बाघ आया उस रात कविता का सारांश “यह कविता बाघ के बारे में दो बच्चों की अभिव्यक्ति है। एक बच्चा अपने बाबा से कहता है-बाघ इधर से निकला था और उधर चला गया था। वह रात के समय आया था। हो सकता है वह फिर आ जाए। अतः आप रात के समय बाहर मत निकलना । बच्चा आगे बताता है-बाघ झरने के पास रहता है। मैं जब दिन के समय वहाँ गया था तो उसे देखा था। और उसे ही नहीं, उसके दो बच्चे और बाघिन को भी देखा था। बाघिन पूरा दिन
पहरा देती रहती है। बाघ या तो सोता है या अपने बच्चों के साथ खेलता है। इस पर दूसरा बच्चा, छोटू, कहता है-बाघ कोई काम नहीं करता है। वह न तो ऑफिस जाता है न कॉलेज। वह स्कूल में भी नहीं जाता है। पाँच साल के बेटू ने एक बार फिर अपने बाबा को मना किया रात में बाहर होकर बाथरूम जाने के लिए।
काव्यांशों की व्याख्या
1. वो इधर से निकला।
उधर चला गया ऽऽ”
वो आँखें फैलाकर
बतला रहा था-
हाँ बाबा, बाघ आया उस रात,
आप रात को बाहर न निकलो!
जाने कब बाघ फिर से आ
जाए।”
“हाँ, वो ही ! वो ही जो
उस झरने के पास रहता है।
वहाँ अपन दिन के वक्त
गए थे न एक रोज़?
बाघ उधर ही तो रहता है।
बाबा, उसके दो बच्चे हैं।
बाघिन सारा दिन पहरा देती है।
बाघ या तो सोता है।
या बच्चों से खेलता है…”
शब्दार्थ : पहरा देती है-निगरानी रखती है।
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘रिमझिम भाग-5′ में संकलित कविता ‘बाघ आया उस रात” से ली गई हैं। इसके रचयिता हैं-नागार्जुन।
अर्थ-एक बच्चा
दूसरे बच्चा को आँखें फैलाकर बता रही है कि बाघ इधर से निकला था और उधर चला गया था। उसने अपने बाबा से कहा-बाघ उस रात को आया था। अतः आप बाहर नहीं निकलना। वह किसी भी समय कभी भी आ सकता है। वह बाघ झरने के पास रहता है। जब मैं दिन के समय वहाँ गया था तो बाघ को उधर देखा था। उसके दो बच्चे हैं। बाघिन पूरा पहरा देती है। बाघ या तो सोता है या बच्चों के साथ खेलता है।
2. दूसरा बालक बोला-
“बाघ कहीं काम नहीं करता
न किसी दफ्तर में
न कॉलेज में ऽऽ”
छोटू बोला-
“स्कूल में भी नहीं …”
पाँच-साला बेटू ने
हमें फिर से आगाह किया
“अब रात को बाहर होकर बाथरूम न जाना!”
शब्दार्थ : दफ्तर-ऑफिस। आगाह-सावधान।
प्रसंग-पूर्ववत् ।
अर्थ-बाघ के बारे में दूसरा बालक, छोटू, कहता है-वह कोई काम नहीं करता। न किसी ऑफिस में जाता है न । किसी कॉलेज में। वह तो स्कूल में भी नहीं जाता। पाँच साल का बेटू फिर हमें सावधान करते हुए कहता है-आप रात को बाहर होकर बाथरूम मत जाना क्योंकि हो सकता है कि बाघ आ जाए।