चोट लगने से खून जम जाना - chot lagane se khoon jam jaana

चोट लगने से खून जम जाना - chot lagane se khoon jam jaana

ब्‍लड क्‍लॉट अगर हार्ट में हो जाए तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. (Image Canva)

चोट लगने के बाद स्किन या नसों के अंदर खून जमने को ब्‍लड क्‍लॉट कहा जाता है. ऐसा होने पर स्‍किन के कलर में अंतर आने लगता है और स्किन लाल, बैंगनी या काली दिखाई देने लगती है. ये समस्‍या लापरवाही बरतने पर गंभीर हो सकती है.

  • News18Hindi
  • Last Updated : August 31, 2022, 14:55 IST

हाइलाइट्स

ब्‍लड क्‍लॉट स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी परेशानियां बढ़ा सकता है.
ब्‍लड क्‍लॉट में सही ट्रीटमेंट की आवश्‍यकता होती है.

Problem Due To Blood Coagulates: चोट लगने पर कई बार स्किन पर लाल और बैंगनी रंग के पैचेस दिखाई देने लगते हैं. ये पैचेस खून जम जाने के कारण बनते हैं, जिसे ब्‍लड क्‍लॉट के नाम से जाना जाता है. ब्‍लड क्‍लॉट होने पर स्‍किन के कलर में अंतर आने लगता है और स्किन लाल, बैंगनी या काली दिखाई देने लगती है. ये समस्‍या नसों में खून जम जाने के कारण हो सकती है. हाथ व पैर में लगने वाली चोट के पैचेस को ठीक करना आसान होता है लेकिन कई बार चोट अंदरूनी होती है. अंदरूनी चोट के कारण होने वाले ब्‍लड क्‍लॉट कई समस्‍याओं को जन्‍म दे सकते हैं. जैसे सिर और हार्ट के पास लगने वाली चोट भले ही दिखाई न दे लेकिन ये खतरनाक हो सकती है. चलिए जानते हैं चोट के कारण खून जमने से क्‍या समस्‍याएं आ सकती हैं.

क्‍या है ब्‍लड क्‍लॉट?
हेल्‍थलाइन के मुताबिक ब्‍लड का एक हिस्‍सा जो लिक्‍विड से जैल या सॉलिड में बदल जाता है उसे ब्‍लड क्‍लॉट कहते हैं. क्‍लॉटिंग एक सामान्‍य‍ प्रक्रिया है जो चोट लगने पर ब्‍लड को बहने से रोकने में मदद कर सकती है. लेकिन कई बार किसी नस में ब्‍लड क्‍लॉट हो जाता है जो शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है. कई बार ब्‍लड क्‍लॉट नसों के माध्‍यम से हार्ट और लंग्‍स तक पहुंच कर जम जाता है. जो ब्‍लड सर्कुलेशन को रोक सकता है. ऐसे में जान का खतरा अधिक बढ़ सकता है.



हाथ व पैर में ब्‍लड क्‍लॉट होना
हाथ व पैर में जमने वाले खून को आसानी से देखा जा सकता है. ये लाल या बैंगनी रंग के पैचेस में उभर कर स्किन पर दिखाई देने लगते हैं. कई बार ब्‍लड क्‍लॉट में दर्द नहीं होता लेकिन चोट वाला हिस्‍सा सूज जाता है. हाथ और पैर में क्लॉट होना ज्यादा खतरनाक नहीं होता.

हार्ट अटैक बन सकता है ब्‍लड क्‍लॉट
ब्लड क्‍लॉट हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है. ब्‍लड क्‍लॉट यदि हार्ट में हुआ है तो ये हार्ट अटैक का कारण भी बन सकता है. हार्ट में होने वाले ब्‍लड क्‍लॉट ब्‍लड सर्कुलेशन को कम कर देता है जिस वजह से हार्ट प्रॉब्‍लम बढ़ सकती हैं. हार्ट में ब्‍लड क्‍लॉट होने से छाती में दर्द, चक्‍कर, सांस लेने में कठिनाई, हाथ व जबड़े में दर्द, पसीना आना, हार्टबीट बढ़ जाने जैसी समस्‍याएं आ सकती हैं.

