सीलैंट आपके दांतों को सड़न से रक्षा करने का सुरक्षित और दर्दरहित तरीका है। सीलैंट एक सुरक्षात्मक प्लास्टिक कलई है, जो कि पिछले दांतों की काटने वाली सतहों पर लगाई जाती है। सीलैंट एक सख्त कवच का निर्माण करते हैं जो कि खाद्य पदार्थों के कतरों और जीवाणु को छोटे-छोटे खांचों में जाने से रोकते हैं। सीलैंट्स को केवल पिछले दांतों -दाढ़ और पूर्व दाढ़- पर लगाया जाता है। ये वे दांत होते हैं जिनमें उनकी काटने वाली सतहों पर ‘गड्ढे’ (छोटे छेद) और ‘दरार’ (खांचे) होते हैं। आपकी दंत टीम दांतों का परीक्षण करने के बाद आपको यह बताएगी कि किस दांत को सील किया जाना चाहिए और इस बात की जांच करेगी कि क्या खांचे सीलिंग के लिए पर्याप्त गहरे हैं, ताकि ऐसा करने से मदद मिल सके। कुछ दांतों में कुदरती तौर पर दरारें होती हैं, जिन्हें कि सील करने की जरूरत पड़ेगी; अन्य दांतों में उथली
दरारें होती हैं, जिन्हें कि सीलिंग की जरूरत नहीं होती। यह प्रक्रिया प्रायः त्वरित और सीधी होती है और इसमें प्रत्येक दांत के लिए केवल कुछ मिनटों का समय लगता है। दांत को पूरी तरह से साफ किया जाता है, विशेष घोल के साथ तैयार किया जाता है और सुखाया जाता है। इसके बाद तरल सीलैंट को लगाया जाता है और उसे सख्त होने दिया जाता है - प्रायः उस पर चमकदार रोशनी डालकर। नहीं, यह पूरी तरह से दर्दरहित होता है, और दांत इसके बाद कोई अंतर नहीं महसूस करते। सीलैंट्स प्रायः कई वर्षों तक बने रहते हैं लेकिन आपकी दंत टीम यह सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से उनकी जांच करना चाहेगी कि सील अभी भी अक्षुण्ण है। समय के साथ वे घिस सकते हैं और कई बार दंत टीम को कुछ सीलैंट को जोड़ने या रिप्लेस करने की जरूरत होती है, यह
सुनिश्चित करने के लिए कि इसके नीचे किसी तरह की सड़न शुरू न हो। गड्ढे और दरार के सीलैंट्स किस प्रकार से काम करते हैं?सीलैंट दांतों की सतह में समस्त छोटी-छोटी दरारों और कटावों को ढंककर एक चिकने, सुरक्षात्मक अवरोधक का निर्माण करते हैं। इन दरारों को अगर सील नहीं किया जाता है तो इनमें दांतों की सड़न आसानी से शुरू हो जाती है। इस काम को कब किया जाना चाहिए?सीलैंट्स को अक्सर उसी समय लगाया जाता है जब पहले स्थायी दांत निकलना शुरू होते हैं। ऐसा प्रायः 6 और 7 वर्ष की आयु के बीच होता है। शेष दांतों को प्रायः उस समय सील किया जाता है जबकि वे प्रकट होते हैं, जो कि 11 और 14 वर्ष की उम्र के बीच कभी भी हो सकता है। क्या मुझे इसके बाद भी अपने दांतों को साफ करने की जरूरत पड़ेगी?हां। ऐसा करना फिर भी आवश्यक है। सामान्य ब्रश से चिकनी, सील की हुई सतह को अब बहुत आसानी से साफ और स्वस्थ रखा जा सकता है। रात में सोते समय और दिन के दौरान कम से कम एक बार फ्लोराइड दंतमंजन का उपयोग करने से आपके दांतों को सुरक्षित बनाये रखने में मदद मिलेगी। गड्ढे और दरार की सीलिंग दांतों की सड़न और संभावित फिलिंग्स की संख्या को कम कर सकती है। उपचार के बारे में मुझे किससे पूछना चाहिए?अगर आप उपचार के बारे में अधिक जानना चाहते हैं तो अपनी दंत टीम से बात करें। वे आपको बताएंगी कि क्या दरार को भरने से आपके दांतों को मदद मिल सकती है, और क्या ऐसा करने के लिए यह ठीक समय है। चटका हुआ दांत वह होता है जो कि टूट गया हो। नहीं। दांत तमाम विभिन्न तरीकों से चटक सकते हैं: दांतों में दरारें क्यों पड़ती हैं?अनेक कारणों के चलते दांतों में दरार पड़ती हैं, जैसे किः
