इंटरनेट पर ना जाने कितने लोग सर्च करते हैं कि हिंदी वर्णमाला में स्वर कितने हैं? कन्फ्यूजन होता है कि हिंदी वर्णमाला में 11 या 13 स्वर हैं. यह ब्लॉग आपको वह सब कुछ बताएगा जो आपको हिंदी वर्णमाला के बारे में जानने की जरूरत है, जिसमें वर्णमाला का इतिहास और आज इसका उपयोग कैसे किया जाता है। हिंदी वर्णमाला के सभी स्वरों
को जल्दी और आसानी से सीख सकेंगे। आप यह भी जान पाएंगे कि प्रत्येक स्वर का सही उच्चारण कैसे किया जाता है। हिंदी वर्णमाला बहुत छोटा नहीं है, जिससे शब्दों को सही ढंग से सीखना और उच्चारण करना आसान नहीं होता है। क्या हिंदी वर्णमाला में 13 स्वर हैं? आपको जानकर बेहद हैरानी होगी कि प्राचीन समय में हिंदी भाषा के वर्णमाला में कुल स्वरों की संख्या 14 हुआ करता था. हिंदी वर्णमाला के 14 स्वर – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ, लृ और लृृृृ ॡ. निम्न कक्षा के पुस्तकों में हिंदी वर्णमाला में स्वरों की संख्या 13 लिखा गया है. हिंदी वर्णमाला के 13 स्वर – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, – अं , अः जी हां मित्रों, आप किसी भी उच्च कोटि के व्याकरण के पुस्तक को अगर आप बोलेंगे तो उसमें आपको स्वरों की संख्या 11 मिलेगा. हिंदी वर्णमाला के 11 स्वर – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ. प्रश्न उठता है कि आधुनिक हिंदी में स्वर की परिभाषा क्या है? जिन वर्णों के उच्चारण के लिए किसी दूसरे वर्ण की सहायता की आवश्यकता नहीं होती है उसे स्वर कहते हैं. या जिन वर्णों को स्वतंत्र रूप से बोला या पुकारा जा सके उसे स्वर कह सकते हैं. हिंदी वर्णमाला के 11 वर्णों का उच्चारण कैसे करें?सिद्धांत रूप से देखा जाए तो हिंदी भाषा के वर्णमाला के 11:स्वरों का उच्चारण करना बहुत ही कठिन माना जाता है। किंतु आप निम्नलिखित उदाहरण के शब्दों के प्रयोग से इसे आसान बना सकते हैं! 1) अ स्वर से शब्द
2) आ स्वर से शब्द
3) इ स्वर से शब्द
4) ई स्वर से शब्द
5) उ स्वर से शब्द
6) ऊ स्वर से शब्द
7) ऋ स्वर से शब्द
8) ए स्वर से शब्द
9) ऐ स्वर से शब्द
10) ओ स्वर से शब्द
11) औ स्वर से शब्द
मूल स्वर का कोई विभाजन नहीं हो सकता है। ये संख्या में 4 हैं – अ, इ, उ,ऋ,। दीर्घ स्वर का दो बार जुडने से बनने वाले स्वर होते हैं। इस स्वर की संख्या चार होती है: आ(अ+अ), ऊ(उ+उ), ई(इ+इ), ऋ(ऋ+ऋ)। संयुक्त स्वर में दीर्घ स्वर जो अलग-अलग स्वरों से मिलकर बनाए जाते हैं। मूल रूप से इसकी भी संख्या चार होती है: ए(अ+इ), ऐ(अ+ए), ओ(अ+उ), औ(अ+ओ)। हिंदी भाषा अब ऑनलाइन सीखना आसान हुआआजकल इंटरनेट की मदद से हिंदी भाषा सीखना बहुत आसान हो गया है। ऐसे कई ऑनलाइन संसाधन उपलब्ध हैं जो इस भाषा को शीघ्रता से सीखने में आपकी सहायता कर सकते हैं। ऑनलाइन हिंदी सीखने के बारे में सबसे अच्छी चीजों में से एक यह है कि आप अपनी गति से सीख सकते हैं। आप अवधारणाओं को समझने और फिर उनका अभ्यास करने के लिए जितना आवश्यक हो उतना समय ले सकते हैं। इस तरह, आप बहुत ही कम समय में भाषा में महारत हासिल करने में सक्षम होंगे। ऑनलाइन हिंदी सीखने का एक और फायदा यह है कि आप अन्य लोगों के साथ बातचीत करने में सक्षम होंगे जो इस भाषा को सीख रहे हैं। इससे आपको जो सीखा है उसका अभ्यास करने में मदद मिलेगी और नए दोस्त भी बनेंगे। Conclusion Pointsअगर किसी परीक्षा में पूछा जाएगी हिंदी वर्णमाला में कितने स्वर होते हैं?आपका उत्तर ग्यारह होना चाहिए. याद रखें कि हिंदी वर्णमाला में कुल वर्णों की संख्या 11 ही है. ज्यादातर उच्च कोटि के व्याकरण के पुस्तकों में यही लिखा गया है. आशा करता हूं कि आपको, हिंदी वर्णमाला में कितने स्वर हैं. इस प्रश्न का उत्तर आपको मिल गया होगा. वेबसाइट तक पधारने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. हिंदी में कुल स्वर कितने है *?वर्णों को व्यवस्थित करने के समूह को वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी में उच्चारण के आधार पर ५२ वर्ण होते हैं। इनमें ११ स्वर और ४१ व्यञ्जन होते हैं।
8 स्वर कितने होते हैं?स्वर उन वर्णों को कहते हैं जिनका उच्चारण बिना किसी अवरोध के होता है। हिंदी में स्वरों की संख्या 11 होती है जो इस प्रकार हैं – अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ । भारत सरकार द्वारा स्वीकृत हिंदी के मानक वर्णमाला में स्वरों की संख्या ग्यारह है जिसमें ॠ को भी शामिल किया गया है।
स्वर की संख्या कितनी है?हिंदी में स्वरों की कुल संख्या 11 है जिनमें 4 स्वर - अ, इ, उ ,ऋ मूल स्वर या हृस्व स्वर कहलाते हैं जिनके बोलने में कम समय लगता है तथा 7 स्वर - आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ दीर्घ स्वर कहलाते हैं जिनके बोलने में हृस्व स्वरों से दुगना समय लगता है ।
स्वर्ण व्यंजन कितने होते हैं?हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन: हिंदी वर्णमाला स्वर और व्यंजन से मिलकर बनती है। हिंदी में वर्णों (स्वर और व्यंजन) की कुल संख्या 52 है, जिसमें 11 स्वर और 41 व्यंजन होते हैं। इन वर्णों के व्यवस्थित एवं क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं। वर्ण हिन्दी भाषा में प्रयुक्त सबसे छोटी इकाई होती है।
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