑक्सीजन के अभाव में इसके विभिन्न प्रक्रमों के लिए ऊर्जा का अभाव हो जाएगा।
  2. यह प्रकाश-संश्लेषण के लिए कार्बन डाइऑक्साइड प्राप्त नहीं कर सकेगा जिससे पौधे के लिए भोजन का निर्माण नहीं हो सकेगा।
  3. वाष्पोत्सर्जन की प्रक्रिया नहीं होगी। इससे पौधे का अतिरिक्त जल नहीं निकल सकेगा तथा जल एवं खनिजों का जड़ से पत्तियों तक प्रवाह बाधित होगा।

प्रश्न 4.
एक धमनी एवं एक शिरा में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
धमनी एवं शिरा में अन्तर –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
प्रकाश-संश्लेषण के लिए पत्तियों में क्या-क्या विशेषताएँ होती हैं?
उत्तर:
प्रकाश-संश्लेषण के लिए पत्तियों में निम्न विशेषताएँ होती हैं –

  1. अधिकतम सौर ऊर्जा के शोषण के लिए पत्तियाँ अधिकतम पृष्ठीय क्षेत्रफल उपलब्ध कराती हैं।
  2. पत्तियाँ प्रायः प्रकाश स्रोत के लम्बवत् व्यवस्थित होती हैं जिसमें उनके पृष्ठ पर अधिकतम प्रकाश आपतित हो।
  3. मीजोफिल कोशिकाओं से और बाहर लाने और उनके अन्दर ले जाने के लिए द्रुत गति से संवहन हेतु कोशिकाओं का वृहदतम जाल की व्यवस्था।
  4. गैसीय विनिमय (आदान-प्रदान) हेतु अधिकतम पर्णरन्ध्रों की व्यवस्था।
  5. क्लोरोप्लास्ट (हरितलवकों) का ऊपरी पृष्ठ पर अधिकतम संख्या में उपलब्ध कराने की व्यवस्था।

प्रश्न 6.
पचित भोजन का सर्वाधिक अवशोषण क्षुद्रान्त्र में मुख्यतः क्यों होता है?
उत्तर:
पचे हुए भोजन का अधिकतम अवशोषण क्षुद्रान्त्र में होता है, क्योंकि –

  1. क्षुद्रान्त्र तक आते-आते भोजन का पूर्णतया पाचन हो जाता है।
  2. क्षुद्रान्त्र के आन्तरिक अस्तर में बहुत-सी विलाई पायी जाती हैं जो अवशोषण के लिए अधिकाधिक पृष्ठीय क्षेत्रफल उपलब्ध कराती हैं।
  3. क्षुद्रान्त्र की दीवारों में रक्त केशिकाओं का प्रचुर मात्रा में जाल बिछा होता है जो अवशोषित भोजन को तुरन्त शरीर के विभिन्न भागों में पहुँचाने का काम करती हैं।

प्रश्न 7.
प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया के दौरान होने वाली विभिन्न परिघटनाओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया के समय होने वाली प्रमुख परिघटनाएँ –

  1. पर्णहरित (क्लोरोफिल) द्वारा सौर ऊर्जा का अवशोषण।
  2. प्रकाश ऊर्जा का रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तन।
  3. जल के अणु H2O का हाइड्रोजन (H2), ऑक्सीजन (O2) एवं इलेक्ट्रॉनों (e–) में विखण्डन।
  4. कार्बन डाइऑक्साइड गैस (CO2) का कार्बोहाइड्रेट में अपचयन।

प्रश्न 8.
निम्न में से प्रत्येक अवस्था में प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया की दर पर क्या प्रभाव पड़ेगा? और क्यों?

  1. दिन में आकाश में बादलों का छाया रहना।
  2. क्षेत्र में वर्षा का बिल्कुल न होना।
  3. क्षेत्र में श्रेष्ठ खाद का उपलब्ध होना।
  4. धूल के कारण पर्णरन्धों (Stomata) का ढक जाना।

उत्तर:

  1. सौर प्रकाश की अनुपलब्धता के कारण प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया की दर घट जाएगी।
  2. क्षेत्र में वर्षा न होने के कारण जल की उपलब्धता में कमी होने के कारण प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया की दर घट जाएगी।
  3. क्षेत्र में श्रेष्ठ (उच्च) कोटि की खाद मिली होने से जड़ों द्वारा जल एवं खनिजों का अवशोषण बढ़ जाएगा। इससे प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया की दर बढ़ जाएगी।
  4. धूल के कारण पर्णरन्ध्रों के ढक जाने से पौधों को वायुमण्डलीय कार्बन डाइऑक्साइड एवं सौर प्रकाश की उपलब्धता घट जाएगी। इसलिए
  5. प्रकाश-संश्लेषण की प्रक्रिया की दर भी घट जाएगी।

प्रश्न 9.
भोजन के पाचन में मुख की भूमिका का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
भोजन के पाचन में मुख की भूमिका –

  1. भोजन को दाँतों द्वारा चबाने पर भोजन छोटे-छोटे टुकड़ों में पीस दिया जाता है जिससे भोजन का पृष्ठीय क्षेत्रफल अधिक हो जाने से पाचक एन्जाइमों का अच्छा असर होता है।
  2. इसमें अच्छी तरह से लार और लार में उपस्थित एन्जाइम एमाइलेज मिल जाता है जो भोजन में उपस्थित स्टार्च को शर्करा में विघटित कर देता है।
  3. जिह्वा भोजन में ठीक प्रकार से लार को मिलाने का काम करती है जिससे भोजन चिकना और मुलायम हो जाता है और आसानी से आहार नाल में आगे बढ़ता है।

प्रश्न 10.
आमाशय की दीवारों में उपस्थित आमाशयी ग्रंथियों की क्या भूमिका है?
उत्तर:
आमाशय की दीवारों में उपस्थित आमाशयी ग्रंथियों की भूमिका –

  1. ये ग्रंथियाँ पेप्सिन नामक एन्जाइम का स्रावण करती हैं जो प्रोटीन का पाचन करके पेप्टोन्स बनाता है।
  2. ये ग्रंथियाँ म्यूकस का स्रावण करती हैं जो आमाशय की आन्तरिक दीवारों के अस्तर की हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एवं पेप्सिन के द्वारा होने वाले संक्षारण से रक्षा करता है तथा भोजन को मुलायम एवं चिकना बना देता है जिससे इसे आहार नाल में खिसकने में आसानी होती है।

प्रश्न 11.
भोजन के उन सभी अवयवों के नाम लिखिए जिनको निम्न एन्जाइम पाचन करते हैं और किस प्रकार?

  1. ट्रिप्सिन।
  2. एमाइलेज।
  3. पेप्सिन।
  4. लाइपेज।

उत्तर:

  1. प्रोटीन एवं आमाशय से प्राप्त पेप्टोन्स को ट्रिप्सिन सीधे अमीनो अम्ल में अपघटित करके उनका पाचन कर देता है।
  2. स्टार्च को एमाइलेज शर्करा (ग्लूकोज) में अपघटित करके उसका पाचन कर देता है।
  3. पेप्सिन जटिल प्रोटीन को सरल पेप्टोन्स में अपघटित करके उसका पाचन कर देता है।
  4. वसा एवं तेलों का वसीय अम्ल में अपघटित करके लाइपेज उनका पाचन कर देता है।

प्रश्न 12.
पौधों के लिए वाष्पोत्सर्जन क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
पौधों में वाष्पोत्सर्जन का महत्व-वाष्पोत्सर्जन पौधों के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है, क्योंकि –

  1. इसके द्वारा पौधे में उपस्थित अतिरिक्त जल की मात्रा को वाष्प के रूप में उत्सर्जन कर दिया जाता है। इससे पौधों में जल का नियमन होता है।
  2. इसके द्वारा पौधों की ऊष्मा से रक्षा होती है, क्योंकि इसके द्वारा शीतलन होता है।
  3. यह पौधों में एक खिंचाव पैदा करता है जिससे जड़ें मृदा से लवण एवं जल को अवशोषित करके पौधे के ऊपरी भाग में पत्तियों तक प्रेषित कर पाते हैं।

प्रश्न 13.
अमीबा में पोषण विधि को समझाइए।
उत्तर:
अमीबा में पोषण:
अमीबा अपना भोजन अपनी सतह पर उभरी अस्थायी-अंगुलाकार संरचनाओं के माध्यम से ग्रहण करता है। भोजन के कण इन संरचनाओं से चिपक जाते है। ये प्रवर्ध (संरचनाएँ) भोजन के कणों को घेर लेती हैं तथा संगलित होकर खाद्य रिक्तिकाएँ बनाती हैं। (देखिए संलग्न चित्र) खाद्य रिक्तिकाओं के अन्दर जटिल पदार्थों का विघटन सरल पदार्थों में किया जाता है। ये सरल पदार्थ कोशिकाद्रव्य में प्रसरित हो जाते हैं। बचा हुआ पदार्थ कोशिका की सतह की ओर गति करता है तथा शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 14.
निश्वसन व निःश्वसन प्रक्रिया को समझाइए।
अथवा
श्वासोच्छ्वास कितने पदों में होता है? समझाइए।
अथवा
मनुष्यं में श्वासोच्छ्वास की क्रिया समझाइए।
उत्तर:
श्वासोच्छ्वास की क्रिया: श्वासोच्छ्वास की क्रिया अग्र दो पदों में होती है –
प्रथम पद – निश्वसन में डायाफ्राम नीचे गिरता है जिससे फेफड़े फैलते हैं अतः वायुमण्डल की ऑक्सीजनयुक्त वायु नासिका रन्ध्रों में होकर श्वास नली में होती हुई फेफड़ों में प्रवेश करती है। फेफड़ों में यह वायु रक्त के सम्पर्क में आती है जिससे रक्त की लाल रक्त कणिकाओं में उपस्थित हीमोग्लोबिन वायु की ऑक्सीजन का अवशोषण कर लेता है। कार्बन डाइ-ऑक्साइड एवं जलवाष्प रक्त में से निर्मुक्त हो जाती है।
द्वितीय पद – निःश्वसन (उच्छ्वसन) में जब डायाफ्राम ऊपर उठता है तो फेफड़ों पर दाब बढ़ने से वे सिकुड़ते हैं और वायु कार्बन डाइ-ऑक्साइड एवं जलवाष्प सहित फेफड़ों, श्वास नली और नासिका रन्ध्रों में होती हुई वायुमण्डल में चली जाती है।

प्रश्न 15.
प्रकाश-संश्लेषण क्रिया का समीकरण सहित वर्णन कीजिए।
अथवा
प्रकाश-संश्लेषण क्रिया को समझाइए।
उत्तर:
प्रकाश-संश्लेषण क्रिया विधि-सभी हरे पौधे पर्णहरिम की सहायता से सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में कार्बन डाइ-ऑक्साइड एवं जल का उपयोग करके ग्लूकोज बनाते हैं। इस क्रिया के फलस्वरूप ऑक्सीजन गैस एक सह-उत्पाद के रूप में प्राप्त होती है। प्रकाश-संश्लेषण क्रिया एक जैवरासायनिक अभिक्रिया है जिसमें जल का ऑक्सीकरण होता है तथा कार्बन डाइ-ऑक्साइड का अपचयन होता है।

रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 16.
वृक्क (Kidneys) में मूत्र बनने की प्रक्रिया समझाइए।
उत्तर:
वृक्क में मूत्र बनने की प्रक्रिया-वृक्क में वृक्कीय धमनी द्वारा रक्त पहुँचाता है। वृक्कीय धमनी से रक्त असंख्य कुण्डलित कोशिका-गुच्छों में पहुँचता है जो बोमन सम्पुट में स्थित होते हैं। यहीं रक्त का छानन होता है, जिसमें ग्लूकोज, विलेय लवण, यूरिया तथा यूरिक अम्ल जल में घुला होता है। यह छनित द्रव अत्यन्त छोटी-छोटी नलिकाओं से गुजरता है जहाँ ग्लूकोज एवं अन्य उपयोगी लवण पुनः अवशोषित करके वृक्कीय शिराओं द्वारा पुनः रक्त में वापस भेज दिए जाते हैं। शेष बचा द्रव ‘मूत्र’ कहलाता है। इस प्रकार वृक्क में मूत्र बनने की प्रक्रिया होती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 17.
पौधों की वृद्धि में मृदा की क्या भूमिका है? समझाइए।
उत्तर:
पौधों की वृद्धि में मृदा की आवश्यकता-मृदा में अनेक खनिज होते हैं तथा जल के अधिशोषण की क्षमता होती है। पौधों की जड़ों द्वारा जल एवं खनिजों का अवशोषण करके पौधों के ऊपरी भाग (पत्तियों) तक उनका संवहन कर दिया जाता है। मृदा जड़ की कोशिकाओं को श्वसन के लिए ऑक्सीजन उपलब्ध कराती है।

पत्तियाँ जड़ों द्वारा अवशोषित जल एवं वायुमण्लीय कार्बन डाइऑक्साइड का सौर-प्रकाश तथा क्लोरोफिल की उपस्थिति में प्रकाश-संश्लेषण द्वारा कार्बोहाइड्रेट का निर्माण करती हैं जिससे पौधों को पोषण मिलता है। खनिज विभिन्न प्रकार से पौधों की वृद्धि में सहायक होते हैं। नाइट्रोजन से विभिन्न प्रकार के प्रोटीन्स बनते हैं जो पौधों की नवीन कोशिकाओं एवं हॉर्मोन्स का निर्माण करती हैं जो पौधों की वृद्धि एवं फलने-फूलने के लिए अति-आवश्यक होते हैं। यह सहजीविता में सहयोग देती है।

इस प्रकार मृदा पौधों की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अतिरिक्त मृदा पौधों को अपने अन्दर साधे रहती है।

प्रश्न 18.
जीवों में ग्लूकोज के विखण्डन के विभिन्न पथों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

MP Board Class 10th Science Chapter 6 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
मानव के आहार नाल (पाचन तन्त्र) का चित्र बनाकर निम्न को नामांकित कीजिएमुख, ग्रसनी, आमाशय, आन्त्र।
अथवा
मानव के आहार नाल का नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर:
मनुष्य के आहार नाल (पाचन तन्त्र) का नामांकित चित्र –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
मनुष्य में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन एवं वसा का पाचन कैसे होता है? वर्णन कीजिए।
अथवा
मानव में होने वाली पाचन क्रिया को समझाइए।
उत्तर:
मनुष्य की पाचन क्रिया (Digestion in Human):
मनुष्य की पाचन क्रिया निम्नलिखित चरणों में विभिन्न अंगों में परिपूर्ण होती है –
(1) मुखगुहा में पाचन क्रिया (Digestion in Mouth Cavity):
मनुष्य मुख के द्वारा भोजन ग्रहण करता है। मुख में स्थित दाँत भोजन के कणों को चबाते हैं जिससे भोज्य पदार्थ छोटे-छोटे कणों में विभक्त हो जाता है। लार ग्रन्थियों से निकली लार भोजन में अच्छी तरह मिल जाती है। लार में उपस्थित एन्जाइम भोज्य पदार्थ में उपस्थित मंड (स्टार्च) को शर्करा (ग्लूकोज) में बदल देता है। भोजन को चिकना और लुग्दीदार बना देता है जिससे भोजन ग्रसिका में होकर आसानी से आमाशय में पहुँच जाता है।

(2) आमाशय में पाचन क्रिया (Digestion in Stomach):
जब भोजन आमाशय में पहुँचता है तो वहाँ भोजन का मंथन होता है जिससे भोजन और छोटे-छोटे कणों में टूट जाता है। भोजन में नमक का अम्ल मिलता है जो माध्यम को अम्लीय बनाता है तथा भोजन को सड़ने से रोकता है। आमाशयी पाचक रस में उपस्थित एन्जाइम प्रोटीन को छोटे-छोटे अणुओं में तोड़ देते हैं।

(3) ग्रहणी में पाचन (Digestion in Duodenum):
आमाशय में पाचन के बाद जब भोजन ग्रहणी में पहुँचता है तो यकृत से आया पित्तरस भोजन से अभिक्रिया करके वसा का पायसीकरण कर देता है तथा माध्यम को क्षारीय बनाता है जिससे अग्न्याशय से आये पाचक रस में उपस्थित एन्जाइम क्रियाशील हो जाते हैं और ये भोजन में उपस्थित प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट एवं वसा का पाचन कर देते हैं।

(4) क्षुद्रान्त्र में पाचन (Digestion in Ileum):
ग्रहणी में पाचन के बाद जब भोजन क्षुद्रान्त्र में पहुँचता है तो वहाँ आन्त्रिक रस में उपस्थित एन्जाइम बचे हुए अपचित प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट तथा वसा का पाचन कर देते हैं। आन्त्र की विलाई द्वारा पचे हुए भोजन का अवशोषण कर लिया जाता है तथा अवशोषित भोजन . रक्त में पहुँचा दिया जाता है।

प्रश्न 3.
मानव के आहार नाल (पाचन तन्त्र) का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मानव के आहार नाल (पाचन तन्त्र) का वर्णन-मानव के आहार नाल (पाचन तन्त्र) में निम्न भाग होते हैं –
(1) मुखगुहा:
मुखगुहा में दाँतों का कार्य भोजन को चबाना है। लार ग्रन्थियों का कार्य लार का स्रावण करना है जिसमें पाचक एन्जाइम होता है। जिह्वा का कार्य भोजन में लार को अच्छी तरह मिलाकर लुग्दी बनाना है।

(2) ग्रसिका:
यह मुख गुहा और आमाशय के बीच का नलिका के आकार का भाग होता है जिसके द्वारा मुखगुहा से लुग्दीदार भोजन आमाशय में पहुँचता है।

(3) आमाशय:
यह आहार नाल का सबसे चौड़ा थैलीनुमा भाग होता है जिसकी दीवारों में आमाशयी ग्रन्थियाँ होती हैं जिनसे हाइड्रोक्लोरिक अम्ल म्यूकस एवं पाचक एन्जाइम रेनिन एवं पेप्सिन का स्रावण होता है।

(4) आन्त्र: यह आहार नाल का सबसे लम्बा भाग होता है जिसके तीन भाग होते हैं –

  1. ग्रहणी (ड्यूओडिनम)-इसमें पैन्क्रियाज से स्रावित पाचक एन्जाइम मिलते हैं तथा पित्ताशय द्वारा पित्त रस मिलता है।
  2. क्षुद्रान्त्र-यह आन्त्र का सबसे लम्बा कुण्डली के आकार का भाग होता है जिसमें भोजन का पूर्ण पाचन होता है तथा विलाई द्वारा पचे भोजन का अवशोषण कर लिया जाता है जिसे रक्त वाहिकाओं में भेज दिया जाता है।
  3. वृहदान्त्र-यहाँ भोजन से अतिरिक्त जल का अवशोषण कर लिया जाता है तथा शेष अवशिष्ट गुदा मार्ग द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है।

प्रश्न 4.
मानव के श्वसन तन्त्र का स्वच्छ नामांकित चित्र बनाइए।
उत्तर:
मानव के श्वसन तन्त्र का नामांकित चित्र –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
मानव हृदय के द्वारा रक्त के संवहन की प्रक्रिया समझाइए।
अथवा
मनुष्य के हृदय की कार्यविधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
मानव हृदय की कार्यविधि (Function of Human Heart):
शरीर के विभिन्न भागों से अशुद्ध रक्त शिराओं द्वारा एकत्रित होकर महाशिरा के द्वारा हृदय के दाएँ अलिन्द में एकत्रित होता है, जो त्रिवलनी कपाट द्वारा दाएँ निलय में पहुँच जाता है। फुफ्फुसीय शिरा द्वारा फेफड़ों से शुद्ध रक्त बाएँ अलिन्द में
आता है, जो द्विवलनी वाल्व द्वारा बाएँ निलय में चला जाता है। दाएँ निलय से अशुद्ध रक्त शुद्ध होने के लिए फुफ्फुसीय धमनी द्वारा फेफड़ों में भेज दिया जाता है तथा बाएँ निलय से शुद्ध रक्त महाधमनी द्वारा शरीर के विभिन्न भागों को भेज दिया जाता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

हृदय निरन्तर धड़कता (संकुचन तथा विमोचन) रहता है, जिसके फलस्वरूप यह रक्त को सारे शरीर में पम्प करता है। जब बाएँ अलिन्द में फुफ्फुस से शुद्ध रक्त आ जाता है तो दोनों अलिन्द एक साथ सिकुड़कर अपने रक्त को क्रमशः दाएँ तथा बाएँ निलय में भेज देते हैं। अब दोनों निलय एक साथ सिकुड़ते हैं। दाहिने निलय का अशुद्ध रक्त फुफ्फुसीय महाधमनी द्वारा फेफड़ों में शुद्धीकरण के लिए चला जाता है और बाएँ निलय का शुद्ध रक्त बार्टी महाधमनी द्वारा सारे शरीर में पम्प कर दिया जाता है। निलयों के सिकुड़ने की आवाजें ही हृदय की धड़कन के रूप में सुनाई देती हैं। सामान्य मनुष्य का हृदय 1 मिनट में 75 से 80 बार धड़कता है।

प्रश्न 6.
मानव के उत्सर्जन तन्त्र का नामांकित चित्र बनाइए। (2019)
उत्तर:
मानव के उत्सर्जन तन्त्र का नामांकित चित्र –

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MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण

MP Board Class 10th Science Chapter 5 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न शृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 91

प्रश्न 1.
क्या डोबेराइनर के त्रिक, न्यूलैण्ड के अष्टक के स्तम्भ में भी पाए जाते हैं? तुलना करके पता कीजिए।
उत्तर:
हाँ, पाए जाते हैं।

प्रश्न 2.
डोबेराइनर के वर्गीकरण की क्या सीमाएँ हैं?
उत्तर:
डोबेराइनर के वर्गीकरण की सीमाएँ-डोबेराइनर केवल तीन ही त्रिक बना सके, अन्य तत्वों का वर्गीकरण त्रिकों में नहीं हुआ।

प्रश्न 3.
न्यूलैण्ड के अष्टक सिद्धान्त की क्या सीमाएँ हैं? (2019)
उत्तर:
न्यूलैण्ड के अष्टक सिद्धान्त की सीमाएँ:

  1. यह सिद्धान्त भारी तत्वों पर लागू नहीं था।
  2. अक्रियशील उत्कृष्ट गैसों को सम्मिलित करने पर अष्टक सिद्धान्त मेल नहीं खाता।
  3. कुछ असमान तत्वों को एक साथ रख दिया गया है।
  4. यह सिद्धान्त केवल कैल्सियम तक लागू होता है।

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 94

प्रश्न 1.
मैण्डलीफ की आवर्त सारणी का उपयोग कर निम्नलिखित तत्वों के ऑक्साइड के सूत्र का अनुमान कीजिए –
K, C, Al, Si, Ba
उत्तर:
ऑक्साइड O की संयोजकता 6 – 8 = – 2 है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

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प्रश्न 2.
गैलियम के अतिरिक्त अब तक कौन-कौन से तत्वों का पता चला है जिसके लिए मैण्डलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में खाली स्थान छोड़ दिया था? दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:

  1. स्कैण्डियम।
  2. जर्मेनियम।

प्रश्न 3.
मैण्डलीफ ने अपनी आवर्त सारणी तैयार करने के लिए कौन-सा मापदण्ड अपनाया?
उत्तर:
मैण्डलीफ ने अपनी आवर्त सारणी तैयार करने के लिए तत्वों के परमाणु द्रव्यमान एवं उनके भौतिक तथा रासायनिक गुणों की आवर्तता का मापदण्ड अपनाया।

प्रश्न 4.
आपके अनुसार उत्कृष्ट गैसों को अलग समूह में क्यों रखा गया?
उत्तर:
चूँकि उत्कृष्ट गैसें अक्रियाशील हैं तथा प्रकृति में ये केवल वायुमण्डल में बहुत कम मात्रा में पाई जाती हैं। इनका पता आवर्त सारणी के बनने के बाद चला तथा ये अन्य तत्वों से सर्वदा भिन्न थीं इसलिए आवर्त सारणी को छेड़े बिना इन्हें अलग समूह में रखा गया।

प्रश्न शृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 100

प्रश्न 1.
आधुनिक आवर्त सारणी द्वारा किस प्रकार से मैण्डलीफ की आवर्त सारणी की विविध विसंगतियों को दूर किया गया?
उत्तर:
आधुनिक सारणी में आधार परमाणु द्रव्यमान के स्थान पर परमाणु क्रमांक को माना गया तथा इसका दीर्घ रूप होने से मैण्डलीफ की आवर्त सारणी की विसंगतियाँ प्रायः दूर हो गईं।

प्रश्न 2.
मैग्नीशियम की तरह रासायनिक अभिक्रियाशीलता दिखाने वाले दो तत्वों के नाम लिखिए। आपके चयन का क्या आधार है?
उत्तर:

  1. कैल्सियम।
  2. स्ट्रॉन्शियम।

ये दोनों तत्व मैग्नीशियम के साथ समूह दो के तत्व हैं तथा इनकी बाहरी कोश में दो संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं। ये धनात्मक संयोजी हैं।

प्रश्न 3.
निम्नलिखित के नाम बताइए –

  1. तीन तत्वों जिनके सबसे बाहरी कोश में एक इलेक्ट्रॉन हो।
  2. दो तत्वों जिनके के सबसे बाहरी कोश में दो इलेक्ट्रॉन हों।
  3. तीन तत्वों जिनका बाहरी कोश पूर्ण हों।

उत्तर:
1.

  • लीथियम (Li)।
  • सोडियम (Na)।
  • पोटैशियम (K)।

2.

  • मैग्नीशियम (Mg)।
  • कैल्सियम (Ca)।

3.

  • हीलियम (He)।
  • निऑन (Ne)।
  • आर्गन (Ar)।

प्रश्न 4.
लीथियम, सोडियम, पोटैशियम ये सभी धातुएँ जल से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस मुक्त करती हैं। क्या इन तत्वों के परमाणुओं में कोई समानता है?
हीलियम एक अक्रियाशील गैस है, जबकि निऑन की अभिक्रियाशीलता अत्यन्त कम है। इनके परमाणुओं में कोई समानता है?
उत्तर:

  • इनके परमाणुओं के बाह्यतम कोश में एक-एक इलेक्ट्रॉन हैं।
  • इनके परमाणुओं के बाह्यतम कोश संतृप्त हैं।

प्रश्न 5.
आधुनिक आवर्त सारणी में पहले दस तत्वों में कौन-सी धातुएँ हैं?
उत्तर:
पहले दस तत्वों में लीथियम (Li) एवं बेरीलियम (Be) दो धातुएँ हैं।

प्रश्न 6.
आवर्त सारणी में इनके स्थान के आधार पर इनमें से किस तत्व में सबसे अधिक धात्विक अभिलक्षण की विशेषता है?
Ga, Ge, As, Se, Be.
उत्तर:
Be.

MP Board Class 10th Science Chapter 5 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
आवर्त सारणी में बाईं से दाईं ओर जाने पर, प्रवृत्तियों के बारे में कौन-सा कथन असत्य
(a) तत्वों की धात्विक प्रकृति घटती है।
(b) संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या बढ़ जाती है।
(c) परमाणु आसानी से इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं।
(d) इनके ऑक्साइड अधिक अम्लीय हो जाते हैं।
उत्तर:
(c) परमाणु आसानी से इलेक्ट्रॉन का त्याग करते हैं।

प्रश्न 2.
तत्व X, XCl2 सूत्र वाला एक क्लोराइड बनाता है जो एक ठोस है तथा जिसका गलनांक अधिक है। आवर्त सारणी में यह तत्व सम्भवतः किस समूह के अन्तर्गत होगा?
(a) Na
(b) Mg
(c) Al
(d) Si
उत्तर:
(b) Mg

प्रश्न 3.
किस तत्व में –

  1. किस दो कोश हैं तथा दोनों इलेक्ट्रॉनों से पूरित हैं?
  2. इलेक्ट्रॉन विन्यास 2, 8, 2 है?
  3. कुल तीन कोश हैं तथा संयोजकता कोश में चार इलेक्ट्रॉन हैं।
  4. कुल दो कोश हैं तथा संयोजकता कोश में तीन इलेक्ट्रॉन हैं।
  5. दूसरे कोश में पहले कोश से दो गुने इलेक्ट्रॉन हैं।

उत्तर:

  1. निऑन (Ne)।
  2. मैग्नीशियम (Mg)।
  3. सिलिकॉन (Si)।
  4. बोरॉन (B)।
  5. कार्बन (C)।

प्रश्न 4.
(a) आवर्त सारणी में बोरॉन के स्तम्भ के सभी तत्वों के कौन-से गुणधर्म समान हैं?
(b) आवर्त सारणी में फ्लुओरीन के स्तम्भ के सभी तत्वों के कौन-से गुणधर्म समान हैं?
उत्तर:
(a)

  1. इन सभी तत्वों के बाह्यतम कोश में तीन संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं।
  2. ये सभी तीन इलेक्ट्रॉन त्यागकर तीन धनावेशों युक्त धनायन बनाते हैं।
  3. ये सभी त्रिसंयोजक हैं।

(b)

  1. सभी तत्वों के बाह्यतम कोश में सात इलेक्ट्रॉन हैं।
  2. सभी तत्व एक इलेक्ट्रॉन ग्रहण करके एक इकाई आवेशयुक्त ऋणायन बनाते हैं।
  3. सभी हैलोजेन कहलाते हैं तथा धातुओं के हैलाइड बनाते हैं।
  4. सभी हाइड्रोजन से संयुक्त होकर हैलोजेनिक अम्ल बनाते हैं।

प्रश्न 5.
एक परमाणु का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 7 है –

  1. इस तत्व की परमाणु संख्या क्या है?
  2. निम्नलिखित में किस तत्व के साथ इसकी रासायनिक समानता होती है? (परमाणु संख्या कोष्ठक में दी गई है।): N (7), F (9), P(15), Ar (18)।

उत्तर:

  1. परमाणु संख्या = 17 है।
  2. F(9) जहाँ 9 = 2, 7

प्रश्न 6.
आवर्त सारणी में तीन तत्व A, B तथा C की स्थिति निम्न प्रकार है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

अब बताइए कि –
(a) A धातु है या अधातु।
(b) A की अपेक्षा C अधिक अभिक्रियाशील है या कम।
(c) C का साइज B से बड़ा होगा या छोटा।
(d) तत्व A किस प्रकार के आयन धनायन या ऋणायन बनाएगा?
उत्तर:
(a) A अधातु है।
(b) A की अपेक्षा C कम क्रियाशील है।
(c) C का साइज B से छोटा होगा।
(d) A ऋणायन बनाएगा।

प्रश्न 7.
नाइट्रोजन (परमाणु संख्या 7) तथा फॉस्फोरस (परमाणु संख्या 15) आवर्त सारणी के समूह 15 के सदस्य हैं। इन दोनों तत्वों का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास लिखिए। इनमें से कौन-सा तत्व अधिक ऋण विद्युत होगा? और क्यों?
उत्तर:
N 7 = 2, 5; P 15 = 2, 8, 5
नाइट्रोजन तत्व फॉस्फोरस तत्व से अधिक ऋण विद्युती होगा, क्योंकि इस समूह में ऊपर से नीचे जाने पर तत्वों की इलेक्ट्रॉन ग्रहण करने की प्रवृत्ति कम होती जाती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 8.
तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का आधुनिक आवर्त सारणी में तत्व की स्थिति से क्या सम्बन्ध है?
उत्तर:
तत्वों के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास का आधुनिक आवर्त सारणी में तत्वों की स्थिति से गहरा सम्बन्ध है। कोशों की कुल संख्या से तत्व का आवर्त निर्धारित होता है और संयोजी इलेक्ट्रॉनों से तत्व का समूह निर्धारित होता है।

प्रश्न 9.
आधुनिक आवर्त सारणी में कैल्सियम (परमाणु संख्या 20) के चारों ओर 12, 19, 21 तथा 38 परमाणु संख्या वाले तत्व स्थित हैं। इनमें से किन तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्म कैल्सियम के समान हैं?
उत्तर:
परमाणु संख्या 12 एवं 38 वाले तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्म कैल्सियम के समान

प्रश्न 10.
आधुनिक आवर्त सारणी और मैण्डलीफ की आवर्त सारणी में तत्वों की व्यवस्था की तुलना कीजिए।
उत्तर:
आधुनिक दीर्घाकार आवर्त सारणी में उपसमूह A और B को अलग-अलग कर दिया गया जिससे मैण्डलीफ की आवर्त सारणी में भिन्न गुणों वाली क्षार धातुएँ तथा क्षारीय मुद्रा धातुएँ अलग-अलग हो गईं। इस प्रकार यह विसंगति दूर हो गई। इस सारणी में कुल 18 समूह बनाए गए जिसमें उत्कृष्ट तत्वों (अक्रियशील गैसों) को पृथक् 18वाँ समूह मिल गया। आधुनिक आवर्त सारणी का आधार परमाणु द्रव्यमान के स्थान पर परमाणु क्रमांक को दिया गया जिससे समस्थानिकों एवं समभारिकों की विसंगतियाँ दूर हो गईं तथा भारी तत्वों के पहले आने की विसंगति भी स्वयं दूर हो गई है। शेष हाइड्रोजन, एक्टिनाइड श्रेणी एवं लैन्थेनाइड श्रेणी की यथास्थिति है। सभी बाद में खोजे गए तत्वों को इस सारणी में उपयुक्त स्थान मिल चुका है। इससे 6 के स्थान पर 7 आवर्त हैं।

