दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों प्रतिशत नहीं करती? - do chumbakeey kshetr rekhaen ek doosare ko kyon pratishat nahin karatee?

One Line Answer

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को प्रतिच्छेद क्यों नहीं करतीं?

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Solution

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती है क्योंकि प्रतिच्छेद बिंदु पर दिक् सूची रखने पर दो दिशाओं की ओर संकेत करेगा जो संभव नहीं हैं।

Concept: क्षेत्र रेखाएँ

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Chapter 13: विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव - प्रश्न 2 [Page 255]

Q 3.Q 2.Q 1.

APPEARS IN

NCERT Science Class 10 [विज्ञान कक्षा १० वीं]

Chapter 13 विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव
प्रश्न 2 | Q 3. | Page 255

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पाठगत-प्रश्न:


पृष्ठ संख्या 250 :

Q1. चुंबक के निकट लाने पर दिक्सूचक की सुई विक्षेपित क्यों हो जाती है ?

उत्तर: चुम्बक के निकट लाने पर दिक्सूचक की सुई विक्षेपित इसलिए हो जाती है क्योंकि दिक्सूचक की सुई की नोक चुम्बक के ध्रुव की भांति कार्य करता है | जब सुई को दंड चुंबक के पास लाया जाता है जो ये सुई को आकर्षित अथवा प्रतिकर्षित करता है जिससे विक्षेपित होता है | 

पृष्ठ संख्या 255 :

Q1. किसी छड़ चुंबक के चारों ओर चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ खींचिए।

उत्तर: 

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों प्रतिशत नहीं करती? - do chumbakeey kshetr rekhaen ek doosare ko kyon pratishat nahin karatee?

Q2. चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के गुणों की सूची बनाइए।

उत्तर: चुम्बकीय क्षेत्र रेखाओं के निम्नलिखित गुण हैं -

(i) चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ उत्तरी ध्रुव से निकलकर दक्षिणी ध्रुव में समाहित हो जाती है | 

(ii) चुम्बक के अंदर, चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा इसके दक्षिणी ध्रुव से उत्तरी ध्रुव की ओर होता है | 

(iii) चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ बंद वक्र होती हैं |

(iv) जहाँ चुम्बकीय क्षेत्र रेखाए घनी होती हैं वहाँ चुम्बकीय क्षेत्र मजबूत होता है |

(v) दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ कभी एक दुसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती हैं | 

Q3. दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को प्रतिच्छेद क्यों नहीं करतीं?

उत्तर: दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएँ एक - दूसरे को प्रतिच्छेद नहीं करती  है क्योंकि   प्रतिच्छेद बिन्दु पर दिक् सूची रखने पर दो दिशाओं की ओर संकेत करेगा जो संभव नहीं हैं ।

पृष्ठ संख्या 256-257 :

Q1. मेज के तल में पड़े तार के वृत्ताकार पाश पर विचार कीजिए। मान लीजिए इस पाश में दक्षिणावर्त विद्युत धारा प्रवाहित हो रही है। दक्षिण-हस्त अंगुष्ठ नियम को लागू करके पाश के भीतर तथा बाहर चुंबकीय क्षेत्र की दिशा ज्ञात कीजिए।

उत्तर: दी गई आकृति एक वृताकार पाश का है जिसकी चुंबकीय क्षेत्र को दर्शाया गया है | दक्षिण अंगुष्ठ नियम लागु करने पर हम पाते हैं कि चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ पाश के अंदर मेज के तल की लंबवत बाहर की ओर निर्देशित होती है जबकि पाश के बहार यह अंदर की ओर निर्देशित होती है |  

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों प्रतिशत नहीं करती? - do chumbakeey kshetr rekhaen ek doosare ko kyon pratishat nahin karatee?

Q2. किसी दिए गए क्षेत्र में चुंबकीय क्षेत्र एकसमान है। इसे निरूपित करने के लिए आरेख खींचिए।

उत्तर: जब किसी क्षेत्र में चुंबकीय क्षेत्र एकसमान हो तो रेखायें एक-दुसरे के समान्तर, समान दुरी पर और समान लंबाई की होती हैं | 

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों प्रतिशत नहीं करती? - do chumbakeey kshetr rekhaen ek doosare ko kyon pratishat nahin karatee?

   एक समान चुंबकीय क्षेत्र रेखाएँ 

Q3. सही विकल्प चुनिएः
किसी विद्युत धरावाही सीधी लंबी परिनालिका के भीतर चुंबकीय क्षेत्र-

(a) शून्य होता है।
(b) इसके सिरे की ओर जाने पर घटता है।
(c) इसके सिरे की ओर जाने पर बढ़ता है।
(d) सभी बिंदुओं पर समान होता है।

उत्तर: (d) सभी बिन्दुओं पर सामान रहता है |

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों प्रतिशत नहीं करती? - do chumbakeey kshetr rekhaen ek doosare ko kyon pratishat nahin karatee?

