सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, करता नहीं क्यों दुसरा कुछ बातचीत, रहबर राहे मौहब्बत रह न जाना राह में यों खड़ा मौकतल में कातिल कह रहा है बार-बार ऐ शहीदे-मुल्को-मिल्लत मैं तेरे ऊपर निसार वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमां, खींच कर लाई है सब को कत्ल होने की उम्मींद, सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, है लिये
हथियार दुश्मन ताक मे बैठा उधर खून से खेलेंगे होली गर वतन मुश्किल में है हाथ जिनमें हो जुनून कटते नही तलवार से और भडकेगा जो शोला सा हमारे दिल में है हम तो घर से निकले ही थे बांधकर सर पे कफ़न जिंदगी तो अपनी मेहमान मौत की महफ़िल मैं है दिल मे तूफानों की टोली और नसों में इन्कलाब दूर रह पाये जो हमसे दम कहाँ मंजिल मे है 🙏🙏 दोस्तों, अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल जी की वह पंक्तियां हमें सतत याद रखनी चाहिए ...... "सरफरोशी की तमन्ना
अब हमारे दिल में है, और उन्होंने अपनी पंक्तियों में अंतिम में कहा था ..... "वक्त आने पर बता देंगे तुझे ए आसमां, उनका कहने का अभिप्राय यही था कि ...... आओ लौटे वेदो की ओर। 🙏🙏 #VijetaMalikBJP
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