हम पीरियड्स के दौरान दूध क्यों नहीं पीते हैं? - ham peeriyads ke dauraan doodh kyon nahin peete hain?

1. एक पैड या टैम्पोन को ज्यादा देर इस्तेमाल न करें : चाहे आपने टैम्पोन या सेनीटरी पैड चुना है आपको इनका इस्तेमाल कई घंटों तक नहीं करना चाहिए। आपको इंफेक्शन हो सकता है इसलिए इन्हें बदलते रहें। कई गंभीर समस्याओं से बचने के लिए करीब 6 घंटों के बाद पैड या टैम्पोन बदल दें।

2. डिस्चार्ज एरिया में पानी न लगाएं, जरूरत लगे तो हल्के गर्म पानी से धोएं : इस दौरान स्थान पर पानी न लगाएं। अगर सफाई के लिए पानी की जरूरत है तो गुनगुना पानी इस्तेमाल करें। इस स्थान को ठीक से सुखाएं।

3. अपने खाने के समय में बदलाव न करें : कोशिश करें कि कुछ खा लिया जाए। नाश्ता, दोपहर का भोजन और रात का भोजन अपनी जरूरत के मुताबिक जरूर लें। आपको एनर्जी और न्यूट्रिएंट्स की जरूरत है।

4. जंक फूड या पैकेट फूड न खाएं : आपके शरीर से डिस्चार्ज हो रहा है। आपको न्यूट्रिएंट्स की जरूरत है। आपके पाचनतंत्र को सुपाच्य भोजन की आवश्यकता है। ऐसे में पीरियड के दौरान अच्छा भोजन करें और जंक फूड को हाथ न लगाएं।

5. डेयरी प्रोडक्ट न खाएं : डेयरी मतलब दूध, दही या पनीर इन सभी का इस्तेमाल न करें। ये सभी बेहद पौष्टिक हैं लेकिन इनमें एक खास एसिड होता है जो आपके पीरियड के दर्द को बढ़ा सकता है।

महिलाओं को कम उम्र में ही ऐसी समस्याएं घेरने लगी हैं, जिनके चलते उन्हें मां बनने में दिक्कत आती है। आज के समय में पीसीओडी की समस्या और सर्विक्स कैंसर जैसे रोग महिलाओं को बहुत अधिक परेशान कर रहे हैं। इनके चलते महिलाओं में मां ना बन पाने की समस्या बढ़ रही है।

खास बात यह है कि इन स्थितियों से बचा जा सकता है। इसके लिए आपको पीरियड्स के दौरान उचित खान-पान अपनाना होगा और लाइफस्टाइल में जरूरी सुधार करना होगा। हम आपसे एक बात जरूर कहना चाहते हैं और चाहते हैं कि आप इस पर गौर भी करें... कि किसी रोग की गिरफ्त में आकर उसका इलाज कराने से बेहतर है कि रोग को जड़ों को अपने जीवन में पनपने ही ना दिया जाए।

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पीरियड्स के दौरान क्या नहीं खाना चाहिए


-इसलिए हर बीमारी से बचाव का सबसे सही तरीका है कि आप अपने भोजन को लेकर जानकारी बढ़ाएं। यह जानें और समझें कि किस चीज को कब खाना चाहिए और कब नहीं। आइए, अब इस बारे में बात करते हैं कि पीरियड्स के दौरान आप क्या ना खाएं ताकि पीसीओडी की समस्या से बची रहें...

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कार्बोहाइड्रेट्स युक्त भोजन नहीं करना है
-पीरियड्स के दौरान आपको कार्बोहाइड्रेट्स युक्त भोजन करने से बचना है। ऐसा करने से आपको पीरियड्स के दौरान होनेवाले दर्द और क्रैंप्स से भी राहत मिलेगी।

- इसलिए जब तक आपको ब्लीडिंग होती है चाहे 3 दिन या 5 दिन, इन दिनों में आपको ऐसे भोजन का सेवन नहीं करना है, जिसे पचाने में आपके शरीर को अधिक मेहनत करनी होती है।
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जल्दी पचनेवाला भोजन


-इसके लिए सबसे पहले कार्बोहाइड्रेट्स युक्त भोजन को इन दिनों में नहीं खाना है। जैसे, चपाती, दाल, दूध, दही, छाछ इन चीजों का सेवन मुख्य रूप से आपको पीरियड्स के दौरान नहीं करना है।

