Show जब बच्चे का डायपर गीला हो जाएगा या उसे भूख लगेगी, तो उसके रोने की टोन अलग होगी। जब आप शिशु को दूध
पिलाने की पोजीशन में लेंगी, तो वो अपने आप ही मुंह खोल लेगा। वहीं खिलौना देखने पर बच्चा खुश हो जाएगा और उसे लगेगा कि अब उसके खेलने का टाइम है। बच्चे को अपने पसंदीदा खिलौने, लोग और चीजें याद रहेंगी। चेहरे के हाव-भाव से बच्चा दुखी होने के संकेत देता है। यह भी पढ़ें : 4 महीने के बच्चे के लिए बनाएं मूंग दाल की खिचड़ी, कब्ज और पेट की परेशानियां छू भी नहीं पाएंगी फिजीकल डेवलपमेंट4 महीने का बच्चे पीठ के बल लेटकर खिलौनों से खेल सकता है। वो खिलौनों को अपने दोनों हाथों से पकड़कर अपने मुंह में भी ले सकता है। अब बच्चा रोल कर के अपनी पसंद की चीजों के पास पहुंच सकता है। कुछ देर के लिए बच्चा बिना सपोर्ट के बैठ सकता है और आपके पकड़ने पर खड़ा भी हो सकता है। शिशु अपने सिर को सीधा रख सकता है और अब उसका सिर पहले की तरह सपोर्ट नहीं मांगता है। बेबी अपने सिर को दाएं और बाएं घुमा सकता है। बेबी का स्लीप पैटर्नअब शिशु रोज समय पर सोने लगेगा। दिन में दो से तीन बार झपकी लेने के साथ बच्चा 12 से 14 घंटे तक सोता है। रात को शिशु लगातार आठ घंटे तक सो सकता है और दूध पीने के लिए नहीं उठता है। हालांकि, कुछ बेबी अभी भी रात में तीन बार दूध पीने के लिए उठ सकते हैं। शाम को बच्चा चिड़चिड़ा हो सकत है इसलिए इस समय उसके साथ लेट जाएं। चार महीने का बच्चा एक से दो घंटे की झपकी लेता है। यह भी पढ़ें : कब रात भर सोना शुरू करते हैं बच्चे सोशल और इमोशनल डेवलपमेंटअगर आप बच्चे से बात करते हैं या उसे खुद प्यार और दुलार दिखाते हैं, तो बच्चा खुशी से चीखें मारने लगता है। पेट पर गुदगुदी करने पर बच्चा खूब खुश होता है। शिशु के अंगूठा चूसने का मतलब है कि वो खुद को आराम दे रहा है। बेबी अपने घर पर आने वाले हर अनजान व्यक्ति को देखकर खुश होता है। डॉक्टर को कब दिखाएंअगर बच्चा आवाजें नहीं निकाल रहा है, दूसरों के बोलने पर कुछ रिएक्ट नहीं कर रहा है, इमोशनल संकेतों पर रिस्पॉन्स नहीं कर रहा है या उसे खिलौनों से खेलने में कोई दिलचस्पी नहीं है तो आपको एक बार डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए। इतने छोटे बच्चे को टीवी न दिखाएं। उसे एंगेज रखने के लिए साउंड और वॉइस सुनाएं। बच्चे को कई तरह के खिलौने खेलने के लिए दें। बच्चे को उसकी उम्र के हिसाब से सभी वैक्सीन लगवाएं। घर को साफ-सुथरा खरखें ताकि बच्चे के बढ़ते हुए इम्यून सिस्टम को मजबूती मिले। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें 4 महीने का बच्चा क्या क्या एक्टिविटी करता है?4 महीने का बच्चे पीठ के बल लेटकर खिलौनों से खेल सकता है। वो खिलौनों को अपने दोनों हाथों से पकड़कर अपने मुंह में भी ले सकता है। अब बच्चा रोल कर के अपनी पसंद की चीजों के पास पहुंच सकता है। कुछ देर के लिए बच्चा बिना सपोर्ट के बैठ सकता है और आपके पकड़ने पर खड़ा भी हो सकता है।
बच्चे कितने महीने में पलटी मारते हैं?आपका शिशु शायद छह या सात महीने की उम्र में पलटना शुरु करेगा। इस समय तक उसकी गर्दन और बाजुओं की मांसपेशियां मजबूत हो चुकी होंगी। कुछ शिशु तीन महीने की उम्र में ही पलट लेते हैं, वहीं कुछ अन्य शिशुओं को ऐसा करने में सात महीने से भी अधिक समय लग जाता है।
4 महीने के बच्चे की केयर कैसे करें?आप क्या कर सकते है:. अपने बच्चे को दिन में अलग-अलग तरीकों से कई बार शारीरिक रूप से सक्रिय होने दें; जितना अधिक हो उतना बेहतर है:. पूरे दिन भर में जागते समय कम से कम 30 मिनट पेट के बल लेटने का समय दें. पेट के बल लेटे होने पर, आकर्षक खिलौनों से उसे सिर और छाती को उठाने के लिए प्रोत्साहित करें. 4 महीने के बच्चे को खाने में क्या देना चाहिए?4-6 महीने के बच्चों के लिए आहार
केले में पोटैशियम भरपूर मात्रा में मौजूद है जो बच्चों के लिए एक अच्छा मिनरल है। चावल – चावल भी बच्चों के लिए अच्छा होता है। इसे अच्छे से उबालें, पूरा पकने के बाद इसे मैश करें और दूध में मिलाकर बच्चे को दें। ओटमील – आप अपने बच्चे को चावल की तरह ही दूध में ओट्स मिलाकर भी दे सकती हैं।
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