Top 6 नवाब साहब ने अपने तरीके से खीरा खाने के बाद क्या किया और क्यों 2022

पाठ पर आधारित लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. ‘लखनवी अंदाज़’ पाठ के आधार पर बताइये कि लेखक ने यात्रा करने के लिये सेकंड क्लास का टिकट क्यों खरीदा ?उत्तरः लेखक ने भीड़ से बचकर एकांत में नई कहानी के संबंध में सोचने और खिड़की से प्राकृतिक दृश्य देखने का आनंद लेने के लिये सेकंड क्लास का टिकट लिया।प्रश्न 2. लखनवी अंदाज़ पाठ के अनुसार बताइए कि नवाब साहब ने खीरे किस उद्देश्य से खरीदे थे? वे कितने खीरे थे और लेखक. के उस डिब्बे में दाखिल होते समय वे किस स्थिति में रखे रहे ? इस दृश्य से किस बात का अनुमान किय

Top 1: Short Question Answers - लखनवी अंदाज़ Notes - Class 10 - EduRev

लेखक: edurev.in - 266 रेटिंग
विवरण: पाठ पर आधारित लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1. ‘लखनवी अंदाज़’ पाठ के आधार पर बताइये कि लेखक ने यात्रा करने के लिये सेकंड क्लास का टिकट क्यों खरीदा ?उत्तरः लेखक ने भीड़ से बचकर एकांत में नई कहानी के संबंध में सोचने और खिड़की से प्राकृतिक दृश्य देखने का आनंद लेने के लिये सेकंड क्लास का टिकट लिया।प्रश्न 2. लखनवी अंदाज़ पाठ के अनुसार बताइए कि नवाब साहब ने खीरे किस उद्देश्य से खरीदे थे? वे कितने खीरे थे और लेखक. के उस डिब्बे में दाखिल होते समय वे किस स्थिति में रखे रहे ? इस दृश्य से किस बात का अनुमान किय
मिलान खोज परिणाम: रेटिंग 4.9 स्टार (878) नवाब साहब ने अपने तरीके से खीरा खाने के बाद क्या किया और क्यों? उत्तरः नवाब साहब अपने ...रेटिंग 4.9 स्टार (878) नवाब साहब ने अपने तरीके से खीरा खाने के बाद क्या किया और क्यों? उत्तरः नवाब साहब अपने ... ...

Top 2: नवाब साहब ने खीरा खाने की पूरी तैयारी की और उसके बाद उसे बिना खाए फेंक ...

लेखक: doubtnut.com - 252 रेटिंग
विवरण: Solution :  नवाब साहब अपनी नवाबी का दिखावा कर रहे थे। नवाब साहब की नवाबी पर व्यंग्य किया गया है उन्होंने खीरे को पहले धोया, सुखाया, छीला और फिर फाँकों में काटकर सूंघकर खिड़की से बाहर फेंक दिया इससे उनके दिखावटी पूर्ण जीवन का पता चलता है कि वे खीरे को अपदार्थ और तुच्छ समझते हैं। इस प्रकार नवाबों का वास्तविकता से बेखबर होना दर्शाया गया है।
मिलान खोज परिणाम: 30 नव॰ 2021 · नवाब साहब अपनी नवाबी का दिखावा कर रहे थे। नवाब साहब की नवाबी पर व्यंग्य किया गया है ...पोस्ट करने का समय: 30 नव॰ 2021अनुपलब्ध: awr | यह होना ज़रूरी है:awr30 नव॰ 2021 · नवाब साहब अपनी नवाबी का दिखावा कर रहे थे। नवाब साहब की नवाबी पर व्यंग्य किया गया है ...पोस्ट करने का समय: 30 नव॰ 2021अनुपलब्ध: awr | यह होना ज़रूरी है:awr ...

Top 3: नवाब साहब ने बहुत ही यत्न से खीरा काटा, नमक-मिर्च बुरका, अंतत - Zigya

लेखक: zigya.com - 540 रेटिंग
विवरण: नवाब साहब ने बहुत ही यत्न से खीरा काटा, नमक-मिर्च बुरका, अंतत: सूँघकर ही खिड़की से बाहर. फेंक दिया। उन्होंने ऐसा क्यों किया होगा? उनका ऐसा करना उनके कैसे स्वभाव को इंगित करता है? ‘लखनवी अंदाज’ पाठ के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है?‘लखनवी अंदाज’ पाठ के लेखक यशपाल हैं। लेखक इस पाठ के माध्यम से यह बताना चाहता है कि बिना पात्रों, घटना और विचार के भी स्वतंत्र रूप से रचना लिखी जा सकती है। इस रचना के माध्यम से लेखक ने दिखावा पसंद लोगों की जीवन शैली का वर्णन किया है। लेखक को रेलगाड़ी के डिब्बे में एक
मिलान खोज परिणाम: रेटिंग 4.4 स्टार (740) · मुफ़्त · Androidउनके इसी प्रकार के स्वभाव ने लेखक को देखकर खीरा खाना अपमान समझा। गुड -शक्कर, मूँगफली ...रेटिंग 4.4 स्टार (740) · मुफ़्त · Androidउनके इसी प्रकार के स्वभाव ने लेखक को देखकर खीरा खाना अपमान समझा। गुड -शक्कर, मूँगफली ... ...