यह भी पढ़ें – अच्छे रोल मॉडल बनते हैं A ब्लड ग्रुप के व्यक्ति, जानें इनके बारे में सब कुछ

पेट में ब्‍लड क्‍लॉट होना
पेट में होने वाले ब्‍लड क्‍लॉट डीप वेन थ्रॉम्बोसिस का एक रूप है जिस वजह से कई तरह की समस्‍याएं आ सकती हैं. ब्‍लड क्‍लॉट से पेट में तेज दर्द, जी मचलाना, उल्‍टी, स्‍टूल में ब्‍लड व पेट में सूजन की समस्‍या आ सकती है.

यह भी पढ़ें – घर की नकारात्मक ऊर्जा को पलक झपकते ही दूर कर देंगे ये 7 उपाय

हो सकता है ब्रेन स्‍ट्रोक
मस्तिष्‍क में जमने वाला खून स्‍ट्रोक के रूप में जाना जाता है. ये ब्‍लड क्‍लॉट मस्तिष्‍क या शरीर में कहीं भी विकसित हो सकते हैं. इसकी वजह से ब्रेन में ऑक्‍सीजन की कमी हो जाती है जिस वजह से हाइपोक्सिया हो सकता है. हाइपोक्सिया के कारण ब्रेन स्‍ट्रोक का खतरा अधिक बढ़ जाता है.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

Tags: Blood, Health, Health problems, Lifestyle

FIRST PUBLISHED : August 31, 2022, 14:55 IST

विटमिन -K विटमिन्स के उस ग्रुप से आता है, जिन्हें फैट-सॉल्यूबल विटमिन्स कहा जाता है। यानी ये विटमिन्स हमारे शरीर में स्थित वसा में घुलनशील होते हैं। यही वजह है कि विटमिन-K हमारे ब्लड को गाढ़ा होने से रोकता है। इस कारण हमारा ब्लड फ्लो सही बना रहता है और शरीर में खून का थक्का नहीं जमता यानी ब्लड क्लॉटिंग का खतरा दूर होता है। आइए जानते हैं विटमिन -K हमें किन-किन फूड्स से प्राप्त होता है और हमारे शरीर को और किस तरह से फायदा पहुंचाता है...शरीर में विटमिन-के की उपयोगिता
हमारे शरीर में कहीं भी चोट लगने पर जब खून निकलने लगता है तो कुछ देर में ही उस जगह पर ब्लड की एक लेयर बनकर सूख जाती है ताकि शरीर से अधिक खून ना बह सके... यह काम ब्लड में मौजूद प्रोथोम्बिन नाम के प्रोटीन के कारण होता है। इस प्रोटीन के निर्माण के लिए शरीर को विटमिन -K की जरूरत होती है।

-ऐसा नहीं है कि केवल ब्लड का थक्का जमाने के लिए ही हमारे शरीर को विटमिन -K चाहिए बल्कि हड्डियों की मजबूती के लिए भी इसकी जरूरत होती है। विटमिन -K हड्डियों के मैकेनिज़म को ठीक रखने का काम करता है।

Vitamin-C For Immunity: संतरे का इंतजार ना करें, इससे ज्यादा विटमिन-C होता है इन 5 फलों में

-शरीर में विटमिन -K की कमी बहुत सामान्य समस्या नहीं है। यही इसके साथ खास बात है। बहुत ही रेयर केसेज में शरीर में इसकी कमी होती है लेकिन जब हो जाती है तो किसी ना किसी गंभीर बीमारी का कारण बनती है। इसकी कमी से खून का थक्का जमने का टाइम बहुत अधिक बढ़ जाता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है।

चोट लगने से खून जम जाना - chot lagane se khoon jam jaana

खून के पतला और गाढ़ा होने की प्रक्रिया

-जब शरीर में विटमिन -K की कमी हो जाती है तो हमारा खून बहुत अधिक पतला हो जाता है। ऐसे में चोट लगने या ब्रेन हेम्रेज होने की स्थिति में बहुत अधिक खून बह सकता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि हम अपनी डायट में विटमिन -K से भरपूर भोजन लें।

शाकाहारी लोग ऐसे बचें कोरोना वायरस से, इन फूड्स से मिलेगा Vitamin-D

इसकी प्राप्ति का मुख्य तरीका
-विटमिन -K अपने आप में कई भागों में बंटा होता है और हमें इनकी प्राप्ति अलग-अलग चीजों से होती है। जैसे विटमिन -K1 को फाइलोक्विनोन नाम से भी जाना जाता है। प्लांट्स ही इसकी प्राप्ति का मुख्य आधार हैं। वहीं इसका दूसरा रूप है विटमिन-K2 यह हमें एनिमल्स बेस्ड प्रॉडक्ट्स और फर्मेंडेट फूड्स से मिलता है।