MP Board Class 10th Science Chapter 5 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 5 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
किस तत्व तक अष्टक नियम उपयोगी है?
(a) ऑक्सीजन।
(b) कैल्सियम।
(c) कोबाल्ट।
(d) पोटैशियम।
उत्तर:
(b) कैल्सियम।

प्रश्न 2.
मैण्डलीफ के आवर्त नियम के अनुसार तत्वों को आवर्त तालिका में व्यवस्थित किया गया क्रय
(a) बढ़ते परमाणु क्रमांक।
(b) घटते परमाणु क्रमांक।
(c) बढ़ते परमाणु द्रव्यमान।
(d) घटते परमाणु द्रव्यमान।
उत्तर:
(c) बढ़ते परमाणु द्रव्यमान।

प्रश्न 3.
मैण्डलीफ की आवर्त तालिका में कुछ रिक्त स्थान भविष्य में खोजे जाने वाले तत्वों के लिए छोड़े गए। निम्न में से किस तत्व को आवर्त तालिका में स्थान मिला?
(a) जर्मेनियम।
(b) क्लोरीन।
(c) ऑक्सीजन।
(d) सिलिकॉन।
उत्तर:
(a) जर्मेनियम।

प्रश्न 4.
निम्न में से कौन से कथन आधुनिक आवर्त तालिका के सन्दर्भ में असत्य हैं –
(i) आधुनिक आवर्त तालिका में तत्वों को उनके घटते परमाणु क्रमांक के क्रम में व्यवस्थित किया गया है।
(ii) आधुनिक आवर्त तालिका में तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु द्रव्यमान के क्रम में व्यवस्थित किया गया है।
(iii) आवर्त तालिका में समस्थानिकों को आसन्न समूहों में रखा गया है।
(iv) आधुनिक आवर्त तालिका में तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु क्रमांक के क्रम में रखा गया है।
(a) केवल (i)
(b) (i), (ii) एवं (iii)
(c) (i), (ii) एवं (iv)
(d) केवल (iv)।
उत्तर:
(b) (i), (ii) एवं (iii)

प्रश्न 5.
निम्नलिखित में कौन-सा कथन आधुनिक आवर्त तालिका के सन्दर्भ में सत्य है?
(a) इसमें 18 क्षैतिज पंक्तियाँ हैं जो आवर्त कहलाते हैं।
(b) इसमें 7 ऊर्ध्वाधर स्तम्भ हैं जो आवर्त कहलाते हैं।
(c) इसमें 18 ऊर्ध्वाधर स्तम्भ हैं जो समूह कहलाते हैं।
(d) इसमें 7 क्षैतिज पंक्तियाँ हैं जो समूह कहलाती हैं।
उत्तर:
(c) इसमें 18 ऊर्ध्वाधर स्तम्भ हैं जो समूह कहलाते हैं।

प्रश्न 6.
दिए हुए तत्वों A, B, C, D एवं E जिनके परमाणु क्रमांक क्रमश: 2, 3, 7, 10 एवं 30 समान समूह के तत्व हैं?
(a) A, B, C
(b) B, C, D
(c) A, D, E
(d) B, D, E
उत्तर:
(b) B, C, D

प्रश्न 7.
दिए हुए तत्व A, B, C, D एवं E के परमाणु क्रमांक क्रमश: 9, 11, 17, 12 एवं 13 हैं। निम्न में से कौन-सा युग्म समान समूह का है?
(a) A एवं B
(b) B एवं D
(c) A एवं C
(d) D एवं E
उत्तर:
(c) A एवं C

प्रश्न 8.
आधुनिक आवर्त तालिका में इलेक्ट्रॉन विन्यास 2, 8 वाले तत्व की क्या स्थिति होगी?
(a) समूह 8
(b) समूह 2
(c) समूह 18
(d) समूह 10
उत्तर:
(c) समूह 18

प्रश्न 9.
सभी कार्बनिक यौगिकों का सबसे अधिक महत्वपूर्ण तत्व सम्बन्धित है –
(a) समूह 1 से।
(b) समूह 14 से।
(c) समूह 15 से।
(d) समूह 16 से।
उत्तर:
(b) समूह 14 से।

प्रश्न 10.
आवर्त 2 के तत्वों की बाह्यतम कक्षा कौन-सी है?
(a) K कोश।
(b) L कोश।
(c) M कोश।
(d) N कोश।
उत्तर:
(b) L कोश।

प्रश्न 11.
निम्न में से कौन-सा तत्व सर्वाधिक संयोजी इलेक्ट्रॉन रखता है?
(a) Na
(b) Al
(c) Si
(d) P
उत्तर:
(d) P

प्रश्न 12.
निम्न में से कौन-सा क्रम तत्वों O, F एवं N की परमाणु त्रिज्याओं के सही बढ़ते क्रम को प्रदर्शित करता है?
(a) O, F, N
(b) N, F, O
(c) O, N, F
(d) F, O, N
उत्तर:
(d) F, O, N

प्रश्न 13.
निम्नलिखित में से कौन-सा तत्व सर्वाधिक परमाणु त्रिज्या रखता है?
(a) Na
(b) Mg
(c) K
(d) Ca
उत्तर:
(c) K

प्रश्न 14.
निम्न में से कौन-सा तत्व आसानी से एक इलेक्ट्रॉन त्यागेगा?
(a) Mg
(b) Na
(c) K
(d) Ca
उत्तर:
(c) K

प्रश्न 15.
निम्न में से कौन-सा तत्व आसानी से इलेक्ट्रॉन त्यागता है?
(a) Na
(b) F
(c) Mg
(d) Al
उत्तर:
(b) F

प्रश्न 16.
निम्न में से कौन-सी विशेषताएँ किसी तत्व के समस्थानिकों से सम्बन्धित हैं?
(i) एक तत्व के सभी समस्थानिकों के परमाणु द्रव्यमान समान होते हैं।
(ii) एक तत्व के सभी समस्थानिकों के परमाणु क्रमांक समान होते हैं।
(iii) एक तत्व के सभी समस्थानिक समान भौतिक गुणों का प्रदर्शन करते हैं।
(iv) एक तत्व के सभी समस्थानिक समान रासायनिक गुणों का प्रदर्शन करते हैं।
(a) (i), (ii) एवं (iii)
(b) (ii), (iii) एवं (iv)
(c) (ii) एवं (iii)
(d) (i) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (i) एवं (iv)

प्रश्न 17.
निम्न तत्वों को उनके घटते धात्विक गुणों के क्रम में व्यवस्थित कीजिए Na, Si, Cl, Mg, Al.
(a) Cl > Si >Al > Mg > Na
(b) Na > Mg >Al > Si > Cl
(c) Na > Al > Mg > Cl > Si
(d) Al > Na > Si > Ca > Mg
उत्तर:
(b) Na > Mg >Al > Si > Cl

प्रश्न 18.
निम्न तत्वों को उनके बढ़ते अधात्विक गुणों के क्रम में व्यवस्थित कीजिए Li, O, C, Be, F.
(a) F < O < C < Be < Li
(b) Li < Be < C < O < F
(c) F < O < C < Be < Li
(d) F < O < Be < C < Li
उत्तर:
(b) Li < Be < C < O < F

प्रश्न 19.
ऐकाऐलुमिनियम किस प्रकार का ऑक्साइड बनाता है?
(a) EO3
(b) E3O2
(c) E2O3
(d) EO
उत्तर:
(c) E2O3

प्रश्न 20.
तीन तत्व B, Si एवं Ge हैं –
(a) धातु।
(b) अधातु।
(c) उपधातु।
(d) क्रमश: धातु. अधातु एवं उपधातु।
उत्तर:
(c) उपधातु

प्रश्न 21.
निम्न में से कौन-सा तत्व अम्लीय ऑक्साइड बनाता है?
(a) परमाणु क्रमांक 7 वाला तत्व।
(b) परमाणु क्रमांक 3 वाला तत्व।
(c) परमाणु क्रमांक 12 वाला तत्व।
(d) परमाणु क्रमांक 19 वाला तत्व।
उत्तर:
(a) परमाणु क्रमांक 7 वाला तत्व।

प्रश्न 22.
परमाणु क्रमांक 14 वाला तत्व कठोर है तथा अम्लीय ऑक्साइड एवं सहसंयोजी हैलाइड बनाता है। वह तत्व निम्नलिखित में से किस वर्ग का तत्व है?
(a) धातु।
(b) उपधातु।
(c) अधातु।
(d) वामहस्त तत्व।
उत्तर:
(b) उपधातु।

प्रश्न 23.
निम्न में से कौन एक तत्व की सही परमाणु त्रिज्या को प्रदर्शित करता है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (iii) एवं (iv)
(d) (i) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (ii) एवं (iii)

प्रश्न 24.
आवर्त तालिका के किसी समूह में ऊपर से नीचे जाने पर निम्न में से कौन एक नहीं बढ़ेगा?
(a) परमाणु त्रिज्या।
(b) धात्विक प्रवृत्ति।
(c) संयोजकता।
(d) कोशों की संख्या।
उत्तर:
(c) संयोजकता।

प्रश्न 25.
आवर्त तालिका में एक आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर परमाणु का आकार –
(a) बढ़ता है।
(b) घटता है।
(c) परिवर्तित नहीं होता।
(d) पहले बढ़ता है फिर घटता है।
उत्तर:
(b) घटता है।

प्रश्न 26.
निम्न में से कौन-सा तत्वों का समुच्चय उनकी बढ़ती हुई धात्विकता को दर्शाता है?
(a) Be, Mg, Ca
(b) Na, Li, K
(c) Mg, Al, Si
(d) C, O, N
उत्तर:
(a) Be, Mg, Ca

प्रश्न 27.
आवर्त तालिका में आवर्तों की संख्या होती है –
(a) 4
(b) 6
(c) 7
(d) 8
उत्तर:
(c) 7

प्रश्न 28.
कौन-सा हैलोजेन सर्वाधिक क्रियाशील है?
(a) ब्रोमीन।
(b) क्लोरीन।
(c) फ्लुओरीन।
(d) आयोडीन।
उत्तर:
(c) फ्लुओरीन।

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. “मैण्डलीफ के आवर्त नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके ….. के आवर्ती फलन होते हैं।”
  2. आधुनिक आवर्त नियम के अनुसार, तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके ………… के आवर्ती फलन होते हैं।
  3. दीर्घ रूप आवर्त सारणी को ………. आवर्त सारणी कहते हैं।
  4. आवर्त सारणी में ऊर्ध्वाधर स्तम्भ …………. कहलाते हैं।
  5. आवर्त सारणी में क्षैतिज पंक्तियाँ ……….. कहलाती हैं।
  6. आधुनिक आवर्त सारणी में ………… समूह हैं। (2019)

उत्तर:

  1. परमाणु द्रव्यमान।
  2. परमाणु क्रमांक।
  3. आधुनिक।
  4. समूह (ग्रुप)।
  5. आवर्त।
  6. अट्ठारह (18)।

जोड़ी बनाइए

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (b)

सत्य/असत्य कथन

  1. क्षैतिज पंक्तियाँ समूह कहलाती हैं।
  2. समूह एक के तत्व क्षार धातुएँ कहलाती हैं।
  3. ऊर्ध्वाधर स्तम्भ आवर्त कहलाते हैं।
  4. समूह 17 के तत्व हेलोजेन कहलाते हैं।
  5. समूह 2 के तत्व मुद्रा धातुएँ कहलाती हैं।

उत्तर:

  1. असत्य।
  2. सत्य।
  3. असत्य।
  4. सत्य।
  5. असत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. आवर्त तालिका का निर्माण किसने किया?
  2. आधुनिक आवर्त तालिका का निर्माण किसने किया?
  3. समूह 2 के तत्वों को क्या कहा जाता है?
  4. प्रथम आवर्त में कितने तत्व हैं?
  5. द्वितीय आवर्त में कितने तत्व हैं?

उत्तर:

  1. मैण्डलीफ।
  2. बोर एवं बरी ने।
  3. क्षारीय मृदा धातुएँ।
  4. दो।
  5. आठ।

MP Board Class 10th Science Chapter 5 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
डोबेराइनर का त्रिक नियम क्या है?
उत्तर:
डोबेराइनर का त्रिक नियम:
डोबेराइनर ने समान गुण रखने वाले तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु द्रव्यमान के क्रम में तीन-तीन के समूह बनाए जिन्हें ‘डोबेराइनर के त्रिक’ कहते हैं। उसने एक नियम दिया जिसके अनुसार “यदि समान गुणों वाले तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु द्रव्यमान के क्रम में तीन-तीन के समूह में व्यवस्थित किया जाए तो बीच वाले तत्व का परमाणु द्रव्यमान शेष दो तत्वों के परमाणु द्रव्यमान का लगभग औसत होता है।”

प्रश्न 2.
न्यूलैण्ड का अष्टक नियम क्या है?
उत्तर:
न्यूलैण्ड का अष्टक नियम:
“यदि तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु द्रव्यमान के क्रम में व्यवस्थित किया जाए तो हर आठवाँ तत्व समान गुण रखता है।”

प्रश्न 3.
मैण्डलीफ का आवर्त नियम क्या है?
उत्तर:
मैण्डलीफ का आवर्त नियम-“तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु द्रव्यमान के आवर्ती फलन होते हैं।”

प्रश्न 4.
मैण्डलीफ की आवर्त सारणी से क्या समझते हो?
उत्तर:
मैण्डलीफ की आवर्त सारणी-“मैण्डलीफ ने तत्वों को एक सारणी में उनके गुणों एवं परमाणु द्रव्यमान के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित किया जिसमें 7 क्षैतिज पंक्तियाँ हैं जिन्हें आवर्त कहते हैं तथा 9 ऊर्ध्व स्तम्भ हैं जिन्हें समूह (वर्ग) कहते हैं (यद्यपि प्रारम्भ में 8 वर्ग थे, लेकिन बाद में अक्रिय गैसों का शून्य समूह और जोड़ दिया गया) यह सारणी मैण्डलीफ की आवर्त सारणी कहलाती है।”

प्रश्न 5.
आधुनिक आवर्त नियम क्या है? इसको किसने प्रतिपादित किया? अथवा मोजले का आधुनिक आवर्त नियम क्या है?
उत्तर:
आधुनिक आवर्त नियम:
मोजले ने एक नियम का प्रतिपादन किया जिसके अनुसार, “तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु क्रमांक के आवर्ती फलन होते हैं।” यह नियम आधुनिक आवर्त नियम कहलाता है।

प्रश्न 6.
नई आधुनिक आवर्त सारणी में समस्थानिकों के स्थान निर्धारण की समस्या कैसे हल होगी?
उत्तर:
चूँकि आधुनिक आवर्त सारणी तत्वों के परमाणु क्रमांकों पर आधारित है और समस्थानिकों के परमाणु क्रमांक समान हैं। इसलिए उनको एक ही समूह में रखना औचित्यपूर्ण है।

प्रश्न 7.
प्रथम एवं द्वितीय समूह के तत्व किस नाम से जाने जाते हैं?
उत्तर:
प्रथम समूह के तत्व क्षार धातुएँ तथा द्वितीय समूह के तत्व क्षारीय मृदा धातुओं के नाम से जाने जाते हैं।

प्रश्न 8.
बाएँ से दाएँ जाने पर किसी आवर्त में आयनन ऊर्जा किस प्रकार परिवर्तित होती है?
उत्तर:
किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर आयनन ऊर्जा में वृद्धि होती है।

प्रश्न 9.
समान गुणों वाले तीन तत्व A, B और C के परमाणु द्रव्यमान क्रमशः X, Y एवं Z हैं। Yका द्रव्यमान लगभग X एवं Z के द्रव्यमानों का औसत मान है। तत्वों की इस प्रकार की व्यवस्था क्या कहलाती है? ऐसे तत्वों के एक समूह का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
तत्वों की उपर्युक्त व्यवस्था डोबेराइनर के त्रिक नाम से जानी जाती है। उदाहरण-लीथियम, सोडियम एवं पोटैशियम।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 10.
तत्वों को उनके बढ़ते परमाणु द्रव्यमान के क्रम में निम्न प्रकार व्यवस्थित किया गया है – F, Na, Mg, Al, Si, P, S, Cl, Ar, K.
(a) तत्वों के समान गुणों वाले दो समूहों का चयन कीजिए।
(b) तत्वों की व्यवस्था का क्रम तत्वों के वर्गीकरण के किस नियम को प्रदर्शित करता है?
उत्तर:
(a)

  1. F एवं Cl
  2.  Na एवं K

(b) न्यूलैण्ड का अष्टक नियम।

प्रश्न 11.
मैण्डलीफ की आवर्त तालिका में तत्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु द्रव्यमान के क्रम में व्यवस्थित किया गया फिर कोबाल्ट जिसका परमाणु दव्यमान 58.93 amu है, क्या निकैल जिसका परमाणु द्रव्यमान 58.71 है, से पहले रखा गया? कारण दीजिए।
उत्तर:
यद्यपि आवर्त तालिका का सृजन परमाणु द्रव्यमान के बढ़ते क्रम के आधार पर किया गया, लेकिन गुणों की समानता और उनकी क्रमबद्धता को भी ध्यान में रखा गया इसलिए कोबाल्ट को निकैल से पहले रखा गया।

प्रश्न 12.
“आधुनिक आवर्त तालिका में हाइड्रोजन का एक विशिष्ट स्थान है।” इस कथन का औचित्य कीजिए।
उत्तर:
हाइड्रोजन प्रथम समूह के तत्व क्षार धातुओं एवं 17वें समूह के तत्व हैलोजेनों से गुणों में समानता रखता है। इसलिए इसका आधुनिक आवर्त तालिका में विशिष्ट स्थान है।

प्रश्न 13.
मैण्डलीफ के द्वारा भविष्यवाणी किए गए तत्वों एका सिलिकॉन एवं एका ऐलुमिनियम के क्लोराइडों के सूत्र लिखिए।
उत्तर:
मैण्डलीफ के द्वारा भविष्यवाणी किए गए तत्व क्रमशः एका-सिलिकॉन जरमेनियम Ge है जिसकी संयोजकता 4 है तथा एका-ऐलुमिनियम गैलियम Ga है जिसकी संयोजकता 3 है। अत: इनके क्लोराइड के सूत्र क्रमश: GeCl4 एवं GaCl3 होंगे।

प्रश्न 14.
अगर एक तत्व X समूह 14 में रखा गया है। इसके क्लोराइड का सूत्र एवं बन्ध की प्रकृति क्या होगी?
उत्तर:
चूँकि तत्व X समूह 14 में रखा गया है। अतः इसकी संयोजकता 14 – 10 = 4 होगी। इसलिए इसके क्लोराइड का सूत्र XCl4 होगा तथा इसके बन्धों की प्रकृति सहसंयोजी होगी।

प्रश्न 15.
दो नमूनों X एवं Y की परमाणु त्रिज्याओं की तुलना कीजिए तथा अपने उत्तर का कारण भी दीजिए।

  1. X में 12 प्रोटॉन एवं 12 इलेक्ट्रॉन हैं।
  2. Y में 12 प्रोटॉन एवं 10 इलेक्ट्रॉन हैं।

उत्तर:
नमूना X एक तत्व है, जबकि Y उसका धनायन। इसलिए X की परमाणु त्रिज्या Y की परमाणु त्रिज्या से अधिक होगी।

प्रश्न 16.
निम्नलिखित धातुओं को उनके धात्विक गुणों के आरोही क्रम में व्यवस्थित कीजिए Mg, Ca, K, Ge, Ga.
उत्तर:
Ge < Ga < Mg < Ca < K.

प्रश्न 17.
संयोजकता को परिभाषित कीजिए। (2019)
उत्तर:
संयोजकता:
“किसी तत्व की दूसरे किसी तत्व से संयुक्त होने की प्रवृत्ति उस तत्व की संयोजकता कहलाती है।” दूसरे शब्दों में, “इलेक्ट्रॉनों की वह संख्या जो किसी तत्व के परमाणु द्वारा स्थायी संरचना प्राप्त करने हेतु दी या ली जाती है अथवा साझा की जाती है, उस तत्व की संयोजकता कहलाती है।”

MP Board Class 10th Science Chapter 5 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
दो तत्व ‘P’ और ‘Q’ आधुनिक आवर्त सारणी के एक ही आवर्त के क्रमशः समूह-1 और समूह-2 के सदस्य हैं। इनके निम्नलिखित लक्षणों/गुणधर्मों की तालिका के रूप में तुलना कीजिए –
(a) इनके परमाणुओं में इलेक्ट्रॉनों की संख्या।
(b) इनके परमाणुओं का साइज।
(c) इनकी धात्विक प्रकृति।
(d) इनकी इलेक्ट्रॉन त्यागने की प्रवृत्ति।
(e) इनके ऑक्साइडों के सूत्र।
(f) इनके क्लोराइडों के सूत्र।
उत्तर:
तत्व ‘P’ एवं ” के दिए हुए लक्षणों/गुणधर्मों के आधार पर तुलना –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
परमाणु क्रमांक 16 के तत्व का उदाहरण लेकर स्पष्ट कीजिए कि आधुनिक आवर्त सारणी में किसी तत्व का स्थान उस तत्व के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास से किस प्रकार सम्बन्धित होता है तथा किसी तत्व के परमाणु क्रमांक के आधार पर उसकी संयोजकता किस प्रकार परिकलित की जाती है।
उत्तर:
परमाणु क्रमांक 16 वाले तत्व का इलेक्ट्रॉनिक विन्यास 2, 8, 6 है –
(1) तत्व के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास में उपस्थित कोशों (कक्षाओं) की संख्या उस तत्व का आधुनिक आवर्त तालिका में आवर्त की संख्या को निर्धारित करती है। जैसे उक्त तत्व का आवर्त 3 है।

(2) प्रथम आवर्त होने पर अर्थात् केवल एक कोश होने पर यदि संयोजी इलेक्ट्रॉन एक है तो प्रथम समूह और यदि दो संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं तो समूह 18 होगा।
द्वितीय अथवा तृतीय आवर्त अर्थात् दो अथवा तीन कोश होने पर संयोजी इलेक्ट्रॉन 1 से 8 तक क्रमशः प्रथम, द्वितीय, 13वाँ, 14वाँ, 15वाँ, 16वाँ, 17वाँ एवं 18वाँ, समूह होगा।
यहाँ परमाणु संख्या 16 का विन्यास 2, 8, 6 है जो तृतीय आवर्त का तत्व है तथा संयोजी इलेक्ट्रॉन 6 है इसलिए यह 16वें समूह का तत्व है।

(3) परमाणु क्रमांक से उसका इलेक्ट्रॉनिक विन्यास ज्ञात करने पर यदि संयोजी इलेक्ट्रॉन (बाह्यतम कोश में उपस्थित इलेक्ट्रॉनों की संख्या) यदि 4 या इससे कम है तो वही संख्या उसकी संयोजकता होगी। यदि 5 या 5 से अधिक है तो उस संख्या में से 8 घटाने पर प्राप्त संख्या ही उसकी संयोजकता होगी।

प्रश्न 3.
कोई तत्व ‘X’ आधुनिक आवर्त सारणी के तीसरे आवर्त और 16वें समह में स्थित है।
(a) ‘X’ में संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या तथा इसकी संयोजकता निर्धारित कीजिए।
(b) ‘X’ की हाइड्रोजन के साथ अभिक्रिया द्वारा बने यौगिक का अणुसूत्र लिखिए तथा इसकी इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना खींचिए।
(c) तत्व ‘X’ का नाम लिखिए तथा उल्लेख कीजिए कि यह तत्व धातु है अथवा अधातु है।
उत्तर:
चूँकि तत्व ‘X’ आधुनिक आवर्त सारणी के तृतीय आवर्त एवं 16वें समूह का तत्व है। इसलिए इसकी परमाणु संख्या एवं इलेक्ट्रॉन संख्या 16 है जिसका इलेक्ट्रॉन विन्यास 16 = 2, 8, 6 है।
(a) ‘X’ में संयोजकता इलेक्ट्रॉनों की संख्या = 6
एवं संयोजकता = 6 – 8 = – 2
(b) ‘X’ की हाइड्रोजन के साथ बने यौगिक का अणुसूत्र = H2X
(c) तत्व X का नाम = सल्फर (S)
यह एक अधातु तत्व है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 4.
किसी तत्व ‘X’ की द्रव्यमान संख्या 35 तथा इसके न्यूट्रॉनों की संख्या 18 है। ‘X’ की परमाणु संख्या और उसका इलेक्ट्रॉन विन्यास लिखिए। ‘X’ की समूह संख्या, आवर्त संख्या और संयोजकता का उल्लेख भी कीजिए।
उत्तर:
चूँकि ‘X’ की द्रव्यमान संख्या A = 35 एवं न्यूट्रॉनों की संख्या n = 18 अत: उसकी परमाणु संख्या Z = A – n
⇒ Z = 35 – 18 = 17
इलेक्ट्रॉनों की संख्या = द्रव्यमान संख्या = 17
इलेक्ट्रॉन विन्यास 17 = 2, 8, 7
X की समूह संख्या = 17
X की आवर्त संख्या = 3
X की संयोजकता = 7 – 8 = – 1

प्रश्न 5.
आधुनिक आवर्त सारणी में आवों और समूहों की संख्या लिखिए।

  1. किसी आवर्त में बायीं ओर से दायी ओर जाने पर तथा
  2. किसी समूह में ऊपर से नीचे आने पर तत्वों के धात्विक अभिलक्षणों में किस प्रकार का परिवर्तन होता है? अपने उत्तर की कारण सहित पुष्टि कीजिए।

उत्तर:
आधुनिक आवर्त सारणी में आवर्तों की संख्या = 7 एवं समूहों की संख्या = 18 है।

  1. किसी आवर्त में बाईं ओर से दाईं ओर जाने पर धात्विक अभिलक्षणों का ह्रास होता है अर्थात् कमी आती है।
  2. किसी समूह में ऊपर से नीचे की ओर जाने पर धात्विक अभिलक्षणों में वृद्धि होती है।

प्रश्न 6.
Na, Mg एवं Al आधुनिक आवर्त सारणी के तीसरे आवर्त के तत्व हैं जिनकी समूह संख्या क्रमशः 1, 2 और 13 है। इनमें से किस तत्व की –
(a) संयोजकता अधिकतम
(b) परमाणु त्रिज्या अधिकतम
(c) रासायनिक अभिक्रियाशील अधिकतम है?
प्रत्येक के लिए कारण सहित अपने उत्तर की पुष्टि कीजिए।
उत्तर:
चूँकि Na, Mg एवं Al तृतीय आवर्त के क्रमशः समूह 1, 2 एवं 13 के तत्व हैं। इसलिए इनका परमाणु क्रमांक क्रमश: 11, 12 एवं 13 है, जिनका इलेक्ट्रॉन विन्यास निम्नलिखित है
Na = 11 = 2, 8, 1 में संयोजी इलेक्ट्रॉन = 1 अर्थात् संयोजकता = 1
Mg = 12 = 2, 8, 2 में संयोजी इलेक्ट्रॉन = 2 अर्थात् संयोजकता = 2
Al= 13 = 2, 8, 3 में संयोजी इलेक्ट्रॉन = 3 अर्थात् संयोजकता = 3
अतः
(a) अधिकतम 3 संयोजकता वाला तत्व Al है, क्योंकि इसके संयोजकता कोश में सर्वाधिक संयोजी इलेक्ट्रॉन है।
(b) अधिकतम परमाणु त्रिज्या वाला तत्व Na है, क्योंकि किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर उसका साइज अर्थात् परमाणु त्रिज्या कम होती जाती है।
(c) अधिकतम अभिक्रियाशीलता वाला तत्व Na है, क्योंकि किसी आवर्त में 14वें समूह तक अभिक्रियाशीलता घटती है।

प्रश्न 7.
क्या तत्वों के निम्नलिखित समूह डोबेराइनर के त्रिक की तरह वर्गीकृत किए जा सकते है?
(a) Na, Si, Cl
(b) Be, Mg, Ca.
परमाणु द्रव्यमान क्रमशः Be = 9, Na = 23, Mg = 24, Si = 28, Cl= 35 एवं Ca = 40 हैं। सहित व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
(a) नहीं, क्योंकि ये तत्व समान गुणों वाले नहीं हैं, जबकि डोबेराइनर के त्रिक के लिए समान गुणों वाले तत्व होने चाहिए। यद्यपि सिलिकॉन (Si) का परमाणु द्रव्यमान सोडियम (Na) एवं क्लोरीन (Cl) के परमाणु द्रव्यमानों के औसत के लगभग बराबर है।
(b) हाँ, ये डोबेराइनर के त्रिक के रूप में वर्गीकृत किए जा सकते हैं, क्योंकि ये समान गुणों वाले तत्व हैं तथा Be एवं Ca के परमाणु द्रव्यमानों क्रमशः 9 एवं 40 का औसत द्रव्यमान

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

जो Mg के परमाणु द्रव्यमान 24 के लगभग बराबर है।

प्रश्न 8.
तीन तत्व A, B एवं C की बाह्यतम कोश में क्रमशः 3, 4 एवं 2 इलेक्ट्रॉन हैं। इनकी समूह संख्या आधुनिक आवर्त तालिका में क्या होगी जिसमें ये स्थित हैं। इनकी संयोजकताएँ भी बताइए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 9.
निम्न तत्वों को उनके परमाणु त्रिज्याओं के आरोही क्रम (बढ़ते क्रम) में व्यवस्थित कीजिए –
(a) Li, Be, F, N
(b) Cl, At, Br, I.
उत्तर:
(a) चूँकि तत्व Li, Be, F एवं N एक ही आवर्त द्वितीय के तत्व हैं जिनका बाएँ से दाएँ क्रम है Li, Be, N एवं F और चूँकि किसी आवर्त में बाएँ से दाएँ जाने पर परमाणु त्रिज्या (परमाणु साइज) घटती जाती है।
अतः परमाणु त्रिज्या का बढ़ता क्रम F < N < Be < Li है।

(b) चूँकि तत्व Cl, At, Br एवं I एक ही समूह 17 के तत्व हैं जिनका ऊपर से नीचे क्रम है Cl, Br, I एवं At और चूँकि किसी समूह में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु त्रिज्या (परमाणु साइज) बढ़ती जाती है।
अतः परमाणु त्रिज्या का बढ़ता क्रम Cl < Br < I < At है।

प्रश्न 10.
निम्न तत्वों में से जिनके इलेक्ट्रॉनिक विन्यास नीचे दिए गए हैं धातु तत्वों की पहचान करके उनके नाम लिखिए –
(a) 2, 8, 2
(b) 2, 8, 1
(c) 2, 8, 7
(d) 2, 1
उत्तर:
उपर्युक्त में धातु तत्व हैं –
(a) 2, 8, 2
(b) 2, 8, 1
(d) 2, 1
इनके नाम हैं –
(a) मैग्नीशियम।
(b) सोडियम।
(d) लीथियम।

प्रश्न 11.
तत्व A (परमाणु संख्या 19) जब तत्व B (परमाणु संख्या 17) से संयुक्त होकर जो यौगिक बनाता है उसका सूत्र लिखिए। उस यौगिक का इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख खींचिए। बनने वाले आबन्ध की प्रकृति बताइए।
उत्तर:
A तत्व का इलेक्ट्रॉन विन्यास 19 = 2, 8, 8, 1
एवं B तत्व का इलेक्ट्रॉन विन्यास 17 = 2, 8, 7
बनने वाले यौगिक का सूत्र = AB
बनने वाले आबन्ध की प्रकृति सहसंयोजी है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 12.
निम्न प्रगुणों वाले तत्वों की पहचान कीजिए। एवं उन्हें अभिक्रियाशीलता के आरोही (बढ़ते हुए) क्रम में व्यवस्थित कीजिए –
(a) एक तत्व जो मुलायम एवं अधिक अभिक्रियाशील है।
(b) चूना पत्थर की महत्वपूर्ण घटक धातु।
(c) कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहने वाली धातु।
उत्तर:
(a) सोडियम (Na) अथवा पोटैशियम (K)।
(b) कैल्सियम (Ca) एवं
(c) मरकरी (Hg)।
अभिक्रियाशीलता के आरोही (बढ़ते हुए) क्रम में Hg < Ca < Na < K