पृष्ठ संख्या 259 : 

Q1. किसी प्रोटॉन का निम्नलिखित में से कौन-सा गुण किसी चुबंकीय क्षेत्र में मुक्त गति करते समय परिवर्तित हो जाता है? (यहाँ एक से अधिक सही उत्तर हो सकते हैं।)
(a) द्रव्यमान,

(b) चाल,

(c) वेग

(d) संवेग

उत्तर: (c) वेग और (d) संवेग 

Q2. क्रियाकलाप 13.7 में हमारे विचार से छड़ AB का विस्थापन किस प्रकार प्रभावित होगा यदि
(i) छड़ AB में प्रवाहित विद्युत धारा में वृद्धि हो जाए

(ii) अधिक प्रबल नाल चुंबक प्रयोग किया जाए, और

(iii) छड़ AB की लंबाई में वृद्धि कर दी जाए?

उत्तर: 

(i) यदि छड AB में प्रवाहित विद्युत धारा में वृद्धि हो जाए तो छड के विस्थापन में भी वृद्धि होती है | 

(ii) यदि अधिक प्रबल नाल चुंबक प्रयोग किया जाए तो छड AB का विस्थापन भी बढेगा |

(iii) यदि छड़ AB की लंबाई में वृद्धि कर दी जाए तो इस पर लगने वाला बल भी बढेगा क्योंकि विस्थापन बढ़ता है | 

Q3. पश्चिम की ओर प्रक्षेपित कोई धनावेशित कण (अल्फ़ा-कण) किसी चुंबकीय क्षेत्र द्वारा उत्तर की ओर विक्षेपित हो जाता है। चुंबकीय क्षेत्र की दिशा क्या है?

(a) दक्षिण की ओर

(b) पूर्व की ओर

(c) अधोमुखी

(d) उपरिमुखी

उत्तर: (d) उपरिमुखी 

पृष्ठ संख्या 261 : 

Q1. फ्लेमिंग का वामहस्त नियम लिखिए।

उत्तर: फ्लेमिंग का वामहस्त नियम :

इस नियम के अनुसार, अपने बाएँ हाथ की तर्जनी, मध्यमा तथा अँगूठे को इस प्रकार फैलाइए कि ये तीनों एक-दूसरे के परस्पर लंबवत हों |यदि तर्जनी चुंबकीय क्षेत्रा की दिशा और मध्यमा चालक में प्रवाहित विद्युत धारा की दिशा की ओर संकेत करती है तो अँगूठा चालक की गति की दिशा अथवा चालक पर आरोपित बल की दिशा की ओर संकेत करेगा। इसी नियम को फ्लेमिंग का वामहस्त नियम कहते है | 

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों प्रतिशत नहीं करती? - do chumbakeey kshetr rekhaen ek doosare ko kyon pratishat nahin karatee?

Q2. विद्युत मोटर का क्या सिद्धांत है?

उत्तर: विद्युत मोटर का सिद्धांत : 

विद्युत मोटर का कार्य करने का सिद्धांत विद्युत धारा के चुंबकीय प्रभाव पर आधारित है | चुंबकीय क्षेत्र में लौह-क्रोड़ पर लिपटी कुंडली से जब विद्युत धारा प्रवाहित की जाती है तो वह एक बल का अनुभव करती है | जिससे मोटर का आर्मेचर चुंबकीय क्षेत्र में घूमने लगता है | कुंडली के घूमने की दिशा फ्लेमिंग के वामहस्त नियम के अनुसार होता है | यही विद्युत मोटर का सिद्धांत हैं |

Q3. विद्युत मोटर में विभक्त वलय की क्या भूमिका है?

उत्तर: विद्युत मोटर में विभक्त वलय दिक्-परिवर्तक का कार्य करता है | दिक्-परिवर्तक एक युक्ति है जो परिपथ में विद्युत-धारा के प्रभाव को उत्क्रमित कर देता है | 

पृष्ठ संख्या 264 : 

Q1. किसी कुंडली में विद्युत धारा प्रेरित करने के विभिन्न ढंग स्पष्ट कीजिए |

उत्तर:

(i) कुन्डली को किसी चुम्बकीय क्षेत्र में गति कराकर । 

(ii) कुन्डली के चारों ओर के चुम्बकीय क्षेत्र में परिवर्तन कराकर । 

पृष्ठ संख्या 265-266 :

Q1. विद्युत जनित्र का सिद्धांत लिखिए |

उत्तर: विद्युत जनित्र का सिद्धांत विद्युत चुंबकीय प्रेरण (इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन ) पर आधारित है | जब एक आयताकार कुंडली को एक सामान चुंबकीय क्षेत्र में घुमाया जाता है तो यह कुंडली के सिरों पर प्रेरित विद्युत उत्पन्न करता है | यही विद्युत जनित्र का सिद्धांत है | 

