पूरी स्पीड में है ट्राम कुली मज़दूर हैं दूध-सा धुला सादा लिबास है तुम्हारा पूरी स्पीड में है ट्राम 3 years ago कविता की मूल संवेदना क्या होती है?किसी भी वस्तु भाव और स्थिति के हृदय पर पड़े प्रभाव की प्रतिक्रिया ही संवेदना कहलाती है। नागार्जुन का काव्य संसार वैविध्यमय होने के साथ-साथ बहुत व्यापक एवं विराट हैं। इसमें प्रकृति, मनुष्य, पशु, राजनीतिक-सामाजिक जीवन, जीवन के मधुर एवं कोमल पक्ष, व्यंग्य की तीखी धार दैनन्दिन जीवन की गतिविधियाँ सब शामिल हैं।
बहुत दिनों के बाद कविता में गांव लौटने पर कवि ने क्या अनुभव किया?Answer: कवि ने गांव लौटने पर जी भर मौलसरी के ताजे – ताजे फूलों की सुगंध को महसूस किया उसकी अनुभूति की। ... अर्थात कभी अपने गांव में वास्तविक जीवन को जीते हैं। बहुत दिनों के बाद मुझे ग्रामीण प्रकृति का रमणीय एवं मोहक रूप देखकर आनंद का अनुभव हुआ।
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