प्रश्न 13.
कुछ तत्वों की प्रगुण नीचे दिए गए हैं। आप आधुनिक आवर्त तालिका में इनको कहाँ खोजेंगे?
(a) एक धातु जो मुलायम है तथा मिट्टी के तेल में रखी जाती है।
(b) एक परिवर्तनीय (एक से अधिक) संयोजकता वाला तत्व जो जल के अन्दर रखा जाता है।
(c) एक चतुसंयोजी तत्व जो कार्बनिक रसायन को आधार प्रदान करता है।
(d) परमाणु संख्या 2 वाला अक्रिय गैस तत्व।
(e) एक तत्व जिसके ऑक्साइड की पतली सतह दूसरे तत्व को एनोडाइजिंग प्रक्रिया के द्वारा संक्षारण रहित बनाती है।
उत्तर:
(a) सोडियम (Na) आवर्त तालिका के तृतीय आवर्त एवं प्रथम समूह का तत्व। अथवा पोटैशियम (K) आवर्त तालिका के चतुर्थ आवर्त एवं समूह एक का तत्व।
(b) फॉस्फोरस (P) तृतीय आवर्त एवं 15वें समूह का तत्व।
(c) कार्बन (C) द्वितीय आवर्त एवं 14वें समूह का तत्व।
(d) हीलियम (He) प्रथम आवर्त एवं समूह 18 का तत्व।
(e) ऐलुमिनियम (Al) तृतीय आवर्त एवं 13वें समूह का तत्व।

प्रश्न 14.
तत्वों का कौन-सा समूह आवर्त तालिका में पूर्व में व्यवस्थित तत्वों की स्थिति में व्यवधान डाले बिना मैण्डलीफ की आवर्त तालिका में रखा जा सकता है? कारण दीजिए।
उत्तर:
उत्कृष्ट या अक्रिय गैसें।
मैण्डलीफ के आवर्त वर्गीकरण में परमाणु द्रव्यमान को तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुणों का आवर्ती फलन का आधार लेते हुए उनके भौतिक एवं रासायनिक गुणों को ध्यान में रखते हुए आवर्त तालिका में व्यवस्थित किया। उत्कृष्ट गैसें अक्रिय होने के कारण एक पृथक् समूह में रखी जाती है और जिससे वास्तविक व्यवस्था में कोई व्यवधान नहीं होता।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 15.
मैण्डलीफ द्वारा तत्वों के वर्गीकरण में अपनाई गई प्रक्रिया की एक संक्षिप्त रूपरेखा दीजिए। उसने “आवर्त नियम” की व्यवस्था कैसे की?
उत्तर:
मैण्डलीफ द्वारा तत्वों के वर्गीकरण के समय मात्र 63 तत्व ज्ञात थे इन्हीं तत्वों के गुणों के आधार पर निम्न प्रकार उसने तत्वों का वर्गीकरण किया –

  1. इन तत्वों के ऑक्सीजन एवं हैलोजेनों के साथ बने यौगिकों, ऑक्साइड एवं हैलाइड का अध्ययन किया।
  2. समान गुणों वाले तत्वों को एक साथ एक वर्ग में रखा।
  3. मैण्डलीफ ने प्रेक्षण किया कि तत्व स्वत: ही बढ़ते हुए परमाणु द्रव्यमान के क्रम में व्यवस्थित हो गए। इस प्रकार मैण्डलीफ ने आवर्त नियम की व्यवस्था की।

MP Board Class 10th Science Chapter 5 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
एक तत्व आवर्त तालिका के तृतीय आवर्त के समूह द्वितीय का तत्व है, ऑक्सीजन की उपस्थिति में जलकर क्षारकीय ऑक्साइड बनाता है।
(a) उस तत्व की पहचान कीजिए।
(b) उस तत्व का इलेक्ट्रॉन विन्यास लिखिए।
(c) जब यह तत्व वायु की उपस्थिति में जलता है तो उस समय होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक सूत्र लिखिए।
(d) जब यह ऑक्साइड जल में घुलता है तो होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक सूत्र लिखिए।
(e) इस ऑक्साइड के बनने का इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख बनाइए।
उत्तर:
(a) उक्त तत्व मैग्नीशियम (Mg) है।
(b) मैग्नीशियम (Mg) का इलेक्ट्रॉन विन्यास

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
एक तत्व X (परमाणु क्रमांक 17) दूसरे तत्व Y (परमाणु क्रमांक 20) से अभिक्रिया करके द्वि-संयोजी हैलाइड बनाता है।
(a) X और Y तत्वों को आवर्त तालिका में कहाँ रखा गया है?
(b) तत्व X एवं Y को धातु, अधातु एवं उपधातु में वर्गीकृत कीजिए।
(c) तत्व Y के ऑक्साइड की प्रकृति कैसे होगी? बनने वाले यौगिक में आबन्ध की प्रकृति बताइए।
(d) द्वि-संयोजी हैलाइड का इलेक्ट्रॉन बिन्दु-आरेख खींचिए।
उत्तर:
(a) X आवर्त तालिका के समूह 17 एवं आवर्त तृतीय का तत्व है, जबकि Y समूह 2 के चतुर्थ आवर्त का तत्व है।
(b) X एक अधातु तत्व है एवं Y एक धातु तत्व है।
(c) ऑक्साइड क्षारकीय प्रकृति का है तथा इसमें बनने वाले आबन्ध की प्रकृति विद्युत् संयोजी (आयनिक) बन्ध है।
(d) द्वि-संयोजी हैलाइड का इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 3.
नीचे कुछ तत्वों की परमाणु संख्या दी है – 10, 20, 7, 14
(a) इन तत्वों की पहचान कीजिए।
(b) इन तत्वों के आवर्त सारणी में समूहों की पहचान कीजिए।
(c) इन तत्वों के आवर्त सारणी में आवों की पहचान कीजिए।
(d) इन तत्वों में प्रत्येक का इलेक्ट्रॉन विन्यास क्या होना चाहिए?
(e) इन तत्वों की संयोजकता ज्ञात कीजिए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 4.
मैण्डलीफ ने कुछ ऐसे तत्वों की भविष्यवाणी की जो उस समय उपलब्ध ही नहीं थे एवं उनमें से दो के नाम एका-सिलिकॉन एवं एका-ऐलुमिनियम रखा।
(a) उन तत्वों के नाम लिखिए जिन्होंने इन तत्वों का स्थान ग्रहण किया।
(b) आधुनिक आवर्त तालिका में इन तत्वों की समूह संख्या एवं आवर्त संख्या लिखिए।
(c) इन तत्वों को धातु/अधातु/उपधातु में वर्गीकृत कीजिए।
(d) इनमें से प्रत्येक में कितने संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
(a) तत्वों की विद्युत् धनात्मकता समूह में नीचे जाने पर बढ़ती है तथा आवर्त में दाएँ जाने पर घटती है।
(b) तत्वों की विद्युत् ऋणात्मकता समूह में नीचे जाने पर घटती है तथा आवर्त में दाएँ जाने पर बढ़ती है।
(c) परमाणु साइज समूह में नीचे जाने पर बढ़ती है तथा आवर्त में दाएँ जाने पर घटती है।
(d) धात्विक प्रकृति (धात्विकता) समूह में नीचे जाने पर बढ़ती है तथा आवर्त में दाएँ जाने पर घटती है।
आवर्त तालिका के उपर्युक्त लक्षणों को ध्यान में रखकर परमाणु संख्या 3 से 9 के तत्वों के सन्दर्भ में निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए
(i) उनमें अधिकतम इलेक्ट्रो-धनात्मक तत्व का नाम बताइए।
(ii) उनमें अधिकतम इलेक्ट्रो-ऋणात्मक तत्व का नाम बताइए।
(iii) उनमें न्यूनतम परमाणु साइज वाले तत्व का नाम बताइए।
(iv) उस तत्व का नाम बताइए जो उपधातु है।
(v) उस तत्व का नाम बताइए जिसकी संयोजकता सर्वाधिक है।
उत्तर:
(i) लीथियम (Li) परमाणु संख्या: 3
(ii) फ्लु ओरीन (F) परमाणु संख्या: 9
(iii) फ्लु ओरीन (F) परमाणु संख्या: 9
(iv) बोरॉन (B) परमाणु संख्या: 5
(v) कार्बन (C) परमाणु संख्या: 6, क्षमता संयोजकता (4)

प्रश्न 6.
एक पीला एवं कमरे के ताप पर ठोस तत्व श्रृंखलन क्षमता एवं बहरूपता के गुण प्रदर्शित करता है। X तत्व दो प्रकार के ऑक्साइड बनाता है जो फेरस सल्फेट के क्रिस्टलों के ऊष्मीय अपघटन के समय भी बनते हैं एवं बहुत बड़े वायु प्रदूषक भी हैं।
(a) तत्व X की पहचान कीजिए।
(b) तत्व X का इलेक्ट्रॉन विन्यास लिखिए।
(c) फेरस सल्फेट के क्रिस्टलों के ऊष्मीय अपघटन में होने वाली अभिक्रिया का संतुलित समीकरण लिखिए।
(d) बनने वाले ऑक्साइड की प्रकृति (अम्लीय/क्षारकीय) क्या है?
(e) आधुनिक आवर्त तालिका में उस तत्व की स्थिति बताइए।
उत्तर:
(a) अभीष्ट तत्व X सल्फर (S) है जिसकी परमाणु संख्या 16 है।
(b) X का इलेक्ट्रॉन विन्यास 16 = 2K, 8L, 6M

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(d) X के दोनों ऑक्साइड (SO2 एवं SO3) की प्रकृति अम्लीय है।
(e) आधुनिक आवर्त तालिका में तत्व X की स्थिति तृतीय आवर्त के समूह 16 में है।

प्रश्न 7.
आवर्त तालिका के समूह 15 का एक तत्व X द्वि-परमाण्विक अणु के रूप में रहता है एवं हाइड्रोजन से 773 K तापमान पर उत्प्रेरक की उपस्थिति में संयोग करके एक यौगिक अमोनिया का निर्माण करता है जिसकी विशिष्ट तीव्र गंध होती है।
(a) उस तत्व X की पहचान कीजिए। इसमें कितने संयोजी इलेक्ट्रॉन हैं।
(b) तत्व X के द्वि-परमाण्विक अणु की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना बनाइए। इसमें किस प्रकार का आबन्ध बनता है ?
(c) अमोनियम के अणु की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना का आरेख बनाइए। अमोनिया में किस प्रकार के आबन्ध हैं।
उत्तर:
(a) तत्व X नाइट्रोजन (N) तत्व है, जिसका इलेक्ट्रॉन विन्यास 2, 5 है अतः इसके संयोजी इलेक्ट्रॉन की संख्या 5 है।
(b) नाइट्रोजन अणु (N) की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना का आरेख –
आबंधों की प्रकृति – त्रिसहसंयोजी आबन्ध।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(c) अमोनिया (NH3) की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना का आरेख –
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

आबन्धों की प्रकृति – तीन एकल सहसंयोजी आबन्ध।

MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 4 कार्बन एवं इसके यौगिक

MP Board Class 10th Science Chapter 4 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न शृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 68

प्रश्न 1.
CO2 सूत्र वाले कार्बन डाइऑक्साइड की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना क्या होगी? (2019)
उत्तर:
CO2 (कार्बन डाइऑक्साइड) की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
सल्फर के आठ परमाणुओं से बने सल्फर के अणु की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना क्या होगी? (संकेत: सल्फर के आठ परमाणु एक अंगूठी के रूप में आपस में जुड़े होते हैं।)
उत्तर:
आठ परमाणु वाले सल्फर अणु Sg की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 76

प्रश्न 1.
पेण्टेन के लिए आप कितने संरचनात्मक समावयवों का चित्रण कर सकते हैं?
उत्तर:
तीन का।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
कार्बन के दो गुणधर्म कौन-से हैं जिनके कारण हमारे चारों ओर कार्बन यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है?
उत्तर:
कार्बन के गुण जिनके कारण कार्बनिक यौगिकों की विशाल संख्या दिखाई देती है –

  • चतुःसंयोजकता।
  • श्रृंखलन क्षमता।

प्रश्न 3.
साइक्लोपेन्टेन का सूत्र एवं इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना क्या होंगे?
उत्तर:
साइक्लोपेन्टेन का सूत्र: C5H10
साइक्लोपेन्टेन की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 4.
निम्न यौगिकों की संरचनाएँ चित्रित कीजिए –

  1. एथेनॉइक अम्ल। (2019)
  2. ब्रोमोपेन्टेन।
  3. ब्यूटेनोन।
  4. हेक्सेनेल।

क्या ब्रोमोपेन्टेन के संरचनात्मक समावयव सम्भव हैं?
उत्तर:
1. एथेनॉइक अम्ल (CH3COOH) की संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

2. ब्रोमोपेन्टेन (C5H11Br) की संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

हाँ, ब्रोमोपेन्टेन के संरचनात्मक समावयव सम्भव हैं।

3. ब्यूटेनोन (C3H8CO अथवा C2H5COCH3) की संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

4. हेक्सेनल (C5H11CHO) की संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
निम्न यौगिकों का नामकरण कैसे करेंगे?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
(i) ब्रोमोएथेन।
(ii) मेथेनल।
(iii) हेक्साइन।

प्रश्न शृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 79

प्रश्न 1.
एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहते हैं?
उत्तर:
क्योंकि एथेनॉल ऑक्सीजन से जुड़कर एथेनॉइक अम्ल बनाता है। इसलिए इसे ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहते हैं।

प्रश्न 2.
ऑक्सीजन तथा एथाइन के मिश्रण का दहन वैल्डिंग के लिए किया जाता है। क्या आप बता सकते हैं कि एथाइन तथा वायु के मिश्रण का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है?
उत्तर:
वायु में ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है तथा वायु में उपस्थित नाइट्रोजन ऑक्सीजन की क्रियाशीलता को नियन्त्रित करती है। वायु एवं एथाइन के मिश्रण की ज्वाला में बहुत उच्च ताप प्राप्त नहीं होता जो वैल्डिंग के लिए आवश्यक है। इसलिए एथाइन एवं वायु की मिश्रण का उपयोग नहीं करते हैं।

प्रश्न श्रृंखला-4 # पृष्ठ संख्या 83

प्रश्न 1.
प्रयोग द्वारा आप ऐल्कोहॉल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल में कैसे अन्तर कर सकते हैं?
उत्तर:
प्रयोग द्वारा ऐल्कोहॉल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल में अन्तर (पहचान) करना –

  1. हम दो परखनली लेते हैं। दिए हुए नमूनों में से प्रत्येक की कुछ मात्रा एक-एक परखनली में डालते हैं फिर इनमें नीला लिटमस पेपर डुबोते हैं। जिस परखनली में डाला गया नीला लिटमस लाल हो जाता है, वह कार्बोक्सिलिक अम्ल है तथा दूसरा ऐल्कोहॉल।
  2. प्रत्येक परखनली में हम सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट की कुछ मात्रा डालते हैं।
    जिस परखनली में से बुदबुदाहट के साथ झाग देती हुई रंगहीन एवं गन्धहीन गैस निकलती है उस परखनली में कार्बोक्सिलिक अम्ल है तथा दूसरी में ऐल्कोहॉल है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
ऑक्सीकारक क्या है?
उत्तर:
ऑक्सीकारक:
“जो पदार्थ अन्य पदार्थों को ऑक्सीजन देने की क्षमता रखते हैं, वे ऑक्सीकारक कहलाते हैं।”

प्रश्न शृंखला-5 # पृष्ठ संख्या 85

प्रश्न 1.
क्या आप डिटरजेन्ट का उपयोग कर बता सकते हैं कि कोई जल कठोर है या नहीं?
उत्तर:
नहीं बता सकते, क्योंकि डिटर्जेन्ट कठोर एवं मृदु दोनों प्रकार के जल के साथ समान रूप से झाग देता है।

प्रश्न 2.
लोग विभिन्न प्रकार से कपड़े धोते हैं। सामान्यतः साबुन लगाने के बाद लोग कपड़े को पत्थर पर पटकते हैं, डंडे से पीटते हैं, ब्रुश से रगड़ते हैं या वाशिंग मशीन में कपड़े रगड़े जाते हैं। कपड़ा साफ करने के लिए उसे रगड़ने की क्यों आवश्यकता होती है?
उत्तर:
कपड़ा रगड़ने से साबुन के झाग अधिक बनते हैं तथा कपड़ों का मैल साबुन के अधिक सम्पर्क में आ जाता है तथा अघुलनशील पदार्थ (स्कम) जो कपड़ों में जमा हो जाता है वह कपड़ा रगड़ने से बाहर आ जाता है और कपड़े ठीक प्रकार से साफ हो जाते हैं।

MP Board Class 10th Science Chapter 4 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
एथेन का आण्विक सूत्र C2H6 है। इसमें –
(a) 6 सहसंयोजक आबन्ध हैं।
(b) 7 सहसंयोजक आबन्ध हैं।
(c) 8 सहसंयोजक आबन्ध हैं।
(d) 9 सहसंयोजक आबन्ध हैं।
उत्तर:
(b) 7 सहसंयोजक आबन्ध हैं।

प्रश्न 2.
ब्यूटेनॉन चतुर्कार्बन यौगिक है जिसका प्रकार्यात्मक समूह है –
(a) कार्बोक्सिलिक अम्ल।
(b) ऐल्डिहाइड।
(c) कीटोन।
(d) ऐल्कोहॉल।
उत्तर:
(b) कीटोन।

प्रश्न 3.
खाना बनाते समय यदि बर्तन की तली बाहर से काली हो रही है, तो इसका मतलब है –
(a) भोजन पूरी तरह से नहीं पका है।
(b) ईंधन पूरी तरह से नहीं जल रहा है।
(c) ईंधन आर्द्र है।
(d) ईंधन पूरी तरह से जल रहा है।
उत्तर:
(b) ईंधन पूरी तरह से नहीं जल रहा है।

प्रश्न 4.
CH3Cl में आबन्ध निर्माण का उपयोग कर सहसंयोजक आबन्ध की प्रकृति समझाइए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

सहसंयोजक आबन्ध की प्रकृति एकल है।

प्रश्न 5.
इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना बनाइए –
(a) एथेनॉइक अम्ल।
(b) H2S
(c) प्रोपेनोन।
(d) F2
उत्तर:
(a) एथेनॉइक अम्ल की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(b) H2S की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(c) प्रोपेनोन की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(d) F2 की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 6.
समजातीय श्रेणी क्या है? उदाहरण के साथ समझाइए। (2019)
उत्तर:
समजातीय श्रेणी:
“यौगिकों की ऐसी श्रृंखला जिसमें कार्बन श्रृंखला में स्थित हाइड्रोजन को एक ही प्रकार का प्रकार्यात्मक समूह प्रतिस्थापित करता है, समजातीय श्रेणी कहलाती है।”
उदाहरण:
CH3OH, C2H5OH, C3H7OH, आदि।

प्रश्न 7.
भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर एथेनॉल एंव एथेनॉइक अम्ल में आप कैसे अन्तर करेंगे?
उत्तर:
भौतिक एवं रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर एथेनॉल एवं एथेनॉइक अम्ल में अन्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 8.
जब साबुन को जल में डाला जाता है तो मिसेल का निर्माण क्यों होता है? क्या एथेनॉल जैसे दूसरे विलायकों में भी मिसेल का निर्माण होगा?
उत्तर:
साबुन के अणुओं के दोनों सिरों की विपरीत जलरागी एवं जलविरागी प्रकृति के कारण मिसेल का निर्माण होता है। ऐथेनॉल जैसे दूसरे विलायकों में इसका निर्माण नहीं होगा।

प्रश्न 9.
कार्बन एवं उसके यौगिकों का उपयोग अधिकतर अनुप्रयोगों में ईंधन के रूप में क्यों किया जाता है?
उत्तर:
कार्बन एवं उसके यौगिक हमारे ईंधन के प्रमुख स्रोत हैं। ये दहन के फलस्वरूप ऊष्मीय ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। इसलिए इनका अनुप्रयोग अधिकतर ईंधन के रूप में होता है।

प्रश्न 10.
कठोर जल में साबुन से उपचारित करने पर झाग के निर्माण को समझाइए।
उत्तर:
साबुन कठोर जल में उपस्थित कैल्सियम एवं मैग्नीशियम लवणों से अभिक्रिया करता है। ऐसे में झाग उत्पन्न करने के लिए अधिक मात्रा में साबुन का प्रयोग करना पड़ता है।

प्रश्न 11.
यदि आप लिटमस पत्र (लाल एवं नीला) से साबुन की जाँच करें तो आपका प्रेक्षण क्या होगा?
उत्तर:
लाल लिटमस पत्र नीला हो जाएगा क्योंकि साबुन का विलयन क्षारीय होता है।

प्रश्न 12.
हाइड्रोजनीकरण क्या है? इसका औद्योगिक अनुप्रयोग क्या है?
उत्तर:
उपयुक्त उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन असंतृप्त कार्बनिक यौगिकों से संयुक्त होकर उन्हें संतृप्त करने की प्रक्रिया हाइड्रोजनीकरण कहलाती है। हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया का औद्योगिक अनुप्रयोग निकैल (Ni) उत्प्रेरक की उपस्थिति में वनस्पति तेलों की हाइड्रोजन से अभिक्रिया कराके वनस्पति घी बनाने में होता है।

प्रश्न 13.
दिए गए हाइड्रोकार्बन C2H6 C3H8, C3H6, C2H2 एवं CH4 में किसमें संकलन अभिक्रिया होती है?
उत्तर:
C3H6 एवं C2H2 में संकलन अभिक्रिया होती है।

प्रश्न 14.
मक्खन एवं खाना बनाने वाले तेल के बीच रासायनिक अन्तर समझाने के लिए एक परीक्षण बताइए।
उत्तर:
इसके लिए हम ज्वाला परीक्षण करते हैं। एक स्पैचुला पर बारी-बारी से मक्खन एवं खाना पकाने वाले तेल को लेकर जलाते हैं यदि ज्वाला धुआँदार है तो पदार्थ खाना पकाने वाला तेल (असंतृप्त वसा) है और यदि ज्वाला धुआँ रहित स्वच्छ है तो पदार्थ मक्खन (संतृप्त वसा) है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 15.
साबुन की सफाई प्रक्रिया की क्रियाविधि समझाइए।
उत्तर:
साबुन की सफाई प्रक्रिया-साबुन का अणु दो भागों से बना होता है – पहला लम्बा हाइड्रोकार्बन वाला भाग (R) तथा दूसरा Na+ युक्त छोटा अम्लीय भाग (-COO–Na+)। इसमें R जलविरागी तथा एक आयनिक अम्लीय सिरा जलरागी होता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

जब गंदे कपड़ों को पानी में साबुन के साथ मिलाया जाता है तो साबुन के अणु का आयनिक भाग जलरागी होने के कारण जल में विलेय हो जाता है, जबकि साबुन के अणु का दूसरा भाग जलविरागी होने के कारण तेल या ग्रीस वाले भाग से संलग्न हो जाता है। गंदे कपड़ों को साबुन विलयन में खगालने पर साबुन के अणुओं से संलग्न गंदगी के कण जल में घुलकर बाहर निकल जाते हैं। इस प्रकार कपड़े साफ हो जाते हैं।

MP Board Class 10th Science Chapter 4 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 4 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
वायुमण्डल में कार्बन निम्न रूप में उपस्थित है –
(a) केवल कार्बन मोनोक्साइड।
(b) अल्प मात्रा में कार्बन मोनोक्साइड एवं कार्बन डाइऑक्साइड।
(c) केवल कार्बन डाइऑक्साइड।
(d) कोल।
उत्तर:
(b) अल्प मात्रा में कार्बन मोनोक्साइड एवं कार्बन डाइऑक्साइड।

प्रश्न 2.
निम्नलिखित में कौन-से कथन प्रायः कार्बन यौगिकों के सन्दर्भ में सत्य हैं?
(i) वे विद्युत् के सुचालक हैं।
(ii) वे विद्युत् के कुचालक हैं।
(iii) वे अपने अणुओं के मध्य प्रबल आकर्षण बल रखते हैं।
(iv) वे अपने अणुओं के मध्य प्रबल आकर्षण बल नहीं रखते हैं।
(a) (i) एवं (iii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(i) वे विद्युत् के सुचालक हैं।

प्रश्न 3.
अमोनिया के एक अणु (NH3) में है –
(a) केवल एकल बन्ध।
(b) केवल द्विबन्ध।
(c) केवल त्रिबन्ध।
(d) दो द्विबन्ध एवं एक एकल बन्ध।
उत्तर:
(a) केवल एकल बन्ध।

प्रश्न 4.
बकमिंस्टर फुलेरीन एक अपररूप है –
(a) फॉस्फोरस का।
(b) सल्फर का।
(c) कार्बन का।
(d) टिन का।
उत्तर:
(c) कार्बन का

प्रश्न 5.
निम्न में कौन ब्यूटेन का सही संरचनात्मक समावयव है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iv)
(c) (i) एवं (iii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (i) एवं (iii)

प्रश्न 6.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

अभिक्रिया में क्षारीय KMnO4 है –
(a) अपचायक।
(b) उपचायक।
(c) उत्प्रेरक।
(d) निर्जलीकारक।
उत्तर:
(b) उपचायक

प्रश्न 7.
उत्प्रेरक पेलेडियम या निकैल (Ni) की उपस्थिति में तेल हाइड्रोजन से अभिक्रिया करके वसा बनाते हैं। यह उदाहरण है –
(a) संयोजन अभिक्रिया।
(b) प्रतिस्थापन अभिक्रिया।
(c) विस्थापन अभिक्रिया।
(d) उपचयन अभिक्रिया।
उत्तर:
(a) संयोजन अभिक्रिया

प्रश्न 8.
निम्न में से किस यौगिक में -OH एक क्रियात्मक समूह है?
(a) ब्यूटेनॉन।
(b) ब्यूटेनॉल।
(c) ब्यूटेनोइक अम्ल।
(d) ब्यूटेनल।
उत्तर:
(b) ब्यूटेनॉल।

प्रश्न 9.
साबुन के अणुओं में होता है –
(a) जलरागी सिर एवं जलविरागी पूँछ।
(b) जलविरागी सिर एवं जलरागी पूँछ।
(c) जलविरागी सिर एवं जलविरागी पूँछ।
(d) जलरागी सिर एवं जलरागी पूँछ।
उत्तर:
(a) जलरागी सिर एवं जलविरागी पूँछ

प्रश्न 10.
निम्नलिखित में कौन नाइट्रोजन बिन्दु आरेख का सही निरूपण है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 11.
इथाइन का संरचना सूत्र है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
(a) H – C ≡ C – H

प्रश्न 12.
निम्न में से असंतृप्त यौगिकों को पहचानिए –
(i) प्रोपेन
(ii) प्रोपीन
(iii) प्रोपाइन
(iv) क्लोरोप्रोपेन
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iv)
(c) (iii) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iii)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iii)

प्रश्न 13.
क्लोरीन कमरे के ताप पर संतृप्त हाइड्रोकार्बन से क्रिया करती है –
(a) सौर प्रकाश की अनुपस्थिति में।
(b) सौर प्रकाश की उपस्थिति में।
(c) जल की उपस्थिति में।
(d) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की उपस्थिति में।
उत्तर:
(b) सौर प्रकाश की उपस्थिति में

प्रश्न 14.
सोप मिसेल में होता है –
(a) आयनिक सिरा तल पर तथा कार्बन श्रृंखला अन्दर की ओर।
(b) आयनिक सिरा अन्दर की ओर तथा कार्बन श्रृंखला तल पर।
(c) आयनिक सिरा तथा कार्बन श्रृंखला दोनों अन्दर की ओर।
(d) आयनिक सिरा तथा कार्बन शृंखला दोनों तल पर।
उत्तर:
(a) आयनिक सिरा तल पर तथा कार्बन श्रृंखला अन्दर की ओर।

प्रश्न 15.
पेन्टेन का आण्विक सूत्र C5H12 है। इसमें हैं –
(a) 5 सहसंयोजी बन्ध।
(b) 12 सहसंयोजी बन्ध।
(c) 16 सहसंयोजी बन्ध।
(d) 17 सहसंयोजी बन्ध।
उत्तर:
(c) 16 सहसंयोजी बन्ध।

प्रश्न 16.
एथेनॉल सोडियम से अभिक्रिया करके निम्न दो उत्पाद बनाता है –
(a) सोडियम एथेनॉइट एवं हाइड्रोजन।
(b) सोडियम एथेनॉइट एवं ऑक्सीजन।
(c) सोडियम एथॉक्साइड एवं हाइड्रोजन।
(d) सोडियम एथॉक्साइड एवं ऑक्सीजन।
उत्तर:
(c) सोडियम एथॉक्साइड एवं हाइड्रोजन।

प्रश्न 17.
ब्यूटेनोइक अम्ल का सही संरचना सूत्र है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 18.
सिरका (विनेगर) एक विलयन है –
(a) 50% – 60% ऐसीटिक अम्ल का ऐल्कोहॉल में
(b) 5% – 8% ऐसीटिक अम्ल का ऐल्कोहॉल में
(c) 5% – 8% ऐसीटिक अम्ल का जल में।
(d) 50% – 60% ऐसीटिक अम्ल का जल में।
उत्तर:
(c) 5% – 8% ऐसीटिक अम्ल का जल में।

प्रश्न 19.
खनिज अम्ल कार्बोक्सिलिक अम्लों की अपेक्षा प्रबल होते हैं, क्योंकि –
(i) खनिज अम्ल पूर्ण रूप से आयनित हो जाते हैं।
(ii) कार्बोक्सिलिक अम्ल पूर्ण रूप से आयनित हो जाते हैं।
(iii) खनिज लवण आंशिक रूप से आयनित हो जाते हैं।
(iv) कार्बोक्सिलिक अम्ल आंशिक रूप से आयनित हो जाते हैं।
(a) (i) एवं (iv)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (ii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(a) (i) एवं (iv)

प्रश्न 20.
कार्बन अपने चार संयोजी इलेक्ट्रॉनों का चार एकल संयोजी परमाणुओं से साझ करके चार सहसंयोजी बन्ध बनाता है। चार सहसंयोजी बन्ध बनाने के बाद यह निम्न की इलेक्ट्रॉनिक संरचना प्राप्त करता है –
(a) हीलियम।
(b) निऑन।
(c) आर्गन।
(d) क्रिप्टन।
उत्तर:
(b) निऑन।

प्रश्न 21.
जल के अणु का सही इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 22.
निम्न में से कौन सरल रेखीय श्रृंखला का हाइड्रोकार्बन नहीं है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 23.
निम्न में से कौन असंतृप्त हाइड्रोकार्बन है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(a) (i) एवं (iii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iv)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (ii) एवं (iv)

प्रश्न 24.
निम्न में से कौन समान सजातीय श्रेणी का सदस्य नहीं है?
(a) CH4
(b) C2H6
(c) C3H8
(d) C4H8
उत्तर:
(d) C4H8

प्रश्न 25.
यौगिक CH3 – CH2 – CHO का नाम है –
(a) प्रोपेनल।
(b) प्रोपेनॉन।
(c) प्रोपेनॉल।
(d) एथेनल।
उत्तर:
(a) प्रोपेनल।

प्रश्न 26.
CH3 – CH2 – O – CH2 – CH2Cl में विषम परमाणु है –
(i) ऑक्सीजन।
(ii) कार्बन।
(iii) हाइड्रोजन।
(iv) क्लोरीन।
(a) (i) एवं (ii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (iii) एवं (iv)
(d) (i) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (i) एवं (iv)

प्रश्न 27.
निम्नलिखित से कौन-सा साबुनीकरण अभिक्रिया को प्रदर्शित करता है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
(d) CH3COOC2H5 + NaOH → CH3COONa + C2H5OH

प्रश्न 28.
ऐल्काइन सजातीय श्रेणी का सदस्य है –
(a) एथाइन।
(b) एथीन।
(c) प्रोपेन।
(d) मेथेन।
उत्तर:
(a) एथाइन।

प्रश्न 29.
साबुन बनाते समय प्रायः वनस्पति तेल और सोडियम हाइड्रॉक्साइड अभिक्रिया मिश्रण में थोड़ी मात्रा में साधारण नमक मिलाया जाता है। साधारण नमक मिलाने का निम्नलिखित में से क्या उद्देश्य है?
(a) साबुन की क्षारीय प्रकृति को घटाना।
(b) साबुन को उदासीन बनाना।
(c) साबुन की सफाई की क्षमता को बढ़ाना।
(d) साबुन के अवक्षेपण में सहायता करना।
उत्तर:
(d) साबुन के अवक्षेपण में सहायता करना।

प्रश्न 30.
प्रयोगशाला में साबुन बनाने के लिए हमें कोई तेल और कोई क्षार चाहिए। साबुन बनाने के लिए तेल और क्षार का नीचे दिया गया कौन-सा संयोजन सबसे उपयुक्त रहेगा?
(a) एरण्ड का तेल और कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड।
(b) तारपीन का तेल और सोडियम हाइड्रॉक्साइड।
(c) एरण्ड का तेल और सोडियम हाइड्रॉक्साइड।
(d) सरसों का तेल और कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड।
उत्तर:
(c) एरण्ड का तेल और सोडियम हाइड्रॉक्साइड।

