दोलन गति और आवर्त गति में क्या अंतर है? - dolan gati aur aavart gati mein kya antar hai?

हमारे प्रश्न आवर्ती गति और दोलन गति से आप क्या समझते हैं उदाहरण दीजिए आवर्ती गति और दोलन गति में अंतर स्पष्ट कीजिए ओके तो भेजो क्या बोला गया कि आवर्ती गति बताना है तो सबसे पहले आवर्ती आवर्ती क्या होता है इसी समय अंतराल में इसमें एक जब कोई भी एक निश्चित समय अंतराल में जो है अपने पति की बार-बार पुनरावृति करते अपनी पटकी बार-बार जो है वह पुनरावृति करता है तो इस प्रकार की गति जो उसकी क्या होती है आवर्ती गति होती है जब वह कुछ और आता है एक निश्चित समय अंतराल में अगर वह अपने पथ को बार-बार दोहरा रहा है तो इस प्रकार की गति उसकी क्या होती है आवर्ती गति होती है ओके इस प्रकार की गति को हम

आवर्ती गति का उदाहरण के लिए गर्म दे तो मान लेते यह कोई द्रव्यमान कहां पर है तो यहां से तो बिना देखे तो एक निश्चित समय अंतराल के बाद यह यहां से गरी स्टार्ट कर आते एक निश्चित समय अंतराल के बाद यहां पर पहुंच जा रहा है अगर इसका एक समान वृत्तीय गति करें इसकी चाल बराबर होगी तो कोई भी कड़क है जो है किसी केंद्र के सापेक्ष एक समान गति गति करता है उसकी गति जो आवर्ती गति होती कैसे एक निश्चित अंतराल के बाद जो है अगर यहां से चलेगा तो एक निश्चित समय अंतराल के बाद व्यक्ति अपनी पत्नी फिर से फिर से आ जाएगा कि पृथ्वी सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगा रहे हैं तो पृथ्वी की जोर-शोर के साथ जो गति होगी वह भी आवर्ती गति होगी जितने भी ग्रह सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगाते हैं सब की गति आवर्ती गति होगी क्योंकि एक निश्चित समय लाल के

अपनी पत्नी बार-बार पुनरावृति करती हूं कि हमारी आवर्ती गति होती है इसके बाद दूसरा क्वेश्चन आवर्ती गति का एक स्पेशल आवर्ती गति का एक ही भाग होता है तो केवल अंधत्व आवर्ती गति का ही एक बार होता है इसमें क्या होता है कि जब कोई कारण कोई काम स्थिति के उसकी एक शाम स्थिति होती है अपनी शान स्थिति के जोड़े आगे और पीछे शाम स्थिति के आगे और पीछे जो है गति करता रहता है और अपने पद की पुनरावृति करता है और पद की जो है पुनरावृति जो है मींस दौर आता है एक निश्चित समय अंतराल में निश्चित समय अंतराल में उसकी

यह गति भी हमारी जो है उसकी यह गति दोलन गति कहलाती है अगर यहां पर यह कोई अगर मान लेते हैं अगर यह मान लेते हैं तो यहां पर अगर कोई भी इस फलन के साथ अगर गति कर रहा है समय के साथ यहां से कम देखें कि इसका यह व्यवस्था में स्थिति हो जाएगा इस स्थिति के किसी समय पर यहां यहां यहां यहां पर अपनी स्थिति के यहां तक गया फिर उसके बाद जो है कुछ देर बाद इधर आया अभी आगे पीछे की तरफ आ रहे थे यहां से यहां तक आए इसके बाद यह अपनी गति को इसी तरीके से दौरान अपनी बिंदु के इधर उधर का निबंध के इधर उधर एक निश्चित समय अंतराल में जो एक गति कर रहा है तो इसकी यह इस प्रकार की गति हमारी क्या कहलाती है दोलन गति कहलाती है क्योंकि अपनी अपनी जो है पद पद की जो बार-बार पुनरावृति कर रहा है अपनी शान में स्थिति के इर्द-गिर्द इस प्रकार की गति कौन दोलन गति कहते हैं अगर इसका उदाहरण देना चाहे तो यह तो एक एक्टिव बराबर साइन हो गए

यह तो एक खुद ही जो है दोलन गति का उदाहरण है अगर किसी भी कोई भी प्रगति करेगा उसका विस्तार उसका दर्ज हुए विस्थापन का जो समीकरण इस तरीके से उसकी गति गति होती है उसकी गति होती है आवर्ती गति भी हो सकती है सारी की सारी आवर्ती गति गति गति गति होती है इसका उदाहरण देना चाहे तो जो सरल लोलक की गति होती है सरल लोलक की गतिविधि हमारी आवर्ती गति गति होती है क्योंकि जो हमारा होता है डोरी से अपनी शान बिंदु के इधर-उधर गति करता गरम इसके बनाना चाहे तो यहां से जो इस तरीके से यहां पर सरल लोलक की अगर यह लंबाई है यहां से कोई धागा लटका दिया जाए कि क्या करता है इस तरीके से जो गलती करता है यह जो है हिंदुस्तान दिन होता है इसको हल्का सा विस्थापित कर देता इस दिशा में

