Image: Shutterstock Show
शिशु की बढ़ती उम्र के साथ-साथ उनके खान-पान पर ध्यान देना भी जरूरी है। वहीं, बच्चे स्वभाव से चंचल होते हैं, जिस कारण खाने-पीने में आनाकानी करते हैं। जब भी बच्चों को कुछ खिलाने की कोशिश की जाए, तो वो भूख न होने की बात कह कर खाने से बचते हैं। अगर शिशु पेट भर कर खाना नहीं खा रहा, तो इसके पीछे साधारण से लेकर कुछ गंभीर कारण हो सकते हैं। इन कारणों और इस समस्या से जुड़े उपाय के बारे में आप मॉमजंक्शन के इस लेख में पढ़ेंगे। साथ ही, इस लेख में हम बच्चों की भूख बढ़ाने के कुछ टिप्स भी बताएंगे। सबसे पहले यह समझते हैं कि बच्चा भोजन करने से बचता क्यों है। बच्चों को भूख न लगना का मतलब क्या है?भूख न लगने का मतलब होता है कि बच्चा का अपनी मर्जी से या किसी अन्य कारण से पर्याप्त मात्रा में भोजन ग्रहण नहीं कर रहा है। इन अन्य कारणों के बारे में आगे लेख में विस्तार से बताया गया है। बच्चे के ठीक तरह से भोजन न करने से उसमें पोषक तत्वों की कमी होती है और विकास दर धीमी होने लगती है (1)। इस दौरान, कुछ मामलों में बच्चें अपनी मर्जी के अनुसार खाना पसंद करते हैं और मना कर देने पर कुछ भी खाने से इनकार करने लगते हैं। दो से पांच साल तक के बच्चों को भूख न लगना या कम लगना आम समस्या है। इस उम्र के लगभग 25 से 35 प्रतिशत बच्चों को उनके माता-पिता पिकी ईटर्स (खाने में नखरे करने वाले) कहते हैं। ऐसे बच्चे खाना खाने से मना करने लगते हैं। फिर धीरे-धीरे बच्चे की खाने के प्रति रुचि कम होने लगती है और उसका कुछ भी खाने को मन नहीं करता (2)। आइए, आगे आपको बताते हैं कि बच्चों में भूख कम लगने के क्या कारण हो सकते हैं। बच्चों को भूख न लगने के कारण | Bacho Ko Bhukh Na Lagne Ke Karan
इन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के अलावा, बच्चों को भूख न लगने के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे (2) :
इस लेख के अगले भाग में बच्चों में भूख की कमी के विभिन्न लक्षणों के बारे में बताया जा रहा है। बच्चों को भूख न लगने के लक्षणकुछ खास लक्षण होते हैं, जिनसे यह पता लगाया जा सकता है कि बच्चों में भूख की कमी हो रही है, जैसे (1):
आगे हम आपको यह बताने वाले हैं कि उम्र के अनुसार बच्चे की डाइट कितनी होनी चाहिए। बच्चों के लिए कितनी मात्रा में भोजन पर्याप्त है?लगभग छह महीने तक बच्चा सिर्फ मां के दूध का सेवन करता है। छह महीने के बाद बच्चे को ठोस आहार दिया जा सकता है। नीचे जानिए कि छह महीने से तीन साल तक के बच्चों के लिए कितना आहार पर्याप्त है, इसे हमने उम्र के अनुसार तीन भाग में बांटा है :
अब तीन आयु वर्ग में क्या क्या खाना चाहिए इसे हम नीचे दी गई टेबल के जरिए विस्तार से समझा रहे हैं :
लेख के अगले भाग में बच्चों की भूख बढ़ाने के मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में बताया है। बच्चों की भूख बढ़ाने के लिए इलाजकई बार बच्चे को भूख न लगने के पीछे का कारण कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या भी हो सकती है। ऐसे में उसकी भूख बढ़ाने के लिए उस बीमारी का इलाज करवाना जरूरी है। वहीं, अगर उसे भूख न लगने के पीछे कोई अन्य कारण हैं, तो उसे दवाइयों की मदद से ठीक किया जा सकता है। कई चिकित्सक साइप्रोहेप्टाडिन (Cyproheptadine) नामक दवा लेने की सलाह देते हैं। माना जाता है कि यह दवा भूख बढ़ाने में मदद कर सकती है। साथ ही