प्रश्न 31.
साबुनीकरण अभिक्रिया का अध्ययन करते समय आप बीकर में जब समान मात्रा में किसी रंगहीन वनस्पति तेल में NaOH का 20% जलीय विलयन मिलाते हैं, तो क्या प्रेक्षण करते हैं?
(a) मिश्रण का रंग मध्य गहरा भूरा हो जाता है।
(b) बीकर में तीव्र बुदबुदाहट होती है।
(c) बीकर का बाहरी पृष्ठ गर्म हो जाता है।
(d) बीकर का बाहरी पृष्ठ ठंडा हो जाता है।
उत्तर:
(c) बीकर का बाहरी पृष्ठ गर्म हो जाता है।

प्रश्न 32.
बेन्जीन का संरचना सूत्र है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. कार्बन की संयोजकता …………… है।
  2. …………… में श्रृंखलन क्षमता अधिक होती है।
  3. सिरका में …………… होता है।
  4. शराब (वाइन) में …………. होता है।
  5. ………….. यौगिकों में समावयवता का गुण पाया जाता है।

उत्तर:

  1. चार।
  2. कार्बन।
  3. ऐसीटिक अम्ल (एथेनॉइक अम्ल)।
  4. एथिल ऐल्कोहॉल (एथेनॉल)।
  5. कार्बनिक।

जोड़ी बनाइए

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (b)

सत्य/असत्य कथन

  1. R – CHO ऐल्डिहाइड (ऐल्केनल) का सामान्य सूत्र है।
  2. कार्बन, विद्युत् संयोजी बन्ध बनाता है।
  3. R – CO – R’ कीटोन (ऐल्केनोन) का सामान्य सूत्र है।
  4. कार्बनिक यौगिक विद्युत् के कुचालक होते हैं।
  5. ऐल्केन संतृप्त हाइड्रोकार्बन होते हैं।

उत्तर:

  1. सत्य।
  2. असत्य।
  3. सत्य।
  4. असत्य।
  5. सत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. ऐल्केन समजातीय श्रेणी के प्रथम सदस्य का नाम एवं सूत्र लिखिए।
  2. ऐल्कीन समजातीय श्रेणी के प्रथम सदस्य का नाम एवं सूत्र लिखिए।
  3. ऐल्काइन समजातीय श्रेणी के प्रथम सदस्य का नाम एवं सूत्र लिखिए।
  4. ऐल्केनॉल समजातीय श्रेणी के प्रथम सदस्य का नाम एवं सूत्र लिखिए।
  5. ऐल्केनॉइक अम्ल के प्रथम सदस्य का नाम एवं सूत्र लिखिए।

उत्तर:

  1. मेथेन (CH4)।
  2. एथीन (C2H4)।
  3. एथाइन (C2H2)।
  4. मेथेनॉल (CH3OH)।
  5. मेथेनोइक अम्ल (HCOOH)।

MP Board Class 10th Science Chapter 4 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
सहसंयोजी आबन्ध किसे कहते हैं? कार्बनिक यौगिकों के मध्य किस प्रकार के आबन्ध होते हैं?
उत्तर:
सहसंयोजन आबन्ध:
“दो परमाणुओं के बीच बराबर इलेक्ट्रॉनों के युग्मों की साझेदारी द्वारा बनने वाले आबन्ध सहसंयोजी आबन्ध कहलाते हैं तथा इस प्रकार बनने वाले यौगिक सहसंयोजी यौगिक कहलाते हैं। कार्बन यौगिकों की मध्य सहसंयोजी आबन्ध होते हैं।”

प्रश्न 2.
हाइड्रोकार्बन क्या है? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
हाइड्रोकार्बन – ऐसे कार्बनिक यौगिक जो केवल कार्बन एवं हाइड्रोजन से मिलकर बने होते. हैं, हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं।

उदाहरण:
मेथेन (CH4), एथेन (C2H6), एथीन (C2H4), एथाइन C2H2 एवं बेन्जीन C6H6 आदि।

प्रश्न 3.
संतृप्त एवं असंतृप्त हाइड्रोकार्बन क्या होते हैं?
उत्तर:
संतृप्त एवं असंतृप्त हाइड्रोकार्बन-वे हाइड्रोकार्बन जिनमें केवल एकल सहसंयोजी आबन्ध होते हैं, संतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं तथा वे हाइड्रोकार्बन जिनमें एक या अधिक द्विबन्ध या त्रिबन्ध होते हैं, असंतृप्त हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं।

प्रश्न 4.
‘ऐल्केन’, ‘ऐल्कीन’, एवं ‘ऐल्काइन’ से आप क्या समझते हो?
उत्तर:
‘ऐल्केन’, ‘ऐल्कीन’ एवं ‘ऐल्काइन’ – वे हाइड्रोकार्बन जिनमें सभी आबन्ध एकल होते हैं। ऐल्केन, जिनमें कम-से-कम एक आबन्ध द्विबन्ध हो ऐल्कीन एवं जिनमें कम से कम एक आबन्ध त्रिबन्ध हो, ऐल्काइन कहलाते हैं।

प्रश्न 5.
प्रकार्यात्मक (क्रियात्मक या क्रियाशील) समूह किसे कहते हैं? चार विभिन्न उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
प्रकार्यात्मक (क्रियात्मक या क्रियाशील) समूह:
“किसी कार्बनिक यौगिक में विशिष्ट प्रकार से जुड़ा परमाणु या परमाणुओं का वह समूह जो उस कार्बनिक यौगिक के अभिलाक्षणिक गुणों के लिए उत्तरदायी होता है, प्रकार्यात्मक (क्रियात्मक या क्रियाशील) समूह कहलाता है।”
उदाहरण:

  1. OH (ऐल्कोहॉलिक)
  2. COOH (कार्बोक्सिलिक) ऐसीटिक
  3. CHO (ऐल्डिहाइडिक)
  4. = C = 0 (कीटोनिक)।

प्रश्न 6.
विषम परमाणु क्या कहलाते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
विषम परमाणु:
“किसी कार्बनिक यौगिक से हाइड्रोजन को प्रतिस्थापित करने वाले तत्वों को विषम परमाणु कहते हैं।” ये प्रायः कार्बन एवं हाइड्रोजन के अतिरिक्त तत्व होते हैं।
उदाहरण:
हैलोजन, ऑक्सीजन, सल्फर, नाइट्रोजन आदि।

प्रश्न 7.
‘समावयवी’ एवं ‘समावयवता’ से आप क्या समझते हो?
उत्तर:
‘समावयवी’ एवं समावयवता’:
“जब एक ही अणुसूत्र द्वारा दो या दो से अधिक कार्बनिक यौगिक प्रदर्शित किए जाते हैं तो वे कार्बनिक यौगिक समावयवी यौगिक तथा उनका यह गुण समावयवता कहलाता है।”

प्रश्न 8.
संरचनात्मक समावयवता से आप क्या समझते हो ?
उत्तर
संरचनात्मक समावयवता:
“जब किसी कार्बनिक यौगिक का अणुसूत्र एक होते हुए उसकी संरचना विभिन्न रूपों में होती है तो इस प्रकार की समावयवता संरचनात्मक समावयवता कहलाती है तथा उसके वे समावयव संरचनात्मक समावयवी कहलाते हैं।”

प्रश्न 9.
प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ-जब किसी कार्बनिक यौगिक से एक हाइड्रोजन परमाणु को विस्थापित करके कोई विषम परमाणु या परमाणुओं का समूह उसके स्थान को ग्रहण कर लेता है तो ऐसी अभिक्रियाएँ प्रतिस्थापन अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।”

प्रश्न 10.
एस्टरीकरण अभिक्रियाएँ किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
एस्टरीकरण अभिक्रियाएँ-“कार्बनिक अम्ल एवं ऐल्कोहॉल भी अभिक्रिया के फलस्वरूप जल के अतिरिक्त बनने वाले पदार्थ एस्टर कहलाते हैं तथा उनके बनने की यह अभिक्रियाएँ एस्टरीकरण अभिक्रियाएँ कहलाती हैं।”

प्रश्न 11.
किण्वन से क्या समझते हो?
उत्तर:
किण्वन:
“एन्जाइम की उपस्थिति में होने वाली जैवरासायनिक अभिक्रियाएँ किण्वन कहलाती हैं।” दूसरे शब्दों में “वे रासायनिक अभिक्रियाएँ जिनमें जटिल कार्बनिक यौगिक एन्जाइम की उपस्थिति में धीरे-धीरे कार्बनिक यौगिकों में अपघटित होते हैं, किण्वन कहलाती है।”

प्रश्न 12.
‘साबुनीकरण’ से क्या समझते हो? इसका समीकरण लिखिए।
उत्तर:
साबुनीकरण:
“क्षारों की वसा अथवा तेलों के जल-अपघटन की अभिक्रिया स्वरूप साबुन बनने का प्रक्रम साबुनीकरण कहलाता है।” दूसरे शब्दों में अकार्बनिक क्षारों की वसीय कार्बोक्सिलिक अम्लों की अभिक्रिया स्वरूप सोडियम एवं पोटैशियम के कार्बनिक यौगिक साबुन कहलाते हैं तथा उनके बनने की यह प्रक्रिया साबुनीकरण कहलाती है।

प्रश्न 13.
एथेन के अणु में सहसंयोजी आबन्धों की संख्या लिखिए तथा उसकी संरचना दीजिए।
उत्तर:
एथेन के अणु में सहसंयोजी आबन्धों की संख्या = 7 एथेन का संरचना सूत्र

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 14.
उस ऐल्कोहॉल का नाम एवं संरचना सूत्र लिखिए जिसके अणु में तीन कार्बन परमाणु है?
उत्तर:
तीन कार्बन परमाणु वाले ऐल्कोहॉल का नाम = प्रोपेनॉल प्रोपेनॉल का संरचना सूत्र

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 15.
उस सजातीय श्रेणी के द्वितीय एवं तृतीय सदस्य का आण्विक सूत्र लिखिए जिसका प्रथम सदस्य मेथेन है।
उत्तर:
प्रथम सदस्य मेथेन वाली समजातीय श्रेणी ऐल्केन है।
ऐल्केन के द्वितीय सदस्य का सूत्र – CH6
ऐल्केन के तृतीय सदस्य का सूत्र – C3H8

प्रश्न 16.
जब आप एक परखनली में ऐसीटिक अम्ल लेकर उसमें सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट मिलाते हैं, तब तुरन्त ही तीव्र बुदबुदाहट के साथ कोई गैस निकलती है। इस गैस का नाम लिखिए। इस गैस के परीक्षण की विधि का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
गैस का नाम – कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)।
गैस CO2 की परीक्षण विधि – जब इस गैस को चूने के पानी Ca(OH)2 में प्रवाहित किया जाता है तो अविलेय CaCO3 बनने के कारण चूने का पानी दूधिया हो जाता है।
Ca(OH)2 + CO2 → CaCO3 + H2O

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 17.
कोई छात्र एक चम्मच सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट चूर्ण फ्लास्क में लिए गए एथेनॉइक अम्ल में मिलाता है। उन दो प्रेक्षणों की सूची बनाइए, जिन्हें फ्लास्क में होने वाली अभिक्रिया के विषय में अपनी नोटबुक में लिखना चाहिए। होने वाली रासायनिक अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
नोटबुक में लिखने हेतु दो प्रेक्षण:

  1. तुरन्त अभिक्रिया होती है तथा फ्लास्क में बुदबुदाहट के साथ झाग निकालती हुई गैस बाहर आती है।
  2. गैस रंगहीन एवं गंधहीन है।
    NaHCO3 + CH3COOH → CH3COONa + H2O + CO2

प्रश्न 18.
प्रयोगशाला में साबुन बनाने के लिए आवश्यक सामग्री (रासायनिक पदार्थ) का उल्लेख कीजिए। साबुनीकरण के अभिक्रिया मिश्रण की प्रकृति (अम्लीय/क्षारीय) को निर्धारित करने वाला परीक्षण आप किस प्रकार करेंगे? संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर:
साबुन बनाने के लिए आवश्यक रासायनिक पदार्थ:

  1. वसीय वानस्पतिक तेल।
  2. सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH)।
  3. जल।
  4. साधारण नमक (सोडियम क्लोराइड – NaCl)।

अभिक्रिया मिश्रण की प्रकृति की पहचान – बारी-बारी से मिश्रण में नीला एवं लाल लिटमस पत्र डुबोते हैं यदि –

  1. नीला लिटमस पत्र लाल हो जाता है तो मिश्रण अम्लीय प्रकृति का है।
  2. लाल लिटमस पत्र नीला हो जाता है तो मिश्रण क्षारीय प्रकृति का है।

प्रश्न 19.
डिटर्जेन्ट साबुन की अपेक्षा अच्छे सफाई कारक हैं, क्यों?
उत्तर:
साबुन कठोर जल में झाग नहीं नहीं दे पाते क्योंकि वे कैल्सियम एवं मैग्नीशियम लवणों से क्रिया करने में व्यय होते हैं, जबकि डिटर्जेन्ट कठोर जल में अच्छे झाग देते हैं। इसलिए साबुन की अपेक्षा कपड़ों की धुलाई अधिक दक्षता से कर पाते हैं तथा चिकनाई के धब्बे भी आसानी से हटा देते हैं।

प्रश्न 20.
एथेनॉल से एथीन कैसे प्राप्त की जाती है? होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
जब एथेनॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की अधिकता में 443 K तापक्रम पर गर्म किया जाता है तो एथेनॉल के निर्जलीकरण के फलस्वरूप एथीन गैस प्राप्त होती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 21.
मेथेनॉल की थोड़ी-सी भी मात्रा लेना बेहोश करने वाला और हानिकारक या खतरनाक हो सकता है। समझाइए।
उत्तर:
मेथेनॉल यकृत के अन्दर मेथेनल में उपचयित (ऑक्सीकृत) हो जाता है जो तेजी से कोशिकीय अवयवों से अभिक्रिया करके प्रोटोप्लाज्म को कोएगूलेट कर देता है तथा ऑप्टिक तन्त्रिकाओं को प्रभावित करके मनुष्य को अन्धा बना देता है।

प्रश्न 22.
जब एथेनॉल सोडियम से अभिक्रिया करता है तो एक गैस निकलती है। निकलने वाली गैस का नाम लिखिए तथा अभिक्रिया का संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
निकलने वाली गैस का नाम – हाइड्रोजन (H2)।
अभिक्रिया का समीकरण:
2CH3CH2OH + 2Na → 2CH3CH2ONa + H2O

प्रश्न 23.
जब एथेनॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की अधिकता में 443 K तापक्रम पर गर्म किया जाता है तो एथीन गैस प्राप्त होती है। सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की इस क्रिया में क्या भूमिका है? अभिक्रिया का संतुलित समीकरण भी दीजिए।
उत्तर:
सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल का इस अभिक्रिया में निर्जलीकरण का कार्य करता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 24.
कार्बन आवर्त तालिका के समूह 14 का तत्व है जोकि बहुत से तत्वों के साथ यौगिक बनाने के लिए जाना जाता है। निम्न के साथ बनने वाले यौगिकों का उदाहरण दीजिए –

  1. क्लोरीन (आवर्त तालिका के समूह 17 का तत्व)।
  2. ऑक्सीजन (आवर्त तालिका के समूह 16 का तत्व)।

उत्तर:

  1. कार्बन टेट्राक्लोराइड (CCl4)।
  2. कार्बन डाइऑक्साइड (CO2)।

प्रश्न 25.
इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना में संयोजी इलेक्ट्रॉनों को बिन्दुओं या क्रॉसों के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है।

  1. क्लोरीन की परमाणु संख्या 17 है। इसका इलेक्ट्रॉन विन्यास लिखिए।
  2. क्लोरीन अणु का इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख खींचिए।

उत्तर:

  1. Cl का इलेक्ट्रॉन विन्यास 17 = 2, 8, 7।
  2. Cl2 (क्लोरीन अणु) का इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख।
    कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 26.
असंतृप्त हाइड्रोकार्बन में कार्बन परमाणुओं के बीच बहुसहसंयोजी बन्ध होते हैं। इसलिए ये संयोजी अभिक्रियाएँ प्रदर्शित करते हैं। एथेन को एथीन से अन्तर स्पष्ट करने के लिए परीक्षण दीजिए।
उत्तर:
जब एथेन को ज्वाला में जलाते हैं तो वह स्वच्छ नीली ज्वाला (लौ) के साथ जलती है, जबकि एथीन जलाने पर पीली धुंआदार ज्वाला (लौ) के साथ जलती है। अत: एथेन संतृप्त हाइड्रोकार्बन है और एथीन असंतृप्त हाइड्रोकार्बन।

प्रश्न 27.
साबुन एवं अपमार्जक में कोई दो अन्तर लिखिए। (2019)
उत्तर:
साबुन एवं अपमार्जक में अन्तर:

साबुन अपमार्जक
साबुन सोडियम एवं पोटैशियम के फैटी अम्लों के लवण स्टीयरेट एवं पामीटेट आदि होते हैं। अपमार्जक लम्बी कार्बोक्सिलिक अम्ल श्रृंखला के अमोनियम एवं सल्फोनेट लवण होते हैं।
साबुन कठोर जल में अधिक प्रभावी नहीं होते। अपमार्जक कठोर जल में भी अत्यन्त प्रभावी होते हैं।

साबुन की सफाई प्रक्रिया:
साबुन का अणु दो भागों से बना होता है – पहला लम्बा हाइड्रोकार्बन वाला भाग (R) तथा दूसरा Na+ युक्त छोटा अम्लीय भाग (-COO–Na+)। इसमें R जलविरागी तथा एक आयनिक अम्लीय सिरा जलरागी होता है।

जब गंदे कपड़ों को पानी में साबुन के साथ मिलाया जाता है तो साबुन के अणु का आयनिक भाग जलरागी होने के कारण जल में विलेय हो जाता है, जबकि साबुन के अणु का दूसरा भाग जलविरागी होने के कारण तेल या ग्रीस वाले भाग से संलग्न हो जाता है। गंदे कपड़ों को साबुन विलयन में खगालने पर साबुन के अणुओं से संलग्न गंदगी के कण जल में घुलकर बाहर निकल जाते हैं। इस प्रकार कपड़े साफ हो जाते हैं।

साबुन कठोर जल में झाग नहीं दे पाते क्योंकि साबुन कठोर जल में घुले कैल्सियम एवं मैग्नीशियम अभिक्रिया करके अविलेय लवण बनाते हैं जो कपड़ों से चिपक कर साबुन की शोधन क्षमता को कम कर देते हैं। इस कारण साबुन कठोर जल में झाग का निर्माण नहीं करते हैं।

साबुनों की तुलना में अपमार्जकों का उपयोग करने में उत्पन्न समस्याएँ निम्न हैं –

  • अपमार्जकों से कपड़े धोने के लिए अत्यधिक जल की आवश्यकता होती है। इसलिए जलाभाव वाले क्षेत्रों में उनका उपयोग कठिन हो जाता है।
  • कपड़े धोने के बाद हाथों में कुछ चिपचिपाहट पैदा हो जाती है।

प्रश्न 28.
CH4 की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना बनाइए। (2019)
उत्तर:
CH4 की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

MP Board Class 10th Science Chapter 4 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
किसी ऐल्कोहॉल और कार्बोक्सिलिक अम्ल में भेद करने के लिए दो प्रायोगिक परीक्षणों की सूची बनाइए और वर्णन कीजिए कि ये परीक्षण कैसे किए जाते हैं?
उत्तर:
ऐल्कोहॉल एवं कार्बोक्सिलिक अम्लों में भेद के लिए परीक्षण:

  1. लिटमस पत्र द्वारा।
  2. सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट द्वारा।

प्रयोग द्वारा ऐल्कोहॉल एवं कार्बोक्सिलिक अम्ल में अन्तर (पहचान) करना –
1. हम दो परखनली लेते हैं। दिए हुए नमूनों में से प्रत्येक की कुछ मात्रा एक-एक परखनली में डालते हैं फिर इनमें नीला लिटमस पेपर डुबोते हैं। जिस परखनली में डाला गया नीला लिटमस लाल हो जाता है, वह कार्बोक्सिलिक अम्ल है तथा दूसरा ऐल्कोहॉल।
2. प्रत्येक परखनली में हम सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट की कुछ मात्रा डालते हैं।
जिस परखनली में से बुदबुदाहट के साथ झाग देती हुई रंगहीन एवं गन्धहीन गैस निकलती है उस परखनली में कार्बोक्सिलिक अम्ल है तथा दूसरी में ऐल्कोहॉल है।

प्रश्न 2.
एथाइन की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना का चित्रण कीजिए। एथाइन और ऑक्सीजन के मिश्रण का दहन वैल्डिंग के लिए किया जाता है। आपके विचार से इस कार्य के लिए एथाइन और वायु के मिश्रण का उपयोग क्यों नहीं किया जाता है?
उत्तर:
एथाइन की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

वायु में ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है तथा वायु में उपस्थित नाइट्रोजन ऑक्सीजन की क्रियाशीलता को नियन्त्रित करती है। वायु एवं एथाइन के मिश्रण की ज्वाला में बहुत उच्च ताप प्राप्त नहीं होता जो वैल्डिंग के लिए आवश्यक है। इसलिए एथाइन एवं वायु की मिश्रण का उपयोग नहीं करते हैं।

प्रश्न 3.
एथेनॉल का संरचना सूत्र लिखिए। क्या होता है जब इसे सान्द्र H2SO4 के आधिक्य में 443 K पर गर्म किया जाता है। अभिक्रिया का समीकरण लिखिए तथा इस अभिक्रिया में सान्द्र H2SO4 की भूमिका का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:
एथेनॉल का संरचना सूत्र:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

जब एथेनॉल को सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की अधिकता में 443 K ताप पर गर्म किया जाता है तो एथीन गैस बनती है।
अभिक्रिया का समीकरण:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

इस अभिक्रिया में सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल की भूमिका निर्जलीकारक की है।

प्रश्न 4.
प्रत्येक के लिए रासायनिक समीकरण की सहायता से एस्टरीकरण और साबुनीकरण अभिक्रियाओं के बीच विभेदन कीजिए। एस्टरों और साबुनीकरण प्रक्रिया का एक-एक उपयोग लिखिए।
उत्तर:
कार्बोक्सिलिक अम्ल और ऐल्कोहॉलों की अभिक्रिया द्वारा सुगन्धित कार्बनिक यौगिक, एस्टर बनने की प्रक्रिया एस्टरीकरण होती है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

जबकि एस्टर एवं सोडियम हाइड्रॉक्साइड (एक क्षार) की अभिक्रिया स्वरूप कार्बोक्सिलिक अम्ल का सोडियम लवण एवं ऐल्कोहॉल बनने की प्रक्रिया साबुनीकरण होती है।
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

एस्टर का उपयोग: इनका उपयोग इत्र (सुगंध) बनाने तथा स्वाद उत्पन्न करने में होता है।
साबुनीकरण का उपयोग: इस प्रक्रिया का उपयोग साबुन बनाने में होता है।

प्रश्न 5.
एथेनॉइक अम्ल की निम्नलिखित के साथ अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण दीजिए –

  1. सोडियम।
  2. सोडियम हाइड्रॉक्साइड।
  3. एथेनॉल।

उत्तर:
1. एथेनॉइक अम्ल की सोडियम के साथ अभिक्रिया:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

2. एथेनॉइक अम्ल की सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ अभिक्रिया:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

3. एथेनॉल के साथ एथेनॉइक अम्ल की अभिक्रिया:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 6.
किसी ऐल्डिहाइड एवं किसी कीटोन दोनों को समान अणुसूत्र C3H6O द्वारा निरूपित किया जा सकता है। इनकी संरचनाएँ एवं नाम लिखिए। विज्ञान की भाषा में इन दोनों के बीच सम्बन्ध का उल्लेख कीजिए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

ऐल्डिहाइड ‘ईनोल रूप’ है तथा कीटोन कीटो रूप’।

प्रश्न 7.
एथाइन का इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख एवं संरचना सूत्र बनाइए।
उत्तर:
एथाइन का इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 8.
निम्न यौगिकों के नाम लिखिए –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
(a) पेन्टेनोइक एसिड।
(b) ब्यूटाइन।
(c) हेप्टानल।
(d) पेन्टेनॉल।

प्रश्न 9.
निम्न प्रकार्यात्मक समूह की पहचान कीजिए और उसका नाम लिखिए –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 10.
कार्बोक्सिलिक एसिड एवं एक ऐल्कोहॉल की कुछ बूंद H2SO4 की उपस्थिति में अभिक्रिया के फलस्वरूप एक यौगिक X बनता है। ऐल्कोहॉल क्षारीय KMnO4 से उपचयित होकर अम्लीकरण से वही कार्बोक्सिलिक अम्ल प्राप्त होता है जो इस अभिक्रिया में प्रयुक्त हुआ।

  1. कार्बोक्सिलिक अम्ल
  2. ऐल्कोहॉल एवं
  3. यौगिक x के नाम एवं संरचना दीजिए तथा अभिक्रिया के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।

उत्तर:
1. कार्बोक्सिलिक अम्ल एथेनोइक अम्ल है।
संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

2. ऐल्कोहॉल एथेनॉल है।
संरचना:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

3. यौगिक X एथिल एथेनोएट है।
संरचना:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

रासायनिक समीकरण:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 11.
निम्न यौगिकों में उपस्थित प्रक्रियात्मक समूहों के नाम लिखिए –

  1. CH3COCH2CH2CH2CH3
  2. CH2CH2CH2COOH
  3. CH3CH2CH2CH2CHO
  4. CH3CH2OH

उत्तर:

  1. कीटोन।
  2. कार्बोक्सिलिक एसिड।
  3. ऐल्डिहाइड।
  4. ऐल्कोहॉल।

प्रश्न 12.
श्रृंखलन एक परमाणु की उसी तत्व के दूसरे परमाणु के साथ बन्धन बनाने की क्षमता को कहते हैं। यह दोनों तत्वों कार्बन एवं सिलिकॉन द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। इन दोनों तत्वों की श्रृंखलन क्षमता की तुलना कीजिए।
उत्तर:
कार्बन, सिलिकॉन अथवा अन्य ऐसे तत्वों की अपेक्षा श्रृंखलन (कैटीनेशन) की क्षमता अधिक रखता है, क्योंकि इसका आकार बहुत छोटा है जिसके कारण C – C बन्ध अधिक प्रबल होता है, जबकि Si – Si बन्ध अपने बड़े आकार के कारण तुलनात्मक रूप से कमजोर होता है।

प्रश्न 13.
स्तम्भ ‘A’ में दी हुई अग्र अभिक्रियाओं को स्तम्भ ‘B’ में दिए हुए नामों से मिलान कीजिए –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (d)।
  2. → (a)।
  3. → (b)।
  4. → (c)।

प्रश्न 14.
निम्नलिखित रासायनिक अभिक्रियाओं में तीर के चिह्न पर लिखे धातु तत्व या अभिकारकों की क्या भूमिका है?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
(a) Ni, एक उत्प्रेरक की भूमिका में है।
(b) सान्द्र H2SO4 एक उत्प्रेरक की भूमिका में है।
(c) क्षारीय KMnO4 एक उपचायक (ऑक्सीकारक) की भूमिका में है।

प्रश्न 15.
एक लवण X प्राप्त होता है तथा एक गैस निकलती है जब एथेनॉइक अम्ल की अभिक्रिया सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के साथ होती है। बनने वाले लवण X का नाम तथा निकलने वाली गैस का नाम लिखिए। यह सिद्ध करने के लिए कि निकलने वाली गैस वही है जिसका आपने नाम लिया है एक क्रियाकलाप दीजिए। होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण भी दीजिए।
उत्तर:
चूँकि सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट किसी भी अम्ल में अभिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड गैस देता है और उस अम्ल का सोडियम लवण बनाता है। इसलिए निकलने वाली गैस कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) एवं लवण X सोडियम एथेनॉइट (CH3COONa) होगा। गैस के परीक्षण के लिए हम गैस को चूने के पानी [Ca(OH)2] में प्रवाहित करते हैं तो हम देखते हैं कि यह अविलेय CaCO3 बनने के कारण दूधिया हो जाता है अतः गैस कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) ही है यह निश्चित हो जाता है।
अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Ca(OH)2 + CO2 → CaCO3 + H2O

प्रश्न 16.
संतृप्त एवं असंतृप्त हाइड्रोकार्बनों में संरचनात्मक अन्तर दीजिए। प्रत्येक के दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
संतृप्त हाइड्रोकार्बनों की संरचना में कार्बन परमाणुओं के मध्य तथा सभी एकल बन्ध होते हैं।
उदाहरणार्थ:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

जबकि असंतृप्त हाइड्रोकार्बन में कम-से-कम एक द्वि-बन्ध या त्रि-बन्ध अवश्य होता है।
उदाहरणार्थ:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 17.
वानस्पतिक तेलों को वानस्पतिक वसा (घी) में परिवर्तित करने के लिए सामान्यतः प्रयुक्त अभिक्रिया का नाम लिखिए। इसमें प्रयुक्त (होने वाली) अभिक्रिया को विस्तार से समझाइए। अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण भी दीजिए।
उत्तर:
वानस्पतिक तेलों को वानस्पतिक वसा (घी) में बदलने के लिए जो अभिक्रिया प्रयोग की जाती है उसे हम हाइड्रोजनीकरण कहते हैं। वानस्पतिक तेलों में असंतृप्त कार्बनिक यौगिक होते हैं। जब इनको निकैल के बारीक चूर्ण की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ गर्म किया जाता है तो संलयन अभिक्रिया के फलस्वरूप हाइड्रोजन से मिलकर वे संतृप्त कार्बनिक यौगिक बनाते हैं। यहाँ निकैल का चूर्ण उत्प्रेरक का कार्य करता है।
अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

[निर्देश: यहाँ दिए गए सूत्र सांकेतिक है।

प्रश्न 18.
कार्बन टेट्राक्लोराइड का सूत्र लिखिए तथा उसका इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख बनाइए।
उत्तर:
कार्बन टेट्राक्लोराइड –
सूत्र – CCl4 (अणुसूत्र)

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 19.
निम्न परिवर्तन आप कैसे करेंगे? प्रयुक्त प्रक्रिया का नाम एवं सम्बन्धित अभिक्रिया एवं उसका रासायनिक समीकरण लिखिए

  1. एथेनॉल से एथीन।
  2. प्रोपेनॉल में प्रोपेनोइक अम्ल।

उत्तर:
1. प्रयुक्त प्रक्रिया का नाम:
निर्जलीकरण गर्म सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) की उपस्थिति में जब ऐथेनॉल (C2H5OH) को गर्म किया जाता है तो निर्जलीकरण के फलस्वरूप एथीन गैस (C2H4) बनती है।
समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

2. प्रयुक्त प्रक्रिया का नाम – उपचयन (ऑक्सीकरण)।
ऑक्सीकारक क्षारीय KMnO4 की उपस्थिति में प्रोपेनॉल को गर्म करने पर उपचयन (ऑक्सीकरण) की प्रक्रिया के फलस्वरूप प्रोपेनोइक अम्ल प्राप्त होता है।
रासायनिक समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

MP Board Class 10th Science Chapter 4 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
हेक्सेन के सभी सम्भावित समावयवों के संरचना सूत्र लिखिए।
उत्तर:
हेक्सेन के सम्भावित समावयवों के संरचना सूत्र:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
अणुसूत्र C3H6 वाले यौगिक के सम्भावित सभी समावयवों के नाम एवं संरचना सूत्र बनाइए तथा उनके इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख बनाइए।
उत्तर:
अणुसूत्र C3H6 वाले यौगिक के सम्भावित समावयव हैं –
(1) प्रोपेनॉन (CH3COCH3):
संरचना सूत्र:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(2) प्रोपेनल (CH3 – CH2 – CHO):
संरचना सूत्र:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

इलेक्ट्रॉन बिन्दु आरेख:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 3.
निम्नलिखित अभिक्रियाओं को उदाहरण सहित समझाइए –

  1. हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया।
  2. ऑक्सीकरण (उपचयन) अभिक्रिया।
  3. प्रतिस्थापन अभिक्रिया।
  4. साबुनीकरण अभिक्रिया।
  5. दहन अभिक्रिया।

उत्तर:
1. हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया:
“असंतृप्त हाइड्रोकार्बन निकैल उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन से संयुक्त होकर संतृप्त हाइड्रोकार्बन देते हैं। यह अभिक्रिया हाइड्रोजनीकरण अभिक्रिया कहलाती है।”

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

2. ऑक्सीकरण (उपचयन) अभिक्रिया:
“एथेनॉल क्षारीय KMnO4 की उपस्थिति में गर्म करने पर ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके एथेनॉइक अम्ल में ऑक्सीकृत (उपचयित) हो जाते हैं। यह अभिक्रिया ऑक्सीकरण (उपचयन) अभिक्रिया कहलाती है।”

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

3. प्रतिस्थापन अभिक्रिया:
“सौर प्रकाश की उपस्थिति में हाइड्रोकार्बन क्लोरीन से अभिक्रिया करते हैं तथा हाइड्रोजन के परमाणु को विस्थापित करके स्वयं उसके स्थान को ग्रहण कर लेते हैं। यह अभिक्रिया प्रतिस्थापन अभिक्रिया कहलाती है।”

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

4. साबुनीकरण अभिक्रिया:
एस्टर सोडियम हाइड्रॉक्साइड से अभिक्रिया करके सोडियम के कार्बनिक लवण बनाते हैं। यह अभिक्रिया साबुनीकरण कहलाती है।
CH3COOC2H5 + NaOH → CH3COONa + C2H5OH

5. दहन अभिक्रिया:
“अधिकतर कार्बनिक यौगिक वायु में जलने पर प्रकाश एवं ऊष्मा उत्पन्न करते हैं। यह अभिक्रिया दहन अभिक्रिया कहलाती है।”
CH4 + 2O2 → CO2 + 2H2O + ऊष्मा + प्रकाश

प्रश्न 4.
एक कार्बनिक यौगिक A सान्द्र सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) के साथ गर्म करने पर एक यौगिक B बनाता है जो एक अणु हाइड्रोजन से निकिल उत्प्रेरक की उपस्थिति में संयुक्त होकर यौगिक C बनाता है। C यौगिक का एक अणु जलने पर दो अणु CO2 एवं 3 अणु जल (H2O) देता है। यौगिक A, B, एवं C की पहचान कीजिए एवं सम्बन्धित रासायनिक अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए।
उत्तर:
चूँकि यौगिक C का एक अणु जलने पर 2 अणु CO2 एवं 3 अणु H2O देता है। इससे स्पष्ट होता है कि यौगिक C का अणुसूत्र C2H6 (एथेन) होगा। एथेन C का एक अणु हमको एक अणु H2 को यौगिक B से संयोग के द्वारा मिलता है। अतः यौगिक B का अणुसूत्र C2H4 (एथीन) होना चाहिए। चूँकि यौगिक B हमको सान्द्र H2SO4 के साथ यौगिक A को गर्म करने से प्राप्त होता है। इसलिए यौगिक A C2H5OH (एथेनॉल) होना चाहिए।
अभिक्रियाएँ:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
एक परखनली A में सोडियम कार्बोनेट लेकर इसमें एथेनॉइक अम्ल डालते हैं। इससे निकलने वाली गैस को एक निकास नली के द्वारा दूसरी परखनली B में रखे चूने का पानी [Ca(OH)2] कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड (विलयन) में प्रवाहित किया जाता है। निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

  1.  परखनली B में रखे कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड के विलयन में आप क्या परिवर्तन होते प्रेक्षित करेंगे।
  2. परखनली A एवं परखनली B में होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं को रासायनिक समीकरणों के साथ लिखिए।
  3. यदि एथेनॉइक अम्ल के स्थान पर एथेनॉल लिया जाए तो आप क्या परिवर्तन अपेक्षित करते हैं?
  4. चूने का पानी प्रयोगशाला में कैसे बनाया जाता है?