-अगर दूध पीना ही हो तो इसमें हल्दी मिलाकर पी सकते हैं। लेकिन अन्य दिनों की तुलना में दूध की मात्र कम ही लें। क्योंकि दूध के पाचन में समय भी अधिक लगता है और दूध के कारण गैस भी अधिक बनती है। जो पीरिड्स पेन बढ़ा सकती है।
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क्या खाना चाहिए आपको?
-पीरियड्स के दौरान हल्के और सुपाच्य भोजन का उपयोग करना चाहिए। जैसे, खिचड़ी, सूजी से बनी चीजें, इडली-सांभर, डोसा या नमकीन दलिया इत्यादि।

-पीरिड्स के दौरान ब्लीडिंग हो रही होती है। इसलिए आपको आयरन रिच फूड का सेवन करना चाहिए। ताकि शरीर में कमजोरी का अनुभव ना हो। इसके लिए आप आयरन रिच सुपाच्य भोज्य पदार्थ खा सकते हैं। जैसे, पालक, मखाना, शकरकंद, सिंघाड़ा, हरी फलियां इत्यादि।

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पीरियड्स के दौरान क्या खाना चाहिए?


पीरियड्स के दौरान कार्बोहाइड्रेट्स ना खाने की वजह?
-दरअसल, पीरियड्स के दौरान शरीर से ब्लीडिंग होने के साथ ही पसीने और यूरिन के माध्यम से भी शरीर के टॉक्सिन्स बाहर आ रहे होते हैं। इन टॉसिन्स या विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के लिए शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा की जरूरत होती है। यदि आप इस दौरान ऐसा भोजन खाएंगी, जिसे पचाने में शरीर की अधिक ऊर्जा लगे तो आपके शरीर से ये विषाक्त पदार्थ पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाएंगे।
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-इन टॉक्सिन्स के रूप में लगातार शरीर के अंदर जमा होते रहनेवाली गंदगी आपकी सामान्य सेहत के साथ ही प्रजनन क्षमता पर भी असर डालती है। जैसे ही सेहत से जुड़ी कोई दूसरी दिक्कत होती है, शरीर में पहले से मौजूद ये परेशानियां हावी होने लगती हैं और आपको गंभीर स्थिति में पहुंचा देती हैं।
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महिलाओं के पीरियड के दौरान महिलाओं को क्या सेवन करें और क्या ना करें इस विषय की बहुत चिंता होती है | और यह चिंता होनी भी चाहिए क्योंकि यदि हम पीरियड्स आने के बाद हमें जो पसंद होता है वह खा लेते हैं तो इसकी वजह से हमें कभी कबार परेशानियां भी हो सकती है |

मासिक धर्म आने के बाद महिलाओं के शरीर से उनके गर्भाशय की ऊपरी परत महिला के अंडे विकसित होने के समय महिला की यौन मार्ग से बाहर निकलते हैं, जिसे हम मासिक धर्म की ब्लीडिंग कहते हैं |

कई सारी महिलाएं पीरियड के दौरान दूध का सेवन करना चाहिए या नहीं इस सवाल से परेशान है, इसलिए हम जानते हैं कि पीरियड में मिल्क पीना चाहीए की नहीं ?

Table of Contents

  • पीरियड में दूध पीना चाहिए या नहीं ?
  • पीरियड के दौरान हल्दी का मिल्क पीना :
  • पीरियड के दौरान बादाम का दूध :

पीरियड में दूध पीना चाहिए या नहीं ?

मासिक धर्म के समय अच्छा आहार महिलाओं के लिए बहुत गुणकारी माना गया है | यदि हमारे शरीर में प्रोटीन कैल्शियम महत्वपूर्ण पोषक तत्व मौजूद है तो हमें मासिक धर्म के समय दर्द होना , कमजोरी महसूस होना , थकान का आना ऐसी चीजों से राहत मिलती है |

पीरियड के दौरान लेक्टोज की कमी की वजह से भी मासिक धर्म में दर्द होने लगता है | जब हम दूध का सेवन करते हैं तब हमें दूध में लैक्टोज भरपूर मात्रा में मिलता है, यह आपकी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हुआ है |

यदि आपको दूध का सेवन करने की वजह से पचन संस्था में परेशानी हो रही है , और आपको पेट में गड़बड़ी महसूस हो रही है तब आपको दूध का सेवन नहीं करना चाहिए |

