हिंदी में आशीर्वाद कैसे देते हैं? - hindee mein aasheervaad kaise dete hain?

(संस्कृत= आशिस्+वाद) स्वस्तिवचन, मंगलकारी बातें, सद्भावना की अभिव्यक्ति, प्रार्थना या कल्याणकारी इच्छा को आशीर्वाद कहते हैं।[1] आयु या पद में छोटे किसी व्यक्ति के नमस्कार करने पर बड़ों द्वारा आशिर्वाद देने की परंपरा है।

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. आप्टे, वामन शिवराम (1969). संस्कृत हिन्दी कोश. दिल्ली, पटना, वाराणसी भारत: मोतीलाल बनारसीदास. पृ॰ 164. पाठ "editor: वामन शिवराम आप्टे" की उपेक्षा की गयी (मदद); |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)

आशीर्वाद देते समय क्या बोले?

और नहीं जगत में दुखः बहुतेरे ! तीजा सुख - सुलक्षणा नर एवं नारी । चौथा सुख - हो संतान आज्ञाकारी। यही आशीर्वाद महत्वपूर्ण है।

आशीर्वाद कैसे दिया जाता है?

आशीर्वाद भी तभी मिलता है जब सामने वाला आपके सिर के ऊपरी भाग पर हाथ रखता है. इससे उस व्यक्ति की सकारात्मक ऊर्जा आशीर्वाद के रूप में शरीर में प्रवेश करती है. इससे हमारा आध्यात्मिक और मानसिक विकास होता है. साष्टांग प्रणाम करने से शरीर के सभी जोड़ थोड़ी देर के लिए तन जाते हैं, जिससे तनाव दूर होता है.

शुद्ध हिंदी में आशीर्वाद कैसे लिखते हैं?

आर्शीवाद का शुद्ध रूप, आर्शीवाद शब्द का वर्तनी शोधन