Q2. दिष्ट धारा के कुछ स्रोत के नाम लिखिए |

उत्तर: सेल, बैट्री और D.C जनित्र या डायनेमो आदि दिष्ट धारा के स्रोत हैं | 

Q3. प्रत्यावर्ती विद्युत धारा उत्पन्न करने वाले स्रोतों का नाम लिखिए |

उत्तर: A.C जनित्र और इनवर्टर आदि जो प्रत्यावर्ती विद्युत धारा उत्पन्न करते हैं |

Q4. सही विकल्प का चयन कीजिए -
ताँबे के तार की एक आयताकार कुंडली किसी चुंबकीय क्षेत्र में घूर्णी गति कर रही है। इस कुंडली प्रेरित विद्युत धारा की दिशा में कितने परिभ्रमण के पश्चात परिवर्तन होता है?

(a) दो

(b) एक

(c) आधा

(d) चौथाई

उत्तर: (c) आधा 

पृष्ठ संख्या 267 

Q1. विद्युत परिपथों तथा साधित्रों में सामान्यतः उपयोग होने वाले दो सुरक्षा उपायों के नाम लिखिए।

उत्तर: विद्युत परिपथों तथा साधित्रों में सामान्यतः उपयोग होने वाले दो सुरक्षा उपायों के नाम हैं -

(i) फ्यूज का उपयोग और 

(ii) भूमि संपर्क तार का उपयोग |

Q2. 2 kW शक्ति अनुमतांक का एक विद्युत तंदूर किसी घरेलू विद्युत परिपथ (220 V) में प्रचालित किया जाता है जिसका विद्युत धारा अनुमतांक 5 । है, इससे आप किस परिणाम की अपेक्षा करते हैं? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: विद्युत तंदूर की शक्ति (P) = 2 kW = 2000 W 

अत: विद्युत तंदूर द्वारा ली गई धारा (I) = P/V

= 2000/220 = 9 A (लगभग)

जबकि विद्युत परिपथ का विद्युत धारा अनुमतांक 5 A है और तंदूर 9 A की दर से धारा लेता है, इसलिए यह परिपथ अतिउष्मता अथवा अतिभारण के कारण टूट जायेगा | 

Q3. घरेलू विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए?

उत्तर: घरेलू विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए |

(i) एक अकेले शोकेट से एक से अधिक उपकरण नहीं जोड़ने चाहिए |

(ii) हमेशा परिपथ में विद्युत उपकरण पार्श्व क्रम में ही संयोजित करने चाहिए |

(iii) परिपथ में उपयुक्त फ्यूज का उपयोग करना चाहिए |

(iv) अतिभारण से बचाने के लिए एक ही समय में अधिक विद्युत उपकरणों का उपयोग नहीं करना चाहिए |

दो चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं एक दूसरे को क्यों प्रतिशत नहीं करती हैं?

Solution : यदि दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएं परस्पर प्रतिच्छेद करे तो प्रतिच्छेद करने वाली बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की दो दिशाएं होगी जो सम्भव नहीं है । अतः ये क्षेत्र रेखाएं परस्पर प्रतिच्छेद नहीं करती है ।

दो चुंबकीय बल रेखाएं एक दूसरे को क्यों नहीं काटती है कोई दो कारण लिखिए?

इसका वह सिरा जो भौगोलिक उत्तर की ओर संकेत करता है, उत्तरी ध्रुव और जो भौगोलिक दक्षिण की ओर संकेत करता है, चुंबक का दक्षिणी ध्रुव कहलाता है। (iii) दो पृथक-पृथक चुंबकों के दो उत्तरी ध्रुव ( या दो दक्षिणी ध्रुव) जब पास-पास लाए जाते हैं तो वे एक-दूसरे को विकर्षित करते हैं।

चुंबकीय क्षेत्र रेखाएं परस्पर क्यों नहीं काटती?

दो चुम्बकीय क्षेत्र रेखाएं कभी एक दुसरे को प्रतिच्छेद नहीं करतीं। यदि वे कभी एक दुसरे को प्रतिच्छेद करेंगी तो प्रतिच्छेद के बिंदु पर चुम्बकीय क्षेत्र की दो दिशाएं हो जाएंगी जो कि असंभव है।

विद्युत क्षेत्र का एक दूसरे को क्यों नहीं काटती है?

Solution : बल रेखायें परस्पर एक-दूसरे को नहीं काटती क्योकि यदि ये परस्पर कटेगी तो कटान बिन्दु पर दो स्पर्श रेखायें दो परिणामी क्षेत्र को व्यक्त करेंगी जो कि असम्भय है।