ज्यादा मोबाइल देखने से क्या होगा? - jyaada mobail dekhane se kya hoga?

स्टोरी हाइलाइट्स

  • स्मार्टफोन ने लोगों की मुश्किलों को काफी कम कर दिया है
  • कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है

आज के समय में स्मार्टफोन के बिना जिंदगी की कल्पना कर पाना भी काफी मुश्किल हो गया है. हर छोटी-बड़ी जरूरतों के लिए फोन काफी काम आता है. वहीं, अब स्मार्टफोन में मिलने वाले फीचर्स की वजह से जीवन काफी सुविधाजनक बन गया है. बैंक का काम हो या शॉपिंग स्मार्टफोन की मदद से सभी काफी आसान हो गए हैं. जहां एक ओर स्मार्टफोन ने लोगों की मुश्किलों को काफी कम कर दिया है. वहीं, इसकी वजह से सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है. आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी स्मार्टफोन से चिपके रहते हैं जिससे कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. यदि आपको अपने सेलफोन से ब्रेक लेने के लिए किसी कारण की आवश्यकता है, तो हम आपको इससे होने वाली कुछ ऐसी समस्याओं के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे आप सेलफोन को तुरंत छोड़ देंगे. यहां हम आपको मोबाइल ज्यादा इस्तेमाल करने के कुछ नुकसानों के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं- 

आंखों को पहुंचता है नुकसान- लगातार मोबाइल के इस्तेमाल से आंखों पर दबाव पड़ सकता है. कभी-कभी हमें इसका एहसास नहीं होता है, लेकिन यह हमारी आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकता है. हमारी आंखें शरीर के सबसे संवेदनशील हिस्सों में से एक हैं. मोबाइल की नीली स्क्रीन आपकी आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकती है. इससे गंभीर सिरदर्द, आंखों में दर्द  और यहां तक ​​कि हमारी आंखें ड्राई भी हो सकती हैं. ऐसे में सेलफोन का उपयोग करते समय ब्रेक लेना काफी जरूरी होता है. 

कलाई में हो सकता है दर्द- किसी भी चीज का ज्यादा इस्तेमाल नुकसानदायक साबित हो सकता है और जब बात इलेक्ट्रॉनिक्स की आती है तो बेहतर होगा कि हम इनका इस्तेमाल करते समय सावधानी बरतें. फोन के ज्यादा इस्तेमाल से कलाई में सुन्नपन और दर्द हो सकता है. इससे कलाई में झनझनहाट भी हो सकती है, जो आगे चलकर कार्पल टनल और सेल्फी कलाई का कारण बन सकती है. 

बन सकता है मुंहासों का कारण- क्या आप जानते हैं कि फोन की हानिकारक किरणें ब्रेकआउट का कारण बन सकती हैं. कई शोधों में बताया गया है कि मोबाइल में रोगाणु और बैक्टीरिया होते हैं जो आपकी त्वचा पर आ सकते हैं, जिससे ब्रेकआउट और दाग-धब्बे हो सकते हैं. यह समय से पहले बुढ़ापा आने का एक कारण भी बन सकता है. ऐसे में आपको अपने मोबाइल को रोजाना वाइप्स से साफ करना चाहिए. 

स्लीपिंग पैटर्न होता है डिस्टर्ब- नींद हमारी जीवन शैली का सबसे आवश्यक हिस्सा है और अच्छी नींद हर व्यक्ति के लिए जरूरी होती है. देर रात तक मोबाइल का उपयोग करने से सोने के घंटे कम हो जाते हैं. जिससे आपको सुबह फ्रेश महसूस नहीं होता साथ ही दिन में भी नींद आती है. मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करना कभी-कभी नींद ना आने का कारण भी बन सकता है. 

बढ़ सकता है स्ट्रेस- तनाव सामान्य है लेकिन जब सेलफोन से तनाव की बात आती है, तो यह कई कारणों की वजह से हो सकता है जैसे इंटरनेट पर कुछ पढ़ना, देर तक फोन का इस्तेमाल करना, नींद पूरी ना होना. यह आगे चलकर गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है.

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1 दिन में कितने घंटे मोबाइल चलाना चाहिए?

एक व्यक्ति को एक दिन में लगभग 1 से 2 घंटे फ़ोन का इस्तेमाल करना चाहिए क्योंकि ज्यादा मोबाइल चलाने से हमारे आखों और मानशिक में काफी तनाव पड़ता है।

ज्यादा मोबाइल देखने से क्या नुकसान होता है?

स्ट्रेस और थकान बढ़ने का कारण देर रात तक मोबाइल चलाने का असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है. ... .
डार्क सर्कल की समस्या देर रात तक फोन चलाने का असर त्वचा पर भी पड़ता है. ... .
ब्रेन हेल्थ के लिए देर रात तक फोन यूज करने का असर हमारे दिमाग पर भी पड़ता है. ... .
नींद न आने की प्रॉब्लम ... .
आंखों से जुड़ी समस्याएं.

मोबाइल देखने से कौन सी बीमारी होती है?

मोबाइल फोन के इस्तेमाल से नुकसान को लेकर कई शोध हो चुके हैं। हाल ही में एक शोध आया है जो कहता है कि ज्यादा फोन चलाने से अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसॉर्डर (एडीएचडी) के लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। जामा पत्रिका में ये शोध प्रकाशित हुआ है। एडीएचडी के लक्षण लगभग 10 प्रतिशत अधिक होने का जोखिम दिखाई देता है।

मोबाइल देखने से आंखों पर क्या असर पड़ता है?

एकटक मोबाइल देखने से आंखों में धुंधलापन की भी शिकायत आ रही है। धुंधलापन आने से कुछ देर तक आंखों की रोशनी भी कम हो जाती है। 80 फीसद बच्चों में ड्रायनेस की समस्या देखी जा रही है। खासकर रात में जब फोन का प्रयोग करते हैं तो उससे निकलने वाली प्रकाश आपकी आंखों के रेटिना पर सीधा असर करता है।