कुपोषित बच्चों में बॉडी मास इंडेक्स (BMI) बढ़ाने में मदद कर सकती है (13)। हालांकि, कई स्टडी में यह दवा ज्यादा कारगर साबित नहीं हुई है, इसलिए बेहतर है कि बच्चों की भूख बढ़ाने की दवा डॉक्टरी परामर्श के बिना न दें। बच्चों की भूख बढ़ाने के लिए माता-पिता घर में कुछ टिप्स भी अपना सकते हैं, जिनके बारे में लेख के अगले भाग में बताया गया है। बच्चे की भूख बढ़ाने के लिए टिप्सबच्चे की भूख बढ़ाने के लिए माता-पिता नीचे बताई गई इन टिप्स को अपना सकते हैं (1) (2) (14)।
बच्चों की भूख बढ़ाने के लिए कुछ टिप्स जानने के बाद, लेख के अगले भाग में आपको बताते हैं कि कुछ घरेलू उपाय जो इस समस्या का समाधान करने में मदद कर सकते हैं। बच्चों की भूख बढ़ाने के 5 घरेलू उपाय | Baccho Ki Bhukh Badhane Ke Nuskhe In Hindi
लेख अगले भाग में जानिए कि बच्चे को भूख न लगने की समस्या के लिए डॉक्टर से मिलना कब जरूरी हो जाता है। डॉक्टर के पास कब जाएं?नीचे बताई गई परिस्थितियों में बच्चों की भूख को लेकर डॉक्टर से संपर्क करें :
हम आशा करते हैं कि इस लेख के जरिए आप बच्चों को भूख न लगने से जुड़े कारणों और लक्षणों को अच्छी तरह समझ गए होंगे। हम समझते हैं कि बच्चों को खाना खिलाना कोई बच्चों का खेल नहीं है और अपने बच्चे का ठीक तरह से खाना न खाना कितना बड़ा चिंता का विषय है। ऐसे में माता-पिता हर वह उपाय अपनाने को तैयार रहते हैं, जिससे बच्चा ठीक तरह खाने लगे। उम्मीद है कि इस लेख में बताए गए उपाय और टिप्स भी
आपके लिए लाभकारी रहे होंगे। References:MomJunction's articles are written after analyzing the research works of expert authors and institutions. Our references consist of resources established by authorities in their respective fields. You can learn more about the authenticity of the information we present in our editorial policy. Was this article helpful? The following two tabs change content below. बच्चों की भूख बढ़ाने के लिए सबसे अच्छा सिरप कौन सा है?Aptivate Syrup बच्चों के लिए 100% आयुर्वेदिक भूख उत्तेजक | Aptivate Syrup स्वाभाविक रूप से प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है - (अनानास स्वाद, 450ml)
डेढ़ साल के बच्चे को भूख ना लगे तो क्या करें?बच्चों की भूख बढ़ाने के उपाय. जब बच्चा खाना खाए, तो उससे टीवी, मोबाइल और वीडियो गेम दूर रखें।. बच्चे को हर 4 घंटे में कुछ न कुछ हेल्दी खिलाएं।. बच्चे को तरह-तरह का खाना खिलाएं। ... . बच्चे को लंच के 2-3 घंटे बाद स्नैक्स खाने को दें। ... . बच्चों के खाने का एक निश्चित समय तय करें।. बच्चे को अकेला खाना न खिलाएं।. बच्चों को भूख नहीं लगती तो क्या करें?ज्यादा दूध पिलाते रहने से दूध पिलाते रहने से भूख कम हो जाती है। खाने के बाद एक तरह का फ्रूट्स डेजर्ट खिलाएं, इससे बच्चा खाने के प्रति आकर्षित होगा। फ्रूट्स खाने से बच्चे का मेटाबॉलिज्म अच्छा बनेगा। बच्चे को फैट वाली चीजें नहीं खिलाएं।
बच्चे को भूख न लगने का क्या कारण हो सकता है?Zinc Deficiency: अगर आपके बच्चे की भूख में कमी आ रही है और विकास पर असर हो रहा है तो शरीर में ज़िंक की कमी हो सकती है. Zinc For Kids Health: बच्चों के सही विकास के लिए विटामिन और मिनरल्स बहुत जरूरी है. जिंक भी एक ऐसा मिनरल है जो बच्चों की लंबाई, मोटाई और इम्यूनिटी को बढ़ाने के लिए जरूरी है.
|