-विटमिन-K1 शरीर के अंदर बड़ी आंत द्वारा अवशोषित किया जाता है। लार्ज इंटेस्टाइन में मौदूज बैक्टीरिया इसे स्टोर करके रखते हैं। वहीं विटमिन-K2 छोटी आंत और लीवर द्वारा अवशोषित किया जाता है। यह फैटी टिश्यूज के फॉर्म में इनमें मौजूद रहता है।

चोट लगने से खून जम जाना - chot lagane se khoon jam jaana

चोट लगने पर क्यों जम जाता है खून?


Jackfruit: 'वेज मीट' है जैकफ्रूट! गजब है इसका स्वाद और गुण

हमारे शरीर में होती है यह खूबी

-हमारे शरीर के लिए ज्यादातर जरूरी चीजों को प्रड्यूस करने की क्षमता हमारी बॉडी में होती है। लेकिन विटमिन-K की प्राप्ति के बिना हमारा शरीर प्रोथोम्बिन का निर्माण नहीं कर पाता है। जो कि शरीर से निकलनेवाले खून की क्लोटिंग के लिए जरूरी है। इसलिए हरी पत्तेदार सब्जियां, दूध, अंडा, ड्राई फ्रूट्स अपनी डायट में जरूर शामिल करें।

Low Carb Food: मोटापा कम करने के लिए खाएं ऐसा खाना, पतली हो जाएगी कमर

-जन्म के तुरंत बाद बच्चों को प्लांट बेस्ड डायट खाने के लिए नहीं दी जा सकती। क्योंकि वे इसे चबाने और पचाने में असमर्थ होते हैं। यही वजह है ज्यादातर बच्चों को जन्म के बाद ट्रीटमेंट के दौरान विटमिन- के का इंजेक्शन दिया जाता है। ताकि किसी भी तरह की चोट के कारण उन्हें जानलेवा ब्लीडिंग से बचाया जा सके।

इन्हें पहले डॉक्टर की सलाह चाहिए
जो लोग खून के पतलेपन के कारण किसी बीमारी या समस्या से जूझ रहे हैं। या जो लोग खून को पतला करने के दवाइयां खा रहे हैं, उन्हें अपनी डायट में विटमिन -K से रिच फूड और फ्रूट्स ऐड करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए। उन्हें जानना चाहिए कि वे खाने में क्या-क्या चीजें खा सकते हैं और क्या नहीं।

Benefits of Cannabis: भांग के फायदे बनाते हैं लोगों को दीवाना, लत नहीं शौक चलेगा!

Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें

चोट लगने पर खून जम जाए तो क्या लगाएं?

तो तरंत चोट पर बर्फ लगा दें. खून को बहने से रोकने का ये सबसे आसान तरीका है. बर्फ लगाने से ब्लड जम जाता है और बहना बंद हो जाता है. आपको चोट वाली जगह पर बर्फ का टुकड़ा रगड़ना है.

जमे हुए खून को कैसे सही करें?

इसके इलाज में खून को पतला करने वाली दवाई एंटीकोग्युलेन्ट (anticoagulants) और दबाव वाले स्टॉकिंग या फुट पम्प जो आपके खून के प्रवाह और किसी भी खून के थक्के को बनने से रोक सकते है, ये सभी विकल्प शामिल होंगे।

चोट लगने पर रक्त के जमने का कार्य कौन करता है?

विटामिन - K के कार्य - लीवर में विटामिन- K द्वारा कुछ प्रकार के प्रोटीन्स जैसे - प्रोथ्रोम्बिन तथा फाइब्रिनोजेन का पूर्ण संश्लेषण होता हैं। जो कि, रक्त का थक्का जमाने में सहायक होते हैं।

खून जमने से क्या होता है?

थ्रोबिंग या ऐंठन, दर्द, सूजन, हाथ-पैरों में लालिमा आ जाना, अचानक सांस फूलना, तेज सीने में दर्द और खांसी या खांसी में खून आना इसके लक्षण हो सकते हैं। ब्रेन की ब्लड क्लॉटिंग की वजह से अचानक और तेज सिरदर्द हो सकता है, लकवा और कई दूसरे लक्षण भी दिखाई देते हैं।