वर्तमान समय में मशीनों ने इंसान का काम आसान कर दिया है। आज हर क्षेत्र में मशीनों से बड़े-बड़े प्रॉडक्ट्स सरलता से और कम समय में बनाए जा रहे हैं। जब हर जगह मशीनों का उपयोग किया जा रहा है तो भला किसान क्यों पीछे रहे। वे भी खेती-बाड़ी के काम के लिए मशीनों का उपयोग कर रहे हैं। पहले जिस काम को करने में कई दिन लग जाते थे अब मशीनों की मदद से वही काम कम समय में पूरा हो जाता है। Show
ये भी देखें : लंदन में लाखों की नौकरी छोड़कर गांव में खेती कर रहा ये कपल, यूट्यूब पर हुआ फेमस ये भी देखें : तुलसी से कमाएं पैसा और स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा पहले किसान खेती से संबंधित कामों में कई तरह की समस्याओं का सामना करते थे जैसे फसल की कटाई में बहुत समय और मेहनत लगती थी। लेकिन अब बाजार में ऐसी आधुनिक मशीनें आ गई हैं, जिनसे फसल की कटाई का काम बड़ी सरलता से पूरा हो जाता है। बाजार में उपलब्ध कई तरह की मशीनों में से एक है रीपर बाइंडर मशीन (Reaper Binder Machine)। यूं तो यह मशीन कई कंपनियों द्वारा बनाई जाती है, लेकिन ग्रीनलैंड न सिर्फ किसानों की सुविधा के लिए मशीन बना रही है, बल्कि 50 प्रतिशत की सब्सिडी पर रीपर बाइंडर मशीन उपलब्ध भी करवाती है। आइए जानते हैं इस मशीन से जुड़ी अन्य जानकारी के बारे में। क्या है रीपर बाइंडर मशीन ? रीपर बाइंडर मशीन को फसल की कटाई के लिए बनाया गया है। यह मशीन फसल की कटाई के साथ ही रस्सियों से उनका बंडल भी बनाती है। इस यंत्र की सहायता से खेत में 5 से 7 सेमी ऊपर फसल की कटाई आसानी से की जा सकती है। ख़ास बात ये है की इस यंत्र के कारण भूसे का नुकसान नहीं होता है। इस मशीन से 85 सेमी से 110 सेमी ऊंचाई वाली गेहूं, जौ, धान, जेई और अन्य फसलों की आसानी से कटाई कर बंडल बनाया जाता है। कैसे काम करती है रीपर बाइंडर मशीन ? जैसा हमने बताया कि बाजार में उपलब्ध यह मशीन कई मजदूरों का काम अकेले ही कर लेती है। रीपर बाडंडर मशीन फसल की कटाई के लिए बनाई गई है। इसकी स्पीड इतनी तेज है कि यह एक घंटे में एक एकड़ जमीन की फसल काट सकती है। रीपर बाइंडर मशीन के कटरबार की चौड़ाई करीब 1.2 मीटर होती है। इसके आगे बढ़ने की गति लगभग 1.1 से 2.2 मीटर प्रति सेकंड होती है। इसकी कार्यक्षमता 0.4 हेक्टेयर प्रति घंटा तक होती है। यह एक घंटे में करीब 1.2 लीटर डीजल की खपत करती है। इस मशीन की सीट के नीचे एक नुमेटिक पहिया लगा होता है, जिसकी मदद से मशीन को मोड़ा जाता है। बाजार में इस मशीन की कीमत करीब 3 लाख रुपए है। लेकिन राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, गुजरात आदि राज्यों के किसान रिपर बाडंडर मशीन 50 प्रतिशत सब्सिडी पर खरीद सकते हैं। इतना ही नहीं इन राज्यों के किसानों को इस मशीन की खरीद पर शासन मान्य सब्सिडी दी जाती है। रीपर बाइंडर मशीन के प्रकार आजकल बाजार में कईं प्रकार की रीपर बाइंडर मशीन उपलब्ध हैं जिनकी कीमत भी 80000 से 500000 रुपया तक है। इसके प्रकार हैं –
किसान अपनी आवश्यकता के अनुसार रीपर बाइंडर मशीन का चयन कर सकते हैं। रीपर बाइंडर मशीन से किसान कम समय व कम लागत में फसलों की कटाई कर सकते हैं। आजकल पोर्टेबल पावर टिलर काफी प्रचलित हैं। इन्हें सेल्फ प्रोपेल्ड रीपर भी कहा जाता है। ये छोटे खेतों में जुताई, निराई के साथ रीपर फिट करने पर धान-गेहूं की कटाई भी कर सकते हैं।
ध्यान देने लायक बात – कईं बार लोग रीपर बाइंडर और कंबाइन हार्वेस्टर मशीन में अंतर नहीं कर पाते हैं तो हम आपको बता देते हैं की रीपर बाइंडर मशीन छोटे किसानों के लिए उपयोगी है। वहीं कंबाइन हार्वेस्टर बड़े किसानों के लिए उपयोगी है। रीपर बाइंडर मशीन की सहायता से जमीन से 5 से 7 सेमी ऊपर फसल की कटाई आसानी से की जा सकती है और भूसे का नुकसान नहीं होता है वहीँ कंबाइन हार्वेस्टर खेत में करीब 30 सेमी से ऊपर फसल की कटाई करता है। जिससे कटाई के बाद फसल का ठूठ खेत में ही खड़े रह जाते हैं और किसानों को बहुत नुकसान होता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि फसल से मिलने वाले भूसे का नुकसान हो जाता है। कई बार किसान अपने खेतों में खड़े ठूठ में आग लगा देते हैं जिससे पर्यावरण को नुकसान होता है। इसलिए रीपर बाइंडर का उपयोग बहुत अच्छा माना जाता है।
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