इधर जाता है इसका कोई अगर कोई घर पर काम न करें अगर वह घर या कोई घर पर काम न करें इसका अगर कोई और मन धन ना हो रहा हो तो यह कभी भी अपने को रोकता नहीं है इस तरीके से अपनी गति की जो बार-बार प्रवृत्ति करते हुए जो है गति करता रहता तो यह जो सरल लोलक की बेटी भी हमारी जरूरत होती है उदाहरण आवर्ती आवर्ती गति अंतर क्या होता है होता है तो अंतर होता है सबसे बड़ा आवर्ती गति जो है दोलन गति सारी की सारी जो है दोलन गति जो आवर्ती गति हो सकती है सारी की सारी जोर दोलन गति जो है यह आवर्ती गति हो सकती हैं यह हमारी जो गति हो रही है सरल लोलक की गति यह गति जवाई है कि सारी की सारी आवर्ती गति हो रही है क्योंकि एक निश्चित समय अंतराल के बाद अपने पद की पुनरावृति कराएं की आवर्ती गति होती है

सभी की सभी दोलन गति जो आवर्ती गति हो सकती हैं लेकिन सारी की सारी आवर्ती गति सारी की सारी जो है आवर्ती गति जो है यह दोलन गति नहीं हो सकती यह सारी की सारी आवर्ती गति दोलन गति नहीं हो सकती सबसे बड़ा अंतर यही है क्योंकि जो है यह जो सारी सारी आवर्ती गति नहीं हो सकती अभी उदाहरण बताएं एक समान वृत्तीय गति करते यह लड़की जो है किसी त्रिज्या के साथ यहां पर जो इस केंद्र के सापेक्ष जो एक समान वृत्तीय गति कम अंतराल के बाद अपने पद की पुनरावृति करें लेकिन इसकी कोई स्थिति नहीं है अपने सामने स्थिति कि इधर-उधर नहीं गति कर रही प्रगति कर रहा है इसकी गति को है दोनों देती नहीं बोल सकती सरल आवर्त गति होगी लेकिन हम प्रोजेक्शन ले लें इसमें जो है इसको ज्वाइन कर ले ले

इसका प्रोजेक्शन या तो इस वाले अक्सर ले लिया इस वाले अक्सर यह वाला जो प्रोजेक्शन होता है तभी बढ़ेगा तो इसका प्रोजेक्शन भी यहां पर आएगा इधर बढ़ेगा तो इसका प्रोजेक्शन इधर जाएगा और जब यह कर इस तरफ आने लगेगा रिश्ता प्रोजेक्शन फिर से रिटर्न आएगा इसका यह शाम बिंदकी इधर-उधर जो है इसका दोनों प्रोजेक्शन सरल आवर्त गति करने लगते हैं इस तरीके से बोल सकते हैं कि और सरल आवर्त गति को हम आवर्ती गति बोल सकते हैं लेकिन सारी की सारी आवर्ती गति को दोलन गति नहीं बोल सकते एक और एग्जांपल हम दे सकते हैं जैसे कि पृथ्वी सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगा रही तो उसकी गति आवर्ती गति है लेकिन उसकी गति कुंदन देती नहीं बोल सकते कि हमारा डिफरेंस होता है आवर्ती गति हो तो लंदन में और जो आवर्ती गति दोलन गति क्या होती है उदाहरण के साथ अन्य समझा दिए थे यही क्वेश्चन पूछा था ओके थैंक यू

आवर्त गति और दोलन गति में क्या अंतर है?

यहाँ वस्तु किसी माध्य स्थिति के इधर-उधर गति करती है । दीवार-घड़ी का लोलक भी इसी प्रकार की गति करता है । इस प्रकार की अग्र-पश्च (आगे-पीछे) आवर्ती गति के प्रचुर उदाहरण हैं- नदी में डूबती - उतरती हुई नाव, वाष्प इंजन में अग्र और पश्च चलता हुआ पिस्टन आदि । इस प्रकार की गति को दोलन गति कहते हैं ।

आवर्ती गति का दूसरा नाम क्या है?

Solution : दोलन गति

आवर्त गति क्या है उदाहरण दें?

1. आवर्त गति (periodic motion): एक निश्चित पथ पर गति करती वस्तु जब किसी निश्चित समय -अंतराल के पश्चात बार-बार अपनी पूर्व गति को दोहराती है, तो इस प्रकार की गति को आवर्त गति कहते हैं.

दोलन गति से आप क्या समझते हैं?

जब कोई वस्तु एक ही पथ पर एक से अधिक बार गति करे,इस प्रकार की गति को दोलन गति कहते है।