उत्तर:
1. परखनली B में रखे कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड का विलयन दूधिया हो जाता है तथा अधिकता में गैस प्रवाहित करने पर दूधिया रंग गायब हो जाता है।

2. परखनली A में अभिक्रिया के फलस्वरूप CO2 गैस निकलती है।
2CH3COOH + Na2CO3 → 2CH3COONa + H2O + CO2
परखनली B में अभिक्रियाएँ:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

3. C2H5OH एवं Na2CO3 आपस में अभिक्रिया नहीं करते। इसलिए पहले जैसा परिवर्तन अपेक्षित नहीं है।

4. चूना (कैल्सियम ऑक्साइड) को जल में घोला जाता है। घोल को कुछ समय तक रखा जाता है फिर ऊपर के द्रव को निथार लिया जाता है। इस प्रकार चूने का पानी प्रयोगशाला में प्राप्त हो जाता है।

प्रश्न 6.
कुछ कार्बनिक यौगिक हाइड्रोकार्बन क्यों कहलाते हैं? एल्केन, एल्कीन और एल्काइन की समजातीय श्रेणियाँ के सामान्य सूत्र लिखिए तथा प्रत्येक श्रेणी के प्रथम सदस्य की संरचना भी खींचिए। एल्कीन को एल्केन में परिवर्तित करने की अभिक्रिया का नाम लिखिए और रासायनिक समीकरण द्वारा इस अभिक्रिया के होने के लिए आवश्यक परिस्थितियों को भी दर्शाइए।
उत्तर:
कुछ कार्बनिक यौगिक हाइड्रोकार्बन कहलाते हैं, क्योंकि उनमें केवल कार्बन एवं हाइड्रोजन दो ही तत्व होते हैं।

  • ऐल्केन की समजातीय श्रेणी का सामान्य सूत्र: CnH2n+2
  • ऐल्कीन की समजातीय श्रेणी का सामान्य सूत्र: CnH2n
  • ऐल्काइन की समजातीय श्रेणी का सामान्य सूत्र: CnH2n-2

ऐल्केन श्रेणी का प्रथम सदस्य मेथेन (CH4) है। अत: मेथेन का संरचना सूत्र:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

ऐल्कीन श्रेणी का प्रथम सदस्य एथीन (C2H4) है।
अत: एथीन का संरचना सूत्र:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

ऐल्काइन श्रेणी का प्रथम सदस्य एथाइन (C2H2) है।
अतः एथाइन का संरचना सूत्र:
H-C≡C-H
ऐल्कीन को ऐल्केन में परिवर्तित करने की अभिक्रिया हाइड्रोजनीकरण कहलाती है।
रासायनिक समीकरण:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 7.
साबुन तथा अपमार्जक दोनों ही एक प्रकार के लवण हैं। इनमें क्या अन्तर है? साबुन की सफाई प्रक्रिया का संक्षेप में वर्णन कीजिए। साबुन कठोर जल में झाग का निर्माण क्यों नहीं करते? साबुनों की तुलना में अपमार्जकों का उपयोग करने से उत्पन्न दो समस्याओं की सूची बनाइए।
उत्तर:
साबुन एवं अपमार्जक में अन्तर:

साबुन अपमार्जक
साबुन सोडियम एवं पोटैशियम के फैटी अम्लों के लवण स्टीयरेट एवं पामीटेट आदि होते हैं। अपमार्जक लम्बी कार्बोक्सिलिक अम्ल श्रृंखला के अमोनियम एवं सल्फोनेट लवण होते हैं।
साबुन कठोर जल में अधिक प्रभावी नहीं होते। अपमार्जक कठोर जल में भी अत्यन्त प्रभावी होते हैं।

साबुन की सफाई प्रक्रिया:
साबुन का अणु दो भागों से बना होता है – पहला लम्बा हाइड्रोकार्बन वाला भाग (R) तथा दूसरा Na+ युक्त छोटा अम्लीय भाग (-COO–Na+)। इसमें R जलविरागी तथा एक आयनिक अम्लीय सिरा जलरागी होता है।

जब गंदे कपड़ों को पानी में साबुन के साथ मिलाया जाता है तो साबुन के अणु का आयनिक भाग जलरागी होने के कारण जल में विलेय हो जाता है, जबकि साबुन के अणु का दूसरा भाग जलविरागी होने के कारण तेल या ग्रीस वाले भाग से संलग्न हो जाता है। गंदे कपड़ों को साबुन विलयन में खगालने पर साबुन के अणुओं से संलग्न गंदगी के कण जल में घुलकर बाहर निकल जाते हैं। इस प्रकार कपड़े साफ हो जाते हैं।

साबुन कठोर जल में झाग नहीं दे पाते क्योंकि साबुन कठोर जल में घुले कैल्सियम एवं मैग्नीशियम अभिक्रिया करके अविलेय लवण बनाते हैं जो कपड़ों से चिपक कर साबुन की शोधन क्षमता को कम कर देते हैं। इस कारण साबुन कठोर जल में झाग का निर्माण नहीं करते हैं।

साबुनों की तुलना में अपमार्जकों का उपयोग करने में उत्पन्न समस्याएँ निम्न हैं –

  • अपमार्जकों से कपड़े धोने के लिए अत्यधिक जल की आवश्यकता होती है। इसलिए जलाभाव वाले क्षेत्रों में उनका उपयोग कठिन हो जाता है।
  • कपड़े धोने के बाद हाथों में कुछ चिपचिपाहट पैदा हो जाती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 8.
कोई कार्बन यौगिक ‘P’ आधिक्य सान्द्र H2SO4 के साथ गर्म किए जाने पर कोई अन्य यौगिक ‘Q’ बनाता है जो निकैल उत्प्रेरक की उपस्थित में हाइड्रोजन से संकलन करके कोई संतप्त यौगिक ‘R’ बनाता है। ‘R’ का एक अणु, दहन होने पर, कार्बन डाइऑक्साइड के दो अणु तथा जल के तीन अणु बनाता है। PQ और R को पहचानिए और सम्मिलित अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
चूँकि यौगिक C का एक अणु जलने पर 2 अणु CO2 एवं 3 अणु H2O देता है। इससे स्पष्ट होता है कि यौगिक C का अणुसूत्र C2H6 (एथेन) होगा। एथेन C का एक अणु हमको एक अणु H2 को यौगिक B से संयोग के द्वारा मिलता है। अतः यौगिक B का अणुसूत्र C2H4 (एथीन) होना चाहिए। चूँकि यौगिक B हमको सान्द्र H2SO4 के साथ यौगिक A को गर्म करने से प्राप्त होता है। इसलिए यौगिक A C2H5OH (एथेनॉल) होना चाहिए।
अभिक्रियाएँ:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 3 धातु एवं अधातु

MP Board Class 10th Science Chapter 3 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न श्रृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 45

प्रश्न 1.
ऐसी धातु का उदाहरण दीजिए जो –
(i) कमरे के ताप पर द्रव होती है।
(ii) चाकू से आसानी से काटी जा सकती है।
(iii) ऊष्मा की सबसे अच्छी चालक होती है।
(iv) ऊष्मा की कुचालक होती है।
उत्तर:
(i) पारद (मर्करी)
(ii) सोडियम
(ii) सिल्वर एवं कॉपर
(iv) लेड एवं मर्करी

प्रश्न 2.
‘आघातवर्थ्य’ तथा ‘तन्य’ का अर्थ बताइए।
उत्तर:
आघातवर्ध्य: “वे धातुएँ जो पीटने पर पतली चादर की तरह फैल जाती हैं, आघातवर्ध्य कहलाती हैं।
तन्य: वे धातुएँ जिनके तार खींचे जा सकते हैं, तन्य कहलाती हैं।

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 51

प्रश्न 1.
सोडियम को कैरोसीन में डुबोकर क्यों रखा जाता है?
उत्तर:
सोडियम धातु वायुमण्डल की नमी (आर्द्रता) के प्रति अतिक्रियाशील होती है। इसलिए इसे कैरोसीन में डुबोकर रखा जाता है, ताकि यह नमी के सम्पर्क में न आए।

प्रश्न 2.
निम्न अभिक्रियाओं के लिए समीकरण लिखिए –

  1. भाप के साथ आयरन।
  2. जल के साथ कैल्सियम तथा पोटैशियम।

उत्तर:
1. 3Fe + 4H2O → Fe3O4 + 4H2 ↑
2. Ca + 2H2O → Ca(OH)2 + H2 ↑
2K + 2H2O → 2KOH + H2 ↑

प्रश्न 3.
A, B, C एवं D चार धातुओं के नमूनों को लेकर एक – एक करके निम्न विलयन में डाला गया। इसमें प्राप्त परिणाम को निम्न प्रकार से सारणीबद्ध किया गया है –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

इस सारणी का उपयोग करके धातु A, B, C एवं D के सम्बन्ध में निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए –

  1. सबसे अधिक अभिक्रियाशील धातु कौन – सी है?
  2. धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के विलयन में डाला जाए तो क्या होगा?
  3. धातु A, B, C एवं D को क्रियाशीलता के घटते हुए क्रम में लिखिए।

उत्तर:

  1. सबसे अधिक क्रियाशील धातु: ‘B’ है।
  2. जब धातु B को कॉपर (II) सल्फेट के नीले विलयन में डाला जाता है तो विलयन का रंग उड़ जाता है तथा धातु ‘B’ पर एक भूरे रंग की कॉपर की परत चढ़ जाती है तथा BSO4 का रंगहीन विलयन प्राप्त होता है।
  3. क्रियाशीलता के घटते क्रम में: B > A > C > D

प्रश्न 4.
अभिक्रियाशील धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है, तो कौन – सी गैस निकलती है? आयरन के साथ तनु H2SO4 की रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
जब अभिक्रियाशील धातु को तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल में डाला जाता है तो हाइड्रोजन गैस निकलती है।

आयरन के साथ तनु H2SO4 की अभिक्रिया:
जब आयरन के साथ तनु H2SO4 की अभिक्रिया करायी जाती है तो आयरन सल्फेट (फेरस सल्फेट) का हरा विलयन प्राप्त होता है और हाइड्रोजन गैस निकलती है।
Fe + dil. H2SO4 → FeSO4 + H2

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
जिंक को आयरन (II) सल्फेट के विलयन में डालने से क्या होता है? इसकी रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
आयरन (II) सल्फेट विलयन का रंग उड़ जाता है तथा रंगहीन जिंक सल्फेट का विलयन बनता है तथा जिंक पर आयरन की परत चढ़ जाती है।
Zn + FeSO4 → ZnSO4 + Fe

प्रश्न शृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 54

प्रश्न 1.

  1. सोडियम, ऑक्सीजन एवं मैग्नीशियम के लिए इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना लिखिए।
  2. इलेक्ट्रॉन के स्थानान्तरण के द्वारा Na2O एवं MgO का निर्माण दर्शाइए।
  3. इन यौगिकों में कौन – से आयन उपस्थित हैं?

उत्तर:
1. सोडियम, ऑक्सीजन एवं मैग्नीशियम की इलेक्ट्रॉन बिन्दु संरचना:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

2.
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

3. Na2O में 2Na+ आयन एवं एक O2- आयन है।
MgO में एक Mg2+ आयन एवं एक O2- आयन है।

प्रश्न 2.
आयनिक यौगिकों के उच्च गलनांक क्यों होते हैं? (2019)
उत्तर:
चूँकि प्रबल अन्तर:
आयनिक आकर्षण को तोड़ने के लिए ऊर्जा की पर्याप्त मात्रा की आवश्यकता होती है। इसलिए आयनिक यौगिकों के उच्च गलनांक होते हैं।

प्रश्न शृंखला-4 # पृष्ठ संख्या 59

प्रश्न 1.
निम्न पदों की परिभाषा दीजिए –

  1. खनिज।
  2. अयस्क (2019)।
  3. गेंग (2019)।

उत्तर:

  1. खनिज: “पृथ्वी से प्राप्त वे प्राकृतिक पदार्थ, जिनमें धातुएँ या उनके यौगिक किसी न किसी रूप में समाहित होते हैं, खनिज कहलाते हैं।”
  2. अयस्क: “ऐसे खनिज जिनसे धातुओं का आसानी से तथा लाभदायक तरीके से निष्कर्षण किया जा सकता है, अयस्क कहलाते हैं।”
  3. गेंग: “अयस्क में उपस्थित व्यर्थ पदार्थ (रेत, मिट्टी आदि) गेंग कहलाते हैं”।

प्रश्न 2.
दो धातुओं के नाम बताइए जो प्रकृति में मुक्त अवस्था में पाई जाती हैं।
उत्तर:

  1. सोना।
  2. चाँदी।

प्रश्न 3.
धातु को उसके ऑक्साइड से प्राप्त करने के लिए किस रासायनिक प्रक्रम का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
अपचयन का।

प्रश्न शृंखला-5 # पृष्ठ संख्या 61

प्रश्न 1.
जिंक, मैग्नीशियम एवं कॉपर के धात्विक ऑक्साइडों को अग्र धातुओं के साथ गर्म किया गया –

धातु धातु जिंक मैग्नीशियम कॉपर
जिंक ऑक्साइड
मैग्नीशियम ऑक्साइड
कॉपर ऑक्साइड

किस स्थिति में विस्थापन अभिक्रिया घटित होगी?
उत्तर:
जब कॉपर ऑक्साइड मैग्नीशियम के साथ गर्म किया जाता है तो विस्थापन होगा।

प्रश्न 2.
कौन – सी धातु आसानी से संक्षारित नहीं होती है?
उत्तर:
गोल्ड (सोना)।

प्रश्न 3.
मिश्रातु क्या होते हैं?
उत्तर:
मिश्रातु:
“दो या दो से अधिक धातुओं के समांगी मिश्रण को मिश्रातु कहते हैं।”

MP Board Class 10th Science Chapter 3 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
निम्नलिखित में कौन – सा युगल विस्थापन अभिक्रिया प्रदर्शित करता है?
(a) NaCl विलयन एवं कॉपर धातु।
(b) MgCl2 विलयन एवं ऐलुमिनियम धातु।
(c) FeSO4 विलयन एवं सिल्वर धातु।
(d) AgNO3 विलयन एवं कॉपर धातु।
उत्तर:
(d) AgNO3 विलयन एवं कॉपर धातु।

प्रश्न 2.
लोहे के फ्राइंग पैन (Frying pan) को जंग से बचाने के लिए निम्नलिखित में से कौन – सी विधि उपयुक्त है?
(a) ग्रीस लगाकर।
(b) पेंट लगाकर।
(c) जिंक की परत चढ़ाकर।
(d) ये सभी।
उत्तर:
(c) जिंक की परत चढ़ाकर।

प्रश्न 3.
कोई धातु ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया कर उच्च गलनांक वाला यौगिक निर्मित करती है। यह यौगिक जल में विलेय है। यह तत्व क्या हो सकता है?
(a) कैल्सियम।
(b) कार्बन।
(c) सिलिकन।
(d) लोहा।
उत्तर:
(a) कैल्सियम।

प्रश्न 4.
खाद्य पदार्थों के डिब्बों पर जिंक के बजाय टिन का लेप होता है, क्योंकि?
(a) टिन की अपेक्षा जिंक महँगा है।
(b) टिन की अपेक्षा जिंक का गलनांक अधिक है।
(c) टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील है।
(d) टिन की अपेक्षा जिंक कम अभिक्रियाशील है।
उत्तर:
(c) टिन की अपेक्षा जिंक अधिक अभिक्रियाशील है।

प्रश्न 5.
आपको एक हथौड़ा, बैटरी, बल्ब, तार एवं स्विच दिया गया है –
(a) इनका उपयोग कर धातुओं एवं अधातुओं के नमूनों के बीच आप विभेद कैसे कर सकते हैं?
(b) धातुओं और अधातुओं में विभेदन के लिए इन परीक्षणों की उपयोगिताओं का आकलन कीजिए।
उत्तर:
(a) (i) हम दिए गए हथौड़े से दिए हुए नमूनों पर प्रहार करेंगे अगर वे टुकड़े – टुकड़े होकर बिखर गए तो अधातु तथा यदि चादर की तरह फैल गए तो धातु है।
(ii) बैटरी, बल्ब, स्विच को तार के माध्यम से श्रेणीक्रम में जोड़कर दोनों नमूनों में होकर विद्युत् धारा प्रवाहित करेंगे। विद्युत् धारा जिस नमूने में होकर प्रवाहित हो जाती है अर्थात् बल्ब जल जाता है वह धातु है अन्यथा अधातु।
(b) उपर्युक्त परीक्षण एकदम विश्वस्त नहीं है, क्योंकि कुछ धातुएँ भंगुर होती हैं तथा ग्रेफाइट अधातु होते हुए भी विद्युत् धारा की सुचालक होती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 6.
उभयधर्मी ऑक्साइड क्या होते हैं? दो उभयधर्मी ऑक्साइडों का उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
उभयधर्मी ऑक्साइड:
“जो ऑक्साइड अम्लीय एवं क्षारकीय दोनों गुणों को प्रदर्शित करते हैं, वे उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते हैं।”
अथवा
“जो ऑक्साइड अम्लों एवं क्षारों, दोनों से अभिक्रिया करके लवण एवं जल बनाते हैं, वे उभयधर्मी ऑक्साइड कहलाते हैं।”
उदाहरण:

  1. ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2O3)।
  2. जिंक ऑक्साइड (ZnO)।

प्रश्न 7.
दो धातुओं के नाम बताइए जो तनु अम्ल से हाइड्रोजन को विस्थापित कर देंगी तथा दो धातुएँ जो ऐसा नहीं कर सकतीं।
उत्तर:
तनु अम्लों से हाइड्रोजन विस्थापित करने वाली धातुएँ –

  1. मैग्नीशियम (Mg)।
  2. जिंक (Zn)।

तनु अम्लों से हाइड्रोजन विस्थापित नहीं कर सकने वाली धातुएँ –

  1. कॉपर (Cu)।
  2. सिल्वर (Ag)।

प्रश्न 8.
किसी धातु M के विद्युत् अपघटनी परिष्करण में आप ऐनोड, कैथोड एवं विद्युत् अपघटन किसे बनाएँगे?
उत्तर:
कैथोड – शुद्ध M धातु, ऐनोड – अशुद्ध M धातु एवं विद्युत् अपघट्य – धातु M के किसी विलेय यौगिक का जलीय विलयन।

प्रश्न 9.
प्रत्यूष ने सल्फर चूर्ण को स्पैचुला में लेकर गर्म किया। संलग्न आकृति के अनुसार एक परखनली को उल्टा करके उसने उत्सर्जित गैस को एकत्रित किया
(a) गैस की क्रिया क्या होगी?
(i) सूखे लिटमस पत्र पर? सल्फर पाउडर
(ii) आदें लिटमस पत्र पर?
(b) ऊपर की अभिक्रियाओं के लिए संतुलित रासायनिक अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(a)
(i) सूखे लिटमस पत्र पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।
(ii) आर्द्र नीले लिटमस को लाल कर देती है, क्योंकि एकत्रित गैस सल्फर डाइऑक्साइड है जो पानी से क्रिया करके सल्फ्यूरिक अम्ल बनाती है।
(b)
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 10.
लोहे को जंग से बचाने के लिए दो तरीके बताइए। (2019)
उत्तर:
लोहे को जंग से बचाने के दो तरीके:

  1. यशदलेपन – लोहे पर जस्ते की परत चढ़ा देते हैं।
  2. क्रोमियम लेपन – लोहे पर क्रोमियम की परत चढ़ा देते हैं।

प्रश्न 11.
ऑक्सीजन के साथ संयुक्त होकर अधातुएँ कैसा ऑक्साइड बनाती हैं? (2019)
उत्तर:
ऑक्सीजन अधातुओं से संयुक्त होकर प्रायः अम्लीय ऑक्साइड बनाती हैं, लेकिन कुछ ऑक्साइड उदासीन भी होते हैं।

प्रश्न 12.
कारण बताइए –

  1. प्लेटिनम, सोना एवं चाँदी का उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है। (2019)
  2. सोडियम, पोटैशियम एवं लीथियम को तेल के अन्दर संग्रहीत किया जाता है।
  3. ऐलुमिनियम अत्यन्त अभिक्रियाशील धातु है, फिर भी इसका उपयोगखाना बनाने में किया जाता है।
  4. निष्कर्षण प्रक्रम में कार्बोनेट एवं सल्फाइड अयस्क को ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है।

उत्तर:

  1. प्लेटिनम, सोना एवं चाँदी अत्यन्त ही क्षीण क्रियाशील होती हैं तथा इनका संक्षारण नहीं होता इसलिए इनका उपयोग आभूषण बनाने के लिए किया जाता है।
  2. सोडियम, पोटैशियम एवं लीथियम अतिक्रियाशील धातुएँ हैं और वायुमण्डल की आर्द्रता (नमी) से भी क्रिया कर सकती हैं। इसलिए इन्हें बचाने के लिए इनको तेल के अन्दर संग्रहीत किया जाता है ताकि ये नमी के सम्पर्क में न आएँ।
  3. ऐलुमिनियम ऊष्मा की अच्छी चालक है तथा इसका गलनांक उच्च होता है। यह खौलते जल से भी अभिक्रिया नहीं करती तथा हल्के अम्लों से भी नहीं। इनकी क्रियाशीलता क्षारों के प्रति अधिक होती है जो खाना बनाने में प्रयुक्त नहीं होते। इसलिए अत्यन्त अभिक्रियाशील होते हुए भी इनका उपयोग खाना बनाने वाले बर्तनों को बनाने में किया जाता है।
  4. कार्बोनेट एवं सल्फाइड अयस्कों को निष्कर्षण प्रक्रम में ऑक्साइड में परिवर्तित किया जाता है क्योंकि ऑक्साइडों का अपचयन करके धातु आसानी से निष्कर्षित की जा सकती है।

प्रश्न 13.
आपने ताँबे के मलीन बर्तनों को नींबू या इमली के रस से साफ करते अवश्य देखा होगा। यह खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ करने में क्यों प्रभावी हैं?
उत्तर:
ताँबे के बर्तनों के ऊपर क्षारकीय ऑक्साइडों की परत जम जाने के कारण वे मलीन हो जाते हैं। नींबू, इमली या अन्य खट्टे पदार्थों में हल्का अम्ल होता है जो क्षारकीय परत से अभिक्रिया करके उसे उदासीन कर देता है और हटा देता है जिससे ताँबे के बर्तन चमकने लगते हैं। इसलिए खट्टे पदार्थ बर्तन को साफ करने में प्रभावी हैं।

प्रश्न 14.
रासायनिक गुणधर्म के आधार पर धातुओं एवं अधातुओं में विभेद कीजिए। (2019)
उत्तर:
रासायनिक गुणधर्मों के आधार पर धातुओं एवं अधातुओं में विभेद –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 15.
एक व्यक्ति प्रत्येक घर में सुनार बनकर जाता है। उसने पुराने एवं मलीन सोने के आभूषणों में पहले जैसी चमक पैदा करने का ढोंग रचाया। कोई संदेह किए बिना ही एक महिला अपने सोने के कंगन उसे देती है, जिसे वह एक विशेष विलयन में डाल देता है। कंगन नए की तरह चमकने लगते हैं, लेकिन उनका वजन अत्यन्त कम हो जाता है। वह महिला बहुत दुखी होती है तथा तर्क-वितर्क के पश्चात् उस व्यक्ति को झुकना पड़ता है। एक जासूस की तरह क्या आप उस विलयन की प्रकृति के बारे में बता सकते हैं?
उत्तर:
हाँ, बता सकते हैं। वह विलयन एक तीव्र विलायक है जो सोने को अपने अन्दर घोल लेता है। इसका नाम अम्लराज (ऐक्वा रेजिया) कहलाता है।

प्रश्न 16.
गर्म जल का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है, परन्तु इस्पात (लोहे की मिश्रातु) का नहीं। इसका कारण बताइए।
उत्तर:
ताँबा इस्पात (लोहे की एक मिश्रातु) से कहीं अधिक ऊष्मा का चालक होता है। इसलिए गर्म पानी का टैंक बनाने में ताँबे का उपयोग होता है, परन्तु इस्पात (लोहे का एक मिश्रातु) का नहीं।

MP Board Class 10th Science Chapter 3 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 3 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न में कौन – सा गुण प्रायः धातुओं द्वारा प्रदर्शित नहीं किया जाता?
(a) विद्युत् संचालन।
(b) ध्वानिक प्रकृति।
(c) चमकहीनता।
(d) तन्यता।
उत्तर:
(c) चमकहीनता।
प्रश्न 2.
पतले तारों में धातुओं के खींचे जा सकने की क्षमता कहलाती है –
(a) तन्यता।
(b) आघातवर्ध्यता।
(c) ध्वानिकता।
(d) चालकता।
उत्तर:
(a) तन्यता।

प्रश्न 3.
ऐलुमिनियम का प्रयोग खाना बनाने के बर्तन बनाने में होता है। ऐलुमिनियम का निम्न में से कौन – सा गुण इसके उपयुक्त है?
(i) ऊष्मा की प्रचालकता।
(ii) विद्युत् की सुचालकता।
(iii) तन्यता।
(iv) उच्च गलनांक।
(a) (i) एवं (ii)।
(b) (i) एवं (iii)।
(c) (ii) एवं (iii)।
(d) (i) एवं (iv)।
उत्तर:
(d) (i) एवं (iv)।

प्रश्न 4.
निम्नलिखित में से कौन – सी धातु ठंडे एवं गर्म जल में अभिक्रिया नहीं करती है?
(a) Na
(b) Ca
(c) Mg
(d) Fe
उत्तर:
(d) Fe

प्रश्न 5.
निम्नलिखित में से आयरन के कौन से ऑक्साइड आयरन का स्टीम के साथ लम्बी अभिक्रिया के फलस्वरूप प्राप्त होंगे?
(a) FeO
(b) Fe2O3
(c) Fe3O4
(d) Fe2O3 ta Fe3O4
उत्तर:
(c) Fe3O4

प्रश्न 6.
जब कैल्सियम की अभिक्रिया जल में होती है तो क्या होता है?
(i) यह जल से अभिक्रिया नहीं करती।
(ii) यह जल से तीव्रता से अभिक्रिया करती है।
(iii) यह जल से कम तीव्रता से अभिक्रिया करती है।
(iv) हाइड्रोजन के बनने वाले बुलबुले कैल्सियम की सतह पर चिपक जाते हैं।
(a) (i) एवं (iv)।
(b) (ii) एवं (iii)।
(c) (i) एवं (ii)।
(d) (iii) एवं (iv)।
उत्तर:
(d) (iii) एवं (iv)।

प्रश्न 7.
सामान्यतः धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया करके लवण एवं हाइड्रोजन गैस देती हैं। निम्नलिखित में से कौन – सा अम्ल धातुओं से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस नहीं देता (Mn एवं Mg को छोड़कर) –
(a) H2SO4
(b) HCl
(c) HNO3
(d) ये सभी।
उत्तर:
(c) HNO3

प्रश्न 8.
अम्लराज (ऐक्वा रेजिया) का संघटन है?
(a) तनु HCl: सान्द्र HNO3 = 3 : 1
(b) सान्द्र HCl: तनु HNO3 = 3 : 1
(c) सान्द्र HCl: सान्द्र HNO3 = 3 : 1
(d) तनु HCl: तनु HNO3 = 3 : 1
उत्तर:
(c) सान्द्र HCl: सान्द्र HNO3 = 3 : 1

प्रश्न 9.
निम्न में कौन आयनिक यौगिक नहीं है?
(i) KCl
(ii) HCl
(iii) CCl4
(iv) NaCl
(a) (i) एवं (ii)।
(b) (ii) एवं (iii)।
(c) (iii) एवं (iv)।
(d) (i) एवं (iii)।
उत्तर:
(b) (ii) एवं (iii)

प्रश्न 10.
निम्न में से किस गुण का प्रदर्शन सामान्यतः आयनिक यौगिकों द्वारा नहीं किया जाता है?
(a) जल में विलेयता।
(b) ठोस अवस्था में विद्युत् चालकता।
(c) उच्च गलनांक एवं क्वथनांक।
(d) पिघली अवस्था में विद्युत् चालकता।
उत्तर:
(b) ठोस अवस्था में विद्युत् चालकता

प्रश्न 11.
निम्नलिखित में कौन-सी धातु प्रकृति में स्वतन्त्र अवस्था में मिलती है?
(i) Cu
(ii) Au
(iii) Zn
(iv) Ag
(a) (i) एवं (ii)।
(b) (ii) एवं (iii)।
(c) (ii) एवं (iv)।
(d) (iii) एवं (iv)।
उत्तर:
(c) (ii) एवं (iv)।

प्रश्न 12.
धातुओं का निष्कर्षण अनेक विधियों से होता है। निम्न में से किन धातुओं का निष्कर्षण विद्युत् निष्कर्षण से होता है?
(i) Au
(ii) Cu
(iii) Na
(iv) K
(a) (i) एवं (ii)
(b) (i) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iii)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(a) (i) एवं (ii)

प्रश्न 13.
वायु में अधिक समय तक खुला छोड़ देने पर चाँदी की वस्तुएँ काली पड़ जाती हैं। यह निम्न बनने के कारण होता है –
(a) Ag3N
(b) Ag2O
(c) Ag2S
(d) Ag3N
उत्तर:
(c) Ag2S

प्रश्न 14.
यशदलेपन, लोहे को जंग लगने से बचाने के लिए उस पर निम्न की परत चढ़ाने की प्रक्रिया है।
(a) गेलियम।
(b) ऐलुमिनियम।
(c) जिंक।
(d) चाँदी।
उत्तर:
(c) जिंक।

प्रश्न 15.
स्टेनलेस स्टील हमारे जीवन के लिए अत्यन्त उपयोगी है। स्टेनलेस स्टील में आयरन के साथ मिला होता है –
(a) Ni एवं Cr
(b) Cu एवं Cr
(c) Ni एवं Cu
(d) Cu एवं Au
उत्तर:
(a) Ni एवं Cr

