वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर:- वामीरो के मिलने के पश्चात् तताँरा हर-समय वामीरो के ही ख्याल में ही खोया रहता था। उसके लिए वामीरो के बिना एक पल भी गुजारना कठिन-सा हो गया था। वह शाम होने से पहले ही लपाती की उसी समुद्री चट्टान पर जा बैठता, जहाँ वह वामीरो के आने की प्रतीक्षा किया करता था।

सभी लोग तताँरा की समीपता क्यों चाहते थे?

इसे सुनेंरोकेंवह नेक और मददगार था। दूसरों की सहायता करना वह अपना परम कर्तव्य समझता था। वह मुसीबत में प्रत्येक व्यक्ति की सहायता करने के लिए हमेशा तैयार रहता था। उसकी इन्हीं विशेषताओं के कारण निकोबार के लोग तताँरा को पसंद करते थे।

निकोबारियों के अनुसार कार निकोबार का दूसरा टुकड़ा कहाँ है?

इसे सुनेंरोकेंनिकोबारियों का मत है कि तताँरा की तलवार से कार-निकोबार के जो टुकड़े हुए, उसमें दूसरा लिटिल अंदमान है जो कार-निकोबार से आज 96 कि. मी. दूर स्थित है।

वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया?

इसे सुनेंरोकेंवामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया? उत्तर: वामीरो ने बेरुखी से तताँरा से पूछा कि वह कौन है और अजनबी होने के बावजूद उससे सवाल क्यों कर रहा है। उसने गाँव के नियम का हवाला देते हुए ये भी बताया कि दूसरे गाँव के लोगों के सवालों के जवाब देने को वो बाध्य नहीं थी।

वामीरो की माँ को क्या अपमानजनक लगा और उसने क्या किया?

इसे सुनेंरोकेंवामीरो की माँ को दृश्य अपमानजनक लगा था, क्योंकि वामीरो की माँ को गाँव के समक्ष अपमान महसूस हुआ था। जब पासा गांव में पशु पर्व मेले का आयोजन हुआ तो उस मेले में ताताँरा वामीरो की बहुत दिन बाद मुलाकात हुई थी। ताताँरा वामीरो को मेले ढूंढता रहा। जैसे ही उसने वामीरो को देखा तो वामीरो उसे देखते ही रोने लगी और कुछ बोली नहीं।

तताँरा वामीरो की मृत्यु से क्या परिवर्तन हुआ?

इसे सुनेंरोकें1 Answer. तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में यह परिवर्तन आया कि वहाँ लोग अब दूसरे गाँवों से भी वैवाहिक संबंध स्थापित करने लगे। दोनों की त्यागमयी मृत्यु ने लोगों की विचारधारा में एक सुखद तथा अद्भुत परिवर्तन ला दिया तथा उनकी रूढ़िवादी परंपराएँ भी परिवर्तित हो गईं।

ततांरा क्यों प्रसिद्ध था तथा वह अपना परम कर्तव्य किसे समझता था?

इसे सुनेंरोकेंतताँरा बेहद नेक और मददगार युवक था, जिसे निकोबारी बेहद प्रेम करते थे। वह सदैव दूसरों की मदद के लिए तैयार रहता था। द्वीपवासियों की सेवा करना वह अपना कर्तव्य समझता था। अपने त्यागमयी स्वभाव के कारण वह सभी के आदर का पात्र था।

तताँरा और वामीरो के गांव की क्या प्रथा थी?

इसे सुनेंरोकेंतताँरा और वामीरो के गाँव की क्या रीति थी? तताँरा और वामीरो के गाँव की रीति यह थी कि गाँव के लड़के-लड़कियाँ गाँववालों के साथ ही वैवाहिक संबंध बनाएँगे, गाँव से बाहर नहीं।

तताँरा के लिए कौन सी बात असहनीय थी?

इसे सुनेंरोकेंगाँव के लोग भी तताँरा के विरोध में आवाज उठाने लगे। यह तताँरा के लिए असहनीय था। उसे परंपरा पर क्षोभ हो रहा था और अपनी असहायता पर गुस्सा। अचानक उसका हाथ तलवार की मूठ पर जा टिका और क्रोध में उसने अपनी तलवार निकालकर धरती में घोंप दिया और अपनी पूरी ताकत लगाकर खींचने लगा।

These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा.

