Advertisement Remove all ads Advertisement Remove all ads One Line Answer ‘उड़ने को नभ में तुम पर-पर कर देते हो’ के आलोक में बताइए कि फागुन लोगों के मन को किस तरह प्रभावित करता है? Advertisement Remove all ads Solution‘उड़ने को नभ में तुम पर-पर कर देते हो’ से ज्ञात होता है कि फागुन में चारों ओर इस तरह सौंदर्य फैल जाता है कि वातावरण मनोरम बन जाता है। रंग-बिरंगे फूलों के खुशबू से हवा में मादकता घुल जाती है। ऐसे में लोगों का मन कल्पनाओं में खोकर उड़ान भरने लगता है। Concept: पद्य (Poetry) (Class 10 A) Is there an error in this question or solution? Advertisement Remove all ads Chapter 5: सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है - अतिरिक्त प्रश्न Q 8Q 7Q 9 APPEARS INNCERT Class 10 Hindi - Kshitij Part 2 Chapter 5 सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' - उत्साह और अट नहीं रही है Advertisement Remove all ads These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 5 उत्साह और अट नहीं रही. प्रश्न-अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से) उत्साह प्रश्न
1. प्रश्न 2. प्रश्न 3.
प्रश्न 4. ( ख ) कवि कहता है-नव-शिशु की छुअन में रोमांच-भरी प्रसन्नता होती है। उसे छूते ही यों लगता है मानो बबूल और बाँस के पेड़ से शेफालिका के फूल झरने लगे हों। आशय यह है कि शिशु को छूने मात्र से रूखे और कठोर लोग भी सरसता अनुभव करने लगते हैं। रचना और अभिव्यक्ति । प्रश्न 5. अट नहीं रही है प्रश्न 1. कहीं साँस लेते हो, इस प्रकार कवि को प्रकृति के साथ इतनी आत्मीयता है कि वह अपनी प्रकृति के सौंदर्य-दर्शन से अपनी दृष्टि नहीं हटा पाता है। वह सौंदर्य-दर्शन से तृप्त नहीं होता है। कवि ने इसे इस प्रकार कहा है- आँख हटाता हूँ तो इस प्रकार संपूर्ण कविता में फागुन की प्रसन्नता, ऋतु बसंत की प्रसन्नता मानव-मन के रूप में चित्रित हो रही है। प्रश्न 2. प्रश्न 3.
प्रश्न 4. प्रश्न 5. 2.
प्रकृति के चित्रण में जीवंतता है। ‘उत्साह’ और ‘अट नहीं रही है। दोनों कविताओं में मानवीकरण है। कवि ‘उत्साह’ कविता में बादल को संबोधित करता है 3. प्रतीकात्मक शब्दों का प्रयोग किया गया है। यह छायावादी कवियों की परंपरा | रही है कि प्रतीक-शब्दों के प्रयोग से भावों को रहस्यमयी (गूढ़) बना देते हैं। 4. तत्सम शब्दों का प्रयोग अधिक करते हैं। रचना और अभिव्यक्ति प्रश्न 6. आम के पेड़ पुष्पित और फलित होने लगते हैं। विकसित पुष्प-सौंदर्य आह्लादित करता है। भौंरों का गुंजार-स्वर जोर पकड़ने लगता है। अब-तक मौन बैठी-कोयल पंचम स्वर से गान कर उठती है। मंद-मंद वायु का प्रवाह पुष्यों के स्पर्श से पर्यावरण को सुगंधित कर देता है। मधुमक्खियाँ अपने छत्ते में मकरंद का संचय करने लगती हैं। पाठेतर सक्रियता • फागुन में गाए जाने वाले गीत जैसे होरी, फाग आदि गीतों के बारे में जानिए। निराला जी ने फागुन के सौंदर्य पर कविता लिखी है। Hope given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Kshitij Chapter 5 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. |