Top 4: नवाब साहब द्वारा खीरा खाने की तैयारी करने का एक चित्र प्रस्तुत किया गया ...

लेखक: shaalaa.com - 406 रेटिंग
विवरण: नवाब साहब द्वारा खीरा खाने की तैयारी करने का एक चित्र प्रस्तुत किया गया है। इस पूरी प्रक्रिया को अपने शब्दों में व्यक्त कीजिए। सेकंड क्लास के एकांत डिब्बे में बैठे नवाब साहब खीरा खाने की इच्छा से दो ताज़े खीरे एक तौलिए पर रखे हुए थे। पहले तो उन्होंने खीरे को खिड़की से बाहर निकालकर लोटे के पानी से धोया फिर उसको करीने से काटकर, उसे गोदकर कड़वा झाग निकाला। फिर खीरों को बहुत सावधानी से. छीलकर फाँको पर बहुत कायदे से जीरा, नमक-मिर्च की सुर्खी बुरक दी। इसके बाद एक- एक करके उन फाँको क
मिलान खोज परिणाम: इसके बाद एक- एक करके उन फाँको को उठाते गए और उन्हें सूँघकर खिड़की से बाहर फेंकते गए।इसके बाद एक- एक करके उन फाँको को उठाते गए और उन्हें सूँघकर खिड़की से बाहर फेंकते गए। ...

Top 5: Lakhnavi Andaaz NCERT Exercise Prashna Uttar Class 10 Hindi

लेखक: excellup.com - 134 रेटिंग
विवरण: प्रश्न 3: बिना विचार, घटना और पात्रों के भी क्या कहानी लिखी जा सकती है। यशपाल के इस विचार से आप कहाँ तक सहमत हैं?उत्तर: कहानी के लिए विचार, घटना और पात्र उतने ही जरूरी हैं, जितना की पेट भरने के लिए भोजन। मैं लेखक के इस विचार से सहमत नहीं हूँ। बहरहाल, मैं लेखक द्वारा किए गए कटाक्ष से जरूर सहमत हूँ कि जब केवल सूँघकर और देखकर पेट की तृप्ति हो सकती है तो फिर बिना विचार, घटना और पात्र के कहानी क्यों नहीं लिखी जा सकती है।प्रश्न 4: आप इस निबंध को और क्या नाम देना. चाहेंगे?उत्तर: हवा में पकौड़े तलनाप्रश्न
मिलान खोज परिणाम: प्रश्न 5: नवाब साहब द्वारा खीरा खाने की तैयारी करने का एक चित्र प्रस्तुत किया गया है। इस ...प्रश्न 5: नवाब साहब द्वारा खीरा खाने की तैयारी करने का एक चित्र प्रस्तुत किया गया है। इस ... ...

Top 6: क नवाब साहब द्वारा खीरा खाने की तैयारी करने का एक चित्र प्रस्तुत किया ...

लेखक: byjus.com - 231 रेटिंग
विवरण: (क) नवाब साहब द्वारा खीरा खाने की तैयारी करने का एक चित्र प्रस्तुत किया गया है। इस पूरी प्रक्रिया को अपने शब्दों में. व्यक्त कीजिए।(ख) किन-किन चीज़ों का रसास्वादन करने के लिए आप किस प्रकार की तैयारी करते हैं?. (क). सेकंड क्लास के एकांत डिब्बे में बैठे नवाब साहब खीरा खाने की इच्छा से दो ताज़े खीरे एक तौलिए पर रखे हुए थे। पहले तो उन्होंने खीरे को खिड़की से बाहर निकालकर लोटे के पानी से धोया फिर उसको करीने से काटकर, उसे गोदकर कड़वा झाग निकाला। फिर खीरों को बहुत सावधानी से छीलकर फाँको पर बहुत कायदे से जीरा, नमक-मिर्च की सुर्खी बुरक दी। इसके बाद एक- एक करके उन फाँको को उठाते गए और उन्हें सूँघकर. खिड़की से बाहर फेंकते गए।(ख) (1) हम हलवे का रसास्वादन करने के लिए उसे अच्छी तरह से एक प्लेट में रखते हैं तथा उसके ऊपर काजू, किशमिश डालकर अच्छी तरह से उसकी सजावट करते हैं फिर उसे खाने के लिए परोसते हैं।(2) आम के अचार का रसास्वादन करने के लिए हम पहले उसे करीने से निकाल कर उसे उलट-पुलट कर देखते हैं। फिर उसे खाने के लिए धीरे-धीरे. अपने मुँह के पास लाते हैं और उसके खट्टे स्वाद का आनंद लेते हुए उसे खाते हैं।.
मिलान खोज परिणाम: इस पूरी प्रक्रिया को अपने शब्दों में व्यक्त कीजिए। (ख) किन-किन चीज़ों का रसास्वादन ...इस पूरी प्रक्रिया को अपने शब्दों में व्यक्त कीजिए। (ख) किन-किन चीज़ों का रसास्वादन ... ...