प्रश्न-अभ्यास

(पाठ्यपुस्तक से)

मौखिक

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए

प्रश्न 1.
तताँरा-वामीरो कहाँ की कथा है?
उत्तर
तताँरा–वामीरो एक लोककथा है। यह देश के उन द्वीपों की कथा है जो आज लिटिल अंदमान और कार निकोबार नाम से जाने जाते हैं। कहते हैं कि कभी ये दोनों द्वीप एक थे।

प्रश्न 2.
वामीरो अपना गाना क्यों भूल गई? ।
उत्तर
वामीरो एकाग्रता से गा रही थी कि अचानक समुद्र की एक लहर ने उसे भीगो दिया। इसी हड़बड़ाहट में वह उठी और गाना भूल गई।

प्रश्न 3.
तताँरा ने वामीरो से क्या याचना की?
उत्तर
तताँरा ने वामीरो से याचना की कि वह अपना मधुर गाना पूरा करे। बाद में उसने उसका नाम जानने और अगले दिन भी | वहाँ आने की याचना की।

प्रश्न 4.
तताँरा और वामीरो के गाँव की क्या रीति थी?
उत्तर
तताँरा और वामीरो के गाँव की रीति यह थी कि गाँव के लड़के-लड़कियाँ गाँववालों के साथ ही वैवाहिक संबंध बनाएँगे, गाँव से बाहर नहीं।

प्रश्न 5.
क्रोध में तताँरा ने क्या किया?
उत्तर
तताँरा ने अपनी पूरी ताकत से तलवार को धरती में घोंप दिया। वह पूरी ताकत से उस तलवार को अपनी ओर खींचन लगा। द्वीप के अंतिम छोर तक तलवार को खींचने से द्वीप दो टुकड़ों में विभक्त हो गया।

लिखित

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए|

प्रश्न 1.
तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या मत था?
उत्तर
तताँरा द्वारा अधिक साहसिक कार्य को करने के पीछे लोग इसी तलवार की शक्ति मानते थे। लोगों के अनुसार तताँरा की तलवार एक विलक्षण शक्ति अपने अंदर समेटे हुए है।

प्रश्न 2.
वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया?
उत्तर
वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से यह जवाब दिया, ”पहले बताओ, तुम कौन हो? इस तरह मुझे घूरने और असंगत प्रश्न का कारण? अपने गाँव के अलावा किसी और गाँव के युवक के प्रश्नों का उत्तर देने को मैं बाध्य नहीं हूँ। यह तुम भी जानते हो।”

प्रश्न 3.
तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर
तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु व्यर्थ न गई। निकोबारी इस घटना के बाद दूसरे गाँव में भी आपसी वैवाहिक संबंध स्थापित करने लगे। उनकी मृत्यु शायद इसी सुखद परिणाम के लिए हुई थी।

प्रश्न 4.
निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?
उत्तर
निकोबार के लोग तताँरा को उसके परोपकारी स्वभाव के कारण पसंद करते थे। वह दूसरों की मदद के लिए भागा-भागा जाता था। ऐसा वह अपने गाँव वालों के साथ ही नहीं, अपितु अन्य गाँववालों के साथ भी करता था।

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-

प्रश्न 1.
निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या विश्वास है?
उत्तर
निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का विश्वास है कि कभी लिटिल अंदमान और कार-निकोबार द्वीप आपस में मिले हुए थे। इनके विभक्त होने के पीछे एक लोककथा है। तताँरा वामीरो के असफल प्रेम की त्रासदी ने इस द्वीप को दो टुकड़ों में विभक्त कर दिया।

प्रश्न 2.
तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर
तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद एक शाम समुद्र के किनारे गया। उस समय सूरज डूबने को था। समुद्र से ठंडी हवा आ रही थी। पक्षियों की सायंकालीन चहचहाटें धीरे-धीरे कमजोर हो रही थी। डूबते सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरणें समुद्र की सतह का रंगीन बना रही थी। वातावरण पूरी तरह से शांत और रंगीन होकर मनोहारी हो गया था।

प्रश्न 3.
वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर
उसके मन में हर समय वामीरो की तसवीर घूमती रहती और जुबान पर केवल वामीरो का नाम रहता । वामीरो के बिना उसके लिए रात और दिन काटना कठिन हो गया। उसे एक-एक पल पहाड़ से भी अधिक भारी प्रतीत होने लगा। वह शाम होने से पहले ही लपाती की उस समुद्री चट्टान पर जा बैठता, जहाँ वह वामीरो के आने की प्रतीक्षा किया करता था।