भारतवर्ष में कई सारी महिलाएं पीरियड के दौरान दूध पीती है इसलिए आपको सादा दूध पीने से कोई नुकसान नहीं है |

हफिंगटन पोस्ट में इस बात की पुष्टि की है कि यदि आप अधिक मात्रा में दूध का सेवन करती हो तो इससे आपके शरीर में Arachidonic acid की मात्रा बढ़ती है और किसी ऐसी की वजह से आपके मासिक धर्म के दौरान दर्द पैदा करने की क्षमता अधिक होती है, इसलिए जितना हो सके उतना कम मात्रा में ही दूध का सेवन करें |

पीरियड के दौरान हल्दी का मिल्क पीना :

वैसे देखा जाए तो मासिक धर्म के दौरान आप दूध का सेवन कर सकती हो, लेकिन यदि आप दूध में हल्दी पाउडर मिला रही हो तो यह आपके लिए परेशानी बन सकता है |

हल्दी का दूध सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है लेकिन यह यदि पीरियड के दौरान या प्रेगनेंसी के दौरान हम पीते हैं तो इससे हमें शरीर में गर्माहट पैदा हो सकती है और इससे बच्चा गिरने का खतरा हो सकता है |

पीरियड के दौरान शरीर में गर्माहट पैदा होने की वजह से मासिक धर्म का खून पतला होता है और इसी वजह से हैवी ब्लड फ्लो की समस्या भी इससे आ सकती है | इसीलिए आपको मासिक धर्म के दौरान हल्दी का दूध नहीं पीना है |

पीरियड के दौरान बादाम का दूध :

मासिक धर्म के दौरान बादाम का सेवन करने से मासिक धर्म में दर्द की समस्या कम होती है इसलिए आप दूध के साथ बादाम मिलाकर पी रही हो तो इससे आपके मासिक धर्म का दर्द कम होने लगता है |

पेट के दौरान बादाम का सेवन करने से आपको मासिक धर्म के दौरान कैल्शियम और आयरन की मात्रा अच्छे से होती है, बादाम में मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में मौजूद होने की वजह से आपको मासिक धर्म के दौरान चक्कर आना या कमजोरी महसूस होना ऐसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है |

पीरियड के दौरान आपको जो सेवन करना है वह आप कर सकती है लेकिन बस आपको यह ख्याल रखना है कि किसी भी चीज को अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना है, क्योंकि इससे आपके मासिक धर्म में दर्द बढ़ने की समस्या या मासिक धर्म अनियमित आने की समस्या हो सकती है |

यदि आपको किसी भी प्रकार का सवाल परेशान कर रहा है तो आप बेझिझक हमें नीचे कमेंट में लिख सकते हैं, हम आपकी मदद करने का पूरा से पूरा प्रयास करेंगे |

पीरियड में दूध पीने से क्या होता है?

दूध, चीज और क्रीम आदि को पीरियड्स में ना खाने की सलाह दी जाती है. इनमें पीरियड क्रैंप्स को बढ़ाने वाले तत्व पाए जाते हैं. दूध (Milk) और चीज की जगह पर छाछ पीना ज्यादा फायदेमंद है.

पीरियड के समय दूध क्यों नहीं पीना चाहिए?

यह आपके एस्‍ट्रोजन लेवल को बढ़ा सकता है जिससे यूट्रस में दर्द बढ़ सकता है।

क्या मुझे पीरियड्स के दौरान दूध लेना चाहिए?

कैल्शियम फूड्स (Calcium Foods) कुछ स्टडीज से पता चलता है कि कैल्शियम न केवल मासिक धर्म की ऐंठन को कम करने में मदद करता है बल्कि यह मूड और थकान जैसे अन्य पीएमएस लक्षणों को भी कम कर सकता है. कैल्शियम वाले फूड्स के लिए दूध, पनीर और दही आदि को डाइट में जोड़ें.

पीरियड में क्या नहीं छूना चाहिए?

सदियों पुरानी मान्यताओं के अनुसार, पीरियड्स के दौरान महिलाओं को रसोई में प्रवेश करने या अचार को छूने की अनुमति नहीं थी, ऐसा माना जाता था कि वे इस दौरान अशुद्ध हो जाती हैं। दिलचस्प बात यह है कि भोजन को पवित्र माना जाता था और कोई भी अशुद्ध चीज़ उसकी अच्छाई को नष्ट कर सकती है।