बेल के पेड़ में पानी डालने से क्या होता है? - bel ke ped mein paanee daalane se kya hota hai?

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बेल के पेड़ में पानी डालने से क्या होता है? - bel ke ped mein paanee daalane se kya hota hai?
बेल के पेड़ में पानी डालने से क्या होता है? - bel ke ped mein paanee daalane se kya hota hai?

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भगवान शिव को बिल्वपत्र चढ़ाने का जितना महत्व है, उतना ही महत्व बिल्वपत्र के वृक्ष का भी माना गया है। बिल्वपत्र के वृक्ष की महिमा के बारे में अगर आप नहीं जानते, तो जरूर पढ़िए बिल्वपत्र के वृक्ष की यह 7 महत्वपूर्ण बातें -   

1  बिल्वपत्र के वृक्ष में लक्ष्मी का वास माना गया है। इसकी पूजा करने से दरिद्रता दूर होती है और बेलपत्र के वृक्ष और सफेद आक को जोड़े से लगाने पर निरंतर लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।

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नई दिल्लीPublished: Jul 06, 2019 05:01:03 pm

Submitted by:

Soma Roy

dosh nivaran upay : शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए शमी के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएंबेल के वृक्ष में सोमवार के दिन जल चढ़ाने से मनोकामनाएं पूरी होंगी

बेल के पेड़ में पानी डालने से क्या होता है? - bel ke ped mein paanee daalane se kya hota hai?

नई दिल्ली। हिंदू धर्म के अनुसार पेड़-पौधों में भी जीवन होता है। इसलिए इसे देवी-देवताओं का वास स्थल भी माना जाता है। ऐसे में रोजाना अलग-अलग वृक्षों के पूजन से व्यक्ति का भाग्य तेज हो सकता है। इससे उनके जीवन में खुशहाली भी आ सकती है। तो कौन-से हैं वो पेड़ आइए जानते हैं।

इन पेड़ों की पूजा करने और जल चढ़ाने से दूर हो सकती हैं हमारी परेशानियां

उज्जैन. पेड़ हमारे जीवन का आधार हैं। हिंदू धर्म में पेड़-पौधों में देवी-देवताओं का वास माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र में भी ग्रहों की स्थिति को अनुकूल बनाने के लिए पेड़ों का पूजन बताया जाता है। हिंदू धर्म में कुछ पेड़-पौधों को देव वृक्ष माना जाता है। मान्यता है कि यदि इन वृक्षों का पूजन किया जाए तो उससे संबंधित देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और आपके जीवन की परेशानियां दूर होती हैं। आगे जानिए किस पेड़-पौधे का पूजन करने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है…

आंवला और तुलसी का पूजन

तुलसी भगवान विष्णु को अति प्रिय हैं। जिन घरों में प्रतिदिन सुबह शाम तुलसी में दीपक जलाकर जल चढ़ाया जाता है और तुलसी पूजन किया जाता है वहां विष्णु जी के साथ माता लक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है। ऐसे घरों में हमेशा धनधान्य बना रहता है। आंवला सेहत के लिए तो फायदेमंद होता ही है इसके अलावा एकादशी तिथि को आंवला वृक्ष का पूजन करने से भगवान विष्णु की कृपा भी प्राप्त होती है। आंवला नवमी के दिन आंवला के वृक्ष का पूजन विशेष फलदाई रहता है।

केले के वृक्ष का पूजन

केले के वृक्ष का संबंध बृहस्पतिदेव और भगवान विष्णु से माना गया है। गुरुवार को केले के पेड़ के नीचे शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए और जल में चुटकी भर हल्दी मिलाकर केले की जड़ में अर्पित करना चाहिए। इससे आपका बृहस्पति मजबूत होता है और भगवान विष्णु की कृपा भी प्राप्त होती है। आपके घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। जिनके विवाह में बाधा आ रही है वह भी दूर होती है।

बेल और बरगद के पेड़ का पूजन

बरगद और बेल के वृक्ष में भगवान शिव का वास माना जाता है। बेलपत्र भगवान शिव को अति प्रिय है यदि श्रद्धा से एक बेलपत्र शिवलिंग पर अर्पित कर दिया जाए तो भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों के जीवन के कष्टों को दूर करते हैं। बिल्व के वृक्ष के नीचे शिवलिंग रखकर पूजन करने से शिव जी की कृपा प्राप्त होती है। प्रत्येक महीने में दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को बरगद की पूजा करना बहुत शुभ माना जाता है।
 

शमी के पेड़ का पूजन

शमी के वृक्ष का पूजन करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। प्रत्येक शनिवार के दिन शमी के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन के कष्ट दूर होते हैं और सुख-समृद्धि बनी रहती है। इसके अलावा शमी के पत्ते अर्पित करने से शिव जी भी प्रसन्न होते हैं।

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बेलपत्र के पेड़ में जल चढ़ाने से क्या होता है?

बेल के पेड़ की पूजा करने से मां लक्ष्‍मी प्रसन्‍न होती हैं और धन की प्राप्ति होती है। इसलिए सावन में शिवजी को बेलपत्र चढ़ाने के साथ ही बेल के वृक्ष को भी जल दें।

बेल के पेड़ में कौन से देवता रहते हैं?

बरगद व बेल का पेड़ मान्यता के अनुसार बरगद और बेल के पेड़ पर भगवान शिव वास करते हैं.

बेल के पेड़ की पूजा कैसे करनी चाहिए?

धतूरे के साथ फूल और उसी पेड़ या अन्य पेड़ के बेलपत्र चढ़ाकर जड़ का पूजन किया जाता है। इससे मनुष्य को जीवन में विभिन्न सुखों की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि बेलपत्र की जड़ का जल अपने माथे पर लगाने से समस्त रोगों का निदान होता ही है साथ ही समस्त तीर्थों का पुण्य भी प्राप्त होता है।

बेल का पेड़ घर में लगाने से क्या होता है?

शास्त्रों के अनुसार घर के उत्तर पश्चिम दिशा में लगा बेल का पौधा वहां रहने वाले सदस्यों को अधिक तेजस्वी और ऊर्जावान बनाता है। घर के आंगन में इसका पेड़ होने से बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती. ये तंत्र बाधाओं से हमें मुक्त कराता है और परिवार के सदस्यों की रक्षा करता है.