प्रश्न 4.
प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे?
उत्तर
प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति प्रदर्शन के लिए तरह-तरह के अनोखे उपाय अपनाए जाते थे। इसके लिए पशु-पक्षियों की मदद भी ली जाती थी। लोग मुरगा, तीतर पालते थे, उन्हें लड़ाकर मनोरंजन करते थे। इसके अलावा भेड़े (नर भेड़) लड़ाने के अलावा साड़ों या बैलों की दौंड़, उनके साथ युद्ध करने जैसे करतब दिखाकर भी मनोरंजन एवं शक्ति प्रदर्शन किया जाता था।

प्रश्न 5.
रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगे तब उनका टूट जाना ही अच्छा है। क्यों? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
रूढ़ियाँ एक प्रकार का बँधन ही होती हैं। ‘रूढ़ि’ का अर्थ है-ऐसा बंधन, जिससे लोकहित होने के बजाय अहित होता है। जो परंपरा लोगों के विकास, आनंद और इच्छा-पूर्ति में बाधा बने वह रूढ़ि है। ऐसी रूढ़ियों का टूट जाना अच्छा है। इनमें परिवर्तन आना ही उचित रहता है। इसका मुख्य कारण यह है कि समय निरंतर परिवर्तनशील रहता है और ऐसे समय में यह रूढ़ियाँ हमें सदा पीछे रखती हैं। हमें बंधनों में जकड़कर हमारी प्रगति की राह में रोड़े अटकाती हैं। इससे व्यक्ति की स्वतंत्र सत्ता समाप्त हो जाती है। लेखक के अनुसार व्यक्ति की स्वतंत्रता व समाज के लिए इन परंपरागत रूढ़ियों व मान्यताओं का टूट जाना ही श्रेयस्कर है।

(ग) निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए-

प्रश्न 1.
जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा।
उत्तर
तताँरा से अपना अकारण अपमान सहा न गया। जब वामीरो की माँ तथा उसके गाँव वासियों ने उस पर लाँछन लगाया तो उसे अपमान से बचने का कोई उपाय न सूझा। उसने अपने क्रोध को शांत करने के लिए अपनी लकड़ी की तलवार में शक्ति भरी, फिर उस दिव्य तलवार को पूरी शक्ति से धरती में घोंप दिया। मानो वह उस धरती को धिक्कार रहा हो जिस पर
उसे अपमान सहना पड़ा। उसने उस तलवार को पूरी शक्ति से खींचना आरंभ किया इससे धरती दो टुकड़ों में विभक्त हो गई।

प्रश्न 2.
बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी।
उत्तर
तताँरा वामीरो को पहली निगाह में देखते ही अपने होश-हवाश खो बैठा। वह उससे प्रेम करने लगा। वामीरो जब घर जाने लगी तो तताँरा ने उससे कल फिर आने का अनुरोध किया। अगले दिन तताँरा सूर्य ढलने से पहले ही चट्टान पर आ गया और बेचैनी से वामीरो के आने की प्रतीक्षा करने लगा। उसको मन आशंकित तो था पर आशा की एक किरण भी थी जों समुद्र तल पर डूबती किरणों की भाँति डूब सकती थी अर्थात् वामीरो के न आने से वह आशा टूट भी सकती थी।

भाषा अध्ययन

प्रश्न 1.
निम्नलिखित वाक्यों के सामने दिए कोष्ठक में (/) का चिह्न लगाकर बताएँ कि वह वाक्य किस प्रकार-का है-
(क) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक) ।
उत्तर
विधानवाचक

(ख) तुमने एकाएक इतना मधुर गाना अधूरा क्यों छोड़ दिया? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
उत्तर
प्रश्नवाचक

(ग) वामीरो की माँ क्रोध में उफन उठी। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
उत्तर
विधानवाचक

(घ) क्या तुम्हें गाँव का नियम नहीं मालूम? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषधात्मक, विस्मयादिबोधक)
उत्तर
प्रश्नवाचक

(ङ) वाह! कितना सुंदर नाम है। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
उत्तर
विस्मयादिबोधक

(च) मैं तुम्हारा रास्ता छोड़ दूंगा। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
उत्तर
विधानवाचक

प्रश्न 2.
निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए
(क) सुध-बुध खोना
(ख) बाट जोहना
(ग) खुशी का ठिकाना न रहना
(घ) आग बबूला होना
(ङ) आवाज़ उठाना
उत्तर
(क) सुध-बुध खोना-लता मंगेशकर के मधुर गीत सुनकर श्रोतागण अपनी सुध-बुध खो बैठते हैं।
(ख) बाट जोहना-संध्या होते ही रेखा अपने पति की बाट जोहने लगती है।
(ग) खुशी का ठिकाना न रहना-परीक्षा में प्रथम आने पर मेरी खुशी का ठिकाना न रहा।
(घ) आग बबूला होना-परीक्षा परिणाम देखकर मोहन की माता जी आग बबूला हो गईं।
(ङ) आवाज़ उठाना-सभी क्षेत्रवासियों ने बिजली की कमी को पूरा करने के लिए आवाज़ उठाई?