प्रश्न 16.
यदि कॉपर को वायु में खुला छोड़ दिया जाता है तो धीरे – धीरे यह अपनी ब्राउन चमकीली सतह को खोता जाता है और उस पर एक हरी परत जमती जाती है जो निम्न के बनने के कारण होती है –
(a) CuSO4
(b) CuCO3
(c) Cu(NO3)2
(d) CuO
उत्तर:
(b) CuCO3

प्रश्न 17.
प्रायः धातुएँ ठोस होती हैं। निम्न में कौन धातु कमरे के ताप पर दव अवस्था में पायी जाती है?
(a) Na
(b) Fe
(c) Cr
(d) Hg
उत्तर:
(d) Hg

प्रश्न 18.
निम्न में कौन – सी धातुएँ उनके क्लोराइडों के पिघली अवस्था में विद्युत् अपघटन से प्राप्त होती है?
(i) Na
(ii) Ca
(iii) Fe
(iv) Cu
(a) (i) एवं (iv)।
(b) (iii) एवं (iv)।
(c) (i) एवं (iii)।
(d) (i) एवं (ii)।
उत्तर:
(d) (i) एवं (ii)।

प्रश्न 19.
सामान्यतः अधातुएँ चमकहीन होती हैं, लेकिन निम्नलिखित में से कौन – सी अधातु में चमक
होती है?
(a) सल्फर।
(b) ऑक्सीजन।
(c) नाइट्रोजन।
(d) आयोडीन।
उत्तर:
(d) आयोडीन।

प्रश्न 20.
निम्नलिखित चार धातुओं में से कौन – सी धातु अपने विलयन में से अन्य तीन धातुओं से विस्थापित होगी?
(a) Mg
(b) Ag
(c) Zn
(d) Cu
उत्तर:
(b) Ag

प्रश्न 21.
सान्द्र HCl, सान्द्र HNO3 एवं सान्द्र HCl तथा सान्द्र HNO3 के 3:1 के अनुपात वाले मिश्रण में से प्रत्येक से 2 ml लेकर तीन अलग – अलग परखनलियों क्रमश: A, B एवं C में डाला फिर एक धातु का टुकड़ा प्रत्येक परखनली में डाला तो हम देखते हैं कि परखनली A एवं परखनली B में कोई परिवर्तन नहीं हुआ लेकिन धातु परखनली C में घुल गई तो वह धातु हो सकती है –
(a) Al
(b) Au
(c) Cu
(d) Pt
उत्तर:
(b) Au

प्रश्न 22.
एक मिश्रातु है –
(a) एक तत्व।
(b) एक यौगिक।
(c) एक समांग मिश्रण।
(d) एक विषमांग मिश्रण।
उत्तर:
(c) एक समांग मिश्रण

प्रश्न 23.
एक इलेक्ट्रोलाइटिक सेल में होता है –
(a) धनावेशित कैथोड।
(b) ऋणावेशित एनोड।
(c) धनावेशित ऐनोड।
(d) ऋणावेशित कैथोड।
उत्तर:
(b) ऋणावेशित एनोड

प्रश्न 24.
जिंक के इलेक्ट्रोलाइटिक शोधन में यह होता है –
(a) कैथोड पर एकत्रित
(b) ऐनोड पर एकत्रित
(c) कैथोड एवं ऐनोड दोनों पर एकत्रित
(d) विलयन में रहता है।
उत्तर:
(a) कैथोड पर एकत्रित

प्रश्न 25.
एक तत्व A मुलायम है और चाकू से काटा जा सकता है। यह वायु के प्रति अतिक्रियाशील है और यह हवा में खुला नहीं रखा जा सकता। यह जल से बहुत तीव्र अभिक्रिया करता है। निम्नलिखित में से उस तत्व A की पहचान कीजिए –
(a) Mg
(b) Na
(c) P
(d) Ca
उत्तर:
(b) Na

प्रश्न 26.
मिश्रातु एक धातु एवं दूसरी धातु अथवा अधातु के समांगी मिश्रण होते हैं। निम्न में कौन मिश्रातु में एक अधातु अवयव होता है?
(a) पीतल।
(b) कॉपर।
(c) अमलगम।
(d) स्टील।
उत्तर:
(d) स्टील।

प्रश्न 27.
मैग्नीशियम धातु के लिए निम्न में कौन – सा कथन असत्य है?
(a) यह ऑक्सीजन में चमकदार सफेद ज्वाला के साथ जलता है।
(b) यह ठंडे जल के साथ क्रिया करके मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस निकालता है।
(c) यह गर्म जल के साथ अभिक्रिया करके मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस देता है।
(d) यह जलवाष्प से अभिक्रिया करके मैग्नीशियम हाइड्रॉक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस देता है।
उत्तर:
(b) यह ठंडे जल के साथ क्रिया करके मैग्नीशियम ऑक्साइड बनाता है और हाइड्रोजन गैस निकालता है।

प्रश्न 28.
निम्न मिश्रातुओं में से किसमें मरकरी (पारा) एक अवयव की तरह होता है?
(a) स्टेनलेस स्टील।
(b) एल्नीको।
(c) सोल्डर।
(d) जिंक अमलगम।
उत्तर:
(d) जिंक अमलगम।

प्रश्न 29.
X एवं Y के मध्य अभिक्रिया के फलस्वरूप एक यौगिक Z बनता है। X इलेक्ट्रॉन खोता है तथा Y इलेक्ट्रॉन ग्रहण करता है। निम्नलिखित में कौन – सा गुण Z प्रदर्शित नहीं करता है?
(a) उच्च गलनांक।
(b) निम्न गलनांक।
(c) गलित अवस्था में विद्युत् चालन।
(d) ठोस अवस्था में प्राप्ति।
उत्तर:
(b) निम्न गलनांक।

प्रश्न 30.
तीन तत्वों X, Y एवं 2 के इलेक्ट्रॉनिक विन्यास निम्न हैं – X → 2, 8, Y → 2, 8, 7 एवं Z → 2, 8, 2. निम्न में कौन – सा कथन सत्य है?
(a) X एक धातु है।
(b) Y एक धातु है।
(c) Z एक अधातु है।
(d) Y अधातु तथा Z धातु है।
उत्तर:
(d) Y अधातु तथा Z धातु है।

प्रश्न 31.
यद्यपि धातुएँ क्षारकीय ऑक्साइड बनाती हैं, लेकिन निम्नलिखित में कौन-सी धातु उभयधर्मी ऑक्साइड बनाती है?
(a) Na
(b) Ca
(c) Al
(d) Cu
उत्तर:
(c) Al

प्रश्न 32.
सामान्यतः अधातुएँ विद्युत् की अचालक होती हैं, लेकिन निम्नलिखित में कौन विद्युत् की सुचालक है?
(a) हीरा।
(b) ग्रेफाइट।
(c) सल्फर।
(d) फुलैरिन।
उत्तर:
(b) ग्रेफाइट।

प्रश्न 33.
विद्युत् तारों पर एक अचालक पदार्थ की परत चढ़ी होती है। सामान्यतः इसके लिए प्रयुक्त पदार्थ होता है –
(a) सल्फर।
(b) ग्रेफाइट।
(c) PVC।
(d) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(c) PVC।

प्रश्न 34.
निम्न में से कौन अधातु द्रव होती है?
(a) कार्बन।
(b) ब्रोमीन।
(c) फॉस्फोरस।
(d) सल्फर।
उत्तर:
(b) ब्रोमीन।

प्रश्न 35.
निम्न में से कौन रासायनिक अभिक्रिया करेगा?
(a) MgSO4 + Fe
(b) ZnSO4 + Fe
(c) MgSO4 + Pb
(d) CuSO4 + Fe
उत्तर:
(d) CuSO4 + Fe

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. धातुएँ प्रायः ऊष्मा एवं विद्युत की …………. होती हैं।
  2. आघातवर्ध्यनीयता एवं तन्यता ………….. का प्रमुख गुण है।
  3. भंगुरता प्रायः …….. का प्रमुख गुण है।
  4. अधातुएँ प्रायः विद्युत् की ………….. होती हैं।
  5. …… का उपयोग थर्मामीटर एवं बैरोमीटर में किया जाता है।

उत्तर:

  1. सुचालक।
  2. धातुओं।
  3. अधातुओं।
  4. अचालक।
  5. पारा (मर्करी)।

जोड़ी बनाइए

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (e)
  4. → (a)
  5. → (b)

सत्य/असत्य कथन

  1. सोडियम अतिक्रियाशील धातु है।
  2. दो अधातुओं के समांग मिश्रण को मिश्रातु कहते हैं।
  3. धातुओं के ऑक्साइड प्रायः क्षारकीय प्रकृति के होते हैं।
  4. स्टैनलैस स्टील में ताँबा मिला होता है।
  5. अधातुओं के ऑक्साइड प्रायः अम्लीय प्रकृति के होते हैं।

उत्तर:

  1. सत्य।
  2. असत्य।
  3. सत्य।
  4. असत्य।
  5. सत्य।

एक शब्द/वाक्य में उत्तर

  1. जो धातुएँ कठोर सतह से टकराने पर ध्वनि उत्पन्न करती हैं, उन्हें क्या कहते हैं?
  2. धातुओं की सतह चमकदार होती है, यह गुण क्या कहलाता है?
  3. पारे की मिश्रातु क्या कहलाती है?
  4. अयस्कों में उपस्थित मिट्टी एवं रेत की अशुद्धियाँ क्या कहलाती हैं?
  5. जब कोई तत्व प्रकृति में विभिन्न रूपों में पाया जाता है तो इस गुण को क्या कहते हैं?

उत्तर:

  1. ध्वानिक (सोनोरस)।
  2. धात्विक चमक।
  3. अमलगम।
  4. गेंग।
  5. अपररूपता।

MP Board Class 10th Science Chapter 3 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
ध्वानिक (सोनोरस) किन्हें कहते हैं? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
ध्वानिक (सोनोरस):”वे धातुएँ किसी कठोर सतह से टकराती हैं, तो वे ध्वनि करती हैं। उन धातुओं को ध्वानिक (सोनोरस) कहते हैं।
उदाहरण: मंदिर के घंटों एवं स्कूल की घंटी का धातु।

प्रश्न 2.
‘भर्जन’ से क्या समझते हो?
उत्तर:
भर्जन:
“सल्फाइड अयस्क को वायु की उपस्थिति में अधिक ताप पर गर्म करने से वह सम्बन्धित धातु के ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाती है। इस प्रक्रिया को भर्जन कहते हैं”।

प्रश्न 3.
‘निस्तापन’ में क्या समझते हो?
उत्तर:
निस्तापन:
“कार्बोनेट अयस्कों को वायु की सीमित मात्रा में उच्च ताप पर गर्म करने पर वह सम्बन्धित धातु के ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है। इस प्रक्रिया को निस्तापन कहते हैं”।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 4.
‘ऐनोड पंक’ किसे कहते हैं?
उत्तर:
ऐनोड पंक:
“जब धातुओं का विद्युत् अपघटनी परिष्करण (शोधन) किया जाता है तो अशुद्ध ऐनोड विद्युत् अपघटय में घुल जाता है तथा उसमें उपस्थित अविलेय अशुद्धियाँ ऐनोड की तली में एकत्रित हो जाती हैं, जिसे ऐनोड पंक कहते हैं।”

प्रश्न 5.
‘सक्रियता श्रेणी’ से क्या समझते हो?
उत्तर:
सक्रियता श्रेणी:
“वह सूची जिसमें धातुओं को उनकी क्रियाशीलता के अवरोही क्रम में व्यवस्थित किया जाता है, सक्रियता श्रेणी कहलाती है।”

प्रश्न 6.
अपररूपता से क्या समझते हो? कार्बन के दो प्रमुख अपररूपों के नाम लिखिए।
उत्तर:
अपररूपता:
“जब कोई तत्व प्रकृति में विभिन्न रूपों में मिलता है जिनके भौतिक गुणों में भिन्नता होती है, लेकिन रासायनिक गुण समान होते हैं, तो उनको उस तत्व के अपररूप एवं उनके इस गुण को अपररूपता कहते हैं”।

कार्बन के प्रमुख अपररूप:

  1. ग्रेफाइट।
  2. डायमण्ड (हीरा)।

प्रश्न 7.
यशदलेपन से क्या समझते हो?
उत्तर:
यशदलेपन:
“लोहा एवं इस्पात को जंग लगने (संक्षारण) से बचाने के लिए उस पर जिंक (जस्ते) की परत चढ़ा दी जाती है। इस प्रक्रिया को यशदलेपन कहते हैं”।

प्रश्न 8.
अमंलगम क्या होता है?
उत्तर:
अमलगम:
“जब किसी धातु जैसे जस्ता आदि पर पारे का लेप कर दिया जाता है तो वह धातु पारे से मिलकर पारे की मिश्रातु बनाती है, जिसे अमलगम कहते हैं।”

प्रश्न 9.
थर्मिट अभिक्रिया किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
थर्मिट अभिक्रियाएँ:
“वे धातु विस्थापन अभिक्रियाएँ जिनमें अत्यधिक ऊष्मा उत्पन्न होती है जिससे विस्थापित धातु गलित अवस्था में प्राप्त होती है, थर्मिट अभिक्रियाएँ कहलाती हैं”।

प्रश्न 10.
अयस्कों से धातुओं के निष्कर्षण की प्रक्रिया में उनके सल्फाइड एवं कार्बोनेट अयस्कों को धातुओं के ऑक्साइड में क्यों परिवर्तित करना चाहिए?
उत्तर:
धातुओं के सल्फाइड एवं कार्बोनेटों की अपेक्षा उनके ऑक्साइड से धातुएँ अपचयन द्वारा प्राप्त करना अधिक आसान है।

प्रश्न 11.
सामान्यतः जब धातुएँ खनिज अम्लों से अभिक्रिया करती हैं तो हाइड्रोजन गैस निकलती है, लेकिन Mn एवं Mg को छोड़कर अन्य धातुएँ जब NHO3 से अभिक्रिया करती हैं तो हाइड्रोजन गैस उत्पन्न क्यों नहीं होती है?
उत्तर:
चूँकि HNO3 एक प्रबल ऑक्सीकारक है। इसलिए यह हाइड्रोजन गैस को जल में उपचयित कर देता है और इस कारण वह Mn एवं Mg को छोड़कर अन्य किसी धातु से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस नहीं देता।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 12.
एक अधातु तत्व X दो रूपों Y एवं Z में प्राप्त होती है। इनमें Y कठोरतम तत्व है और Z एक विद्युत् का सुचालक है। X, Y एवं Z की पहचान कीजिए।
उत्तर:
X → कार्बन, Y = हीरा (डायमण्ड) एवं Z → ग्रेफाइट है।

प्रश्न 13.
सोल्डर मिश्रातु के अवयव (घटक) कौन – कौन से हैं? सोल्डर का कौन – सा गुण इसे बिजली के तारों की वेल्डिंग करने के योग्य बनाता है?
उत्तर:
सोल्डर मिश्रातु के घटक लेड एवं टिन हैं। सोल्डर मिश्रातु का निम्न गलनांक इसे इलेक्ट्रिक तार की वेल्डिंग के योग्य बनाता है।

प्रश्न 14.
एक तत्व A, A2O3 ऑक्साइड बनाता है जोकि स्वभाव (प्रकृति) से अम्लीय है। A की पहचान धातु एवं अधातु के रूप में कीजिए।
उत्तर:
चूँकि तत्व A का ऑक्साइड प्रकृति से अम्लीय है। इसलिए तत्व A एक अधातु तत्व होगा।

प्रश्न 15.
जब ऐलुमिनियम पाउडर MnO2 के साथ गर्म किया जाता है तो निम्न अभिक्रिया होती है –
3MnO2(s) + 3Al(s) → 3Mn(l) + 2Al2O3(l) + ऊष्मा

  1. क्या ऐलुमिनियम का अपचयन हो रहा है?
  2. क्या MnO2 का उपचयन हो रहा है?

उत्तर:

  1. नहीं, ऐलुमिनियम का उपचयन हो रहा है, क्योंकि ऑक्सीजन संयुक्त हो रही है।
  2. नहीं, MnO2 का अपचयन हो रहा है, क्योंकि ऑक्सीजन की हानि हो रही है।

प्रश्न 16.
ऊष्मा की सुचालक एवं कुचालक प्रत्येक प्रकार की धातुओं के दो – दो उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
ऊष्मा की सुचालक धातुएँ: Ag एवं Cu.
ऊष्मा की कुचालक धातुएँ: Pb एवं Hg.

MP Board Class 10th Science Chapter 3 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
इकबाल ने एक चमकीले द्विसंयोजी तत्व M की सोडियम हाइड्रॉक्साइड के साथ अभिक्रिया करायी, उसने अभिकारक मिश्रण में अभिक्रिया के समय बुलबुले उठते प्रेक्षित किए। उसने जब इस तत्व की अभिक्रिया हाइड्रोक्लोरिक अम्ल से करायी, तब भी वह प्रेक्षित किया जो पहले किया। उत्पन्न गैस की वह पहचान कैसे करें ? बताइए। दोनों अभिक्रियाओं के लिए रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
वह गैस हाइड्रोजन हो सकती है जिसकी पहचान के लिए जब जलती तीली उसके पास लाते हैं तो वह फक-फक की ध्वनि के साथ जलती है।
M + 2NaOH → Na2MO2 + H2(g)
M + 2HCl → MCl + H2(g) वह तत्व M एक धातु तत्व है।

प्रश्न 2.
धातु निष्कर्षण की प्रक्रिया के समय शुद्ध धातु प्राप्त करने के लिए इलेक्ट्रोलाइटिक शोधन की प्रक्रिया को अपनाया जाता है –

  1. सिल्वर धातु के शोधन में ऐनोड एवं कैथोड किस पदार्थ के बने होते हैं?
  2. एक उपयुक्त इलेक्ट्रोलाइट (विद्युत् अपघट्य) बताइए।
  3. इस इलेक्ट्रोलाइटिक सेल में विद्युत् धारा प्रवाहित करने पर हमको शुद्ध सिल्वर कहाँ प्राप्त होगी?

उत्तर:

  1. ऐनोड – अशुद्ध सिल्वर, कैथोड – शुद्ध सिल्वर।
  2. विद्युत् अपघट्य – किसी सिल्वर लवण का विलयन; जैसे – AgNO3 एवं AgCl2 इत्यादि।
  3. हम कैथोड पर शुद्ध सिल्वर धातु प्राप्त करेंगे।

प्रश्न 3.
एक यौगिक X एवं ऐलुमिनियम का प्रयोग रेल लाइनों को जोड़ने के काम में लाया जाता है।

  1. यौगिक X की पहचान कीजिए।
  2. इस अभिक्रिया का नाम लिखिए।
  3. इस अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।

उत्तर:

  1. यौगिक X है – आयरन (III) ऑक्साइड, Fe2O3
  2. अभिक्रिया का नाम हैं – थर्मिट अभिक्रिया
  3. Fe2O3 + 2Al → 2Fe + Al2O3

प्रश्न 4.
जब कोई धातु X ठण्डे जल से अभिक्रिया करती है तो यह एक क्षारकीय लवण Y देता है जिसका अणुसूत्र XOH (अणु द्रव्यमान = 40) एवं एक गैस Z निकालता है जो आसानी से आग को पकड़ लेती है। X, Yएवं Z की पहचान कीजिए तथा होने वाली अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
X → Na, Y → NaOH एवं Z → H2
2Na + 2H2O → 2NaOH + H2 + ऊष्मा

प्रश्न 5.
एक धातु A जो थर्मिट प्रक्रिया में प्रयुक्त होती है, जब ऑक्सीजन के साथ गर्म की जाती है तो एक ऑक्साइड B बनाती है जो उभयधर्मी प्रकृति का है। A एवं B की पहचान कीजिए। ऑक्साइड B की HCl एवं NaOH के साथ अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
A → ऐलुमिनियम (Al)
B → ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2O3) है।
Al2O3 + 6HCl → 2AlCl3 + 2H2O
Al2O3 + 2NaOH → 2NaAlO2 + H2O

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 6.
एक धातु जो कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहती है, इसके सल्फाइड को ऑक्सीजन की उपस्थिति में गर्म करके प्राप्त की जाती है। इस धातु एवं इसके अयस्क की पहचान कीजिए तथा होने वाली अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
सक्रियता श्रेणी में निम्न सक्रियता वाली धातुओं को उनके ऑक्साइड एवं सल्फाइड अयस्कों को गर्म करके प्राप्त की जा सकती है और केवल एक ही धातु मरकरी (Hg) कमरे ताप पर द्रव अवस्था में होती है। अतः अभीष्ट धातु मरकरी (Hg) है। यह अयस्क सिनेबार (HgS) को ऑक्सीजन की उपस्थिति में गर्म करके प्राप्त की जा सकती है।
रासायनिक अभिक्रिया का समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 7.
निम्नलिखित जोड़ों के संयोजन से बनने वाले यौगिकों के अणु सूत्र लिखिए –

  1. Mg एवं N2
  2. Li एवं O2
  3. AI एवं Cl2
  4. K एवं O2

उत्तर:

  1. Mg3N2
  2. Li2O
  3. AlCl3
  4. K2O

प्रश्न 8.
क्या होता है, जबकि –
(a) ZnCO3 को ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है।
(b) Cu2O एवं Cu2S के एक मिश्रण को गर्म किया जाता है। रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
(a) जब ZnCO3 को ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में गर्म किया जाता है तो निस्तापन की प्रक्रिया द्वारा ZnO बनता है और CO2 गैस निकल जाती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(b) जब Cu2O एवं Cu2S के मिश्रण को गर्म किया जाता है तो SO2 गैस निकल जाती है तथा कॉपर धातु (Cu) प्राप्त होती है।
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 9.
एक अधातु तत्व A हमारे भोजन का एक महत्वपूर्ण अवयव (घटक) है। यह दो ऑक्साइड B एवं C बनाता है। ऑक्साइड B विषाक्त है तथा C वैश्विक ऊष्मता का कारक है –
(a) A, B एवं C की पहचान कीजिए।
(b) अधातु A आवर्त तालिका के किस समूह का तत्व है?
उत्तर-हमारे भोजन का महत्वपूर्ण घटक अधातु तत्व कार्बन (C) होता है तथा कार्बन दो ऑक्साइड CO एवं CO2 बनाता है जिनमें CO विषाक्त एवं CO2 वैश्विक ऊष्मता का कारक होता है। अतः
(a) A → कार्बन (C)
B → कार्बन मोनोक्साइड (CO)
C → कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) है।

(b) कार्बन अधातु तत्व आवर्त तालिका (सारणी) के समूह 14 का तत्व है।

प्रश्न 10.
कमरे के ताप पर द्रव अवस्था में रहने वाली एक धातु एवं एक अधातु का नाम लिखिए तथा ऐसी दो धातुओं के भी नाम लिखिए जिनका गलनांक 310 K (37°C) से कम है।
उत्तर:
द्रव धातु – मरकरी (Hg)।
द्रव अधातु – ब्रोमीन (Br)।
310 K (37°C) से कम गलनांक वाली दो धातुएँ हैं –

  1. सीजियम (Cs)।
  2. गैलियम (Ga)।

प्रश्न 11.
एक तत्व A जल से अभिक्रिया करके एक यौगिक B बनाता है जोकि सफेदी करने के काम आता है। यौगिक B गर्म करने पर एक ऑक्साइड C बनाता है जो पानी से अभिक्रिया करके पुनः B बनाता है। A, B एवं C की पहचान कीजिए एवं अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
चूँकि B सफेदी करने के काम आता है और सफेदी करने में बुझा चूना [Ca(OH2)] प्रयुक्त होता है अत: B बुझा चूना [Ca(OH)2] है चूँकि तत्व कैल्सियम की जल से अभिक्रिया के फलस्वरूप हमको बुझा चूना मिलता है अतः तत्व A कैल्सियम धातु (Ca) है।
चूँकि B बुझा चूना [Ca(OH)2] गर्म करने पर कैल्सियम ऑक्साइड [CaO] देता है अत: C कैल्सियम ऑक्साइड [CaO] है, जो पानी से अभिक्रिया करके पुनः B बुझा चूना [Ca(OH)2] बनाता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 12.
एक क्षारीय धातु A जल में अभिक्रिया करके एक यौगिक B (अणु – द्रव्यमान = 40) देती है जब यौगिक B की अभिक्रिया ऐलुमिनियम ऑक्साइड के साथ होती है तो विलेय यौगिक C बनता है। A, B एवं C की पहचान कीजिए एवं अभिक्रियाओं के समीकरण दीजिए।
उत्तर:
क्षारीय धातु A सोडियम (Na) हो सकता है जो जल में अभिक्रिया करके सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) यौगिक B बनाता है जिसका अणु – द्रव्यमान 40 है जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) ऐलुमिनियम ऑक्साइड (Al2O3) से अभिक्रिया करता है तो विलेय लवण C सोडियम ऐलुमिनेट (NaAlO2) बनाता है। इस प्रकार –
A → सोडियम (Na), B → सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) एवं C → सोडियम ऐलुमिनेट (NaAlO2) है।
2Na + 2H2O → 2NaOH + H2(g)
Al2O3 + 2NaOH → 2NaAlO2 + H2O

प्रश्न 13.
जिंक को उसके अयस्क से निष्कर्षण में होने वाली अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए –
(a) जब जिंक अयस्क का भर्जन किया जाता है।
(b) जब जिंक अयस्क का निस्तापन किया जाता है।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 14.
एक धातु M अम्लों से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस नहीं देती है, लेकिन ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके काला पदार्थ बनाती है। उस धातु M की एवं उस काले उत्पाद की पहचान कीजिए एवं ऑक्सीजन के साथ उस धातु की अभिक्रिया को समझाइए।
उत्तर:
चूँकि कॉपर अम्लों से अभिक्रिया करके कभी भी हाइड्रोजन गैस नहीं देती तथा ऑक्सीजन से अभिक्रिया करके काला पदार्थ कॉपर ऑक्साइड (CuO) बनाती है अतः
M= कॉपर धातु (Cu) है तथा काला पदार्थ कॉपर ऑक्साइड (CuO) है।
अभिक्रिया का समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 15.
कॉपर सल्फेट (CuSO4) का एक विलयन लोहे के बर्तन में रखा गया। कुछ दिन बाद लोहे के बर्तन में अनेक छेद पाए गए। सक्रियता के आधार पर इसके कारण की व्याख्या कीजिए तथा अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
चूँकि सक्रियता श्रेणी में लोहे (आयरन), ताँबे के ऊपर आता है अर्थात् लोहे की सक्रियता ताँबे से अधिक है। इसलिए लोहा (आयरन Fe) कॉपर सल्फेट के विलयन से कॉपर को विस्थापित करके आयरन सल्फेट बनाता है जो विलेय है। इसलिए विलयन में घुल जाता है और बर्तन में छेद हो जाते हैं। अभिक्रिया का समीकरण
Fe(s) + CuSO4(aq) → FeSO4(aq) + Cu(s)

प्रश्न 16.
तीन धातुओं X, Y एवं Z में से X ठण्डे पानी से अभिक्रिया करती है। Y गर्म पानी के साथ तथा Z केवल जलवाष्प के साथ अभिक्रिया करती है। X, Y एवंz की पहचान कीजिए एवं उनको बढ़ती हुई सक्रियता के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
उत्तर:
चूँकि X ठण्डे पानी से अभिक्रिया करती है। इसलिए X कोई क्षार धातु Na या K है। चूंकि Y गर्म पानी के साथ अभिक्रिया करती है। इसलिए Y कोई क्षारीय मृदा धातु Mg या Ca है।
चूँकि Z जलवाष्प से अभिक्रिया करती है अत: Z = आयरन (Fe) है।
सक्रियता के आरोही क्रम में –
Z < Y < X अर्थात् Fe < Mg या Ca < Na या K

MP Board Class 10th Science Chapter 3 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
एक अधातु A जो वायुमण्डल का सबसे बड़ा घटक है, जब यह हाइड्रोजन (H2) के साथ 1 : 3 के अनुपात में Fe उत्प्रेरक की उपस्थिति में गर्म किया जाता है तो गैस B बनाता है। जब इसे ऑक्सीजन के साथ गर्म करने पर यह एक ऑक्साइड C देता है। यदि यह ऑक्साइड जल में हवा की उपस्थिति में प्रवाहित किया जाता है तो यह एक अम्ल D बनाता है जो एक प्रबल ऑक्सीकारक की तरह कार्य करता है।
(a) A, B, C एवं D की पहचान कीजिए।
(b) यह अधातु आवर्त तालिका के किस समूह का तत्व है?
उत्तर:
चूँकि वायुमण्डल का सबसे बड़ा घटक नाइट्रोजन (N) है जो एक अधातु A है और यह आयरन (Fe) उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन के साथ 1 : 3 के अनुपात में गर्म करने पर एक गैस (B) देता है, जो अमोनिया (NH3) है। नाइट्रोजन गैस ऑक्सीजन के साथ गर्म करने पर एक ऑक्साइड (C) देती है जो नाइट्रिक ऑक्साइड (NO) है। यह ऑक्साइड हवा की उपस्थिति में जल में प्रवाहित किया जाता है तो यह एक प्रबल ऑक्सीकारक (उपचायक) अम्ल (D) देती है जो नाइट्रिक अम्ल (HNO3) है, अतः
(a) A → (N2), B → (NH3), C → (NO), D → (HNO3)
(b) अधातु तत्व A अर्थात् नाइट्रोजन (N) आवर्त सारणी के समूह-15 का तत्व है।

प्रश्न 2.
निम्न एवं मध्यम सक्रियता वाली धातुओं को उनके सम्बन्धित सल्फाइड अयस्कों से निष्कर्षण की प्रक्रिया के चरण लिखिए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 3.
निम्नलिखित की व्याख्या कीजिए –

  1. ऐलुमिनियम (Al) की सक्रियता घटती जाती है यदि इसको HNO3 में डुबाया जाता है।
  2. कार्बन, सोडियम या मैग्नीशियम के ऑक्साइड को अपचयित नहीं कर सकता।
  3. सोडियम क्लोराइड NaCl ठोस अवस्था में विद्युत् का सुचालक नहीं होता, जबकि गलित अवस्था में अथवा जलीय विलयन में यह विद्युत् प्रवाहित करता है।
  4. आयरन की वस्तुएँ यशदीकृत की जाती हैं।
  5. धातुएँ जैसे Na, K, Ca एवं Mg कभी भी प्रकृति में स्वतन्त्र अवस्था में प्राप्त नहीं होती हैं।

उत्तर:

  1. HNO3 एक उपचायक (ऑक्सीकारक) है जब इसमें ऐलुमिनियम को डुबाया जाता है तो ऐलुमिनियम ऑक्साइड बनता है जिसकी परत ऐलुमिनियम पर चढ़ जाती है और इसके कारण ऐलुमिनियम की सक्रियता घटती जाती है।
  2. सोडियम (Na) या मैग्नीशियम (Mg) कार्बन (C) की अपेक्षा अधिक क्रियाशील है। इसलिए कार्बन सोडियम या मैग्नीशियम के ऑक्साइड को अपचयित नहीं कर पाता।
  3. ठोस अवस्था में सोडियम क्लोराइड आयनित नहीं होता, जबकि गलित अवस्था में अथवा जलीय विलयन में Na+ एवं Cl– आयनों में आयनित हो जाता है। इन आयनों की उपस्थिति के कारण यह विद्युत् धारा को प्रवाहित कर देता है, जबकि ठोस अवस्था में नहीं कर पाता।
  4. आयरन अपने सम्पर्क में आने वाली वायु, नमी (आर्द्रता) एवं अम्लों से संक्षारित हो जाता है। इस कारण इसकी बनी वस्तुओं पर यशदीकरण द्वारा जिंक की परत चढ़ा दी जाती है जो इसे संक्षारित होने से रोकता है।
  5. चूँकि धातुएँ जैसे Na, K, Ca एवं Mg अत्यधिक क्रियाशील होती हैं। इसलिए ये प्रकृति में स्वतन्त्र अवस्था में प्राप्त नहीं होती हैं।

प्रश्न 4.
(1) कॉपर को उसके अयस्क से निष्कर्षण के निम्न चरण दिए गए हैं इनकी अभिक्रियाएँ लिखिए –
(a) कॉपर (I) सल्फाइड का भर्जन।
(b) कॉपर (I) ऑक्साइड का कॉपर (I) सल्फाइड के साथ अपचयन।
(c) विद्युत् अपघटनी शोधन।
(2) एक स्वच्छ नामांकित चित्र कॉपर के विद्युत् अपघटनी शोधन का बनाइए।
उत्तर:
(1) विभिन्न चरणों की रासायनिक अभिक्रियाएँ:
(a) कॉपर के सल्फाइड (Cu2S) अयस्क के भर्जन से SO2 गैस निकल जाती है तथा Cu2O प्राप्त होता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(b) Cu2O का Cu2S के साथ गर्म करके अपचयन द्वारा कॉपर (Cu) प्राप्त होता है तथा SO2 गैस निकलती है।
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(c) विद्युत् अपघटनी शोधन में हमको कैथोड पर शुद्ध कॉपर धातु (Cu) प्राप्त होता है।
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