मैं कैसे बता सकता हूँ कि मेरा दांत चटका हुआ है?इसके संकेतों का पता लगाना मुश्किल हो सकता है और लक्षण अलग-अलग होंगे। आपको चबाते वक्त समय-समय पर दर्द हो सकता है, खासकर उस समय जबकि आप काटने वाले दबाव को छोड़ते हैं। अत्यधिक तापमानों, विशेष रूप से ठंड से, बेचैनी हो सकती है। अथवा आप मिठास के प्रति संवेदनशील हो सकते हैं, लेकिन क्षरण को कोई चिह्न नहीं होता है। प्रभावित दांत के निकट मसूड़े के एक छोटे से हिस्से में सूजन आ सकती है। दर्द अगर तीव्र हो तो दर्दनाशक गोली ले लें, जैसे कि आप सिरदर्द के लिए आमतौर पर लेते हैं। अगर आप कोई दूसरी दवाई ले रहे हैं तो हमेशा अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से पूछें। दरारें दांतों के एक्सरे में क्यों नहीं दिखायी पड़तीं?बदकिस्मती से, दांतों के एक्सरे कई बार चटके हुए दांतों को नहीं दर्शाते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि एक्सरे किरण-पुंज को दरार के समानांतर होना चाहिए, तभी वह उसमें समा पाएगी। फिर भी, दरार के दूसरे चिह्न दिखाई पड़ सकते हैं। जड़ की ऊर्ध्वाधर टूट-फूट के साथ दरार अगर वहां पर काफी लंबे समय से होती है तो जड़ के निकट हड्डी की ऊर्ध्वाधर हानि दिखाई पड़ सकती है। आपका दंत चिकित्सक दरार का पता लगाने के लिए तेज रोशनी या आवर्धक लेन्स का उपयोग कर सकता है। इसके अलावा वे दरार के पथ का अनुसरण करने के लिए एक विशेष डाई का भी उपयोग कर सकते हैं। क्या मुझे उपचार करवाने की जरूरत पड़ेगी?हां। उपचार को ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए यथाशीघ्र सलाह प्राप्त करना जरूरी है। अगर उनका उपचार नहीं किया जाता है तो चटके हुए दांत तंत्रिका की मृत्यु का कारण बन सकते हैं और घाव उत्पन्न हो सकता है। दांत को रूट कैनाल उपचार या यहां तक कि उखाड़ने की जरूरत पड़ सकती है। गंभीर मामलों में दांत वास्तव में दो हिस्सों में टूट सकता है। अगर ऐसा होता है तो आपका दंत चिकित्सक दांत को नहीं बचा सकेगा और उसे उखाड़ना जरूरी हो जाएगा। क्या मैं अपना दांत गवां बैठूंगा?कुछ मामलों में दांत को उखाड़ने की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता। इसलिए यथाशीघ्र सलाह प्राप्त करना आवश्यक है। चटके हुए दांतों को किस प्रकार ठीक किया जाता है?उपचार का प्रकार दांत को पहुंची क्षति की मात्रा पर निर्भर करता है। आपके लिए सर्वश्रेष्ठ उपचार कौन सा है, इसके बारे में अपनी दंत टीम से पूछें:
चटके हुए दांत के उपचार के बाद क्या मेरे दांत का घाव पूरी तरह से भर जाएगा?टूटी हुई हड्डियों के विपरीत दांत की दरार कभी भी पूरी तरह से नहीं भरेगी। उपचार के बाद, दरार बदतर स्थिति में पहुंच सकती है और आप फिर भी दांत को गँवां सकते हैं। यह आवश्यक है कि आप उपचार प्राप्त करें क्योंकि अधिकतर चटके हुए दांत उपचार के बाद वर्षों तक सामान्य रूप से काम कर सकते हैं। आपकी दंत टीम आपकी समस्या विशेष के बारे में आपको और अधिक जानकारी प्रदान करेगी और उपचार की अनुशंसा करेगी। क्या मैं अपने दांतों को चटकने से रोक सकता हूँ?पूर्ण रूप से नहीं, लेकिन ऐसी कुछ सावधानियां हैं, जिन्हें आप बरत सकते हैं:
मेरे उपचार पर कितना खर्च आएगा?आपको किस उपचार की जरूरत है, इसके आधार पर खर्च अलग-अलग होगा। अगर जटिलताएं पाई गयीं और आपको अधिक उपचार की जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है। उपचार शुरू करने से पहले उपचार योजना और खर्च का लिखित अनुमान अपनी दंत टीम से प्राप्त करें। काटने वाले दांत को क्या कहा जाता है?कृन्तक दाँत (incisor teeth) कई स्तनधारियों के मुँह में आगे की ओर उपस्थित दाँत होते हैं। मानवों में इनका प्रयोग आगे से खाने के टुकड़ों को पकड़ने व काटने के लिये करा जाता है।
टीथ कितने प्रकार के होते हैं?दंतप्रकार. (1) छेदक या कृंतक (incisor) -- काटने का दाँत,. (2) भेदक या रदनक (canine)-- फाड़ने के दाँत,. (3) अग्रचर्वणक (premolar) और. (4) चर्वणक (molar) -- चबाने के दाँत।. टीथ से आप क्या समझते हैं?दाँत (tooth) मुख की श्लेष्मिक कला के रूपांतरित अंकुर या उभार हैं, जो चूने के लवण से संसिक्त होते हैं। दाँत का काम है पकड़ना, काटना, फाड़ना और चबाना। कुछ जानवरों में ये कुतरने (चूहे), खोदने (शूकर), सँवारने (लीमर) और लड़ने (कुत्ते) के काम में भी आते हैं।
काटने का कार्य कौन से दांतों का है?कृंतक या छेदक दांत : दांत के प्रकार में कृतंक दांत तेज धार वाले छैनी जैसे चौड़े होते हैं और भोजन के पकड़ने, काटने या कुतरने का कार्य करती है।
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