प्रश्न 3.
नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए-

वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

उत्तर
वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

प्रश्न 4.
नीचे दिए गए शब्दों में उचित उपसर्ग लगाकर शब्द बनाइए-

वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

उत्तर
वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

प्रश्न 5.
निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार परिवर्तित कीजिए
(क) जीवन में पहली बार मैं इस तरह विचलित हुआ हूँ।(मिश्र वाक्य)
उत्तर
जीवन में पहली बार ऐसा हुआ है कि मैं विचलित हुआ हूँ।

(ख) फिर तेज़ कदमों से चलती हुई तताँरा के सामने आकर ठिठक गई। (संयुक्त वाक्य)
उत्तर
फिर तेज कदमों से चलती हुई तताँरा के सामने आई और ठिठक गई।

(ग) वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ़ दौड़ी। (सरल वाक्य)
उत्तर
वामीरो कुछ सचेत होने परे घर की तरफ़ दौड़ी।

(घ) तताँरा को देखकर वह फूटकर रोने लगी। (संयुक्त वाक्य)
उत्तर
उसने तताँरा को देखा और फूटकर रोने लगी।

(ङ) रीति के अनुसार दोनों को एक ही गाँव का होना आवश्यक था। (मिश्र वाक्य)
उत्तर
रीति के अनुसार यह आवश्यक था कि दोनों एक ही गाँव के हों।

प्रश्न 6.
नीचे दिए गए वाक्य पढ़िए तथा ‘और’ शब्द के विभिन्न प्रयोगों पर ध्यान दीजिए
उत्तर
(क)
पास में सुंदर और शक्तिशाली युवक रहा करता था। (दो पदों को जोड़ना)
(ख) वह कुछ और सोचने लगी। (‘अन्य’ के अर्थ में)।
(ग) एक आकृति कुछ साफ़ हुई…. कुछ और ….. कुछ और (क्रमशः धीरे-धीरे के अर्थ में)
(घ) अचानक वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ गई। (दो उपवाक्यों को जोड़ने के अर्थ में)।
(ङ) वामीरो का दुख उसे और गहरा कर रहा था। (अधिकता’ के अर्थ में)
(च) उसने थोड़ा और करीब जाकर पहचानने की चेष्टा की। (निकटता’ के अर्थ में)।

प्रश्न 7.
नीचे दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए
भय, मधुर, सभ्य, मूक, तरल, उपस्थिति, सुखद।
उत्तर

वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

प्रश्न 8.
नीचे दिए गए शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए-
समुद्र, आँख, दिन, अँधेरा, मुक्त।
उत्तर

वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

प्रश्न 9.
नीचे दिए शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए
किंकर्तव्यविमूढ़, विह्वल, भयाकुल, याचक, आकंठ।
उत्तर
किंकर्तव्यविमूढ़-मोहन अपने सामने सड़क दुर्घटना होते देखकर किंकर्तव्यविमूढ़ हो गया।
विह्वल-बच्चों को लगातार रोते देख माता भाव-विह्वल हो गई।
भयाकुल-जंगल में अचानक शेर को देखकर शिकारी भयाकुल हो गया।
याचक-याचक को दरवाजे से कभी खाली नहीं लौटाना चाहिए।
आकंठ-संगीत प्रेमी संगीत की महफिल में संगीत के सुरों में आकंठ डूब गया।

प्रश्न 10.
किसी तरह आँचरहित एक ठंडा और ऊबाऊ दिन गुज़रने लगा’ वाक्य में दिन के लिए किन-किन विशेषणों का प्रयोग किया गया है? आप दिन के लिए कोई तीन विशेषण और सुझाइए।
उत्तर
उपर्युक्त वाक्य में दिन के लिए निम्नलिखित विशेषण का प्रयोग किया गया है आँचरहित, ठंडा, ऊबाऊ।
दिन के लिए अतिरिक्त विशेषण-लंबा, नीरस, उदास, हताश, उमस भरा।

प्रश्न 11.
इस पाठ में देखना’ क्रिया के कई रूप आए हैं-‘देखना’ के इन विभिन्न शब्द-प्रयोगों में क्या अंतर है? वाक्य-प्रयोग द्वारा स्पष्ट कीजिए।

वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

(छात्र स्वयं करें)
इसी प्रकार ‘बोलना’ क्रिया के विभिन्न शब्द-प्रयोग बताइए-
वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

उत्तर
वामीरों से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया? - vaameeron se milane ke baad tataanra ke jeevan mein kya parivartan aaya?