(2) विद्युत् अपघटनी शोधन का चित्र:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
एक तत्व (A) सुनहरी पीली ज्वाला के साथ वायु में जलता है। यह दूसरे तत्व (B) से जिसका परमाणु क्रमांक 17 है, अभिक्रिया करता है और उत्पाद C बनाता है। उत्पाद C का जलीय विलयन विद्युत् अपघटन की अभिक्रिया में यौगिक D देता है तथा हाइड्रोजन गैस निकालता है। A, B, C, एवं D की पहचान कीजिए। अभिक्रियाओं के रासायनिक समीकरण भी लिखिए।
उत्तर:
धातु सोडियम सुनहरी पीली ज्वाला के साथ जलता है अतः (A) सोडियम (Na) है। परमाणु क्रमांक 17 वाला तत्व (B) क्लोरीन (Cl) है। सोडियम (Na) एवं क्लोरीन (Cl) परस्पर अभिक्रिया करके उत्पाद सोडियम क्लोराइड (NaCl) बनाता है। अतः (C) सोडियम क्लोराइड (NaCl) है। NaCl का जलीय विलयन विद्युत् अपघटन के फलस्वरूप यौगिक सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) बनाता है। अतः (D) सोडियम हाइड्रॉक्साइड (NaOH) है।
अतः (A) → (Na), (B) → (Cl), (C) → (NaCl) एवं (D) → (NaOH)
रासायनिक समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 6.
दो अयस्क (A) एवं (B) लिए गए। गर्म करने पर अयस्क (A) कार्बन डाइऑक्साइड (CO) देता है, जबकि अयस्क (B) सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) देता है। आप उनको धातुओं में बदलने के लिए क्या चरण अपनाएंगे?
उत्तर:
चूँकि अयस्क (A) गर्म करने पर कार्बन डाइऑक्साइड गैस (CO2) देता है अत: यह धातु का कार्बोनेट अयस्क (MCO3) है। अयस्क MCO3 जिसका निस्तापन करने पर ऑक्साइड MO देता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस (CO2) निकलती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

धातु ऑक्साइड (MO) कार्बन के साथ अपचयित होकर धातु (M) देता है।
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

इस प्रकार अयस्क (A) से धातु (M) प्राप्त हो जाती है।
चूँकि अयस्क (B) गर्म करने पर सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) गैस देता है अतः यह धातु का सल्फाइड अयस्क (MS) है जो ऑक्सीजन की उपस्थिति में भर्जन करने पर ऑक्साइड (MO) देता है तथा सल्फर डाइऑक्साइड गैस (SO2) निकलती है –
2MS + 3O2 → 2MO + 2SO2
धातु ऑक्साइड (MO) कार्बन (C) के साथ गर्म करने पर अपचयित होकर धातु (M) देता है।
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

इस प्रकार अयस्क (B) से धातु (M) प्राप्त होती है।

MP Board Class 10th Science Solutions

MP Board Class 10th Science Solutions Chapter 2 अम्ल, क्षारक एवं लवण

MP Board Class 10th Science Chapter 2 पाठान्तर्गत प्रश्नोत्तर

प्रश्न श्रृंखला-1 # पृष्ठ संख्या 20

प्रश्न 1.
आपको तीन परखनलियाँ दी गई हैं। इनमें से एक में आसवित जल एवं शेष दो में से एक में अम्लीय विलयन तथा दूसरे में क्षारीय विलयन है। यदि आपको केवल लाल लिटमस पत्र दिया जाता है, तो आप प्रत्येक परखनली में रखे गए पदार्थों की पहचान कैसे करेंगे?
उत्तर:
हम दिए गए लाल लिटमस पत्र के तीन भाग कर देंगे और प्रत्येक परखनली में एक – एक भाग डुबोयेंगे जो लिटमस नीला हो जाएगा उसमें क्षारीय विलयन होगा, उसे पृथक् कर लेंगे। शेष दोनों परखनलियों में से एक में अम्लीय विलयन तथा दूसरी में आसवित जल होगा। क्षारीय विलयन वाली परखनली से नीले लिटमस को निकालकर दो भाग करके शेष दोनों परखनियों में एक – एक भाग डुबोयेंगे जिस परखनली का लिटमस पत्र पुनः लाल हो जाता है उसका विलयन अम्लीय होगा तथा दूसरी परखनली का आसुत जल। इस प्रकार तीनों विलयनों का परीक्षण कर लेंगे।

प्रश्न श्रृंखला-2 # पृष्ठ संख्या 24

प्रश्न 1.
पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ क्यों नहीं रखने चाहिए?
उत्तर:
दही एवं खट्टे पदार्थों में अम्ल होते हैं। ये पीतल से अभिक्रिया करके जिंक एवं कॉपर के तथा कॉपर, ताँबे से क्रिया करके कॉपर के लवण बनाते हैं जो विषाक्त होते हैं। इसलिए पीतल एवं ताँबे के बर्तनों में दही एवं खट्टे पदार्थ नहीं रखने चाहिए।

प्रश्न 2.
धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर सामान्यतः कौन – सी गैस निकलती है? एक उदाहरण के द्वारा समझाइए। इस गैस की उपस्थिति की जाँच आप कैसे करेंगे?
उत्तर:
धातु के साथ अम्ल की अभिक्रिया होने पर प्रायः हाइड्रोजन (H2) गैस निकलती है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

जब हम जलती हुई तीली इस गैस के पास लाते हैं तो यह फट – फट की ध्वनि के साथ जलती है।

प्रश्न 3.
कोई धातु यौगिक ‘A’ तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के साथ अभिक्रिया करता है तो बुदबुदाहट उत्पन्न होती है। इससे उत्पन्न गैस जलती मोमबत्ती को बुझा देती है। यदि उत्पन्न यौगिकों में से एक कैल्सियम क्लोराइड है, तो इस अभिक्रिया के लिए एक संतुलित रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न श्रृंखला-3 # पृष्ठ संख्या 27

प्रश्न 1.
HCl, HNO3 आदि जलीय विलयन में अम्लीय अभिलक्षण क्यों प्रदर्शित करते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिकों के विलयनों में अम्लीयता के अभिलक्षण प्रदर्शित नहीं होते हैं?
उत्तर:
HCl एवं HNO3 आदि जलीय विलयन में आयनित होकर हाइड्रोजन आयन (H+) अथवा हाइड्रोनियम आयन (H3O+) बनाते हैं जिसके कारण विलयन में अम्लीयता के अभिलक्षण प्रदर्शित होते हैं, जबकि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिक आयनित नहीं होते। इसलिए उनके विलयन में अम्लीयता के अभिलक्षण प्रदर्शित नहीं होते।

प्रश्न 2.
अम्ल का जलीय विलयन क्यों विद्युत् का चालन करता है?
उत्तर:
अम्ल के जलीय विलयन में हाइड्रोजन आयन (H+) उत्पन्न होते हैं जो विद्युत् के वाहक होते हैं। इस कारण वे विद्युत् का चालन करते हैं।

प्रश्न 3.
शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस पत्र का रंग क्यों नहीं बदलती?
उत्तर:
शुष्क हाइड्रोक्लोरिक गैस शुष्क लिटमस के साथ हाइड्रोजन आयन (H+) नहीं बनाती। इस कारण उसका रंग नहीं बदलती है।

प्रश्न 4.
अम्ल को तनुकृत करते समय यह क्यों अनुशंसित करते हैं कि अम्ल को जल में मिलाना चाहिए न कि जल को अम्ल में?
उत्तर:
अम्ल का तनुकरण एक अत्यन्त ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है तथा इसमें अत्यधिक मात्रा में ऊष्मा उत्पन्न होती है। अम्ल को जल में मिलाने पर जो ऊष्मा उत्पन्न होती जाती है वह जल द्वारा शोषित कर ली जाती है। इसलिए अम्ल को तनुकृत करने के लिए इसे जल में मिलाते हैं।

प्रश्न 5.
अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H3O+) की सान्द्रता कैसे प्रभावित हो जाती है?
उत्तर:
अम्ल के विलयन को तनुकृत करते समय हाइड्रोनियम आयन (H3O+) की सान्द्रता प्रति इकाई आयतन कम हो जाती है।

प्रश्न 6.
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलाते हैं तो हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) की सान्द्रता कैसे प्रभावित होती है?
उत्तर:
जब सोडियम हाइड्रॉक्साइड विलयन में आधिक्य क्षारक मिलाते हैं तो विलयन में हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) की सान्द्रता प्रति इकाई आयतन बढ़ जाती है।

प्रश्न शृंखला-4 # पृष्ठ संख्या 31

प्रश्न 1.
आपके पास दो विलयन ‘A’ और ‘B’ हैं। विलयन ‘A’ के pH का मान 6 है एवं विलयन ‘B’ के pH का मान 8 है। किस विलयन में हाइड्रोजन आयन की सान्द्रता अधिक है? इनमें से कौन अम्लीय है और कौन क्षारकीय?
उत्तर:
विलयन ‘A’ में हाइड्रोजन आयन (H+) की सान्द्रता अधिक होगी। विलयन ‘A’ अम्लीय विलयन है तथा विलयन ‘B’ क्षारकीय विलयन है।

प्रश्न 2.
H+(aq) आयन की सान्द्रता का विलयन की प्रकृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर:
H+(aq) आयन की सान्द्रता बढ़ने पर विलयन को अम्लीय प्रकृति (अम्लीयता) बढ़ती जाती है। जबकि H+ आयन की सान्द्रता कम होने पर क्षारकीय प्रकृति बढ़ती है।

प्रश्न 3.
क्या क्षारकीय विलयन में H+(aq) आयन होते हैं? अगर हाँ तो ये क्षारकीय क्यों होते हैं?
उत्तर:
हाँ, क्षारकीय विलयनों में भी H+(aq) आयन होते हैं, लेकिन उनमें H+(aq) आयनों की अपेक्षा OH–(aq) आयनों की सान्द्रता अधिक होती है। इसलिए वे क्षारकीय होते हैं।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 4.
कोई किसान खेत की मृदा की किस परिस्थिति में बिना बुझा हुआ चूना (कैल्सियम ऑक्साइड), बुझा हुआ चूना (कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड) या चाक (कैल्सियम कार्बोनेट) का उपयोग करेगा?
उत्तर:
जब खेत की मृदा अधिक अम्लीय होगी तो उस स्थिति में किसान बुझा या बिना बुझा चूना या चाक का उपयोग करेगा।

प्रश्न शृंखला-5 # पृष्ठ संख्या 36

प्रश्न 1.
CaOCl2 का प्रचलित नाम क्या है?
उत्तर:
विरंजक चूर्ण (ब्लीचिंग पाउडर)।

प्रश्न 2.
उस पदार्थ का नाम बताइए जो क्लोरीन से अभिक्रिया करके विरंजक चूर्ण बनाता है।
उत्तर:
बुझा हुआ चूना (कैल्सियम हाइड्रॉक्साइड)।

प्रश्न 3.
कठोर जल को मृदु करने के लिए किस सोडियम यौगिक का उपयोग किया जाता है?
उत्तर:
सोडियम कार्बोनेट (धोने का सोडा)।

प्रश्न 4.
सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर क्या होगा? इस अभिक्रिया के लिए रासायनिक समीकरण लिखिए।
उत्तर:
सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट के विलयन को गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट का विलयन बनता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस निकलती है।
अभिक्रिया का रासायनिक समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
प्लास्टर ऑफ पेरिस की जल के साथ अभिक्रिया का समीकरण लिखिए।
उत्तर:
प्लास्टर ऑफ पेरिस की जल के साथ अभिक्रिया का समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

MP Board Class 10th Science Chapter 2 पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर

प्रश्न 1.
कोई विलयन लाल लिटमस को नीला कर देता है, इसका pH सम्भवतः क्या होगा? (2019)
(a) 1
(b) 4
(c) 5
(d) 10
उत्तर:
(d) 10

प्रश्न 2.
कोई विलयन अण्डे के पिसे हुए कवच से अभिक्रिया करके एक गैस उत्पन्न करता है, जो चने के पानी को दूधिया कर देती है। इस विलयन में क्या होगा?
(a) NaCl
(b) HCl
(c) LiCl
(d) KCl
उत्तर:
(b) HCl

प्रश्न 3.
NaOH का 10 ml विलयन HCl के 8 ml विलयन से पूर्ण उदासीन हो जाता है। यदि हम NaOH के उसी विलयन का 20 ml लें तो उसे उदासीन करने के लिए HCl के उसी विलयन की कितनी मात्रा की आवश्यकता होगी?
(a) 4 ml
(b) 8 ml
(c) 12 ml
(d) 16 ml
उत्तर:
(d) 16 ml

प्रश्न 4.
अपच का उपचार करने के लिए निम्न में से किस औषधि का उपयोग होता है?
(a) ऐण्टीबायोटिक (प्रतिजैविकी)
(b) ऐनालजेसिक (पीड़ाहारी)
(c) ऐन्टैसिड
(d) ऐन्टीसेप्टिक (प्रतिरोधी)
उत्तर:
(c) ऐन्टैसिड।

प्रश्न 5.
निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए पहले शब्द समीकरण लिखिए तथा उसके बाद संतुलित समीकरण लिखिए –
(a) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल दानेदार जिंक के साथ अभिक्रिया करता है।
(b) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम पट्टी के साथ अभिक्रिया करता है।
(c) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल ऐलुमिनियम चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है।
(d) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लोह के चूर्ण के साथ अभिक्रिया करता है।
उत्तर:
शब्द समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

संतुलित समीकरण:
(a) Zn(s) + Dil. H2SO4(dil) → ZnSO4 (aq) + H2 ↑
(b) Mg(s) + 2HCl(dil) → MgCl2(aq) + H2 ↑
(c) 2Al(s) + 3H2SO4(dil) → Al2(SO4)3(aq) + 3H2 ↑
(d) Fe(s) + 2HCl (dil) → FeCl2(aq) + H2 ↑

प्रश्न 6.
ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज जैसे यौगिकों में भी हाइड्रोजन होते हैं, लेकिन इनका वर्गीकरण अम्ल की तरह नहीं होता है। एक क्रियाकलाप द्वारा इसे सिद्ध कीजिए।
उत्तर:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

एक कॉर्क पर दो कीलें लगाकर संलग्न आकृति के अनुसार 100 ml के बीकर में रखकर कीलों को 6 V की एक बैटरी के दोनों टर्मिनलों के साथ एक बल्ब एवं स्विच के माध्यम से जोड़ दीजिए।

  • अब बीकर में थोड़ा तनु HCl डालकर विद्युत् धारा बीकर प्रवाहित कीजिए आप देखेंगे कि बल्ब जल जाता है।
  • अब इस प्रयोग को तनु H2SO4 डालकर दोहराइए कील तनुकृत अम्लीय तो आप देखेंगे कि बल्ब पुनः जल जाता है।
  • आप बारी – बारी से इस प्रयोग को ग्लूकोज विलयन एवं ऐल्कोहॉल विलयन के साथ भी दोहराइए। आप देखेंगे कि इनमें से किसी भी अवस्था में बल्ब नहीं जलता।

निष्कर्ष:
इससे स्पष्ट होता है कि अम्लों के विलयन विद्युत् धारा के चालक होते हैं जबकि ग्लूकोज एवं ऐल्कोहॉल के विलयन विद्युत् धारा के चालक नहीं होते और इसलिए इन्हें अम्लों की श्रेणी में विभाजित नहीं करते।

ज्ञातव्य: अम्ल नीले लिटमस को लाल कर देते हैं, लेकिन ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज के विलयन नहीं करते, इससे भी सिद्ध होता है कि ऐल्कोहॉल एवं ग्लूकोज में हाइड्रोजन होते हुए भी ये अम्ल की श्रेणी में नहीं आते।।

प्रश्न 7.
आसवित जल विद्युत् का चालक क्यों नहीं होता, जबकि वर्षा का जल होता है?
उत्तर:
आसवित जल में हाइड्रोजन आयन (H+) अथवा हाइड्रॉक्साइड आयन (OH–) नहीं होते जो विद्युत् के वाहक होते हैं। इसलिए आसवित जल विद्युत का चालक नहीं होता। वहीं दूसरी ओर वर्षा जल में कुछ अम्ल की मात्रा मिली होती है जो हाइड्रोजन आयन (H+) देती है, इसलिए वर्षा जल विद्युत् का चालक होता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 8.
जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय क्यों नहीं होता?
उत्तर:
जल की अनुपस्थिति में अम्ल हाइड्रोजन आयन (H+) नहीं देते जो अम्लीय व्यवहार के कारक है। इसलिए जल की अनुपस्थिति में अम्ल का व्यवहार अम्लीय नहीं होता है।

प्रश्न 9.
पाँच विलयनों A, B, C, D एवं E की जब सार्वत्रिक सूचक से जाँच की जाती है, तो pH के मान क्रमशः 4, 1, 11, 7 एवं 9 प्राप्त होते हैं, कौन – सा विलयन?
(a) उदासीन है।
(b) प्रबल क्षारीय है।
(c) प्रबल अम्लीय है।
(d) दुर्बल अम्लीय है।
(e) दुर्बल क्षारीय है।
उत्तर:
(a) विलयन ‘D’ उदसीन है। (pH = 7)
(b) विलयन ‘C’ प्रबल क्षारीय है (pH = 11)
(c) विलयन ‘B’ प्रबल अम्लीय है। (pH = 1)
(d) विलयन ‘A’ दुर्बल अम्लीय है। (pH = 4) एवं
(e) विलयन ‘E’ दुर्बल क्षारीय है। (pH = 9)
इन pH मानों को हाइड्रोजन आयनों की सान्द्रता के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

प्रश्न 10.
परखनली ‘A’ एवं ‘B’ में समान लम्बाई की मैग्नीशियम की पट्टी लीजिए। परखनली ‘A’ में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl) तथा परखनली ‘B’ में ऐसीटिक अम्ल (CH3COOH) डालिए। दोनों अम्लों की मात्रा तथा सान्द्रता समान है। किस परखनली में अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी और क्यों?
उत्तर:
परखनली ‘A’ में अधिक तेजी से बुदबुदाहट होगी क्योंकि इसमें हाइड्रोक्लोरिक अम्ल है जो ऐसीटिक अम्ल से बहुत अधिक प्रबल है।

प्रश्न 11.
ताजे दूध का pH मान 6 होता है। दही बन जाने पर इसके pH के मान में क्या परिवर्तन होगा? अपना उत्तर समझाइए।
उत्तर:
दही बन जाने पर दूध का pH मान घट जाएगा, क्योंकि दही में अम्ल होता है जिससे दूध में हाइड्रोजन आयनों (H+) का सान्द्रण बढ़ जाएगा।

प्रश्न 12.
एक ग्वाला ताजे दूध में थोड़ा बेकिंग सोडा मिलाता है –

  1. ताजा दूध के pH के मान को 6 से बदलकर थोड़ा क्षारीय क्यों बना देता है?
  2. इस दूध को दही बनने में अधिक समय क्यों लगता है?

उत्तर:

  1. बेकिंग सोडा क्षारीय (क्षारकीय) होता है जिसका pH मान 7 से अधिक होता है। इसको दूध (pH मान) में मिलाने से दूध का pH मान बढ़कर 7 से अधिक हो जाता है। इससे दूध क्षारीय हो जाता है।
  2. बेकिंग सोडा मिले दूध का pH मान साधारण दूध के pH मान से अधिक होता है। इसलिए दही बनने के लिए दूध को अधिक समय लगता है।

प्रश्न 13.
प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र – रोधी बर्तन में क्यों रखा जाना चाहिए? इसकी व्याख्या कीजिए।
उत्तर:
प्लास्टर ऑफ पेरिस आर्द्रताग्राही होता है और आर्द्रता (नमी या जलवाष्प) से क्रिया करके कठोर ठोस पदार्थ का निर्माण करता है। इसलिए प्लास्टर ऑफ पेरिस को आर्द्र – रोधी बर्तन में रखा जाना चाहिए।

प्रश्न 14.
उदासीनीकरण अभिक्रिया क्या है? दो उदाहरण दीजिए। (2019)
उत्तर:
उदासीनीकरण:
“अम्ल और क्षारक परस्पर अभिक्रिया करके एक – दूसरे को उदासीन कर देते हैं और लवण एवं जल का निर्माण करते हैं। यह प्रक्रिया उदासीनीकरण कहलाती है।”
उदाहरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 15.
धोने का सोडा एवं बेकिंग सोडा के दो – दो प्रमुख उपयोग बताइए। (2019)
उत्तर:
धोने के सोडा के उपयोग:

  1. इसका उपयोग काँच, साबुन एवं कागज उद्योगों में होता है।
  2. इसका उपयोग घरों में साफ – सफाई के लिए होता है।

बेकिंग सोडा के उपयोग:

  1. इसका प्रमुख उपयोग बेकरी में उपयोग आने वाले बेकिंग पाउडर बनाने में होता है।
  2. इसका उपयोग सोडा – अम्ल अग्निशामक में किया जाता है।

MP Board Class 10th Science Chapter 2 परीक्षोपयोगी अतिरिक्त प्रश्नोत्तर

MP Board Class 10th Science Chapter 2 वस्तुनिष्ठ प्रश्न

बहुविकल्पीय

प्रश्न 1.
जब एक परखनली में एक अम्ल का विलयन एवं एक क्षारक का विलयन मिलाया जाता है तो क्या होता है?
(i) विलयन का तापक्रम बढ़ता है।
(ii) विलयन का तापक्रम घटता है।
(iii) विलयन का ताप अपरिवर्तित रहता है।
(iv) लवण बनता है।
(a) केवल (i)
(b) (i) एवं (ii)
(c) (ii) एवं (iii)
(d) (i) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (i) एवं (iv)

प्रश्न 2.
एक जलीय घोल लाल लिटमस के विलयन को नीला कर देता है। निम्न में से किसे अधिकता में मिलाने पर वह रंग पुनः वापस आ जाएगा?
(a) बेकिंग पाउडर
(b) चूना
(c) अमोनियम हाइड्रॉक्साइड विलयन
(d) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
उत्तर:
(d) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल

प्रश्न 3.
हाइड्रोजन क्लोराइड गैस बनाते समय आर्द्रता वाले दिन गैस को कैल्सियम क्लोराइड युक्त गार्ड ट्यूब में होकर प्रवाहित करते हैं। गार्ड ट्यूब में लिए गए कैल्सियम क्लोराइड का कार्य है –
(a) निकली गैस का अवशोषण करना
(b) गैस को आर्द्र बनाना
(c) गैस से आर्द्रता का अवशोषण करना
(d) प्राप्त गैस में C – आयन को अवशोषित करना।
उत्तर:
(c) गैस से आर्द्रता का अवशोषण करना

प्रश्न 4.
निम्न में कौन – सा लवण क्रिस्टलन जल युक्त नहीं है?
(a) नीला थोथा
(b) खाना सोडा
(c) धावन सोडा
(d) जिप्सम
उत्तर:
(b) खाना सोडा

प्रश्न 5.
सोडियम कार्बोनेट एक क्षारकीय लवण है, क्योंकि यह निम्न का लवण है –
(a) प्रबल अम्ल एवं प्रबल क्षारक
(b) दुर्बल अम्ल एवं दुर्बल क्षारक
(c) प्रबल अम्ल एवं दुर्बल क्षारक
(d) दुर्बल अम्ल एवं प्रबल क्षारक
उत्तर:
(d) दुर्बल अम्ल एवं प्रबल क्षारक

प्रश्न 6.
कैल्सियम फॉस्फेट दाँत के ऐनेमल में उपस्थित है, इसकी प्रकृति है –
(a) क्षारकीय
(b) अम्लीय
(c) उदासीन
(d) उभयधर्मी
उत्तर:
(a) क्षारकीय

प्रश्न 7.
एक मृदा के नमूने को जल में मिलाया गया फिर निथारने के लिए छोड़ दिया, निथरा हुआ स्वच्छ विलयन pH पत्र को पीलापन लिए नारंगी रंग में बदल देता है। निम्न में से कौन इस pH पत्र का रंग हरापन लिए नीला कर देगा?
(a) लैमन जूस
(b) सिरका
(c) नमक
(d) प्रति अम्ल
उत्तर:
(d) प्रति अम्ल

प्रश्न 8.
निम्नलिखित में से कौन अम्लीय सान्द्रता का सही बढ़ता क्रम देता है?
(a) जल < ऐसीटिक एसिड < हाइड्रोक्लोरिक एसिड
(b) जल < हाइड्रोक्लोरिक एसिड < ऐसीटिक एसिड
(c) ऐसीटिक एसिड < जल < हाइड्रोक्लोरिक एसिड
(d) हाइड्रोक्लोरिक एसिड < जल < ऐसीटिक एसिड।
उत्तर:
(a) जल < ऐसीटिक एसिड < हाइड्रोक्लोरिक एसिड

प्रश्न 9.
एक छात्र के हाथ पर एकाएक दुर्घटना तथा सान्द्र अम्ल की कुछ बूंदें गिर जाती हैं तो क्या करना चाहिए?
(a) नमक के घोल में हाथ को धोएँगे
(b) हाथ को तुरन्त पर्याप्त जल में धोएँगे और सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट का पेस्ट लगा देंगे
(c) पर्याप्त जल से धोने के बाद हाथ पर सोडियम हाइड्रॉक्साइड का विलयन लगा देंगे
(d) किसी तीव्र क्षारक द्वारा अम्ल का उदासीनीकरण करेंगे
उत्तर:
(b) हाथ को तुरन्त पर्याप्त जल में धोएँगे और सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट का पेस्ट लगा देंगे

प्रश्न 10.
जब ऐसीटिक एसिड में सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट मिलाते हैं तो एक गैस निकलती है। उस निकलने वाली गैस के सन्दर्भ में कौन – से कथन सत्य है?
(i) यह चूने के पानी को दूधिया कर देती है।
(ii) यह जलती तीली को बुझा देती है।
(iii) यह सोडियम हाइड्रॉक्साइड के विलयन में घुल जाती है।
(iv) इसकी गंध बहुत तीखी है।
(a) (i) एवं (ii)
(b) (i), (ii) एवं (iii)
(c) (ii), (iii) एवं (iv)
(d) (i) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (i), (ii) एवं (iii)

प्रश्न 11.
साधारण नमक का उपयोग रसोई के अतिरिक्त निम्न के निर्माण में कच्चे माल की तरह प्रयक्त होता है –
(i) धावन सोडा
(ii) विरजंन चूर्ण
(iii) खाना सोडा
(iv) बुझा चूना
(a) (i) एवं (ii)
(b) (i), (ii) एवं (iv)
(c) (i) एवं (iii)
(d) (i), (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (i) एवं (iii)

प्रश्न 12.
बेकिंग पाउडर बनाने में प्रयुक्त अवयवों में एक अवयव सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट है तो दूसरा अवयव होगा –
(a) हाइड्रोक्लोरिक एसिड
(b) टार्टरिक एसिड
(c) ऐसीटिक एसिड
(d) सल्फ्यूरिक एसिड
उत्तर:
(b) टार्टरिक एसिड

प्रश्न 13.
दंतक्षय को रोकने के लिए हमको नियमित रूप से बुश करने की सलाह दी जाती है। सामान्य – तया प्रयुक्त टूथपेस्टों की प्रकृति होगी –
(a) अम्लीय
(b) उदासीन
(c) क्षारकीय
(d) संक्षारक
उत्तर:
(c) क्षारकीय

प्रश्न 14.
एक अम्लीय विलयन एवं एक क्षारीय विलयन के सन्दर्भ में कौन – सा कथन सत्य है?
(i) उच्च pH मान प्रबल अम्ल
(ii) उच्च pH मान दुर्बल अम्ल
(iii) निम्न pH मान प्रबल क्षारक
(iv) निम्न pH मान दुर्बल क्षारक
(a) (i) एवं (iii)
(b) (ii) एवं (iii)
(c) (i) एवं (iv)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(d) (ii) एवं (iv)

प्रश्न 15.
पाचन के समय आमाशयिक पाचक रसों का pH मान है –
(a) 7 से कम
(b) 7 से अधिक
(c) 7 के बराबर
(d) शून्य (0)
उत्तर:
(a) 7 से कम

प्रश्न 16.
जब अम्ल की थोड़ी-सी मात्रा जल में मिलायी जाती है तब कौन – सी अभिक्रियाएँ होंगी?
(i) आयनीकरण
(ii) उदासीनीकरण
(iii) तनुकरण
(iv) लवण निर्माण
(a) (i) एवं (ii)
(b) (i) एवं (iii)
(c) (ii) एवं (iii)
(d) (ii) एवं (iv)
उत्तर:
(b) (i) एवं (iii)

प्रश्न 17.
निम्नलिखित में से कौन – सा अम्ल – क्षार सूचक दृष्टिबाधित छात्र के लिए उपयुक्त होगा?
(a) लिटमस
(b) हल्दी
(c) वनीला ऐसेन्स
(d) पिटूनिया की पत्तियाँ
उत्तर:
(c) वनीला ऐसेन्स

प्रश्न 18.
निम्नलिखित में से कौन – सा यौगिक तनु अम्ल से अभिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड गैस नहीं देगा?
(a) संगमरमर
(b) चूना पत्थर
(c) खाना सोडा
(d) चूना
उत्तर:
(d) चूना

प्रश्न 19.
निम्न में कौन प्रकृति से अम्लीय है?
(a) लाइम जूस
(b) मानव रक्त
(c) चूने का पानी
(d) प्रति अम्ल
उत्तर:
(a) लाइम जूस

प्रश्न 20.
निम्न में कौन सोने (गोल्ड) को विलेय करने के लिए प्रयुक्त होता है?
(a) हाइड्रोक्लोरिक एसिड
(b) सल्फ्यूरिक एसिड
(c) नाइट्रिक एसिड
(d) अम्लराज
उत्तर:
(d) अम्लराज

प्रश्न 21.
निम्न में कौन खनिज अम्ल नहीं है?
(a) हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
(b) साइट्रिक अम्ल
(c) सल्फ्यूरिक अम्ल
(d) नाइट्रिक अम्ल
उत्तर:
(b) साइट्रिक अम्ल

प्रश्न 22.
निम्नलिखित में कौन क्षारक नहीं है?
(a) NaOH
(b) KOH
(c) NH4OH
(d) C2H5OH
उत्तर:
(d) C2H5OH

प्रश्न 23.
निम्नलिखित में कौन हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के तनु अम्लीय विलयन में उपस्थित है?
(a) H3O+ + Cl–
(b) H3O+ + OH–
(c) Cl– + OH–
(d) अनआयनित HCl
उत्तर:
(a) H3O+ + Cl–

प्रश्न 24.
कोई छात्र साबुनीकरण अभिक्रिया के अभिक्रिया मिश्रण की एक बूंद पहले नीले लिटमस पत्र पर फिर लाल लिटमस पत्र पर डालता है। वह यह प्रेक्षण करता है कि –
(a) नीले लिटमस पत्र में कोई परिवर्तन नहीं होता और लाल लिटमस पत्र सफेद हो जाता है।
(b) लाल लिटमस पत्र में कोई परिवर्तन नहीं होता और नीला लिटमस पत्र लाल हो जाता है।
(c) नीले लिटमस पत्र में कोई परिवर्तन नहीं होता और लाल लिटमस पत्र नीला हो जाता है।
(d) दोनों ही लिटमस पत्रों के रंग में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
उत्तर:
(c) नीले लिटमस पत्र में कोई परिवर्तन नहीं होता और लाल लिटमस पत्र नीला हो जाता है।

प्रश्न 25.
आपके विद्यालय के पास – पड़ोस में प्रयोग के लिए आवश्यक कोई कठोर जल उपलब्ध नहीं है। आपके विद्यालय में उपलब्ध लवणों के नीचे दिखाए समूहों में से वह एक समूह चुनिए जिसके प्रत्येक सदस्य को आसुत जल में घोलने पर वह उसे कठोर जल बना देता है।
(a) सोडियम क्लोराइड, कैल्सियम क्लोराइड।
(b) पोटैशियम क्लोराइड, सोडियम क्लोराइड।
(c) सोडियम क्लोराइड, मैग्नीशियम क्लोराइड।
(d) कैल्सियम क्लोराइड, मैग्नीशियम क्लोराइड।
उत्तर:
(d) कैल्सियम क्लोराइड, मैग्नीशियम क्लोराइड।

प्रश्न 26.
जब आप एक परखनली में सोडियम बाइकार्बोनेट का चूर्ण लेकर उसमें ऐसीटिक अम्ल की कुछ बूंदें डालते हैं तो निम्नलिखित में से कौन – सा प्रेक्षण करते हैं?
(a) कोई अभिक्रिया नहीं होती।
(b) तीखी गंध वाली रंगहीन गैस का तीव्र बुदबुदाहट के साथ विमोचन।
(c) तीव्र बुदबुदाहट के साथ भूरे रंग की गैस का विमोचन।
(d) रंगहीन, गंधहीन गैस के बुलबुलों का बनना।
उत्तर:
(d) रंगहीन, गंधहीन गैस के बुलबुलों का बनना।

प्रश्न 27.
किसी छात्र को उसकी प्रयोगशाला में प्रयोग करने के लिए कठोर जल चाहिए जो आस – पास के क्षेत्र में उपलब्ध नहीं है। प्रयोगशाला में कुछ लवण हैं, जो आसुत जल में घोलने पर उसे कठोर जल बना सकते हैं। लवण के निम्नलिखित समूहों में से वह समूह चुनिए जिसके प्रत्येक लवण को आसुत जल में घोले जाने पर उसे कठोर जल बना देगा।
(a) सोडियम क्लोराइड, पोटैशियम क्लोराइड।
(b) सोडियम सल्फेट, पोटैशियम सल्फेट।
(c) सोडियम सल्फेट, कैल्सियम सल्फेट।
(d) कैल्सियम सल्फेट, कैल्सियम क्लोराइड।
उत्तर:
(d) कैल्सियम सल्फेट, कैल्सियम क्लोराइड।

प्रश्न 28.
जब आप ऐसीटिक अम्ल को लाल और नीले लिटमस पत्रों पर डालते हैं, तब क्या प्रेक्षण करते हैं?
(a) लाल लिटमस लाल ही रहता है और नीला लिटमस लाल हो जाता है।
(b) लाल लिटमस नीला हो जाता है और नीला लिटमस नीला ही रहता है।
(c) लाल लिटमस नीला हो जाता है और नीला लिटमस लाल हो जाता है।
(d) लाल लिटमस रंगहीन हो जाता है और नीला लिटमस नीला ही रहता है।
उत्तर:
(a) लाल लिटमस लाल ही रहता है और नीला लिटमस लाल हो जाता है।

प्रश्न 29.
कोई छात्र चार परखनलियों P, Q, R और S में प्रत्येक में लगभग 4 ml आसुत जल लेकर परखनली P में सोडियम सल्फेट, Q में पोटैशियम सल्फेट, R में कैल्सियम सल्फेट और S में मैग्नीशियम सल्फेट की समान मात्रा को प्रत्येक में घोलता है। इसके पश्चात् वह प्रत्येक परखनली में साबुन के विलयन की समान मात्रा मिलाता है। इन सभी परखनलियों को भली-भाँति हिलाने पर, वह नीचे दी गई किन परखननियों में काफी मात्रा में झाग का प्रेक्षण करता है?
(a) P और Q
(b) Q और R
(c) P, Q और S
(d) P, R और S
उत्तर:
(a) P और Q

प्रश्न 30.
निम्नलिखित में कौन – सा कथन सत्य नहीं है?
(a) सभी धातु – कार्बोनेट अम्लों से अभिक्रिया करके लवण, जल एवं कार्बन डाइऑक्साइड गैस देते हैं।
(b) सभी धातु – ऑक्साइड जल से अभिक्रिया करके लवण एवं अम्ल बनाते हैं।
(c) कुछ धातुएँ अम्लों से अभिक्रिया करके लवण एवं हाइड्रोजन गैस देते हैं।
(d) कुछ अधातु – ऑक्साइड जल से अभिक्रिया करके अम्ल बनाते हैं।
उत्तर:
(b) सभी धातु – ऑक्साइड जल से अभिक्रिया करके लवण एवं अम्ल बनाते हैं।

प्रश्न 31.
अम्लों के लिए कौन – सा कथन सत्य है?
(a) कड़वा स्वाद, लाल लिटमस को नीला कर देता है।
(b) खट्टा स्वाद, लाल लिटमस को नीला कर देता है।
(c) खट्टा स्वाद, नीले लिटमस को लाल कर देता है।
(d) खट्टा स्वाद, लाल लिटमस को नीला कर देता है।
उत्तर:
(c) खट्टा स्वाद, नीले लिटमस को लाल कर देता है।

प्रश्न 32.
जब हाइड्रोक्लोरिक गैस को जल में प्रवाहित करते हैं तो निम्न में कौन – से कथन सत्य हैं?
(i) यह सहसंयोजी यौगिक है इसलिए जल में आयनीकृत नहीं होता है।
(ii) यह विलयन में आयनीकृत हो जाता है।
(iii) यह हाइड्रोजन एवं हाइड्रॉक्सिल दोनों प्रकार के आयन देता है।
(iv) यह विलयन में हाइड्रोजन आयन के जल संयोजन के कारण हाइड्रोनियम आयन देता है।
(a) केवल (i)
(b) केवल (iii)
(c) (ii) एवं (iv)
(d) (iii) एवं (iv)
उत्तर:
(c) (ii) एवं (iv)

रिक्त स्थानों की पूर्ति

  1. धात्विक ऑक्साइड प्रायः ………….. होते हैं।
  2. अधात्विक ऑक्साइड प्रायः …………. होते हैं।
  3. जंल एक ……….. ऑक्साइड है।
  4. अम्ल नीले लिटमस पत्र को ………. कर देते हैं।
  5. क्षारक लाल लिटमस पत्र को ……….. कर देते हैं।

उत्तर:

  1. क्षारकीय
  2. अम्लीय
  3. उदासीन
  4. लाल
  5. नीला

जोड़ी बनाइए

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (c)
  2. → (d)
  3. → (a)
  4. → (b)

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (d)
  2. → (c)
  3. → (b)
  4. → (a)

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:

  1. → (b)
  2. → (c)
  3. → (d)
  4. → (a)

सत्य/असत्य कथन

  1. CH3OH एक क्षार है, चूँकि इसमें OH उपलब्ध है।
  2. मेथिल ओरेन्ज एवं फीनॉल्पथैलिन संश्लेषित अम्ल – क्षार सूचक होते हैं।
  3. NH3 एक अम्ल है, क्योंकि इसमें H उपलब्ध है।
  4. लिटमस एक प्राकृतिक अम्ल – क्षार सूचक है।
  5. CO एक अम्लीय ऑक्साइड है।

उत्तर:

  1. असत्य
  2. सत्य
  3. असत्य
  4. सत्य
  5. असत्य

एक शब्द/वाक्य में उत्तर (2019)

  1. शुद्ध जल का pH मान क्या है?
  2. अम्लों के pH मान की परिसर क्या है?
  3. क्षारों के pH मान की परिसर क्या है?
  4. प्रबल अम्ल एवं प्रबल क्षार से बने लवण की प्रकृति कैसी होगी?
  5. प्रबल अम्ल एवं दुर्बल क्षार से बने लवण की प्रकृति कैसी होगी?
  6. दुर्बल अम्ल एवं प्रबल क्षार से बने लवण की प्रकृति कैसी होगी?
  7. अम्ल एवं क्षार की अभिक्रिया से क्या बनता है?
  8. अम्ल धात्विक कार्बोनेटों से अभिक्रिया करके कौन – सी गैस निकालते हैं?
  9. प्रायः तनु अम्ल कुछ धातुओं से अभिक्रिया करके कौन – सी रंगहीन गैस निकालते हैं?
  10. अम्ल एवं क्षारों की अभिक्रिया को क्या कहते हैं?

उत्तर:

  1. 7
  2. 7 से कम
  3. 7 से अधिक
  4. उदासीन
  5. अम्लीय
  6. क्षारीय
  7. लवण एवं जल
  8. कार्बन डाइऑक्साइड गैस (CO2)
  9. हाइड्रोजन गैस (H2)
  10. उदासीनीकरण

MP Board Class 10th Science Chapter 2 अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
अम्ल किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
अम्ल: “वे पदार्थ जो स्वाद में खट्टे होते हैं तथा नीले लिटमस पत्र को लाल कर देते हैं, अम्ल कहलाते हैं।”

प्रश्न 2.
क्षारक किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
क्षारक: “वे पदार्थ जो स्वाद में तीखे या कड़वे या कसैले होते हैं तथा लाल लिटमस पत्र को नीला कर देते हैं, क्षारक कहलाते हैं।”

प्रश्न 3.
क्षार किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
क्षार: “जल में विलेय क्षारक क्षार कहलाते हैं।”

प्रश्न 4.
अम्ल – क्षार सूचक किन्हें कहते हैं?
उत्तर:
अम्ल – क्षार सूचक:
“वे प्राकृतिक या संश्लेषित रसायन जो अम्ल एवं क्षार की उपस्थिति को सूचित करते हैं, अम्ल – क्षार सूचक कहलाते हैं।”

प्रश्न 5.
तनुकरण से क्या समझते हो?
उत्तर:
तनुकरण:
“जल में अम्ल या क्षारक मिलाने से विलयन में HO+ अथवा OH– आयन की सान्द्रता कम हो जाती है। इस प्रक्रिया को तनुकरण कहते हैं।”

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 6.
गंधीय सूचक किन्हें कहते हैं? इसकी क्या उपयोगिता है?
उत्तर:
गंधीय सूचक:
“कुछ पदार्थ ऐसे होते हैं जिनकी गंध अम्लीय या क्षारकीय माध्यम में बदलने पर बदल जाती है, ऐसे पदार्थ गंधीय सूचक कहलाते हैं।” ये सूचक दृष्टिबाधित छात्रों को अम्ल-क्षारों की पहचान में सहायक होते हैं।

प्रश्न 7.
pH स्केल किसे कहते हैं?
उत्तर:
pH स्केल:
“किसी विलयन में उपस्थित हाइड्रोजन आयन की सान्द्रता ज्ञात करने के लिए एक स्केल विकसित किया गया जिसे pH स्केल कहते हैं।”

प्रश्न 8.
अम्लीय वर्षा से क्या समझते हो?
उत्तर:
अम्लीय वर्षा:
“वर्षा के जल का pH मान जब 5 – 6 से कम हो जाता है, तो वह अम्लीय वर्षा कहलाती है।”

प्रश्न 9.
क्लोर – क्षार अभिक्रिया से क्या समझते हो?
उत्तर:
क्लोर – क्षार अभिक्रिया:
“जब सोडियम क्लोराइड के जलीय विलयन में विद्युत् धारा प्रवाहित की जाती है तो यह वियोजित होकर क्लोरीन गैस एवं सोडियम हाइड्रॉक्साइड (क्षार) उत्पादित करते हैं। इस प्रक्रिया को क्लोर – क्षार प्रक्रिया या क्लोर-क्षार अभिक्रिया कहते हैं।”

प्रश्न 10.
क्रिस्टलीकरण से क्या समझते हो?
उत्तर:
क्रिस्टलीकरण:
“कुछ लवण शुद्ध अवस्था में विशिष्ट ज्यामितीय ठोस आकार के एक समान एवं चमकदार कण के रूप में होते हैं, जिन्हें क्रिस्टल कहते हैं तथा क्रिस्टल बनाने की प्रक्रिया क्रिस्टलीकरण कहलाती है।”

प्रश्न 11.
क्रिस्टलन जल क्या होता है?
उत्तर:
क्रिस्टलन जल: “लवण के एक सूत्र इकाई में जल के निश्चित अणुओं की संख्या को क्रिस्टलन जल कहते हैं।”

प्रश्न 12.
एक चींटी के डंक में उपस्थित अम्ल का नाम एवं रासायनिक सूत्र लिखिए तथा इसके उपचार का उपाय बताइए।
उत्तर:
चींटी के डंक में मेथेनॉइक अम्ल (फॉर्मिक अम्ल) होता है। इसका रासायनिक सूत्र HCOOH होता है। इसके उपचार के लिए कोई उपलब्ध क्षारकीय लवण जैसे खाने वाला सोडा लगाना चाहिए।

प्रश्न 13.
जब अण्डे के ऊपर नाइट्रिक अम्ल डाला जाता है तो क्या होता है?
उत्तर:
अण्डे के खोल में कैल्सियम कार्बोनेट होता है। जब हम नाइट्रिक अम्ल डालते हैं तो यह कार्बन डाइऑक्साइड गैस देता है। रासायनिक समीकरण निम्नलिखित है –
CaCO3 + 2HNO3 → Ca(NO3)2 + H2O + CO2

प्रश्न 14.
एक छात्रा ने दो अलग – अलग परखनलियों में विलयन बनाए –

  1. में एक अम्ल
  2. में एक क्षार लेकिन वह लेबल लगाना भूल गई। दोनों ही विलयन रंगहीन एवं गंधहीन थे तथा लिटमस पत्र उपलब्ध नहीं था। ऐसी स्थिति में वह कैसे पहचान करेगी?

उत्तर:
वह संश्लेषित रासायनिक सूचक फीनॉल्पथेलिन या मेथिल ऑरेन्ज अथवा प्राकृतिक सूचक हल्दी या चाइनारोज (गुड़हल) का प्रयोग कर सकती है।

प्रश्न 15.
जब जिंक धातु की किसी तनु प्रबल अम्ल से अभिक्रिया कराई जाती है तो एक गैस उत्पन्न होती है, जो तेलों के हाइड्रोजनीकरण में प्रयुक्त होती है। इस गैस का नाम एवं सूत्र लिखिए तथा अभिक्रिया का समीकरण दीजिए। इसका परीक्षण कैसे करेंगे?
उत्तर:
हाइड्रोजन गैस (H2):
Zn + 2HCl → ZnCl2 + H2
जब इस गैस के पास जलती हुई तीली लाते हैं तो यह गैस फक की आवाज के साथ जलती है।

प्रश्न 16.
निम्नलिखित के रासायनिक सूत्र लिखिए –

  1. विरंजक चूर्ण।
  2. प्लास्टर ऑफ पेरिस।

उत्तर:

  1. विरंजक चूर्ण: CaOCl2
  2. प्लास्टर ऑफ पेरिस: CaSO4. \(\frac { 1 }{ 2 } \) H2O

MP Board Class 10th Science Chapter 2 लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
निम्न पदार्थों की लिटमस पत्र पर क्या क्रिया होगी? शुष्क HCl गैस, आर्द्र NH3 गैस, लैमन जूस, कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक, दही, साबुन का विलयन।
उत्तर:
दिए हुए पदार्थों का लिटमस पत्र पर प्रभाव –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
बेकिंग पाउडर एवं धावन सोडा को गर्म करके कैसे अन्तर करेंगे?
उत्तर:
बेकिंग पाउडर सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट (NaHCO3) होता है, जबकि धावन सोडा सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3.10H2O) होता है। गर्म करने पर बेकिंग पाउडर (NaHCO3) कार्बन डाइऑक्साइड गैस देता है जो चूने के पानी को दूधिया कर देता है। जबकि धावन सोडा (Na2CO3.10H2O) ऐसी कोई गैस नहीं देता बल्कि उसका क्रिस्टलन जल निकल जाता है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 3.
सॉल्ट ‘A’ का प्रयोग सामान्यतः बेकरी उत्पाद बनाने में होता है। यह गर्म करने पर दूसरे सॉल्ट ‘B’ में परिवर्तित हो जाता है जो स्वयं जल की कठोरता दूर करने में प्रयुक्त होता है और एक गैस ‘C’ निकलती है। जब यह गैस चूने के पानी में प्रवाहित की जाती है, तो उसे दूधिया कर देती है। A, B और C की पहचान कीजिए।
उत्तर:
साल्ट ‘A’ बेकिंग पाउडर (NaHCO3) है जो सामान्यतः बेकरी उत्पादों में प्रयुक्त होता है। गर्म करने पर यह सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3) साल्ट ‘B’ एवं कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) गैस ‘C’ बनाता है। सोडियम कार्बोनेट कठोर जल की कठोरता दूर करने में प्रयुक्त होता है तथा कार्बन डाइऑक्साइड गैस चूने के पानी को दूधिया कर देती है।
अत: A – NaHCO3, B – Na2CO3 एवं C – CO2 गैस है।
समीकरण – 2NaHCO3 अमा, Na2CO3 + H2O + CO2

प्रश्न 4.
सोडियम हाइड्रॉक्साइड के निर्माण में प्रयुक्त एक औद्योगिक प्रक्रिया एक गैस ‘X’ उप – उत्पाद के रूप में उत्पन्न होती है गैस ‘X’ चूने के पानी से अभिक्रिया करके यौगिक ‘Y’ देती है जो कि विरंजक चूर्ण की तरह प्रयुक्त होता है। ‘X’ एवं ‘Y’ की पहचान कीजिए तथा होने वाली अभिक्रियाओं के समीकरण दीजिए।
उत्तर:
सोडियम हाइड्रॉक्साइड के उत्पादन में हाइड्रोजन गैस एवं क्लोरीन गैस (‘X’) उप – उत्पाद के रूप में उत्पन्न होती है जब क्लोरीन गैस (‘X’) चूने के पानी से अभिक्रिया करती है तो यह कैल्सियम ऑक्सीक्लोराइड (‘Y’) का निर्माण करती है जोकि विरंजक चूर्ण की तरह प्रयुक्त होता है।
रासायनिक समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

उत्तर:
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 6.
‘प्रबल अम्ल’ एवं ‘दुर्बल अम्लों’ से क्या समझते हो? निम्न में से प्रबल अम्ल एवं दुर्बल अम्ल छाँटिए हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, साइट्रिक अम्ल, ऐसीटिक अम्ल, नाइट्रिक अम्ल, फॉर्मिक अम्ल एवं सल्फ्यूरिक अम्ल।
उत्तर:

  • प्रबल अम्ल: “विलयन में अधिक संख्या में H+ आयन या H3O+ आयन उत्पन्न करने वाले अम्ल प्रबल अम्ल कहलाते हैं।”
  • दुर्बल अम्ल: “विलयन में कम संख्या में H+ आयन या H3O+ आयन उत्पन्न करने वाले अम्ल दुर्बल अम्ल कहलाते हैं।
  • प्रबल अम्ल: हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, नाइट्रिक अम्ल एवं सल्फ्यूरिक अम्ल।
  • दुर्बल अम्ल: साइट्रिक अम्ल, ऐसीटिक अम्ल एवं फॉर्मिक अम्ल।

प्रश्न 7.
एक सामान्य क्षारक B की शुष्क गोलियाँ जब खुली हवा में रख दी जाती हैं तो चिपचिपी हो जाती हैं। यह क्षारक क्लोर-ऐल्कली प्रक्रिया का एक उप – उत्पाद है। B की पहचान कीजिए। जब B की क्रिया किसी अम्लीय ऑक्साइड से होती है तो किस प्रकार की अभिक्रिया होती है ? रासायनिक अभिक्रिया का एक संतुलित समीकरण लिखिए।
उत्तर:
क्षारक B सोडियम हाइड्रॉक्साइड है जो वायु में खुला रखने पर वायु की नमी को सोख लेता है चूँकि यह आर्द्रताग्राही है इसलिए यह चिपचिपा हो जाता है। यह क्लोर – ऐल्कली प्रक्रिया का उप – उत्पाद है। जब इसकी अम्लीय ऑक्साइड CO2 से अभिक्रिया होती है तो लवण Na2CO3 तथा जल बनाता है।
2NaOH + CO2 → Na2CO3 + H2O

MP Board Class 10th Science Chapter 2 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
प्रयोगशाला में हाइड्रोजन गैस बनाते समय एक परखनली में दानेदार जिंक लेकर उसमें तनु सल्फ्यूरिक अम्ल डाला जाता है तो हाइड्रोजन गैस बुलबुलों के साथ निकलती है। निम्न परिवर्तन करने पर क्या होगा?

  1. दानेदार जिंक के स्थान पर जिंक पाउडर लिया जाए।
  2. तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की जगह तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लिया जाए।
  3. जिंक के स्थान पर ताँबे की छीलन ली जाए।
  4. तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के स्थान पर सोडियम हाइड्रॉक्साइड लेकर परखनली को गर्म किया जाए।

उत्तर:

  1. दानेदार जिंक के स्थान पर जिंक पाउडर लेने से पाउडर दानों की अपेक्षा अधिक तेजी से अभिक्रिया करेगा इससे अधिक तेजी से हाइड्रोजन गैस बनेगी।
  2. तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के स्थान पर तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल लेने पर अभिक्रिया पूर्ववत् रहेगी तथा समान मात्रा में हाइड्रोजन गैस बनेगी।
  3. कॉपर की छीलन तनु सल्फ्यूरिक अम्ल से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन विस्थापित नहीं करेगा। इस कारण इस अवस्था में हाइड्रोजन गैस नहीं बनेगी।
  4. जब तनु सल्फ्यूरिक अम्ल के स्थान पर सोडियम हाइड्रॉक्साइड लेकर गर्म किया जाता है तो वह जिंक से अभिक्रिया करके हाइड्रोजन गैस देता है इसलिए हाइड्रोजन गैस निकलेगी।
    कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 2.
केक बनाने के लिए बेकिंग पाउडर का प्रयोग किया जाता है। यदि घर पर आपकी माता जी केक बनाने के लिए बेकिंग सोडा का प्रयोग करें, तो –

  1. यह केक के स्वाद को किस प्रकार प्रभावित करेगा और क्यों?
  2. बेकिंग सोडा को किस प्रकार बेकिंग पाउडर में परिवर्तित किया जा सकता है?
  3. टार्टरिक अम्ल का बेकिंग सोडा में मिलाने का क्या महत्व है?

उत्तर:

  1. गर्म करने पर बेकिंग सोडा धावन सोडा में परिवर्तित हो जाता है जिसका स्वाद कड़वा होता है। इसलिए केक में कड़वापन आ जाता है।
  2. बेकिंग सोडा में उपयुक्त मात्रा में टार्टरिक अम्ल मिलाने से बेकिंग सोडा बेकिंग पाउडर में परिवर्तित हो जाता है।
  3. टार्टरिक एसिड बेकिंग के समय बेकिंग सोडा के गर्म होने पर बने धावन सोडा से अभिक्रिया करके उसे उदासीन कर देता है। इस कारण केक का स्वाद कड़वा नहीं होता।

प्रश्न 3.
एक धातु का कार्बोनेट X एक अम्ल से अभिक्रिया करके एक गैस निकालता है जिसे एक विलयन Y में प्रवाहित करने पर पुनः धातु कार्बोनेट बनाता है। दूसरी तरफ एक गैस G जो नमक के विलयन के विद्युत् अपघटन के समय धनाग्र पर प्राप्त होती है, को यदि शुष्क Y पर प्रवाहित करते हैं तो एक यौगिक Z बनता है जिसका उपयोग पीने की पानी को कीटाणु रहित बनाने के काम आता है। X, Y,G एवं Z की पहचान कीजिए।
उत्तर:
नमक के विलयन के विद्युत् अपघटन के समय धनाग्र पर प्राप्त गैस क्लोरीन होती है अतः G क्लोरीन गैस (Cl2) है। जब क्लोरीन गैस को शुष्क Ca(OH)2 अर्थात् (Y) में प्रवाहित करने पर ब्लीचिंग पाउडर (CaOCl2) बनता है अत: Y बुझा चूना [Ca(OH)2] है तथा Z ब्लीचिंग पाउडर (CaOCl2) है।

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

चूँकि Y एवं Z कैल्सियम लवण हैं इसलिए X भी कैल्सियम लवण होगा। अतः X कैल्सियम कार्बोनेट [CaCO3] है, चूँकि
CaCO3 + 2HCl → CaCl2 + CO2 + H2O
Ca(OH)2 + CO2 → CaCO3 + H2O

प्रश्न 4.
आवर्त तालिका के समूह – दो के एक तत्व का सल्फेट लवण एक सफेद एवं मुलायम पदार्थ है। इसकी लोई (लुग्दी) बनाकर इसे किसी भी आकार में ढाला जा सकता है। यदि इस यौगिक को कुछ समय के लिए वायु में खुला छोड़ दिया जाता है तो यह एक ठोस पदार्थ बनाता है जिसे ढालने के उद्देश्य से प्रयुक्त नहीं किया जा सकता। इस सल्फेट लवण की पहचान कीजिए और बताइए कि वह ऐसा व्यवहार क्यों करता है? सम्बन्धित अभिक्रियाओं के समीकरण भी दीजिए।
उत्तर:
वह पदार्थ जो विभिन्न आकार की वस्तुएँ बनाने के काम आता है, वह प्लास्टर ऑफ पेरिस है। इसका रासायनिक नाम कैल्सियम सल्फेट हेमीहाइड्रेट [CaSO4. \(\frac { 1 }{ 2 } \) H2O] है अर्थात् CaSO4 के दो सूत्र मात्रक एक अणु जल से युक्त होते हैं। अर्थात् [2CaSO4.H2O]. इसलिए परिणामस्वरूप यह मुलायम होता है।
जब यह पदार्थ हवा में कुछ समय के लिए छोड़ दिया जाता है तो यह वायुमण्डल से नमी (आर्द्रता) का अवशोषण करके जलयोजित होकर एक कठोर ठोस पदार्थ जिप्सम बनाता है जिसका उपयोग ढालने के उद्देश्य से नहीं किया जा सकता।
अभिक्रिया का समीकरण:

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

प्रश्न 5.
निम्न अभिक्रियाओं के आधार पर यौगिक X की पहचान कीजिए। साथ ही A, B एवं C के नाम एवं रासायनिक सूत्र भी लिखिए –

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?
उत्तर:
X = सोडियम हाइड्रॉक्साइड [NaOH]
A = सोडियम जिंकेट [Na2ZnO2]
B = सोडियम क्लोराइड [NaCl]
C = सोडियम ऐसीटेट [CH3COONa]

MP Board Class 10th Science Solutions

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MP Board Class 10th Maths Solutions Chapter 6 Triangles Ex 6.2

Question 1.
In figures (i) and (ii), DE || SC. Find EC in (i) and AD in (ii).

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Solution:
(i) Since DE || BC [Given]
∴ Using the Basic proportionality theorem,
We have \(\frac{A D}{D B}=\frac{A E}{E C}\)
Since, AD = 1.5 cm, DB = 3 cm and AE = 1 cm,
∴ \(\frac{1.5 \mathrm{cm}}{3 \mathrm{cm}}=\frac{1 \mathrm{cm}}{E C}\)
By cross-multiplication, we have
EC × 1.5 = 1 × 3
⇒ EC = \(\frac{1 \times 3}{1.5}=\frac{1 \times 3 \times 10}{15}\)
EC = 2 cm
(ii) In ∆ABC, DE || BC
Using the Basic proportionality theorem,
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

∴ AD = 2.4 cm.

Question 2.
E and F are points on the sides PQ and PR respectively of a ∆PQR. For each of the following cases, state whether EF || QR;
(i) PE = 3.9 cm, EQ = 3 cm, PF = 3.6 cm and FR = 2.4 cm
(ii) PE = 4 cm, QE = 4.5 cm, PF = 8 cm and RF = 9cm
(iii) PQ = 1.28 cm, PR = 2.56 cm, PE = 0.18 cm and PF = 0.36 cm
Solution:
(i) We have, PE = 3.9 cm, EQ = 3 cm, PF = 3.6 cm and FR = 2.4 cm

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

⇒ EF is not parallel to QR.
(ii) We have, PE = 4 cm, QE = 4.5 cm PF = 8 cm and RF = 9 cm
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

⇒ EF is parallel to QR.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Question 3.
In the figure, if LM || CB and LN || CD, prove that \(\frac{A M}{A B}=\frac{A N}{A D}\)

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Solution:
In ∆ABC, LM || CB [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we have
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Question 4.
In the figure, DE || ACand DF || AE.
Prove that \(\frac{B F}{F E}=\frac{B E}{E C}\)

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Solution:
In ∆ABC
∵ DE || AC [given]
Using the basic proportionality theorem, we have
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Question 5.
In the figure, DE || OQ and DF || OR. Show that EF || QR.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Solution:
In ∆PQO,
∵ DE || OQ [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we have
\(\frac{P E}{E Q}=\frac{P D}{D O}\) …………… (1)
Again, in ∆POR, DF || OR [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we have
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Now, in ∆PQR,
∵ E and F are two distinct points on PQ and PR respectively and \(\frac{P E}{E Q}=\frac{P F}{F R}\),
i.e., E and F divide the two sides PQ and PR of ∆PQR in the same ratio.
∴ By converse of Basic proportionality theorem, EF || QR.

Question 6.
In the figure A, B and C are points on OP, OQ and OR respectively such that AB || PQ and AC || PR. Show that BC || QR.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Solution:
In ∆PQR, O is a point and OP, OQ and OR are joined. We have points A, B and C on OP, OQ and OR respectively such that AB || PQ and AC || PR.
Now, in ∆OPQ,
∵ AB || PQ [Given]
Using the Basic proportionality theorem, we have
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

i.e., B and C divide the sides OQ and OR of ∆OQR in the same ratio.
By converse of Basic proportionality theorem, BC || QR.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Question 7.
Using Basic proportionality theorem, prove that a line drawn through the mid-point of one side of a triangle parallel to another side bisects the third side. A
Solution:
We have ∆ABC, in which D is the midpoint of AB and E is a point on AC such that DE || BC.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

∵ DE || BC [given]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we get
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

⇒ E is the mid point of AC. Hence, it is proved that a line through the midpoint of one side of a triangle parallel to another side bisects the third side.

Question 8.
Using converse of basic proportionality theorem, prove that the line joining the mid-points of any two sides of a triangle is parallel to the third side.
Solution:
We have ∆ABC, in which D and E are the mid-points of sides AB and AC respectively.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

∴ AD = DB ……………. (1)
and AE = EC ………….. (2)
From (1) and (2), we have
\(\frac{A D}{D B}\) = 1 and \(\frac{A E}{E C}\) = 1
⇒ \(\frac{A D}{D B}=\frac{A E}{E C}\)
⇒ DE || BC (By converse proportionality theorem).

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Question 9.
ABCD is a trapezium in which AB || DC and its diagonals intersect each other at the point O. Show that \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\).
Solution:
We have, a trapezium ABCD such that AB || DC. The diagonals AC and BD intersect each other at O.

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Let us draw OE parallel to either AB or DC.
In ∆ADC
OE || DC [By construction]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we get
\(\frac{A E}{E D}=\frac{A O}{C O}\) …………. (1)
In ∆ABD
OE || AB [By construction]
∴ Using the Basic proportionality theorem, we get
कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

Question 10.
The diagonals of a quadrilateral ABCD intersect each other at the point O such that \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\). Show that ABCD is a trapezium.
Solution:
It is given that \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\)
From \(\frac{A O}{B O}=\frac{C O}{D O}\), we have \(\frac{A O}{C O}=\frac{B O}{D O}\)
Let us draw OE such that OE || BA
In ∆ADB, OE || AB [By construction]

कौन सा अम्ल एथेनॉल के साथ आसानी से क्रिया करके एस्टर बनाएगा? - kaun sa aml ethenol ke saath aasaanee se kriya karake estar banaega?

i.e., the points O and E divide the sides AC and AD of ∆ADC respectively in the same ratio.
∴ Using the converse of Basic proportionality theorem, we get OE || DC and OE || AB
⇒ AB || DC
⇒ ABCD is a trapezium.

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इथेनॉल से कौन सा कार्बनिक अम्ल बनाया जाता है?

इसको एर्गाल या टार्टार कहते हैं। इसमें मुख्य रूप से पोटैशियम हाइड्रोजन टारटरेट रहता है जिससे टारटरिक अम्ल अधिक मात्रा में बनाई जाती है।

एथेनॉल से क्या क्या बनता है?

एथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है, जिसे पेट्रोल में मिलाकर गाड़ियों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है। एथेनॉल का उत्पादन यूं तो मुख्य रूप से गन्ने की फसल से होता है लेकिन शर्करा वाली कई अन्य फसलों से भी इसे तैयार किया जा सकता है। इससे खेती और पर्यावरण दोनों को फायदा होता है।

कौन एथेनॉल को एथेनोइक अम्ल में बदलने के लिए ऑक्सीकरण एजेंट के रूप में कार्य करता है?

पूर्ण ऑक्सीकरण पर इथेनॉल एसिटिक अम्ल और एथेनोइक अम्ल का उत्पादन करता है। इथेनॉल को पहले एथनाल (एसिटाल्डीहाइड) बनाने के लिए ऑक्सीकरण किया जाता है, और आगे ऑक्सीकरण, एथेनोइक अम्ल (एसिटिक अम्ल) के साथ।

इथेनॉल से एथेनोइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया क्यों कहा जाता है?

एथेनॉल से एथेनॉइक अम्ल में परिवर्तन को ऑक्सीकरण अभिक्रिया कहते हैं क्योंकि: दहन करने से कार्बन यौगिकों को सरलता से ऑक्सीकृत किया जा सकता है। रासायनिक क्रिया से ऑक्सीकरण करके यह कार्य किया जा सकता है। एल्कोहल को कार्बोज़ाइलिक अम्ल में बदला जा सकता है

एथेनॉल का निर्माण कैसे होता है?

इथेनॉल दो विधियों से तैयार किया जाता है। इसमें पहली संश्लेषण विधि व दूसरी किण्वीकरण विधि है। संश्लेषण विधि-एथिलीन गैस को सांद्र सल्फ्य़ूरिक अम्ल में शोषित कराने से एथिल हाइड्रोजन सल्फ़ेट बनता है जो जल के साथ उबालने पर उद्धिघटित (हाइड्रोलाइज़) होकर एथिल ऐल्कोहल देता है। इस विधि का प्रचलन अभी अधिक नहीं है।