प्रश्न 12.
नीचे दिए गए वाक्यों को पढ़िए
(क) श्याम का बड़ा भाई रमेश कल आया था। (संज्ञा पदबंध)
(ख) सुनीता परिश्रमी और होशियार लड़की है। (विशेषण पदबंध)
(ग) अरुणिमा धीरे-धीरे चलते हुए वहाँ जा पहुँची। (क्रियाविशेषण पदबंध)
(घ) आयुष सुरभि का चुटकुला सुनकर हँसता रहा। (क्रिया पदबंध)।

ऊपर दिए गए वाक्य (क) में रेखांकित अंश में कई पद हैं जो एक पद संज्ञा का काम कर रहे हैं। वाक्य (ख) में तीन पद मिलकर विशेषण पद का काम कर रहे हैं। वाक्य (ग) और (घ) में कई पद मिलकर क्रमशः क्रियाविशेषण और क्रिया को काम कर रहे हैं।

ध्वनियों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं और वाक्य में प्रयुक्त शब्द ‘पद’ कहलाता है; जैसे-‘पेड़ों पर पक्षी चहचहा रहे थे। वाक्य में पेड़ों’ शब्द पद है क्योंकि इसमें अनेक व्याकरणिक बिंदु जुड़ जाते हैं। कई पदों के योग से बने वाक्यांश को जो एक ही पद का काम करता है, पदबंध कहते हैं। पदबंध वाक्ये का एक अंश होता है। पदबंध मुख्य रूप से चार प्रकार के होते हैं-

  • संज्ञा पदबंध
  • क्रिया पदबंध
  • विशेषण पदबंध
  • क्रियाविशेषण पदबंध

वाक्यों के रेखांकित पदबंधों का प्रकार बताइए-
(क) उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था।
(ख) तताँरा को मानो कुछ होश आया।
(ग) वह भागा-भागा वहाँ पहुँच जाता।
(घ) तताँरा की तलवार एक विलक्षण रहस्य थी।
(ङ) उसकी व्याकुल आँखें वामीरो को ढूँढ़ने में व्यस्त थीं।
उत्तर
(क) विशेषण पदबंध
(ख) क्रिया पदबंध
(ग) क्रियाविशेषण पदबंध
(घ) विशेषण पदबंध
(ङ) संज्ञा पदबंध।

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वामीरों से मिलने के बाद ततौरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?

वामीरो से मिलने के बाद तताँरा बहुत बैचेन रहने लगा। वह अपनी सुधबुध खो बैठा। वह शाम की प्रतिक्षा करता जब वह वामीरो से मिल सके। वह दिन ढलने से पहले ही लपाती की समुद्री चट्टान पर पहुँच गया।

वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से क्या परिवर्तन हुआ?

तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में यह परिवर्तन आया कि वहाँ लोग अब दूसरे गाँवों से भी वैवाहिक संबंध स्थापित करने लगे। दोनों की त्यागमयी मृत्यु ने लोगों की विचारधारा में एक सुखद तथा अद्भुत परिवर्तन ला दिया तथा उनकी रूढ़िवादी परंपराएँ भी परिवर्तित हो गईं।

वामीरो के तताँरा के जीवन में आने से तताँरा का जीवन कैसे और क्यों परिवर्तित हो गया?

Solution : वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में यह परिवर्तन आया-उसका हृदय वामीरो के लिए बेचैन था। उसने किसी तरह दिन व्यतीत किया और वह शाम की प्रतीक्षा करने लगा। उसके शांत-गम्भीर जीवन में ऐसा पहली बार हुआ था। वह अचम्भित और रोमांचित था।

वामीरो से मिलने के बाद तताँरा का अगला दिन कैसे बीता?

वामीरो से मिलने के बाद तताँरा ने उससे अगले दिन भी आने की याचना की थी। वह वामीरो से बिछड़कर व्यथित था। वामीरो से मिलने की प्रतीक्षा में उसका समय काटना पहाड़ के समान भारी हो रहा था। ऐसे में उसे दिन उत्साहहीन, ठंडा, नीरस और ऊबाऊ प्रतीत हो रहा था।